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इन बात का रख खयाल]
[इन खयाल]
* परे शािनय से कभी हार नहं माननी चाहए। परे शािनय म उलझने क बजाए उ"ह दरू करने
पर #यान कित कर ।
* छोट-छोट
छोट बात म ढे र खुिशयां छुपी होती ह+ । इन खुिशय का ःवागत दल खोल कर कर ।
खूब हं से और मुःकराएं।
* आपक कुछ आदत भी परे शानी का कारण बनती ह+ । इस बात को समझ। बेहतर होगा,
होगा इनम
सुधार लाने क कोिशश कर ।
* ूितदन कुछ समय अपने उन पसंददा काम के िलए िनकाल, >जनसे आपको खुशी िमलती हो।
जैसे बागवानी, संगीत, डांस, टवी या कताब पढ़ना।
* गरब और असहाय लोग क यथासंभव मदद करने क कोिशश कर । इससे िमलने वाली खुशी
का आनंद ल।
* वत=मान को >जएं। पुरानी बात सोचकर परे शान होने के बजाए वत=मान को संवार ।