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ऐसे रह खुश..

परे शािनयां >जंदगी का हःसा ह+ । इसके िलए दस


ू र या खुद
को कोसने क बजाए इसका हल तलाश । नकारा@मक सोच
>जंदगी क दशा और दशा दोन बदल दे ती ह+ । अपनी सोच
सकारा@मक रख । खुिशयां तो आसपास Aबखर ह+ । जBरत है
तो बस, इ"ह समेटने क ।

इन बात का रख खयाल]
[इन खयाल]

* परे शािनय से कभी हार नहं माननी चाहए। परे शािनय म उलझने क बजाए उ"ह दरू करने
पर #यान क ित कर ।

* छोट-छोट
छोट बात म ढे र खुिशयां छुपी होती ह+ । इन खुिशय का ःवागत दल खोल कर कर ।
खूब हं से और मुःकराएं।

* आपक कुछ आदत भी परे शानी का कारण बनती ह+ । इस बात को समझ । बेहतर होगा,
होगा इनम
सुधार लाने क कोिशश कर ।

* आलःय से बच । जहां तक हो वाद


वाद-Aववाद
Aववाद से दरू रहने क कोिशश कर । अपने सहयोिगय के
साथ 6खा 7यवहार न कर ।

* ूितदन कुछ समय अपने उन पसंददा काम के िलए िनकाल , >जनसे आपको खुशी िमलती हो।
जैसे बागवानी, संगीत, डांस, टवी या कताब पढ़ना।

* गरब और असहाय लोग क यथासंभव मदद करने क कोिशश कर । इससे िमलने वाली खुशी
का आनंद ल ।

* वत=मान को >जएं। पुरानी बात सोचकर परे शान होने के बजाए वत=मान को संवार ।

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