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राम नाम सुखदायी



भजन सं गह





भजनकार
सवगीय शाित देवी वमा



संपादन
आचायर संजीव वमा 'सिलल'


सम¯वय 7काशन 7िभयान
ज4लपुर भ|पाल ¹वािलयर रायपुर 4ं गलु' ि4लासपुर लखन3
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राम नाम सुखदायी
भजन सं गह

ततीय 7ंतरजाल संसकर" ¯¤+¤

भजनकार
सवगीय शाि¯त देवी वमा

संपादन
आचायर संजीव वमा 'सिलल'
सम¯वय 7काशन 7िभयान
ज4लपुर भ|पाल ¹वािलयर रायपुर 4ं गलु' ि4लासपुर लखन3
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वं दन


िनराकार पर4¯ह हे!, िच7गु¯त भगवान.
िविU हिर हर 7य ह| तु¯हl, कमर देव गु"वान..
दिवक - भlितक शि4तयl, रं ग ÷प रस खान.
तु¯हl 4से चर - 7चर म, रच संतित मितमान..
ज| रहसय यह जानते, वे ही ह कायस¤.
कमरदेव क| प¸जते, ि4ना हु7 स¯यसत..

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िह¯दी की ि4ं दी! तव, चर"l म शत व¯दन.
भावl की 7ंजली 7िपरत, "¿ा का चंदन..
7¸ के 7ा" गीत म, किवता म नव जीवन.
दीप िशखावत जलl, "ास हर िवहस 7क¯पन..
ती¤रराज की लु¯त सरसवती, सी तुम पावन.
हु5 ि7वे"ी प¸"र, िमली नमरदा लुभावन..
शा"त 7िवनाशी म¸¯यl का, कर िचर गायन.
वेदl सा सािह¯य रचा, शुिच 'सिलल' सनातन..

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7पने परम प¸7य िपता"ी सव. राय4हादुर माता7साद िस¯हा 'र5स', ~नरेरी मिजस[ेõ मनपुरी 3¬र
7देश क| शशव से ही िन¯य िशव भि4त म लीन ह|ते देखकर मेरे 4ाल मन पर िनराकार के साकार िवगह के
7ित आरा¯य- भाव 3¯प7 ह| गया ¤ा. महा¯मा गlUी के आ¯हान पर िपता"ी ~नरेरी मिजस[ेõ पद से ¯यागप7
दे कर नेह÷ जी के नेत¯व म कागेस स¯यागही 4न गये. िवदेशी वस7l की ह|ली जला5 गयी, खान- पान के
िवदेशी 4तरन 7क िद7 गये, मु5े 7वं U|õी 4िहन क| 7ंगेजी पõानेवाली मेम हõाकर भारतीय सं गीत िसखाने के
िल7 िशिuका लगा5 गयी. िपताजी कागेस सभा7ं म भाग लेते, ज| 7ंगेज 7िUकारी पापा के सा¤ र|ज पाõी
करते ¤े वही 3¯ह िगर1तार करने लगे . हम पिरवारजन भगवान का भजन कर खुदक| िह¯मत 4Uाते . पापा
ि7पुरी कागेस म भाग लेने ज4लपुर आये . यहl 3नकी मुला7ात स¤ानीय स¯यागही "ी 7वाला7साद वमा से
हु5 ज| शहर क|तवाली के पास सु¯दरलाल तहसीलदार के 4ा7े म रहते ¤े , से5 ग|िव¯द दास, (ारका 7साद
िम"ा, ¯य|हार राज5 िसंह, भवानी 7साद ितवारी आिद के नेत¯व म सिñय ¤े त¤ा 47े 7ुहारे पर 4जाजी
(कप7े) की द¸ कान करते ¤े. पापा 4ा7े म 4ने िशव मि¯दर देखकर 4हुत 7भािवत हु7. 4ाद म 7वाला7साद जी
के U|õे भा5 "ी राज 4हादुर वमा ज| त4 7िससõõ जेलर ¤े, के सा¤ मेरा िववाह हुआ.
िववाह के 4ाद ससुराल म िशव- भि4त का वातावर" िमला. मेरे दिदया ससुर सव. सु¯दरलाल
तहसीलदार 7वं 3नके U|õे भा5 खरातीलाल जी (सव. महादेवी वमा के नाना) (ारा 4नवाये गये िशव मंिदरl
त¤ा पितदेव "ी राज4हादुर वमा जेल 7Uीuक की साि¯वक आचार- िवचार ने भगवान के 7ित भि4त- भाव क|
पु7 िकया. कायस¤ पिरवार म सभी देवी- देवता7ं म परा¯पर परम4¯ह कमरदेव "ी िच7गु¯त का 7ादुभाव
मानकर "¿ा सिहत प¸जने की पर¯परा ह. मेरे मन के भाव 7पने आप भजनl का ÷प लेते गये. "ीमती क¯"ा
"ीवासतव ( महि1र महेश य|गी की भाभी), "ीमती साह¸ 7वं ¯य|हार4ा" रामाय" म°7ली की 7¯य सदसयl ने 5¯ह
सराहा- गाया Vर Uपाने के िल7 लगातार आगह िकया िकं तु 5¯ह भ4तजनl के सामने लाने म मु5े संक|च ¤ा.
संभवत: ये काल- ñम म न7 भी ह| गये ह|ते िकं तु दवी 7ेर"ा से मेरी ि7य 4हु7ं साUना-प¸नम, 4ेिõयl आशा,
पु¯पा, िकर", सु1मा त¤ा 4ेõl संजीव- राजीव के आगह Vर 7यास से यह भजन संगह Uपकर आपके हा¤l म
ह.
भगवान का मिहमा- गायन भ4त का 7ह|भा¹य ह. ‘तेरा तु5क| 7पर" 4या लागे मेरा’ की
िवन7 भावना सिहत यह भावाजिल समिपरत कर मन क| शाि¯त िमल रही ह. 4ेõे संजीव क| 5¯ह संपािदत-
7कािशत करने के िल7 मl का आशी1. 7पने 7पl7l- 7पlि7यl 7¯शुमान, आशुत|1, 7िभ1ेक, िनहािरका,
िनिशता, म¯वं तर, तुिहना, 7िचरत, 7िपरता, मयं क व ि7यं क क| 5स आशा के सा¤ ये भजन सlपती ह¸ िक 3नके
मनl म साि¯वकता, सरलता व शुिचता की 7य|ित सदा जलती रहेगी, भि4त- भावना हमेशा पलती
रहेगी.


7भु चर"l की 7नुरागी

शाि¯त देवी

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* भगवान का गु"गान भ4त के जीवन का 7रमान ही नहl, 3सकी पहचान भी ह|ता ह.

* सlस की रािUका, आस की 4lसुरी िलये मन क| भगवjि4त के महारास म लीन कर दे, यही भ4त का सा¯य
Vर 7भी7 ह.

* परम प¸7य मl के भाव: भि4तमय 7दय से गत × - ¬ दशकl म िविवU 7वसरl पर िन:सत 3jगारl क|
7भु- चर"l म 7िपरत करने के पुनीत कायर म मु5 7िकं चन क| कुU भ¸िमका िनभाने का 7वसर देकर परम 7भु
त¤ा मl ने मु5े आशीि1त कर U¯य िकया ह.

* 4ेõा मl से सदा लेता ही ह , दे कुU नहl सकता. मl की सlगात देखी- 7देखी सं तानl तक पहुचाने का
मा¯यम 4न पाना प¸वर ज¯म के पु¯य कमlं का 7ल ह.

* चकाचlU भरी u"जीवी द¸ रदशरनी आUुिनक संसकित के 7सार- काल म पर¯परागत सरलता, सहजता,
Vदायर , आ¯मीयता Vर साि¯व¯कता के प¯च 7मत दनं िदन जीवन से लु¯त ह|ते जा रहे ह Vर 3नका स¤ान
(े1, 5¯या, सपUा, कõुता त¤ा सवा¤रपरता के प¯च िव1 लेते जा रहे ह.

* 5स सं ñम" काल म भlितक सुख-समि¿, 7वं िवलािसता7ं के कराल ¯याल जाल से 4चते हु7 सत-िशव-
सुंदर की 3पासना करते हु7 सत-िचत- आनं द की 7नुभ¸ित करने - कराने म ये भजन सहायक ह| सक, आप 5न
भजनl का गायन कर पल मा7 भी 7भु की 7ेम 7सादी पा सक त| यह 4ालक|िचत 7यास सा¤रक ह|गा.


तात-मात चर"कमलानुरागी

संजीव 'सिलल'



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ñमाक मुख7ा प7ाक

+. वं दन
¯. नमन
$. संपादकीय
×. 7नुñम
¬. "ी भगवान
$. 7वU म ज¯म ह "ीराम
u. 4ाजे 7वU 4Uया
I. सुन| री गु5यl
". िसया 7ुल 4िगया आयी ह
+¤. चली िसया िगिरजा प¸जन क|
++. िमि¤ला म सजी 4रात
+¯. राम (ारे आये
+$. जनक 7गना म ह|ती 7य|नार
+×. 5ा7े जनक सकुचाय
+¬. चलl जानकी ¯यारी
+$. (ारे 4हुिरया आयी
+u. आयी िसया ससुराल
+I. ह|ली खेल िसया की सिखयl
+". ह|ली खेल चारl भा5
¯¤. वन क| चले रÞुवीर
¯+. ितलक कर रÞुवीर
¯¯. िमला राम नाम गले का हरवा
¯$. राम जी आये हमरे (ार
¯×. 4हे राम रस गं गा
¯¬. चल मन सीता राम की शर"
¯$. रÞुवर की कपा ह| जाती ह
¯u. तु¯हारे संग वन क|
¯I. िशवजी की आयी 4ारात
¯". िगिरजा कर स|लह िसंगार
$¤. म|हक Uõा पावरती िशव की
$+. भ|ले Þर 4ाजे 4Uा5
$¯. U¸मUाम भ|ले के गlव
$$. मनभावन मुरली
$×. हिर क| 4नना 4नाव
$¬. चर"l म 7पने
$$. हे क'"ा िस¯Uु भगवन!
$u. °याम सुंदर न¯दलाल
$I. स¯यागह करने
$". 4ाप¸जी आये नगिरया

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िमõाने भ4तl का दु:ख-ददर, जगत म आते "ी भगवान...

ज4 मेरे 7भु जग म आव, नभ से देव सुमन 4रसाव.
कलम-दवात सुश|िभत कर म, देते 7uर Hान
िमõाने भ4तl का दु:ख-ददर, जगत म आते "ी भगवान...

िच7गु¯त 7भु श¯द- शि4त ह, मl सरसवती नाद शि4त ह.
¯विन 7uर का मेल 7चा7 , मं7- °ल|क िवHान
िमõाने भ4तl का दु:ख-ददर, जगत म आते "ी भगवान...

मातु नं िदनी आिदशि4त ह. मl 5रावती म|ह- मुि4त ह.
57ा-िपं गला 7ि¿-िसि¿वत, करतl जग-3¯¤ान
िमõाने भ4तl का दु:ख-ददर, जगत म आते "ी भगवान...

क"- क" म ज| िच7 गु¯त ह, कमर - लेख वह िच7गु¯त ह.
कायस¤ ह काया म िस¤त, आ¯मा मिहमावान
िमõाने भ4तl का दु:ख-ददर, जगत म आते "ी भगवान...

िविU-हिर- हर रच-पाल-िमõाय , 7नहद सुन य|गी तर जाय.
रमा-शारदा-शि4त कर िनत, ज7- चेतन क¯या"
िमõाने भ4तl का दु:ख-ददर, जगत म आते "ी भगवान...

°यामल मुख-Uिव, ÷प सुहाना, जसा 4|ना वसा पाना.
कमर न क|5 िUपे 5श से, 'सिलल' रहे 7नजान
िमõाने भ4तl का दु:ख-ददर, जगत म आते "ी भगवान...

ल|भ-म|ह-िव(े1- काम तज, क'"ासागर 7भु का नाम भज.
कर स¯कमर 'शाि¯त' पा ले, दु¯कमर 7शाित िवUान
िमõाने भ4तl का दु:ख-ददर, जगत म आते "ी भगवान...


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ॐॐॐ ॐॐॐ ॐॐॐॐॐॐ ॐॐॐ ॐॐॐॐ ॐॐॐ
7वU म ज¯म ह "ी राम, दरश क| आ7 शंकरजी...
कlन गा रहे?, कlन नाचते?, कlन 4जा7 करताल?
दरश क| आ7 शंकरजी...
7ि1- मुिन गाते, देव नाचते, भ4त 4जा7 करताल.
दरश क| आ7 शंकरजी...
7गना म|ितयन चlक ह, (ारे हीरक 4ं दनवार.
दरश क| आ7 शंकरजी...
मािलन- ¹वािलन स|हर गाय , नाच दे- दे ताल.
दरश क| आ7 शंकरजी...
मया ला5 ¤ाल भर म|हर, ल| दे द| आशी1.
दरश क| आ7 शंकरजी...
नाग ि7श¸ल भभ¸त भ¸त लख, 7रे न मेर| लाल
दरश क| आ7 शंकरजी...
ि4न दशरन हम कह¸ं न जह, 45े Uुनी रमाय.
दरश क| आ7 शंकरजी...
7लख जगाये (ार पर भ|ला, 7म÷ रहे 4जाय.
दरश क| आ7 शंकरजी...
रÞुवर ग|दी िल7 कlश¯या, मा¤ ि75lना लगाय.
दरश क| आ7 शंकरजी...
जग- जग िज7 लाल मl तेर|, शंभु कर जयकार.
दरश क| आ7 शंकरजी...
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4ाजे 7वU 4Uया, हl- हl 4ाजे 7वU 4Uया...

म|द मगन नर- नारी नाच, नाच तीनl मया.
हl- हl नाच तीनl मया, 4ाजे 7वU 4Uया..

मातु कlश¯या जन रामजी, दानव मार भगया
हl- हl दानव मार भगया, 4ाजे 7वU 4Uया...

मातु कके5 जा7 भरत जी, भारत भार हरया
हl- हl भारत भार हरया, 4ाजे 7वU 4Uया...

जा7 सुिम7ा लखन-श7ुÞन, राम- भारत की Uया
हl- हl राम- भारत की Uया, 4ाजे 7वU 4Uया...

नप दशर¤ ने गाय दान दी, स|ना सlग मõ5या
हl- हl स|ना सlग मõ5या, 4ाजे 7वU 4Uया...

रानी कlश¯या म|हर लुõाती, कके5 हार-मुंदिरया
हl- हl कके5 हार-मुंदिरया, 4ाजे 7वU 4Uया...

रानी सुिम7ा वस7 लुõा7 , सा7ी क|õ रजया
हl- हl सा7ी क|õ रजया, 4ाजे 7वU 4Uया...

िविU-हर-हिर दशरन क| आ7, दान िमले कुU मया
हl- हl दान िमले कुU मया, 4ाजे 7वU 4Uया...

'शाि¯त'- सखी िमल स|हर गाव, 7भु की लय 4लयl
हl-हl 7भु की लय 4लयl, 4ाजे 7वU 4Uया...

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ॐॐॐॐ ॐॐ ॐॐॐॐॐॐ

सुन| री गु5यl, सुन| री गु5यl, राजकुवर द| आ7.
सुन| री गु5यl, सुन| री गु5यl...

कlन के कुवर?, कहl से आ7?, कlन काज से आ7?
कह| री गु5यl, कह| री गु5यl...

दशर¤- कुवर, 7वU से आ7, सवयं वर देखन आ7.
सुन| री गु5यl, सुन| री गु5यl...

का पहने ह?, का Uारे ह?, कसे कह| सुहा7?
कह| री गु5यl, कह| री गु5यl...

पõ पीता¯4र, काU जने3, °याम- गlर मन भाये.
सुन| री गु5यl, सुन| री गु5यl...

शlयर - पराñम भी ह कUु, या क|री 4ात 4नाय?
कह| री गु5यl, कह| री गु5यl...

राÞव-लाÞव, लखन शlयर से, मार ता7का आ7.
सुन| री गु5यl, सुन| री गु5यl...

चार कुविर ह जनकपुरी म, कlन क| जे मन भा7?
कह| री गु5यl, कह| री गु5यl...

7वUपुरी म चार कुवर, जे िसया- 3िमरला भा7.
सुन| री गु5यl, सुन| री गु5यl...

िविU सहाय हl, कि5न पिर¯Uा रजा जनक लगाये.
कह| री गु5यl, कह| री गु5यl...

त|7 सके रÞुवर िपनाक क|, िसया िगिरजा से मना7ं.
सुन| री गु5यl, सुन| री गु5यl...


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िगिरजा प¸जन सिखयl सं ग िसया 7ुल4िगया आ5 ह...

कमर करUनी, पlव पजिनया, चाल सुहा5 ह.
िगिरजा प¸जन सिखयl सं ग िसया 7ुल4िगया आ5 ह...

कुसुम चुनरी की श|भा लख, रित लजा5 ह.
िगिरजा प¸जन सिखयl सं ग िसया 7ुल4िगया आ5 ह...

चंदन र|ली ह¯दी 7uत माल चõा5 ह.
िगिरजा प¸जन सिखयl सं ग िसया 7ुल4िगया आ5 ह...

द¬िच¬ ह| जगजननी की आरती गा5 ह.
िगिरजा प¸जन सिखयl सं ग िसया 7ुल4िगया आ5 ह...

7ल मेवा िम7ा7 भ|ग क| नािरयल ला5 ह.
िगिरजा प¸जन सिखयl सं ग िसया 7ुल4िगया आ5 ह...

लताकु ं ज से 7गõ भ7 लUमन रÞुरा5 ह.
िगिरजा प¸जन सिखयl सं ग िसया 7ुल4िगया आ5 ह...

म|हनी म¸रत देख 'शाि¯त' सुU- 4ुU ि4सरा5 ह.
िगिरजा प¸जन सिखयl सं ग िसया 7ुल4िगया आ5 ह...

िवUना की ¯यारी लीला लख मित चकरा5 ह.
िगिरजा प¸जन सिखयl सं ग िसया 7ुल4िगया आ5 ह...


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चलl िसया िगिरजा प¸जन क|, देवी- देव मनात.
त|री शर" म आयी मया, रिखय| हमरी 4ात...

7ुल4िगया के कुवर सlवरे, म|र| िच¬ चुरात.
मया, रिखय| हमरी 4ात...

कुवर सुक|मल, 7" क5|र 7ित, मन म|र| Þ4रात.
मया, रिखय| हमरी 4ात...

4ीच सवय¯वर 7वU कुवर ज¸, Uनु1 भं ग कर पात.
मया, रिखय| हमरी 4ात...

िमले वही ज| मया म|रे मन क| भात-सुहात.
मया, रिखय| हमरी 4ात...

िसय 3र- "¿ा परख 3मा मl, कर म पु¯प िगरात.
मया, रिखय| हमरी 4ात...

पा मl का आशी1, सुशीला िसय मन म मुसकात.
मया, रिखय| हमरी 4ात...

सखी- सहेली सम5 न पायl, काय िसया ह1ात.
मया, रिखय| हमरी 4ात...

'शाि¯त' जुगल- ज|7ी 7ित सुंदर, ज| देखे तर जात.
मया, रिखय| हमरी 4ात...

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िमि¤ला म सजी 4रात, सखी! देखन चिल7...

शंख मंजीरा तुरही 4ाजे, सजे गली Þर (ार.
सखी! देखन चिल7...

हा¤ी सज ग7, Þ|7ा सज ग7, सज ग7 र¤ 7सवार.
सखी! देखन चिल7...

िशव-ि4रं िच- नारद जी नभ से, देख कर जयकार.
सखी! देखन चिल7...

रामजी की Þ|7ी 5¸म-नाचती, देख मु¹U नर-नार.
सखी! देखन चिल7...

भरत- लखन की श|भा ¯यारी, जनग" ह 4िलहार.
सखी! देखन चिल7...

लाल श7ुÞन लग मन|हर, दशर¤ रहे दुलार.
सखी! देखन चिल7...

'शाि¯त' 77ुि¯लत ह सुमंत जी, नाच रहे सरदार.
सखी! देखन चिल7...

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Uन Uन भाग हमारे, राम (ारे आ7...

हरे- हरे ग|4र से 7गना िलपाय|, म|ितयन चlक पुरा7.
राम (ारे आ7...

केसर से शुभ- लाभ िलखे ह, जल गुला4 िU7काये.
राम (ारे आ7...

नािर सुहागन कलश Uरे ह, सतमुख िदया जलाये.
राम (ारे आ7...

सवागत करतl मातु सुनयना, आरती िद¯य जला7.
राम (ारे आ7...

3मा रमा 4¯हा"ी शारदा, मं गल गान गुं जाये .
राम (ारे आ7...

शुभाशी1 7भु िच7गु¯त का, 4¯हा-हिर- हर लाये.
राम (ारे आ7...

परी 7¯सरा Uम- Uम नाच, देव वU¸õी गाय .
राम (ारे आ7...

जगत िपता क| जगजननी, जयमाल सकुच पहना7ं.
राम (ारे आ7...

नभ म हि1रत चlद-िसतारे, स¸यर न लख पUता7.
राम (ारे आ7...

हनुमत वा¯मीिक तुलसी संग, 'शाि¯त' िवहस जस गाये.
राम (ारे आ7...

नेह नमरदा 4हा रहे 7भु, नहा परमपद पा7.
राम (ारे आ7...

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जनक 7गना म ह|ती 7य|नार,
जीम 4राती ले-ले चõखार...

चlदी की ¤ाली म भ|जन पर|सा,
गरम- गरम लाये ¯यं जन हजार.
जनक 7गना म ह|ती 7य|नार...

आसन सजाया, पं खा 5लत ह,
गुला4 जल िU7क चाकर हजार.
जनक 7गना म ह|ती 7य|नार...

प¸7ी कचl7ी पाप7 ि4जlरा,
4¸दी- रायता म जीरा 4Þार.
जनक 7गना म ह|ती 7य|नार...

आल¸ भõा ग|भी सेम õमाõर,
गरम मसाला, रा5 की 5ार.
जनक 7गना म ह|ती 7य|नार...

पालक मे¤ी सरसl कõहल U|ले,
कु ं द÷ करlदा पर|स 4ार-4ार.
जनक 7गना म ह|ती 7य|नार...

क¤ा प|दीना Uिनया की चõनी,
आम नी4¸ िमची स¸रन 7चार.
जनक 7गना म ह|ती 7य|नार...

दही-47ा, काज¸, िकशिमश िचरlजी,
केसर गुला4 जल, मुह म आ7 लार.
जनक 7गना म ह|ती 7य|नार...

ल77¸ 5मरती पे7ा 4ाल¸शाही,
47ी रसगु¯ला, ¤ाल का िसंगार.
जनक 7गना म ह|ती 7य|नार...

संतरा 7ंग¸र आम लीची लुकात,
जामुन जाम नाशपाती 7ल ह 7पार.
जनक 7गना म ह|ती 7य|नार...

"ी खं7 खीर सवािद7 खा7 कसे ?
पेõ भरा, 'Vर ल' ह|ती मनुहार.
जनक 7गना म ह|ती 7य|नार...

भुखमरे आ7 पेõ¸ 4ाराती,
5¸ स पसेिरयl, गारी गाय नार.
जनक 7गना म ह|ती 7य|नार...

' समUी ितहारी भागी लुगा5,
ले ग7 भगा के 4ाक| 4lक| यार.'
जनक 7गना म ह|ती 7य|नार...

क|िकल कं 5ी गारी गाय,
सुन के 4ाराती िदल 45े हार.
जनक 7गना म ह|ती 7य|नार...

लlग 5लायची सl7 सुपारी,
पान 4नारसी रचे मजेदार.
जनक 7गना म ह|ती 7य|नार...

'शाि¯त' देवग" भे1 4दलकर,
पं गत म जीम, करते जुहार.
जनक 7गना म ह|ती 7य|नार...

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5ा7े जनक सकुचाय, राम जी क| का दे3 ?...

हीरा प7ा नीलम म|ती, म¸गा माि"क लाल.
राम जी क| का दे3 ?

रेशम क|सा मखमल मलमल खादी के ¤ान हजार.
राम जी क| का दे3 ?

कु ं 7ल 4ाज¸4ं द कमर4ं द, मुकुõ 7ग¸5ी नlलख हार.
राम जी क| का दे3 ?

सव"र- िसंहासन चlदी का हlदा, हा¤ीदlत की चlकी.
राम जी क| का दे3 ?

ग|õा िकनारी, चादर परदे, U|ती 7ं गरखा शाल.
राम जी क| का दे3 ?

का4ुली Þ|7े हा¤ी गl7 शुक सािरका रसाल.
राम जी क| का दे3 ?

चंदन पलंग, आ4न¸स पीõा, शीशम मेज िसंगार.
राम जी क| का दे3 ?

7वUपित कर ज|7 मना7 , चाह क¯या चार.
राम जी क| का दे3 ?

' दु7न ही स¯चा दहे7 ह, मत दे Uन सामान.'
राम जी क| का दे3 ?

राम ल•म" भरत श7ुÞन, द 4हु िवU स¯मान.
राम जी क| का दे3 ?

शुभाशी1 द जनक-सुनयना, 'शाि¯त' हlय 4िलहार.
राम जी क| का दे3 ?

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चलl जानकी ¯यारी, स¸ना भया जनकपुर आज...

र|7 7ंक भर मातु सुनयना, िपता जनक 4ेहाल.
स¸ना भया जनकपुर आज...

सखी- सहेली ि€र- ि€र भõ, रखना हमक| याद.
स¸ना भया जनकपुर आज...

शुक- सािरका न खाते-पीते, ले चल| हमक| सा¤.
स¸ना भया जनकपुर आज...

चारl सुता7ं से कह जनक, रखना द|3 कुल की लाज.
स¸ना भया जनकपुर आज...

कह सुनयना भये आज से, ससुर- सास िपतु-मात.
स¸ना भया जनकपुर आज...

गु' 4|ल: स4का मन जीत|, यही 7क ह पा5.

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