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सरकाररी िवधेयक

य औरर प्र तािव


िवत 'जन
नलोकपाल
ल िबल' म क्याा
है अंतर?

अ ना अिनिि चतकालीन भूख हड़ताल पर ह

अ ना हज़ाारे सावर्जिनक जीवन


ज म भ ट्राचार
ट्र के िख़लाफ़
ाफ़ 'जनता की मांगे' मनवाने के िलए भख
ू हड़ताल पर ह.

उनका कहन
ना है िक सरक
कार को प्र तािव
िवत जनलोकपाल
ल िबल को वी
वीकार करना चािहए
च क्य िक ये
य जनता के
परामशर् से तैयार िकया गया
ग है और ये सरकारी लोकप
पाल िवधेयक से
स बेहतर है .

जनलोकपाल
ल िवधेयक कोो सेवािनव ृ त जि
ज टस संतोष हे गड़े, क़ानन
ू िवद
िव प्रशांत भष
ू ण
ण, सच
ू ना के अिधकार
अ के िल
िलए
लड़ रहे सम
माजसेवी अरिवं
िवंद केजरीवाल ने
न तैयार िकया है .

सरकारी िबल
िब और जनलोोकपाल िबल म मुख्य अंतर:

1. रा यसभ
भा के सभापित या पीकर से अनुमित:

सरकारी लोकपाल
लो के पास
स भ्र टाचार के मामल पर ख़द
ु या आम लो
लोग की िशकाय
यत पर सीधे कारर्
क वाई शु
करने का अ
अिधकार नहीं होगा.
ह सांसद से
स संबिं धत माम
मल म आम ल
लोग को अपनी
नी िशकायत रा यसभा के
सभापित य
या लोकसभा अ यक्ष को भेजनी
न पड़गी.

वहीं प्र ताििवत जनलोकपा


पाल िबल के तह
हत लोकपाल ख़ुद िकसी भी म
मामले की जांच शु करने का
क अिधकार
रखता है . इ
इसम िकसी से जांच के िलए अनुमित लेने की ज़ रत नह
हीं है .

सरकारी लोक
ोकपाल के पास भ्र टाचार के मामल
म पर ख़द
ु या आम लोग की िशकायत पर
प सीधे कारर् वाई
ई शु करने काा
अिधकार न
नहीं होगा. सांसद से संबंिधत मामल
म म आम लोग को अपन
नी िशकायत रा यसभा के सभा
भापित या
लोकसभा अ यक्ष को भेजनी
न पड़गी. वहीं प्र तािवत जनल
लोकपाल िबल के तहत लोकपाल
ल ख़द
ु िकसी भी
भ मामले की
जांच शु क
करने का अिधक
कार रखता है . इस
सम िकसी से जां
ज च के िलए अ
अनम
ु ित लेने की ज़ रत नहीं ह
है
दोन
न प्र ताव म एक मुख्य अंतर

सरकारी िवधे
िव यक म लोक
कपाल केवल पररामशर् दे सकताा है . वह जांच के बाद अिधक
कार प्रा त सं था
थ के पास इस
िसफ़ािरश को
क भेजेगा. जह ड के सद य का सवाल है इस
हां तक मंत्रीमंडल इ पर प्रधानम
मंत्री फ़ैसला कररगे. वहीं
जनलोकपाल
ल सशक्त सं था
थ होगी. उसक
के पास िकसी भी
भ सरकारी अििधकारी के िव द्ध कारर् वाई कीी क्षमता होगी.

http://ww
ww.bbc.co.uk/hindi/news//2011/04/1100405_lokpal__janlokpal_ra..shtml
सरकारी िवधेयक म लोकपाल के पास पिु लस शिक्त नहीं होगी. जनलोकपाल न केवल प्राथिमकी दजर् करा
पाएगा बि क उसके पास पुिलस फ़ोसर् भी होगी.

2. अिधकार क्षेत्र सीिमत:

अगर कोई िशकायत झूठी पाई जाती है तो सरकारी िवधेयक म िशकायतकतार् को जेल भी भेजा जा सकता है .
लेिकन जनलोकपाल िबल म झूठी िशकायत करने वाले पर जम
ु ार्ना लगाने का प्रावधान है .

सरकारी िवधेयक म लोकपाल का अिधकार क्षेत्र सांसद, मंत्री और प्रधानमंत्री तक सीिमत रहे गा. जनलोकपाल के
दायरे म प्रधानमत्री समेत नेता, अिधकारी, यायाधीश सभी आएँगे.

लोकपाल म तीन सद य ह गे जो सभी सेवािनव ृ त यायाधीश ह गे. जनलोकपाल म 10 सद य ह गे और


इसका एक अ यक्ष होगा. चार की क़ानन
ू ी प ृ टभूिम होगी. बाक़ी का चयन िकसी भी क्षेत्र से होगा.

3. चयनकतार्ओं म अंतर:

सरकार वारा प्र तािवत लोकपाल को िनयक्


ु त करने वाली सिमित म उपरा ट्रपित. प्रधानमंत्री, दोनो सदन के
नेता, दोनो सदन के िवपक्ष के नेता, क़ानन
ू और गह
ृ मंत्री ह गे. वहीं प्र तािवत जनलोकपाल िबल म याियक
क्षेत्र के लोग, मुख्य चुनाव आयक्
ु त, िनयंत्रक एवं महालेखा परीक्षक, भारतीय मल
ू के नोबेल और मैगासेसे
पुर कार के िवजेता चयन करगे.

सरकार वारा प्र तािवत लोकपाल को िनयक्


ु त करने वाली सिमित म उपरा ट्रपित. प्रधानमंत्री, दोनो सदन के नेता,
दोनो सदन के िवपक्ष के नेता, क़ानून और गह
ृ मंत्री ह गे. वहीं प्र तािवत जनलोकपाल िबल म याियक क्षेत्र के लोग,
मख्
ु य चन
ु ाव आयक्
ु त, िनयंत्रक एवं महालेखा परीक्षक, भारतीय मल
ू के नोबेल और मैगासेसे परु कार के िवजेता चयन
करगे
दोन प्र ताव म चयन पर अंतर

लोकपाल की जांच पूरी होने के िलए छह महीने से लेकर एक साल का समय तय िकया गया है . प्र तािवत
जनलोकपाल िबल के अनस
ु ार एक साल म जांच पूरी होनी चािहए और अदालती कायर्वाही भी उसके एक साल
म परू ी होनी चािहए.

सरकारी लोकपाल िवधेयक म नौकरशाह और जज के िख़लाफ़ जांच का कोई प्रावधान नहीं है. लेिकन
जनलोकपाल के तहत नौकरशाह और जज के िख़लाफ़ भी जांच करने का अिधकार शािमल है . भ्र ट अफ़सर
को लोकपाल बख़ार् त कर सकेगा.

4. सज़ा और नक़
ु सान की भरपाई:

सरकारी लोकपाल िवधेयक म दोषी को छह से सात महीने की सज़ा हो सकती है और धोटाले के धन को


वािपस लेने का कोई प्रावधान नहीं है . वहीं जनलोकपाल िबल म कम से कम पांच साल और अिधकतम उम्र
क़ैद की सज़ा हो सकती है . साथ ही धोटाले की भरपाई का भी प्रावधान है .

ऐसी ि थित मे िजसम लोकपाल भ्र ट पाया जाए, उसम जनलोकपाल िबल म उसको पद से हटाने का प्रावधान
भी है . इसी के साथ कद्रीय सतकर्ता आयक्
ु त, सीबीआई की भ्र टाचार िनरोधक शाखा सभी को जनलोकपाल का
िह सा बनाने का प्रावधान भी है .

http://www.bbc.co.uk/hindi/news/2011/04/110405_lokpal_janlokpal_ra.shtml 
 

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