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का एक अध्ममन
कुन्दन शसॊह
(िोधाथी), शिऺा एिॊ सहफध्द विऻान सॊकाम विबाग, भहात्भा ज्मोनिफा पुरे
Abstract
ननिुल्क एिॊ अननिामभ शिऺा का अधधकाय अधधननमभ 2009 बायिीम प्रायम्भबक शिऺा के ऺेत्र
भें एक भीर का ऩत्थय है, जो 6 से 14 िषभ के प्रत्मेक फच्चे को प्रायम्भबक शिऺा ऩूर्भ कयने
का भूरबूि अधधकाय प्रदान कयिा है । बायि भें प्रायम्भबक शिऺा को ननिुल्क एिॊ अननिामभ
फनाने की मात्रा फहुि रॊफी यही है म्जसका प्रायभब 1870 भें ब्रिटे न भें ऩास ककए गए ननिुल्क
ि अननिामभ शिऺा के अधधकाय के आधाय ऩय 1882 भें भहात्भा ज्मोनिफा पुरे द्िाया ककमा
गमा जफ उन्होने हॊ टय कभीिन से बायि के शरए बी ऐसी ही भाॉग यखी। उसके फाि 1910-
11 के गोखरे का प्रस्िाि, िधाभ आमोग (1937) आदद से होिी हुई सॊविधान सबा भें ऩहुॉची,
जहाॉ प्रायम्भबक शिऺा को याज्म के नीनि- ननदे िक शसद्ाॊिों भें सम्भभशरि ककमा गमा। बायि
के उच्चिभ न्मामारम ने 2002 भें एक प्रािधान के िहि शिऺा को गरयभाऩूर्भ जीिन जीने
के शरमे आिश्मक भाना िथा फाद भें मही 86 िाॊ सॊविधान सॊिोधन फना। 2006 भें एक
भॉडर विधेमक ऩास ककमा गमा िथा अगस्ि 2009 भें ननिुल्क एिॊ अननिामभ फार शिऺा का
अधधकाय अधधननमभ 2009 ऩास ककमा गमा। ऩयन्िु दब
ु ाभग्म से अबी बी इसको ऩूर्ि
भ मा रागू
नही ककमा जा सका है । म्जससे इसके अऩेक्षऺि ऩरयर्ाभ प्राप्ि नही हो ऩा यहें हैं। प्रस्िुि
अध्ममन भें बी ऩरयषदीम प्राथशभक विद्मारमों भें शिऺा के अधधकाय अधधननमभ का
कामाभन्िमन दे खने का प्रमास ककमा गमा है ।
प्रस्तावना
“ऩौधों का ववकास कृवि द्वाया तथा भनुष्म का ववकास शिऺा द्वाया होता है ”
- John Lock
‘तनिल्
ु क एवॊ अतनवामत फार शिऺा का अधधकाय अधधतनमभ -2009 ’ सभाि की
िैक्षऺक आवश्मकताओॊ की ऩूततत की ददिा भे उठामा गमा अत्मॊत दयू गाभी कदभ
इसके रागू होने से हभायी शिऺा व्मवस्था के सभऺ अनेक चुनौततमाॉ बी उत्ऩन्न
को अतनवामत तनिल्
ु क शिऺा उऩरब्ध कयाना है वयन मह बी सतु नजश्चत कयना है
प्राप्त हो।
फच्चे हभायी ऩयॊ ऩया के वाहक हैं औय बववष्म कक आिा बी। उत्सुकता से
चभकती आॉखों औय ऩरयशभत ऊिात वारे फच्चे सफकुि सीखने की ररक रेकय
आऩके ऩास आते हैं ऩयॊ तु िफ स्कूर उन्हे तनयाि कायता है तो उनकी रूधच
िाते हैं।
ऩारयत होने के उऩयाॊत सवतप्रथभ प्रत्मेक फच्चे को तनिुल्क एवॊ अतनवामत शिऺा
प्रदान कयने की भाॉग भहात्भा ज्मोततफा पुरे द्वाया 1 882 भें हॊ िय कभीिन से
प्रदान कयने की भाॉग की गई। ककन्तु उन्हे बी सपरता प्राप्त नही हुई। सन
1 937 भें भहात्भा गाॉधी ने वधात भें याष्रीम शिऺा ऩरयिद की फैठक भें बी सबी
1 948-49 भें सॊववधान सबा के सभऺ बी मे प्रश्न उत्ऩन्न हुआ ककन्तु सॊववधान
तनदे िक शसद्ाॊतों की सच
ू ी भें स्वीकाय ककमा। नीतत-तनदे िक शसद्ाॊत के अनच्
ु िे द
45 के अनस
ु ाय याज्म इस सॊववधान के रागू होने के 1 0 सार की अवधध भें
तनिुल्क औय अतनवामत शिऺा उऩरब्ध कयाने का प्रमास कये गा। सबी फच्चों के
शरए शिऺा की व्मवस्था के सॊफॊध भें उच्चतभ न्मामारम द्वाया 1 993 भें प्रदत्त
तनणतम भें मह कहा गमा कक शिऺा के ब्रफना िीवन का अधधकाय अऩूणत है । तथा
के अॊतगतत भूर अधधकायों भें अनुच्िे द 21 ‘अ’ सजम्भशरत ककमा गमा जिसके
अनुसाय ‘ याज्म 6-1 4 वित के आमु वगत वारे सबी फच्चों के शरए तनिुल्क औय
प्रमत्न प्रायम्ब हुमे। इसी क्रभ भें वित 2006 भें शिऺा का अधधकाय अधधतनमभ
अतनवामत फार शिऺा का अधधकाय अधधतनमभ 2009 के रूऩ भें ऩारयत तथा 27
अगस्त 2009 को बायत के याज्म-ऩत्र भें प्रकाशित हुआ। अॊतत् बायत के सबी
अध्ममन की आवश्मकता
सभस्मा कथन
अध्ममन का ऩरयसीभन
यखते हुमे िोध कामत को उत्तय प्रदे ि के फये री भहानगय के ऩरयिदीम प्राथशभक
ऩरयकल्ऩना
िा सकती हैं।
प्रमत
ु त उऩकयण
हे तु अनुसूची।
हे तु अनस
ु च
ू ी।
अनुसूची।
आय. िी. ई. 2009 के अॊतगतत वखणतत प्रावधानों अथवा सुववधाओॊ का नाभ प्रावधान मा सुववधा की वततभान जस्थतत अथवा उऩरब्धता की प्रततितता
49 प्रनििि
38 प्रनििि प्रकयर्ों भें
िायीरयक मािना दी जािी है ।
00 प्रनििि
00 प्रनििि
28 प्रनििि
24 प्रनििि
14 प्रनििि
बी प्राथशभक ऩरयिदीम ववद्मारम भें ऩूणत रूऩ से रागू नही हुमे हैं। िफकक
शिऺा का अधधकाय अधधतनमभ 2009 , उत्तय प्रदे ि भें िुराई 201 1 से रागू है ।
जिसे ऩूणत ककमा िाना गुणवत्ताऩूणत शिऺा के शरमे आवश्मक है । अत् महाॉ ऩय
दस
ू यी ऩरयकल्ऩना सत्म प्रतीत होती है ।
2. सबी ववद्मारम भें शिऺक- िात्र अनुऩात सॊतुशरत ककमा िाए तथा अधधक
3. भध्मान्ह बोिन का तनमशभत तनयीऺण ककमा िामे तथा सॊफजन्धत स्वमॊ सेवी
अववबावकों हे तु सुझाव
कयना चादहए।
िायीरयक ववकास हे तु उनको सॊतुशरत बोिन उऩरब्ध कयाना सतु नजश्चत कयें ।
शिऺकों हे तु सुझाव
1. ववद्मारम भें तनमशभत सभम से उऩजस्थत होकय शिऺण कामत भें सॊरग्न
होना चादहए।
कयनी चादहमे।
7. फच्चों भें प्रेयणा उत्ऩन्न कयने के शरमे उन्हें आवश्मकतानुसाय ऩुनफतरन प्रदान
कयना चादहमे।
अनि
ु ासन तथा उत्तयदातमत्व सौऩने चादहमे।