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िसरीरागु महला ४ ॥

नामु िमलै मनु ितपतीऐ िबनु नामै िधगु जीवासु ॥


कोई गुरमुिख सजणु जे िमलै मै दसे पु गुणतासु ॥
ह! ितसु िव"ह# $! ख%नीऐ मै नाम करे परगासु ॥&॥
मेरे पीतमा ह! जीवा नामु ि'() ॥
िबनु नावै जीवणु ना *ीऐ मेरे सितगुर नामु ि+,ा) ॥&॥ रहा! ॥
नामु -मोलकु रतनु है प. रे सितगुर पािस ॥
सितगुर सेवै लिग( कि/ रतनु दे वै परगािस ॥
'% नु व0ागी व0 ागी( जो () िमले गुर पािस ॥1॥
िजना सितगु2 पुरखु न ेि"3 से ागहीण विस काल ॥
3) ि45र ि45र जोिन वाई-िह िवि$ िवस"ा क5र िवकराल ॥
3ना पािस दु (िस न ि"ीऐ िजन -%त5र 6ो'ु $%0ाल ॥7॥
सितगु2 पु रखु -ि8त स2 व0ागी नाविह () ॥
!न जनम जनम क9 मै लु !तरै िनरमल नामु ि+,ा) ॥
जन नानक !तम पदु पा)( सितगुर क9 िलव ला) ॥४॥1॥::॥

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