Professional Documents
Culture Documents
अवधूता युगन युगन हम योगी
अवधूता युगन युगन हम योगी
आवैना जाय ममतैना कबहूॉ सबद अनाहत भोगी सभी ठौर जमात हमारी सब ही ठौर ऩर मेऱा
हम सब माय सब है हम माय हम है बहुरी अक े ऱा हम ही मसध्द समाधध हम ही हम मौनी हम बोऱे रूऩ सरूऩ अरूऩ ददखाक े हम ही हम तो खेऱे कहे कबीर सन ु ो भाई साधो नाहीॊ न कोई इच्छा