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जुकाम और खासी का सबसे बडा खतरा बदलते मौसम मे होता है। सबसे जयादा खतरा बचचो को होता है, लेिकन लापरवाही
बरतने पर बडे भी इसकी िगरफत मे आ जाते है। आम तौर पर लोग सदी जुकाम को गंभीरता से नही लेते। बार-बार होने पर इसे
नजर अंदाज न करे। कया है जुकाम जुकाम होना इस बात का लकण है िक शसन तंत मे एलजी या इंफेकशन हो गया है। इससे
कई दूसरी बीमािरया भी हो सकती है। हवा मे मौजूद वायरस जब सास के माधयम से शरीर मे पहंुचता है तो शसन पणाली मे
इंफेकशन हो जाता है। नाक से पानी बहने लगता है। बदलता मौसम और खानपान भी इसका कारण हो सकते है। एकदम ठंडा-
गमर, मौसम मे बदलाव, ठंडी चीजो के सेवन से वायरस गले मे इंफेकशन कर देते है और जुकाम होते देर नही लगती। बचचे, बुजुगर,
हेपेटाइिटस, बलड पेशर, टीबी और दमा के मरीज को जुकाम जलदी पकडता है। आमतौर पर यह अपने आप ठीक हो जाता है।
लेिकन पाच से सात िदन तो रहता ही है।
लक्षण : बंद या बहती नाक, छीक आना, गले मे खराश, िसरददर, शरीर मे ददर के साथ हलका बुखार, भूख न लगना, सुसती और
आलसय, नीद न आना।
यह न खाएंं : कोलड िडंक, आइसकीम और िमठाई, तला हुआ खाना, दही, चीज और कीम, फूट जूस, मास, अखरोट, पेसटी, ठंडे
पानी से सनान, एयर कंडीशनर का इसतेमाल।
इसे खाएंं : उबली हईु सिबजया, वेिजटेबल सूप, कडक चाय, हबरल चाय, कुटी हुई अदरक के साथ गमर दूध, डाकटर की सलाह
लेकर ही दवा ले।
जुकाम के घरेलू नुसखे
1. एक बडी इलाइची को पीसकर उसमे चुटकी भर हलदी और कालीिमचर िमला ले। इसे शहद के साथ खाएं।
2. काले जीरे को हलका भूनकर सूंघने से बंद नाक खुल जाती है।
3. तुलसी और अदरक की चाय िपएं।
4. आधा चममच सौठ को चार कालीिमचर के साथ पीस ले। इस शहद मे िमलाकर िदन मे तीन चार बार चाटे।
4. दो चुटकी काली िमचर पाउडर, दो चुटकी हलदी पाउडर, दो चुटकी सौठ पाउडर, एक चुटकी लौग पाउडर और कुटी हुई बडी
इलाइची को एक िगलास दूध मे उबाल ले। इस दूध मे िमशी डालकर पीने से जुकाम से राहत िमलती है।
सावधानी
• उन लोगो से दूर रहे िजनहे जुकाम हुआ है। यह संकामक होता है।
• आराम करे। जयादा भागदौड़ से इसकी तकलीफ बढ़ जाती है।
• जयादा से जयादा तरल पदाथर ले। हलका गमर हो तो और भी अचछा।
• ठंडी चीजो से परहेज करे।
• सिदरयो के मौसम मे खुद को गमर रखे। िदन मे कम से कम दस िगलास गुनगुना पानी िपएं।
• नाक को खोलने के िलए िसर को तौिलए से ढक कर भाप ले।
• जुकाम होने पर घर मे कपूर जलाएं। वातावरण शुद होने के साथ वायरस दूर होगा।
खासी मे कया करें :
1. शरीर को गमर रखे। खासतौर पर पैर, छाती, गले और िसर को ढककर रखे। पसीना िनकलना भी जररी है।
2. आधा चममच अदरक के जूस को आधा चममच शहद के साथ िमलाकर िदन मे तीन बार ले।
3. सूखी खासी होने पर (खासतौर पर रात मे) अदरक के छोटे से टुकडे को िछल ले। इसपर नमक िछडक कर चूसे।

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