अक्सर धर्म लोगों को दुनिया पूरी तरह छोड़कर आध्यात्मिक जीवन गुजारने की राह सुझाते हैं जबकि इस्लाम घर-परिवार की जिम्मेदारी निभाने को भी पुण्य मानते हुए दुनियावी जिंदगी छोडऩे से मना करता है।
अक्सर धर्म लोगों को दुनिया पूरी तरह छोड़कर आध्यात्मिक जीवन गुजारने की राह सुझाते हैं जबकि इस्लाम घर-परिवार की जिम्मेदारी निभाने को भी पुण्य मानते हुए दुनियावी जिंदगी छोडऩे से मना करता है।
अक्सर धर्म लोगों को दुनिया पूरी तरह छोड़कर आध्यात्मिक जीवन गुजारने की राह सुझाते हैं जबकि इस्लाम घर-परिवार की जिम्मेदारी निभाने को भी पुण्य मानते हुए दुनियावी जिंदगी छोडऩे से मना करता है।