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कविता की दो पंक्तियां वकसी भी अिसादग्रस्त व्यक्ति के विए संजीिनी बूटी बन सकती हैं , उसे प्रेरित

औि उत्सावहत कि सकती हैं ऐसा अन्य वकसी भी तिह संभि नहीं।

कविता की शक्ति को आज हमें पुनः िे खां वकत किने की आिश्यकता है ।

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