Professional Documents
Culture Documents
दोहा
1
पज
ू ा जप तप नेम अचारा । निहं जानत ह दास तु हारा ॥
भत
ू , प्रेत, िपशाच िनशाचर अिग्न बैताल काल मारी मर ॥
उठु उठु चलू तोिह राम दुहाई । पांय परौ कर जोिर मनाई ॥
दोहा