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पाइनए पल के फल म पाया जाने वाला रसायन ब्रोमेलेन प्रोटीन को पचाने वाला एक प्रमुख

एंजाइम है जो िक कसर होने पर बने युमर की विृ द्ध रोकने म यह कारगर सािबत हुआ है ।कई
हबर्ल जानकार पाइनए पल को कसर िनयंत्रण के िलए एक अ छा
उपाय मानते ह। मजे की बात यह है िक यह रसायन पाइनए पल के फल के बीच मोटे और
कड़क िह से म पाया जाता है , िजसे अक्सर लोग काटकर फक दे ते है ।

फल के बीच बीच वाले िह से म पाया जाने वाला ब्रोमेलेन रसायन अ थमा की रोकथाम के
िलए भी जबरद त माना जाता है ।
फल के बीच के कठोर िह से को िनकालकर कुचल िलया जाए या रोगी को सीधे चबाने की
सलाह दी जाए तो आराम िमलता है ।

अन नास के फल म पाया जाने वाला एंजाइम ब्रोमेलेन अलग-अलग तरह से कायर् करता
है ।अन नास के फल को खाली पेट खाया जाए तो यह रक्त एंजाइम म पहुंचकर रक्त िवकार
जैसी सम याओं म बेहतर कायर् करता है । यिद इसे भोजन के साथ खाया जाए तो ब्रोमेलेन सबसे
पहले खा य पदाथ को पचाने म य त हो जाता है ।
परं परागत िचिक सक की भी मानी जाए तो अन नास का सेवन भोजन के साथ िकया जाए तो
यह पाचन िक्रया को िनयंित्रत करता है ।

दिक्षण भारत के आिदवासी मांसाहार सेवन के बाद पाइनए पल को ज र चबाते ह।इनका मानना
है िक बतौर भोजन शरीर म पहुंचे मांस को पाइनए पल बड़ी तेजी से गला दे ता है । िजससे
मांसाहार का पाचन ज द हो जाता है ।
आिदवािसय के अनुसार अ नानस एक ऐसा फल है जो हमारे पेट म पहुंचकर हमारे खाए भो य
पदाथर् को खाता है , यािन उ ह बेहतर पचा दे ता है ।

पाइनए पल की पि तय म डायिबटीज िनयंत्रण की जबरद त क्षमता होती है । पि तय को


पीसकर या कुचलकर रस तैयार िकया जाए, िदन म दो से तीन बार करीब 10 िमली रस पीने से
शुगर
िनयंत्रण म मदद िमलती है ।

शरीर म कोले ट्रॉल िनयंत्रण के िलए भी पाइनए पल की पि तय म जबरद त गण


ु पाए जाते
है ।ऐसा माना जाता है िक कोले ट्रॉल िनयंत्रण के िलए ली जाने वाली टे िटन दवाओं के जैसे ही
इसकी पि तय म कोले ट्रॉल िनयंित्रत करने की क्षमता होती है ।
पाइनए पल के फल म भरपूर मात्रा म मैग्नेिशयम पाया जाता है , ब च को इस फल का सेवन
कराने से उनकी ह िडयां और मांसपेिशयां मजबूत होती है । स ताह म कम से कम एक बार इस
फल का सेवन अव य करना चािहए।

दांतो की सजर्री होने के बाद पाइनए पल का रस पीना मह वपूणर् माना जाता है । ऐसा कहा जाता
है िक पाइनए पल का रस या पका फल सेवन करने से मुंह और दांतो से जड़
ु े अनेक िवकार
ख म हो जाते है । 

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