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अग्रणी बने रहने के लिए ज्ञानार्जन, भेि की एक पहि

लनबंध
अध्ययन और अनुभव के द्वारा ज्ञान और कौशल का अधिग्रहण करना ही ज्ञानार्जन है I

"उन्नलि है वहां ज्ञानार्जन है र्हााँ "

"व्यापर की सफििा का रहस्य है कुछ ऐसा ज्ञानार्जन र्ो दू सरे िोग नही ं
र्ानिे हैं "

ज्ञानार्जन का महत्व :-
भेल र्ैसे संगठन के धलए ज्ञानार्जन की योग्यता रखना तथा उस ज्ञानार्जन को िरातल पर
उतारकर और अपने कायज शैली में शाधमल करके हम प्रधतस्पिाज त्मक महत्व के तकनीकी
उत्पाद तथा सेवाएं बार्ार में उपलब्ध कराने में सक्षम हो सकते हैं I

भेि के लिए ज्ञानार्जन के क्षेत्र एवं उपयोलगिाएं :-


१- परं परागत तथा अक्षय ऊर्ाज के उत्पादन के क्षेत्ों में नवीनतम तकनीधकयों का ज्ञानार्जन
करना तथा अपनाना I

२- उपलब्ध संसािनों का कुशलतम प्रयोग करने के धलए प्रबंिन के नवीनतम सािनो तथा
तकनीकों को सीखना I

३- उभरते हुए व्यापार को समझ कर उससे सम्बंधित उत्पाद तथा सेवाओं के बारें में तीव्रगधत
से ज्ञानार्जन तथा धियान्वन करना I

४-उत्पादों तथा सेवाओं के गुणवत्ता धनयंत्ण तथा गुणवत्ता आश्वाशन के नवीनतम तथा प्रभावी
सािनो का ज्ञानार्जन तथा धियान्वन करना I

५-उत्कृष्ट उत्पादों तथा सेवाओं के साथ प्रधतस्पिाज करते हुए उत्कृष्ठता को प्राप्त करना I

६- ज्ञानार्जन के धलए काधमजको को प्रधशक्षण दे ना तथा मूल्ां कन करना एवं प्रधशधक्षत काधमजकों
को प्राप्त प्रधशक्षण से सम्बंधित क्षेत्ों में लगाना I

७- अनुसन्धान तथा धवकास को बढ़ावा दे ना I


८-मूल्वधिजत प्रधशक्षण दे ना तथा सस्ते प्रभावी गुणवत्ता वाले उत्पादों को धवकधसत करना तथा
उनका उत्पादन करना I

९-पूरी दु धनया के बार्ारों में सवेक्षण करना तथा उसके अनुसार उत्पादों को धवकधसत करना
एवं उत्पादों तथा सेवाओं में सुिार करने के धलए प्रधशक्षण प्रदान करना I

१०-ग्राहक संतुधष्ट का सवेक्षण तथा मूल्ां कन से प्राप्त धनष्कर्ज भी एक ज्ञानार्जन है धर्सका


उपयोग करके हम अपने उत्पादों तथा सेवाओं में सुिार करके ग्राहकों की आवश्यकताओं को
पूरा करते हुए अपने व्यापार को नवीनतम उचाईयों तक पहुं चा सकते है I

११-ज्ञानाधर्जत तकनीकी और तथ्ों का संग्रह करके सहकमी और अन्य काधमजकों को उपलब्ध


कराना I

१२-गुणात्मक कुशलताओं को अधर्जत करने के धलए प्रेररत करना I

"ज्ञानार्जन रचनात्मकिा दे िा है

रचनात्मकिा सोंच को बढािी है

सोंच ज्ञान प्रदान करिा है

ज्ञान आपको महान बनिा है I "

"आप र्ो कुछ भी चाहिे हैं वह आपके अंदर ही है I अपने अंदर दे खिये
और आप सबकुछ पा िेंगे I"

"भेि ने यह ठाना है I

सबको ज्ञानार्जन करना है II "

"मानो िुम मेरा कहना I

ज्ञानार्जन से िुम दू र न रहना I


होगा कि यह िु म्हारा गहना II "

"काम में और काम के बाद I

अलर्जि ज्ञान रहे आपके साथ II "

ज्ञानार्जन एक सतत चलने वाली प्रधिया है यह र्ीवन के सभी क्षेत्ों में होता है ,सतत
संगृहीत ज्ञान ही मनुष्य र्ीवन में धवधभन्न पररवतजन तथा पररवधतजत उत्पादों को शाधमल करके
र्ीवन को सुगम बनाता र्ा रहा है I मानव सभ्यता का धवकास भी इस श्ृंखला में एक
उदाहरण है I

"चिो ज्ञानार्जन करें कुछ कर लदिाएाँ I

भेि के व्यापार को आगे बढ़ाएं II


---------------------------------समाप्त--------------------------

राम भवन वमाज

कमजचारी संख्या-2986981

उप अधभयंता -सी एं ड आई

काकरापार परमाणु धवद् यु त् पररयोर्ना ३&४

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