Professional Documents
Culture Documents
8 Hindi Lyp 2016 2017 Set A
8 Hindi Lyp 2016 2017 Set A
सामा य िनदश:
खंड-क
हमारे भारत का िकसान एक स चा देश ेमी है। वह सारे रा का पालन कर रहा है। वै ािनक ि से उ ित के फल व प हमारे
कृिष-वै ािनक उ म िक म के नए बीज तथा यादा अनाज देने वाली फसल उगाने के लए नई-नई तकनीक क खोज करने म
लगे ह। अब इन कृिष-वै ािनक के कारण उ म बीज , रासायिनक खाद तथा आधुिनक खेती के औज़ार क मदद से खेती-बाड़ी
के काम को बढ़ाया जा रहा है। आज का भारतीय िकसान खा सम या का समाधान करने के लए तैयार है। अब हमारे देश म कृिष
को अ य उ ोग क भाँित माना जा रहा है। सरकार का सदा यही य न रहता है िक खेती के उ ोग को ही ाथिमकता दान क
जाए। इस म म सरकार िकसान को खेती के काम म बढ़ावा देने के लए स ते याज पर ऋण देने के लए यास कर रही है। कृिष
काय के लए वह बीज, उपकरण जैसी अ य सुिवधाएँ भी िकसान को देने क कोिशश कर रही है।
उ र- (क) उ म िक म के बीज, अ धक अनाज उ प करने के लए वै ािनक तकनीक तथा खाद आिद उपल ध कराने क खोज
करते ह।
(ख) सरकार उ ह स ते याज पर ऋण उपल ध कराना तथा अ य सभी कार क सुिवधाएँ जैसे – बीज, उपकरण आिद दे रही है।
(ग) मूलश द = िव ान यय = इक
(ख) सभी योहार होली, ईद, बड़ा िदन, ओणम, वैशाली आिद िमलकर मनाने का सा ी है।
खंड-ख
5. िन न ल खत वा य म से संबध
ं बोधक अ यय श द छाँटकर ल खए।
6. िन न ल खत वा य को शु क जए।
7. िन न ल खत अनेक श द के लए एक श द ल खए।
उ र- (क) शरणागत
(ख) सव
उ र-
खंड-ग
(ख) क याण अपने पु बलकरन का ज मादन कंस कार मनाना चाहता थी? (2)
(ख) क याणी अपने पु बलकरन का ज मिदन बड़े धूम-धाम से फूल क माला पहनाकर खीर और तरह तरह क िमठाइयाँ बनाकर
तथा आशीवाद देकर मनाना चाहती थी......।
(ग) नागालड को 'फूल क घाटी वहाँ के पवत, हरे-भरे जंगल और अनिगनत फूल क सुंदरता के कारण कहा ह।
11. आज का जीवन साधन-संप है, िफर भी लोग तनाव त य ह? 40-50 श द म ल खए। (5)
उ र-
मेरा मन कभी-कभी बैठ जाता है। समाचार-प म ठगी, डकैती, चोरी, त करी और ाचार के समाचार भरे रहते ह। आरोप-
यारोप का कुछ ऐसा वातावरण बन गया है िक लगता है, देश म कोई ईमानदार आदमी ही नह रह गया है। हर यि को संदेह क
ि से देखा जा रहा है। जो जतने ही ऊँचे पद पर ह उनम उतने ही अ धक दोष िदखाए जाते ह। एक बहत बड़े आदमी ने मुझसे एक
बार कहा थािक इस समय सुखी वही है जो कुछ नह करता। जो कुछ भी करेगा उसम लोग दोष खोजने लगगे। उसके सारे गुण भुला
िदए जाएँ गे और दोष को बढ़ा-चढ़कर िदखाया जाने लगेगा। दोष िकसम नह होते? यही कारण है िक हर आदमी दोषी अ धक िदख
रहा है, गुणी कम या िबलकुल ही नह । थित अगर ऐसी है तो िन चय ही िचंता का िवषय है।
उ र- (क) समाज म ठगी, चोरी, डकैती, त करी, ाचार फैले हए ह आरोप- यारोप का वातावरण होने के कारण ईमानदारी का
कम होना...
(ख) संदेह के कारण दोष को बढ़ाकर, िदखाकर गुण (अ छाई) को कम देखना या िफर िब कुल न देखना आिद।
उ र- (क) िकसान िदन म तीन बार ही भगवान का नाम लेता था। इसके बावजूद भी भगवान का ि यतम भ था|
(ख) किव ने आँ गन के कोने म टहलते हए सेम के बीज से अनिगनत हरी लताओं को देखा.
(ग) किव के पवचार से बचपन म िछपकर पैसे बोने पर उससे पैस का पेड़ उगना,सेठ बनना.
उ र-
15. िव जी क िकन िवशेषताओं आपको भािवत िकया? उ ह आप अपने जीवन म िकस कार अपनाना चाहोगे? (5)
उ र-
खंड-घ
- तैयारी
- रा ीय पव का आयोजन
-एकता का तीक
- मेले कर मह व
- िद ी का पु तक मेला
उ र-
18. आपका िम बीमारी के कारण परी ा नह दे पा रहा, इससे वह िनराश है। उसका हौसला बढ़ाते हए सहानुभूित प ल खए।
(5)
अथवा
उ र-
19. दक
ु ानदार और ाहक के बीच हई बातचीत को 40-50 श द म संवाद के प म ल खए। (5)
उ र-