You are on page 1of 1

https://t.me/pdf4exams https://www.estore33.com/ https://t.

me/TheHindu_Zone_official
नई वदल्िी । मंगििार, 5 जून 201८
रचनात्मक
सोच विचारो् को
प््ेवरत करती है और
निर््ीक पत््कानिता का आठधां दशक विचार पवरित्तन के विए
स्थापना िष्त ः 1948 प््ेवरत करते है्...
...बारबरा जैनस्कीविच

सफेद हाथी बन चुके एयर इंवडया ने समय रहते खुद को ठीक करने की कोविि नही् की, वजसका नतीजा है वक यह िंबे समय
से घाटे मे् चि रहा है और आज ऐसे समय उसे कोई खरीदने को तैयार नही्, जब विमानन उद््ोग मे् भारी संभािनाएं है्। अंतर्ध्वनि

कोई खरीिार नहं


प््भजोत कौर

बचपन के
इंनिया के नवननवेश के नलए जो शतं रखी गई थं, तब शुुआत मं इंनिगो ने नदलचथपी जूर नदखाई थी, लेनकन फीसदी से घटकर 13.3 फीसदी रह गई है। दरअसल 1990 के
अकेलेपन ने मुझे
एयर उनसे साफ था नक भारी-भरकम कजय मं िूबी
इस सरकारी नवमानन कंपनी को उबारने के नलए
शायद ही कोई ननजी कंपनी आगे आए। हैरत इस
आनखर मं वह भी पीछे हट गई। माचय, 2017 तक एयर इंनिया
पर 48,000 करोड़ ुपये का बकाया तो था ही, इस पर
कमयचानरयं का भारी-भरकम बोझ भी है। दरअसल सफेद हाथी
दशक मं नई आनथयक नीनतयं के लागू होने के बाद सावयजननक
उपरमं पर भी दबाव बढ़ा और उ्हं ननजी षेि से िनतथपिाय
करनी पड़ रही है। ननजी कंपननयां भी ऐसे सरकारी उयमं मं कवितां से जोड़ा
बात पर है नक दो दशक पहले बीमारी की बन चुके इस सरकारी उपरम ने समय रहते खुद को ठीक करने नदलचथपी नदखाती हं, जो मुनाफे मं चल रहे हं, जैसा नक बालको
नशनातत हो जाने के बावजूद कोई इलाज नहं ढंूढा जा सका है। की कोनशश नहं की, नजसका नतीजा है नक यह लंबे समय से (भारत एकयुनमननयम नलनमटेि) के बारे मं देखा गया था; 2001 मं गुजरात (अब पाकि्तान) िे एि गांव
सबसे पहले 2000 मं वाजपेयी की अगुआई वाली एनिीए घाटे मं चल रहा है। जबनक भारतीय नवमानन षेि को मं जब थटरलाइट को इसकी 51 फीसदी नहथसेदारी बेची गई थी, लंगरायल मं पैदा ुई। आसपास िे
सरकार के समय इसके नवननवेश का सुझाव आया था, उसके संभावनां वाला षेि बताया जा रहा है। अनुमान है नक 2026 तब यह कंपनी मुनाफे मं चल रही थी। जब बात खरीद और रािृकति संदयय और अिेलेपन ने आठ
बाद 2003 मं नरेश चंरा कमेटी ने इसे सरकारी ननयंिण से मुतत तक भारतीय नवमानन उयोग दुननया का तीसरा बड़ा नवमानन नबरी पर ही आ जाए, तो कोई भी घाटे का सौदा नहं करना साल िी उर मं ही मुझे िकवता लेखन िी
कर ननजी हाथं के हवाले करने का सुझाव नदया था, लेनकन ये उयोग बन जाएगा। नपछले साल के आंकड़े पर ही गौर करं, तो चाहता। अ्छा होता नक सरकार ऋणशोिन का राथता अनततयार ओर रवृत िर कदया था। ्िूल और िॉलेज
सारी कवायदं ननटकषय तक नहं पुंच सकं। मोदी सरकार ने जब भारतीय हवाई अ्िं ने तीस करोड़ नवमान यानियं की सेवा की। करती, जैसा नक अभी टाटा समूह ने घाटे मं चल रहे भूषण थटील मं मं वहां िी साकहकययि पकििां िी
एयर इंनिया की 76 फीसदी नहथसेदारी बेचने की घोषणा की थी, दूसरी ओर एयर इंनिया की बाजार मं नहथसेदारी 2013 के 19.4 की खरीद मं नकया है। संपादि थी। मं इतनी िकवतां कलखती थी
कि बाईस साल िी उर मं मेरे चार िकवता

बांग्लादेश के लोकतंत् की रिक््


संरह रिाकित हो चुिे थे। बचपन मं
रिृकत से मुझे इतना रेम ुआ कि लगभग
पूरी कजंदगी मंने रिृकत िे बीच ही गुजारी।
रिृकत मेरी
िकवतां से
क इसी समय जब बदलती रही है। नदसंबर, 2008 मं अवामी लीग उसकी सहयोनगयं को चुनाव लड़ने से नकसने हमेिा जुड़ी

ठी
बां्लादेश सामानजक और के सता मं आने से पहले तक वहां नकसी तटथथ रोका था! अमेनरकी दूत िैन मोजेन के समथयन से रही, तो इसिी
आनथयक िगनत के मामले मं काययवाहक िशासक के अिीन चुनाव होते रहे। बीएनपी नेता खानलदा नजया और उनके बेटे तानरक एि बड़ी वजह
सफलता की कहानी नलख अवामी लीग ने संसद मं ननणाययक बुमत हानसल की नदलचथपी नहंसक िदशयनं के जनरये अवामी यह भी है।
रहा है, पनवचमी पंनितं ने करने के बाद यह ्यवथथा ख्म कर दी। लेनकन लीग को ख्म करने मं थी, तानक काययवाहक िुुआत मं देि
इसके लोकतंि को लेकर यह ्यवथथा तयं जूरी थी? दरअसल 2006 मं ्यवथथा नफर से कायम हो सके। उस समय िी आजादी िे
खतरे की घंटी बजानी शुू सेना के समथयन से देश की कमान संभालने वाले रैनलयं मं नक गए हमलं मं हसीना सरकार के नवत
कर दी है। जमयनी के बटटलथमैन फाउंिेशन ने वाले काययवाहक िशासक ने तुरंत चुनाव कराने मंिी गुलाम नकबनरया और रनमक नेता कलए चले
अपने रांसफॉमेशन इंिेतस 2018(बीटीआई) मं के बजाए दो वषय तक बां्लादेश मं नबना नकसी अहसानुकला माथटर सनहत अवामी लीग के अनेक आंदोलन से
बां्लादेश को कमतर आंकते ुए उसे लेबनान, जनादेश के शासन नकया। उसने बां्लादेश की दो काययकतायं की मौत हो गई थी। पनवचम की शह रभाकवत होिर
मोजांनबक, ननकारागुआ और युगांिा के साथ 'नई शीषय राजनेतां ििानमंिी शेख हसीना और पूवय पर बां्लादेश को आजाद कराने मं अहम भूनमका मंने देिभकततपूणय िकवतां कलखी थं।
तानाशानहयं की सूची' मं शानमल नकया है। इस ििानमंिी खानलदा नजया का राजनीनतक कनरयर ननभानी वाली पाटीय के सफाए की इन कोनशशं ने लेकिन बाद मं अपनी रेम िकवतां िे
नरपोटट मं बां्लादेश के बारे मं कहा गया, चुनावं ख्म करने की कोनशश की। उस दौरान इस 1975 के सै्य तततापलट की याद नदला दी थी, कलए ही मं ्यादा जानी गई। अलबता मंने
की बदतर नथथनत के कारण पूवय के पांचवे सबसे 'माइनस टू एजंिा' के नखलाफ पनवचम से शायद जब हसीना के नपता और बां्लादेश के संथथापक हमेिा िकवता िी परंपरा से अलग हटिर
बड़े लोकतंि को एक बार नफर से तानाशाही के ही कोई आवाज उठी, जोनक यह तकक दे रहा था शेख मुजीब और उनके तकरीबन समूचे पनरवार कलखने िे बारे मं सोचा। मेरा ्पठट तौर पर
ूप मं वगीयकृत नकया गया है। यहां तक नक भारत पव््िम की िह पर जमात और बीएनपी नक यूनुस जैसे बंकर हसीना जैसी राजनीनतक की की ह्या कर दी गई थी। यह लोकतंि की ह्या यह मानना है कि अलग तरह से लेखन ही
के एक नट्पणीकार ने भी बां्लादेश के आगामी तुलना मं बां्लादेश का नवकास कर सकते हं। से कम नहं था। लेनकन जब बीएनपी और जमात एि साकहययिार िे तौर पर आपिो
चुनावं को षेिीय नथथरता के नलए चुनौती करार चुनाि बवहष्कार कर सकती है्। यवद भारत मे् अवामी लीग के आठ साल के शासन ने इन के नेतां को नहंसक और उर िदशयन को सुरकतकठठत िरता है। हालांकि मंने छोटी
नदया और नलखा नक वैनववक समुदाय अपेषा कर चुनाि आयोग वनि्ातवचत सरकार के सत््ा मे् थवयंभू पंनितं को गलत सानबत नकया है। उकसाने के कारण, नजनमं सैकड़ं लोगं की जान िहाकनयां भी कलखं, लेकिन पंजाब और
रहा है नक इस वषय होने वाले संसदीय चुनावं को बां्लादेश ने एक राजनीनतक सरकार के अिीन तक चली गई थी, जेलं मं बंद नकया गया तो
जनवरी, 2014 मं ुए चुनावं की तुलना मं कहं रहते वनष्पि्् चुनाि करिा सकता है, तो आनथयक वृनि, सामानजक समावेशन और जन पनवचम ने काफी नवरोि जताया था।
उससे बाहर मुझे एि िवकयिी िे तौर पर
अनिक ननटपष और समावेशी होना चानहए। ऐसा बांग्िादेि मे् क्यो् नही् हो सकता! थवाथ्य के षेि मं असािारण उपलनधि हानसल भारत का बां्लादेश मं काफी कुछ दांव पर है, ही ्यादा जाना गया। मं इस मामले मं
वाथतव मं यहां पर वैनववक समुदाय की जगह की हं और 1971 के मुनतत संराम के िमयननरपेष इसनलए रणनीनतक और आनथयक कारणं से वहां भा्यिाली ूं कि मेरे पकरवार मं ्यादातर
पनवचम कहना उनचत होगा, नजसने बां्लादेश के बंगाली मूकयं को बरकरार रखा है। लेनकन एक दोथताना सरकार का होना उसके नहत मं है। लोग साकहयय और िला से जुड़े हं। मेरे पकत
बारे मं गलत ढंग से राय बना ली है। सुबीि भौरमक, िवरष्् पत््कार पनवचम खासतौर से अमेनरका की िभावशाली पूवय नलहाजा नई नदकली को पनवचम के ृनटटकोण को िनयल नरंरपाल कसंह एि आला दजे िे
हेनरी नकनसंजर ने बां्लादेश को बॉथकेट केस नवदेश मंिी नहलेरी नतलंटन ने नोबेलजयी मोह्मद तव्जो नहं देनी चानहए। हमारे लोकतंिं की उप्यासिार हं। मेरी बड़ी बेटी कनुपमा
(बेकार) कहा था। इस देश ने 2006 मं जब को पीछे छोड़़ सकती है। सशततीकरण से ुई थी, नतीजतन बचं की नशषा युनूस ( नतलंटन फाउंिेशन को नदए गए उनके कुछ सीमां हो सकती हं, लेनकन इसका कोई िकव बनी, तो छोटी बेटी अनुपमा िो पंकटंग
पहली बार पानकथतान की जीिीपी वृनि दर को 1.1 फीसदी सालाना की दर से बां्लादेश की और थवाथ्य के मामले मं भी वहां नथथनत बेहतर चंदे की सीनेट कमेटी ने जांच की थी) की कारण नहं है नक पनवचम को हमारी राटरीय ने आिकषयत किया। यह भी एि संयोग है
पार नकया था, तब अनिकांश पनवचमी जनसंतया वृनि दर पानकथतान से काफी पीछे है, ुई है।'बां्लादेश मं औसत उर 72 वषय हो चुकी मह्वाकांं को पूरी आजादी नहं देने के कारण संिभुता को कमतर करने की इजाजत दी जाए। कि साकहकययि योगदान िे कलए मुझे और
अथय्यवथथां की राय सकारा्मक नहं थी और वहं इसकी िनत ्यनतत सालाना आय पानकथतान है, जबनक भारत मं यह 68 वषय और पानकथतान शेख हसीना को दंनित करना चाहती थं। पनवचम की शह पर जमात और बीएनपी तटथथ मेरे पकत, दोनं िो साकहयय अिादेमी
उ्हंने इसे अनायास नमली सफलता करार नदया की तुलना मं तकरीबन 3.3 फीसदी अनिक दर से मं 66 वषय है। अमेनरका और यूरोपीय देशं ने जनवरी, 2014 काययवाहक सरकार के अिीन चुनाव नहं होने के पुर्िार कमला। लेकिन एि लेखि िा
था। अब वे चुप हं, वह भी तब जब बां्लादेश के आगे बढ़ रही है। नववव बंक के अथयशाथिी इरशाद की अगुआई वाले सै्य शासन के मं ुए आम चुनावं को लेकर नाखुशी जताते ुए कारण चुनाव बनहटकार कर सकते हं। यनद भारत मूकयांिन पुर्िारं से नहं, बककि उसिे
सकल घरेलू उ्पाद की वृनि दर पानकथतान से कौनशक बसु कहते हं नक 'बां्लादेश के इस 1990 मं पतन और लोकतंि की पुनथथायपना के आशंका जताई थी नक इससे लोकतंि का मकसद मं चुनाव आयोग ननवायनचत सरकार के सता मं साकहकययि योगदानं से होता है।
2.5 फीसदी सालाना अनिक है। इस साल आनथयक पनरवतयन के पीछे सामानजक पनरवतयनं का बाद से बां्लादेश मं ननयनमत आम चुनाव हो रहे पूरा नहं होगा। लेनकन यह पूछा जा सकता है नक रहते ुए ननटपष चुनाव करवा सकता है, तो ऐसा -चकचयत पंजाबी िवकयिी।
बां्लादेश की जीिीपी की वानषयक वृनि दर भारत बड़ा योगदान है, नजसकी शुुआत मनहलां के हं। 2014 से पहले तक वहां हर पांच वषय मं सता बीएनपी (बां्लादेश नेशननलथट पाटीय) और बां्लादेश मं तयं नहं हो सकता!

मंरिले् औि भी है्
छापेराम नेगी
्लावटटक के विुध हरियाली औि िास््ा

वजया, माता-वपता
िावियं मं गुम होने
यायवरण नदवस की वैनववक मेजबानी इस बार के पय्ातिरण वदिस की थीम प्िास्सटक प्द् षू ण है, िेवकन सिाि यह है वक
प भारत के नहथसे मं है और इस बार की
क्या हम इसका उत्पादन और उपयोग सीवमत करने के बारे मे् गंभीर है।् हकीकत यह है
और आंखं
थीम ्लानथटक िदूषण को लेकर है।

िालं को ढूंढता ूं
दुननया के बड़े अनवटकारं मं 20वं वक आज प्िास्सटक मनुषय् और दूसरे प्ा् वणयो् के िरीर मे् प्ि् ि
े कर रहा है। ऐसे माता-पिता की कहानी, पि्हंने
सदी के ्लानथटक का मुकाबला शायद ही कोई और अिनी बेटी के इलाि के दौरान वह
कर पाए। हम ्लानथटक के उपयोग मं इतनी बुरी तरह अनुभव हापसल पकया, पिसने उ्हं
फंस चुके हं नक दुननया मं िनत ्यनतत 45 नकलोराम यह खोज नकतनी िभावी हो पाती है, यह तो समय ही संवेदनशील बना पदया।
हिमाचल की वादियं का ुख करने वाले पययटकं मं से कई या तो नशे मं
्लानथटक हर वषय उपयोग मं लाता है। दुननया मं हर बताएगा। ्लानथटक का आनथयक पष इतना बड़ा है नक
डूबे होते हं या दिर दकसी अवसाि का दशकार होते हं। ऐसे लोग पहाड़ं मं
वषय 500 अरब ्लानथटक बैग का उपयोग होता है। यह पूरे राजनीनतक/सामानजक तंि को नहला सकता
दवचरण करते ुए राह भटक जाते हं और तब तक भटकते रहते हं, जब
तक मेरे जैसा कोई टूर गाइड उन तक पुंचकर उ्हं सही राटता न बताए।
हमने नपछले दशक मं ्लानथटक का नजतना उपयोग है। वनाय इस बड़ी मुसीबत से छुटकारा पाने का एक
दहमाचल रिेश की पावयती पहादड़यं मं काम करने वाला मं एक पेशेवर टूर व नकया, उतना पूरी नपछली सदी मं नहं नकया होगा। ही राथता था नक सीनमत उपयोगं के अलावा ्लानथटक
अरिल प््काश
रेदकंग गाइड ूं। मेरे इस काम की शुुआत तब ुई थी, जब मं आठवं आज िनत नमनट 10 लाख ्लानथटक की बोतलं को ्याग नदया जाए। साओ टोम व निंसीपे जैसा
उपयोग मं लाई जाती हं। ्लानथटक ने तमाम अ्य िोशी छोटा-सा अरीकी देश जब ्लानथटक को ्यागने का
किा मं पढ़ रहा था। उस व्त मेरे पदरवार की माली हालत खराब थी और
पहाड़ं मं करने को कुछ था नहं। पययटकं की आमि भी उस िौर मं ्यािा उपयोगी सािनं का गला भी घंट नदया। जैसे, कांच साहस जुटा सकता है, तो दूसरे देश इसका ियोग
नहं थी। िसवं मं आते-आते मुझे पढ़ाई छोड़नी पड़ गई, ्यंदक पदरवार को की जगह ्लानथटक ने ले ली, नम्टी के घड़ं की सीनमत तयं नहं कर सकते? यह इसनलए भी जूरी
जगह ्लानथटक की सुराही आ गई। समुर के गभय मं िकेल नदया जाता है, नजससे सालाना है, तयंनक आज ्लानथटक िानणयं के शरीर मं िवेश िब कजया महज छह साल िी थी, तभी से
टकूल से लौटने के बाि कुछ घंटे काम करने वाले के बजाय ऐसे श्स की
दुननया का चार फीसदी तेल ्लानथटक के उ्पादन 13 अरब िॉलर का नुकसान होता है। उतरी िशांत कर रहा है, जो हामोयन नसथटम पर िभाव िाल रहा है। उसिे माता-कपता ने एि अनोखे उयसव िी
जूरत थी, जो पूरे दिन काम करे।
नजरं को सुहाने वाली इन मोहक पहादड़यं मं घूमने के इरािे से जो भी हेतु खपाया जाता है। दुननया मं सबसे बड़ा ्लानथटक महासागर मं मछनलयां 12,000 से 24,000 टन ्लानथटक के बतयन माइरोवेव के राथते शरीर मं आ ही िुुआत िी थी। यह एि ऐसा उयसव था,
पययटक आते हं, उ्हं दहिायत िी जाती है दक वे दकसी गाइड के साथ ही उ्पादक देश चीन है, पर इसकी सबसे अनिक खपत ्लानथटक ननगल जाती हं, नजससे आंतं मं घाव से रहे हं, और इसके कुिभाव अगर कंसर जैसे हं, तो जो कजया और उसिे दो्तं िो कजंदगी िो
रेदकंग आदि पर जां। लेदकन चंि पैसं के जापान मं है। मतलब पूरे एनशया और अरीका से लेकर उनकी मृ्यु तक हो जाती है। अ्ययन मं पता सोचने की जूरत है। गमय होने पर ्लानथटक जहरीली देखने िा एि नया नजकरया देता था। कजया
लालच और खतरनाक एडवंचर की तलाश मं ्यादा खपत इस छोटे से देश की है। दुननया के इस चला है नक समुर की 268 नवनभ्न िजानतयां सीिे रीनहाउस गैस का कारण भी बना ुआ है। अपने मां-बाप िी इिलौती बेटी थी। जब
कई लोग दकसी सलाह की दिर नहं करते। बड़े कचरे के नरसाइकल के नलए कोई मानक नहं है। इस ्लानथटक को झेल रही हं। अपने देश मं रोज वैसे सरकार ने 50 माइरोव से नीचे के ्लानथटक कजया िा ज्म ुआ, तब डॉतटरं ने बताया
मं इ्हं वादियं मं पला ूं। दजतना घर मं नहं वैसे जापान का दावा है नक वह इस कचरे का 77 15,000 टन ्लानथटक कचरा पैदा होता है, नजनमं से उ्पादन पर लगाम लगाने की योजना बनाई है। कई कि उसिी आंखं कविकसत नहं हो पां,
रहा होऊंगा, उससे ्यािा पहादड़यं को व्त फीसदी नरसाइकल करता है। यूरोप जैसा पयायवरण माि 6,000 टन की वापसी हो पाती है। इसका एक रा्य भी इसके उपयोग पर िनतबंि लगा रहे हं। कजसिी वजह से वह िभी देख नहं पाएगी।
दिया है। यहां के च्पे-च्पे का न्शा मेरे िेमी महादेश भी माि 26 फीसदी ्लानथटक ही बड़ा नहथसा िरती या समुर मं समा जाता है। सरकारं अगर सचमुच ्लानथटक के नुकसान से कजया िे माता-कपता ने कजया िे इलाज मं
दिमाग मं मौजूि है। हालांदक इसके बावजूि नरसाइकल कर पाता है। वैसे इन आंकड़ं मं नकतनी वैञाननकं ने दावा नकया है नक उनकी खोज मं एक नचंनतत हं, तो उ्हं इसके उ्पादन को ननयंनित करने लाखं ुपये खचय िर कदए, लेकिन उ्हं िोई
कई बार मुझे सैलादनयं को ढूंढने मं व्त लग सचाई है, इस पर भी शंका है, तयंनक ंततः इसे ऐसा बैतटीनरया है, नजसका भोजन ही ्लानथटक है। के बारे मं सोचना चानहए। सफलता नहं कमली। वे रोज अलग-अलग
जाता है, ्यंदक मौसम के मुतादबक पहाड़ं पर अ्पतालं िे चतिर िाटते थे। इस बीच
खतरे वाले इलाके बिलते रहते हं। हमं जंगली उ्हं िई ऐसे लोग भी कमले, जो नेिहीन थे।
सैकड्ो् कोे प््विि््ण जानवरं से भी बचना होता है।
खुली रखड्की कजया िे माता-कपता िो तब इसिा एहसास
2004 की एक घटना के बाि रशासन ने भी ुआ कि नेिहीन लोगं िी कजंदगी कितनी
देने के साथ मै्ने उन्हे् िकठन होती है। उ्हं इसिा भी एहसास
यही वसखाया है वक
पेिे मे् इंसावनयत को
मेरी मिि लेनी शुू की। मुझे अ्छी तरह से
याि है दक उस व्त पुदलस के एक बड़े िटते
ने घाटी मं अवैध ूप से गांजे की दबरी करने
मोबाइल पर इंटरनेट स्य पर अटल ुआ कि आम लोग इन नेिहीनं िी पीड़ा िे
बारे मं थोड़ा भी नहं सोचते। कजया िे माता-
हमेिा ऊपर रखना। कपता किसी भी तरह अपनी बेटी िो उस
वाले दठकाने पर धावा बोला था। पुदलस से मोबइल फोन पर इंटरनेट ियोग करने के मामले मं के्या के लोग पूरी दुननया मं सबसे आयय समाज के संथथापक थवामी दयानंद सरथवती वेदं के इस
बचने के दलए कई लोग जंगलं की ओर भागे। आगे हं। वैसे तो मोबाइल वारा इंटरनेट का ियोग करने का वैनववक औसत 52.2 ंधेरे से कनिालना चाहते थे। ंततः उ्हं
वातय को अपने उपदेशं मं दोहराया करते थे नक स्य पर अटल एि डॉतटर कमल गया, कजसिे पास कजया
लेदकन पुदलस से बचने के च्कर मं वे िनतशत है, लेनकन भारत समेत कई देशं मं यह नहथसेदारी अथसी फीसदी के करीब है। रहना चानहए। िाण भी चले जां, नकंतु स्य का ्याग नहं करना
वादियं मं खो गए। रशासन ने उन लोगं को बचाने के दलए मेरी मिि िा इलाज था। कजया िे माता-कपता ने
चनहए। वह केवल वाणी से ही स्य के मह्व को िथतुत नहं करते उसिा इलाज िरवाया और कजया देखने भी
मांगी। मंने दिन-रात एक करते ुए सभी लोगं को सुरदित ढूंढ दनकाला।
उस घटना के बाि तो रशासन को जब भी ऐसी कोई जूरत होती, मुझे याि फोन पर इंटरनेट प््योग करने िािे िोगो् का प््वतित थे, बनकक थवयं नजस बात को वेदोतत मानते थे, उसका सदैव लगी। लेकिन कजया िे माता-कपता िो उसिे
ृढ़ता से पालन नकया करते थे। थवामी जी िवचन मं थवदेश िेम, इलाज िे दौरान िा अनुभव यह कसखा गया
करने लगे। आज की तारीख मं मेरे पदरवार के पोषण के दलए मेरे काम की
नाइजीवरया केन्या भारत नहंदी को अपनाने और थवदेशी वथतुं का कि कजंदगी बुत अनमोल है, पर अगर इंसान
कोई जूरत नहं है। अपने भाई की मिि से मं होटल और पययटन से जुड़ा
्यापार भी करता ूं। लेदकन मेरा मन इस बात के दलए नहं मानता दक मं 81% 83% 79%
इथतेमाल कर कुटीर उयोगं को बढ़ावा देने एि दूसरे िे ददय बांट सिे, तो कजंदगी िे
की िेरणा नदया करते थे। एक बार थवामी जी मायने और बढ़ जाते हं। कजया िे माता-कपता
उस काम से िूर हो जाऊं, दजसने अब तक सैकड़ं लोगं को गुम होने से
नकसी सभा मं िवचन देने जाने वाले थे। हर साल िम से िम दस नेिहीन लोगं िे
बचाया है। लोगं को बचाने के दलए मं कभी दकसी से कोई आदथयक मिि की
उनके एक भतत ने कहा, वहां ंरेज गवनयर इलाज मं मदद िरते और हर साल कजया िे
उ्मीि नहं करता। मं ज्ि ही पचास साल का होने वाला ूं। मेरे
और कलेतटर हंगे। ऐसी नथथनत मं िवचन मं ज्मकदन पर यह उयसव मनाते थे, कजसमं
पदरवारवाले मुझसे उर के इस पड़ाव मं उ्मीि करते हं दक मं अब पहाड़ं
कोई ऐसी बात नहं कनहएगा, नजससे नकसी
पर चढ़ने-उतरने का काम नहं कूंगा। लेदकन मेरा शरीर जब तक साथ वसंगापुर सत्संग
पकरवार िे हर सद्य िो एि कदन िे कलए
िेगा, मं इसे नहं छोड़ने वाला। घाना को बुरा लगे। थवामी जी समारोह मं पुंचे। यह िकपना िरनी होती थी कि उसिे िरीर
78% िवचन शुू करते ही वह बोले, लोग कहते िा िोई एि ंग नहं है। एि कदन िे इस
मंने अपने काम को खुि तक सीदमत नहं रखा। सचय रेट्यू ंड
इ्वेदटटगेशन नाम से मेरी अपनी टीम है। सैकड़ं लड़कं को मंने इस काम
75% हं नक स्य को िकट न करो, कलेतटर-कनमवनर-गवनयर आनद को अनुभव से कजया िे पकरवार िे सद्य एि
के दलए रदशदित दकया है। और मंने सभी को यही दसखाया है दक पेशे मं बुरा लगेगा। वे रोनित हंगे, पर चरवतीय राजा भी तयं न अिस्न दूसरे िी मदद िरने िी अहकमयत और
इंसादनयत को हमेशा ऊपर रखना। टवतंिता दिवस और दहमाचल दिवस पर हो, हम तो स्य ही कहंगे। उ्हंने गीता का उिरण देते ुए कहा, दूसरं िी तिलीफं-संवदे नां िो आसानी
मेरे काम के दलए सरकारी अदधकारी मुझे आमंदित करके रमाण पि िेते हं। आ्मा को न तो कोई हनथयार छेद सकता है और न ही आग जला से समझ पाते थे।
यह तो ठीक है, लेदकन मं यह चाहता ूं दक सरकार के दलए उन उपकरणं इंडोनेविया दव््िण अफ््ीका सकती है। तया कोई यह दावा कर सकता है नक वह मेरी आ्मा
की ्यवटथा करना ्यािा जूरी है, जो गुम ुए लोगं को रेट्यू करने मं 75% 71% का नाश कर देगा? शरीर रषा के लोभ मं मं स्य को तयं दबाऊं?
थवामीजी की ननभीयक वाणी सुनकर सभी हतिभ रह गए।
जीवन का मू्य समझना िो, तो उनसे
मििगार हं। हमलो, हजनके शरीर का एक ंग निं िै।
स््ोत- WeAreSocial -संकवलत

You might also like