Professional Documents
Culture Documents
स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान राष्ट्रभाषा के रूप में हिंदी का विकास
स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान राष्ट्रभाषा के रूप में हिंदी का विकास
Bi-Monthly, Peer-Reviewed, Refereed, Indexed Journal Impact Factor: 1.847 Publication Date: 31/12/2018
शोध न तश:स् रं्रा िन्दंय दे दौरा राष्टरी स् रं्रा िंदंय े दे ाहसदा दे भीरर राष्टरी अहस्मरा दव ।ा जखा , राष्टरी अहस्मरा दे ह माकह दे रम म
मज ज रा दा ध्ा राष्टर दे प्र त्तृ पनार भी खा ्दाहद राष्टरी अहस्मरा दा अह ाक अंख - राष्टरभाका दव अहस्मरा राष्टर दद अंग्रेजी दे े दा मा् प्रा ी
हकद एद एद ह हिर भ-र भाख, ए ं स्था दे अंरकखर र े ायी ि ादी दव सरा, संस्दृ हर स् ाहभमा , ह।ंर , ए ं म ीका (टच्छा) क दा एद मा् पनांजस
से रं राष्टर दव सभी भाका राष्टरभाका हदंरस ज राष्टर दव ज रा स्था ी ए ं रवदाहयद ह रं ए ं पनार ाकग्र दा से ऊपनार स दर अपना े राष्टर दव द भाका ं मज से हदसी
एद भाका दं ह ेक प्रंज दे हयए ।स दर ससे राष्टरी अहस्मरा ए ं खौर खयरमा दा सपनाादा समझ े यखरी र राष्टरभाका जारी हदसी भाका दं राष्टर
भाका द े मज ससे सम्मा दे े दा एद अहरयर्र ंा ंरा , पनार अन् भाका ं दं ी।ा हदला े दा ंा टसमज ह ह र चा ंरा टस रथ् दं सापनाेह्द मपना से
रय स ा दरदे ी समझा जा सदरा टस प्रदार राष्टरभाका राष्टरी एदरा ए ं अन् प्रान्ं री सं ाद सपनां दक दव ि दरा दव सपनाज ंरी अर सं ाद दे दं पना् ंरे
ैं
1.जकतं दजकतं द बाच वत
2.जकतं द न न द बाच वत
शब् ुत जा स् रं्रा िंदंय , अहस्मरा, ट राष्टरभाका , प्रंज , सपनाादा , सापनाेह्द, सं ादट
प्रस्तं वक :
प्रारंभ से ह दं ी राष्टरभाका दे दं दा दाहव दा दा ह ाक दररी र ी ज रा और सरदार से सं ाद स्थापना ा दे रम म मज ज -फारसी ा अग्रं ेजी
दे माध्म से हद्दरे पनाे ई र दंपना ी सरदार े फं्कह यम दायेज मज ह दं स्स रा ी ह भाख लंयदर िहादायरदा दं ह दं ी हसला े दव स्था
दव
ां से ह दं ी पनाढे ईए अहादायरदा े हभन् -हभन् ्े्दा मज ससदा प्रव् याभ देलदर म्स र दं से ह दं ी दं सरा ा सीट्ीट मे्दाफ े 1806
टमज दायेज दे ह दं स्स रा ी ह भाख दे अध्् जा हखयरम ाट् दं पना् हयला- “भारर दे हजस भाख मज मझस े दाम दर ा पनाडा दयदत्ता से येदर या ौर
रद दसमांऊ दे पना ाडं से येदर मकदा रदटटटटटट मैं े सस भाका दा िम ार देला हजसदव ह ्ा िपना े मझस े दी थी दरर दं जा रा हजस
प्रदे दा म े हजरम हदा , ससमज ईर सी हभन् - हभन् भाकांए ंयी जारी ैं येहद ह दं स्स रा ी एद ीसी ज ा जं िमरौर पनार सपनांखी साह र
ंरी ह दं ी दव स कापना्रा ी एद खहस हजस े अग्रं ेज अहादायरदा दा ध्ा अपना ी र लचा।ा 12 अखस्र 1807 ट दं येहफ् ज् ्ौ स
रं द े मद्रास दमे्ी दं एद पना् भेजा था हजसमज अस स्थ ं े दे दारह रर यौ् े दव ।।ाक दे ाद सस े हयला था हद ससे ह दं स्स रा ी दे ज्ञा
से ईर याभ ईि टसी पना् मज सस े िखे प्राथक ा दव थी हद ससे ट्फर्क हस्थहर दॉयेज दे ह दं ी ह भाख मज दाम हदा जा हजससे हद भारर ि े
से पना ये ी अग्रं ेज दसछ ह दं स्स रा ी सील ये सस े हयला था हद जसे टयण्र् जा े ायदा दं यह् े्स , ा फ्ांसीसी दे दये अग्रं ेजी सील ी
।ाह ए से भारर ि े ाये दं अर ी, फारसी, ा संस्दृ र दे दये ह दं स्स रा ी सील ी ।ाह ए ां पनार ीसा यखरा हद स कापनादरा दे साथ-
साथ संपनादक मज ह दं ी दव स कापनादरा दे साथ-साथ संपनादक मज ह दं ी दव रवदाहयद सपनांहखरा े अग्रं जे अहादायरदा दं ह दं ी ार दे हयए प्रेयरर
हदा रं द े राष्टरभाका दे मपना मज ।ार ्े्दा दा ह दश क हदा
1. दे ी अदायरदा दव सामान् भाका ह दं स्स रा ी यपिहपना दभी-दभी फारसी दा प्रंख ंरा
2. ह दं स्स रा ी भाका मज सभी राज ीहरद मामयदा पनार ह ।ार हदा जारा और अरं मज टसे फारसी मज अ स ाद हदा जारा था
3. मायखजस ारी दा सारा दाम ह दं स्स रा ी मज ंरा
4. दे ी फौज दव िम जस ा ह दं स्स रा ी
1818 ट मज ह यम दे री े हयला हद ह दं ी हदसी एद प्रदे दव भाका चा हकद दे मज स क् ंयी जा े ायी भाका स दव रा
टसहयए ी हद अग्रं ेजदा दं भारर दे हदसी भी दं े मज जं भी मसस यमा ौदर हमयरे थे े ह दं ी ंयरे थे ए।ट ्ीट दंय द
स दव रा थी हद- पनाढे
हयले और अ पनाढ दं दा दव सााारह ंय।ाय भाका ह दं ी हजसे प्रवेद खां मज थंडे ईर यंख समझ येरे हग्रसक े ह दं ी दव ।।ाक िम
ंय।ाय दव भाका ग्रे् हयंखि स फैं दा दे मपना मज दव ट ह द्वा दा दे मरं दा से स्पनास्् हद ह दं ी दव ायरद सपनांहखरा दे ापनाी प्रसार ए ं
प्रंखखर य।ीयेपना दे दारह ह दं ी अग्रं ेजदा दव दयम और जस ा पनार ।ढी रथा दंपना ी दे हस्ददा पनार ह दं ी अ्र और अद ं अहं दर ंरे थे दंपना ी दे
फरमा ह दं स्स रा ी मज छपनारे थे एस सम ह दं ी और सदकर दं येदर दं ह ाद ी था टस प्रदार ह दं ी ह दं ी और ह दं स्स रा ी दं सभी एद ी भाका
मा रे थे हजसदव दं हयहपनाां भी हखयदाट् ए ं जा िहद दे दं दा मज हर्् री दा अथक यखस र और दंक दं दा हदा र रा था ट मरं वदा से
ह ष्टदकक ह दयरे
1. ह दं ी एद िम फ म जस ा थी जं दे दे एद दं े से दसर रे दं े रद ंयी और समझी जारी थी
2. सरदारी दफ्रर दव भाका थी जं फारसी हयहपना मज हयली जारी थी
3. म स मज अग्रं ेज ह द्वा ह दं ी और सदकर दं एद ी भाका मा रे थे जं दं हयहपनादा मज हयली जारी थी
4. अग्रं ेजदा े ह दं ी दं प्रंख मज यादर सरं भाका दे मपना मज ह दं ी दव सम्भा ा ं दव र मारे साह वदारदा ए ं राष्टरी ेरा ं दा ध्ा
ली।ा
ि।ाक राम।द्रं ्स य े सं्स र प्रदे दे सदर ंर्क दे एद टस्र ार ामे दा ाया देदर राा हद सन् 1836 मज दे ाखरी हयहपना ायी
ह दं ी सरदारी दफ्ररदा दव भाका ख थी, पनारंरस मसस यमा भाटदा दे ह रंा दे दारह ह दं ी ।य चा पनाा फयर 1837 . मज (सदकर दा और फारसी
हयहपना ायी ह दं ी) क दफ्ररदा दव भाका ा दी ख
ह दं ी पनास कजाखरह दव भाका थी, िहलय भाररी स्रर पनार ज रा दा सम्पनादक हसफक ह दं ी मज ी ं सदरा था समाज सास ार दव प्रा सभी
संस्था ं े ह दं ी दे म व दं भापना हया था ्रह्म समाज दे संस्थापनाद राजाराम मं राम राष्टरी एदरा दे हयए ह दं ी दे पना्ार थे 1815 ट मज
सन् दा े ेदान्र स्र दा ह दं ी मज अ स ाद हदा रथा दयदवरा से 1829 ट मज सन् दा े ंखदरर ामद अल ार ह दं ी मज ह दाया दे ।ंद्र से े अपना े
पना् ‘लय स म समा।ार’ 1875 मज एद येल हयला था ‘भाररी एदरा दसे ं’ हफर स्ंम ी टसदा सवरर देरे ईए हयला था ‘सपनाा सारे भारर मज एद
ी भाका दा ार’’ टस सम हदर ी भाकाएं भारर मज प्र।ाहयर ससमज ह दं ी भाका यखभख सभी जख प्र।ाहयर टस ह दं ी दं अखर भारर दव
एद मा् भाका ाी जाए र दाम स ज और ीघ्र ी सम्पनान् ं सदरा ्रह्म समाजी ी ।ंद्र रा े पनांजा मज ह दं ी दे ह दास दे हयए
ईर डा ंखदा हदा था
िक समाज दे सस्ं थापनाद स् ामी दा न्द सरस् री सस्ं दृ र मज ी ाद ह ाद दररे थे खजस रारी स दव मा् भाका थी और ह दं ी दा हसफक सन् ज
दाम-।याऊ ज्ञा था पनार अपना ी ार दं अहाद से अहाद यंखदा रद पना ।ईुँ ा े दे हयए रथा दे दव एदरा दं ख्ाय दरदे सन् दा े अपना ा ‘सवाथक
प्रदा ’ ह दं ी मज हयला अरह द्रं द क दे प्रेहराम हकक अरह द्रं दव सया थी हद यंख अपना ी-अपना ी मा् भाका दव र्ा दररे ईए सामान् भाका दे
मपना मज ह दं ी दं स् ीदार दरज
हथंसंहफदय संसाट्ी दव स।ं ाहयदा श्रीमरी ए ी ेसज् द री थी ‘‘ह दं ी जा े ाया िदमी सम्पनाहर क भारर दव ा्ा दर सदरा भारर
दे सभी स्दरयदा मज ह दं ी दव ह ्ा अह ाक ं ी ।ाह ए टससे यखरा हद समाज सास ारददा दव सं। ।द स व थी हद राष्टरी स्रर पनार सं ाद दाम
दर े दे हयए ह दं ी ि द े जा रे थे हद ह दं ी ईसख्ं द ज दा दव भाका रथा एद प्रान्र दे यंख दसर रे प्रारं दे यंखदा से हसफक टसी भाका मज
ह ।ारदा दा िदा प्रदा दर सदरे ा ी राष्टरभाका दे मपना मज ह दं ी दं ढा े दा दाक टन् चा समाज सास ारददा े हदा ह दं ी दव ापना्रा ी
देलदर ट ा हम यरदा े अपना े ामकप्र।ार दे हयए ह दं ी दं ।स ा रथा स दे द ामक ग्रंथ ह दं ी मज छपनाे भी टसदा मरय ईि हद ामक प्र।ारददा
ए ं समाज सास ारददा दा मख्स स्े ामक प्र।ार था ा हफर सामाहजद दसरीहरदा दा अन्र, पनार माध्म मपना मज अपना ाे जा े दा फादा ह दं ी दं ी
हमया
1885 ट मज दांग्रेस दव स्थापना ा ई जसे-जसे दांग्रेस दा राष्टरी िन्दंय जंर पनादडरा खा से- से राष्टरीरा राष्टरी झण्र्ा ए ं
राष्टरभाका दव संदकपना ा भाररीदा दे म मज ढरी ख दांग्रेस दे राष्टरी िन्दंय से जडस े पना ये समकथ हि ‘ ाय खखं ाार हरयद’ टन् दा े दा पनारस
मज ज रा द्वारा अपना े स् ाखर दे प्रवन्स रर मज द ा ‘‘यपिहपना मैं स यंखदा मज से ुँ जं ।ा रे और हज दा ह ।ार हद ह दं ी ी भारर दव राष्टरभाका ं
सदरी
खांाी जी ह दं ी दे प्र दं स् राज दा प्र मा रे थे े खर ह दं ी भाकी पना ये और िहलरी स कमान् भाररी राष्टरी रे ा थे, हजन् दा े ह दं ी
दं राष्टरभाका दे मपना मज साम े रलदर भाका समस्ा पनार खम्भीररा से ह ।ार हदा स दव भाका ीहर दव मख्स रश क ह म् -
1- भाका समस्ा दा समााा ज रा दे ह र दं ध्ा मज रलदर हदा जा ा ।ाह ए
2- राष्टरभाका िवमसम्मा दव अहभहि दव भाका अर राष्टरी िवम सम्मा दव र्ा दे हयए अग्रं ेजी दा प्रभवस लवम हदा जा ा ।ाह ए
ससे दसर रदा दं अपना ा े दव सया दी 1927 ट मज सन् दा े हयला ास्र मज अग्रं ेजी मज ंय े ाये रे ा जं िम ज रा मज मारा दाम िखे ढ े चा
देरे े ह दं ी सील े से ट दार दररे ,ज हद ह दं ी द्रह ह प्रदे दा मज भी री म ी े दे अदं र सीली जा सदरी खांाी जी ीसे रे ा से पनारे ा थे जं
ज रा दव ार स से अहाद दररे थे येहद राज ीहरद दाक ाह दा मज ज रा दव सपनाे्ा दररे थे भाररी स् ााी रा दव मांख अग्रं ेजी मज दर े ाये
सन् ज ढंखी यखरे थे स 9 1931 ट मज खांाी जी े हयला ‘‘हद स् राज अग्रं ेजी पनाढे भारर ाहसदा दा और दे य स दे हयए र संपनादक भाका
अ अग्रं ेजी ंखी अखर स् राज दरंहदा भल र े यंखदा, दरंहदा ह र्र यंखदा, दरंहदा ह र्र हस््दा, सराए ईए अछररदा दे हयए र संपनादक भाका
दे य ह दं ी ं सदरी खांाी जी ज रा दव ार ज रा दव भाका मज दर ा ।ा रे थे स दे प्रास से ी दा पनारस अहा े मज प्रस्रा पनाायरर
हदा खा हदे -
1. अहलय भाररी स्रर पनार ज ां रद ं सदे दांग्रेस दव दाक ा ी ह दं ी मज ं
2. अपना े सभी दाों मज प्रादेह द दाग्रेस दमेह्ां प्रादेह द भाका ं अथ ा ह दं स्स रा ी दा प्रंख दरज
1937 मज दे दे दसछ राज्दा मज भाररी राष्टरी दांग्रेस दा मंह्मण्र्य खह र ईि रथा ट राज्दा मज ह दं ी दव पना ा दं प्रंवसाह र दर े दा संदकपना
हया खा हदज रस राष्टरभाका दे मपना मज ह दं ी दे ह दास दा दं ंस पनायरहाम साम े ी िा टसदा दारह था हद म ावमा खांाी दे अया ा
प्रा ेरा ह दं ी दं ार मज सरार े दव टच्छा ी रलरे थे ज ाुँ र ाुँ हद े ह दं ी दा ार दररे थे रं मा् औपना।ायर्रा दे हयए
खांाी जी दे दृष्ट् मज अग्रं ेजी दा ार राज ीहरद सास्दृ हरद खय स ामी दा पनायरहाम था ह दं ी दं राष्टरभाका दे मपना मज सदृस दर े दे हयए
सन् दा े ााक ए ं मद्रास मज राष्टरभाका प्र।ार सभाए स्थाहपनार दव सन् ी दव प्रेरहा से ह यपिापनाी ए ं ह दं ी साह व सम्मेय दव र से ह दं ी मज पनारी्ाएं
िंहजर दव ख खांाी जी े ह दं ी दं अपना ा े दा एद मा ौय ा हदा था टसी दारह द राष्टरी हस्रां र म से ह दं ी दव से ा मज ज्स ख
दादा दायेयदर ए ं ह ं ा भा े दा ाम टस दृष्ट् से अग्रही दन् ायाय महहदयाय मंस ी भी टसी दडी दे थे जं राष्टरी एदवदरह दे हयए
ह दं ी दं ि द मा रे थे
।ौथे द द दे र र ह दं ी राष्टरभाका दे मपना मज िम स महर प्रातर दर ।द स व थी खजस रार दे ी सरदार कयभ भा पना्ेय 1940 मज ज
दरा।ी दांग्रेस अहा े दे अध्् ईए रं पना ये सन् दा े अपना ा भाकह ह दं ी मज पनाढा ाद मज अग्रं ेजी मज पनाढा
सभस ाक ।न्द्र ंस े 1918 ए ं 1929 मज अपना ा भाकह ह दं ी मज देरे ईए ह दं ी दं राष्टरभाका दं खौर हदया े दव ारा दव ्हरमं से ह दं ी दं
राष्टरभाका ा े दव अ ष्टस ा दं राजसर ज्ञ दव सज्ञं ा देरे थे हं दम ।द्रं ।्जक द रे थे हद जं ह दं ी भाका दे जयरे राष्टरी एदरा दाम दर े मे
सफय ंखा ी भारर न्ास द याेखा
राददी रद दह्ह दव भाकाएं सस्ं दृ र से प्रभा ी ंरी र ी दह्ह दे रीथक स्थयदा मज ह दं ी ी ार ार दव भाका र ी ापनाार,
ाराार, ह ्ा, म ंरंज , दे साा दा दे दारह भी दह्ह भाररीदा दे हयए ह दं ी अपनायरह।र ी र ी 1929 मज सीट राज खंपनााय।ारी े दह्ह
ायदा दं ह दं ी सील े दव सया दी सन् ी दे दददा मज - ह दं ी भारर दव राष्टरभाका रं ी ी ज राह्द भारर मज राजभाका भी ंखी रंख ाथ
राम।द्रं हद ादर े द ा था – जं राष्टरप्रेमी सन् ज राष्टरभाका प्रेमी ं ा ी ।ाह ए
अन् रस् ामी अखं र दृ ष्टहास् ामी अयरर ए ं ह ज राा ा।ाक ह दं ी दे डे पना्ार थे
मख्स रसर (1) क हिह् साम्राज् ादी ह दं ी दं िम िदमी दव भाका मा रे थे लडी ंयी खयपि दं पना पनाा े दा श्रे सन् ज ी जारा म
स मज
सरदार दव ीहर ह दं ी दे पना् मज थी पनार ाद मज दसछ यंखदा े सदकर दं ी। मज यादर फर् र्ाय ा म स दर हदा
2ट – समाज सास ारदा ए ं पना्दारदा े राष्टरी पनास कजाखरह दे माध्म दे मपना मज ह दं ी दं अपना ाा और ससे िखे ढाा
3ट दांग्रेस े राष्टरी िंदंय दे दौरा ज रा से सं ाद स्थाहपनार दर े दे हयए ह दं ी दं ।स ा और ससे राष्टरभाका दव खयरमा दी
त भाषय–ग्रतथ:
1. स् रं्रा िदं ंय एद समी्ावमद अध्
2. ।ाह् ाराक राष्टरी ह दं ी भाका पनाह्दा- Vol-7 मा।क 2016
3. र मह रम ांहर पनााह्द समा।ार पना् राष्टरी ह दं ी भाका -3 सस्ं दरह
4. राष्टरी स ारा सपनां ाददव ह ेकांद oct-2017
5. ई । अरं राष्टरी पनाह्दा दज दी पनास्स रदाय रा य
ई सांदृवा म ादह - म ावमा खांाी अरं रराष्टरी ह दं ी ह ह यपिाय ााक,
6. भाका अहजकर सपनां हत्त , भाका पनायर रक ीय , भाका अ द स रह द्वारा अहजकर दव जारी