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सी एस सी प्रशिक्षण

जीवन बीमा का इतिहास


विद्यार्थी टिप्इणियया

भारि में बीमा

बीमा भारत में िैटिक काल में भी व्यिाार में र्था ग्िवि में ‘’योगाक्षवम’’ संसकृात ्दि 3000 िर्षों
इालव आयय लोगों द्िारा व्यिाार में ला ग बीमा कव रूइ कव संिभय में ाै

प्रथम भारिीय जीवन बीमा सोसायटी का नाम ‘’बॉमबेे मयच्


ू ल इश्योरें स सोसायटी शल शमटेे ’’ था।
इसकेे बाद, तनमनशल िति बीमा सोसायटी ्तिि्व में आई थीश :

 वर्ष 1874 में ‘’ओररएशटल ल ाइफ इश्योरें स सोसायटी शल शमटेे ’’


 वर्ष 1896 में ‘’भारि बीमा’’
 वर्ष 1897 में ‘’एमाायर फ इशय या’’
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िर्षय 1905 कव सििव ्ी आंिोल में, माात्मा गां ी व भारतीय लोगों सव आिान यकया र्था यक िव
अइ ा कारोबार कविल भारतीय कम्इनि यों कव सार्थ ा करें इससव ई कम्इनि यों को ब़ाािा िमला र्था
और उन्हाों व अइ ी िसर्थनित को समवयकत यकया र्था

कई भारतीय कम्इनि यों व ीीि बीमा क्षव्र में ्रविव् यकया र्था िी कव ाम ा –

 टांिस
ु ता करइरव टिि,
 यू ाइिव ड इंडडया, बरम्बव लाइफ,
 व् ल और
 लक्ष्मी बीमा

इ कम्इनि यों को 150 वििव ्ी कायायलयों कव सार्थ ्रवनितसइ ाय कर ी र्थी िी में कु वि्ि में सबसव
बडव बीमा समा
ू ्ािमल र्थव

आधतु नक भारि में बीमा

 सरकार व िर्षय 1912 में ‘’बीमा अध नि यम’’ इाररत करतव ाु बीमा कारोबार इर नि यं्र य
रख ा ्रू
ु यकया र्था
 इस अध नि यम में व्याइक रूइ सव सं्ो यकया गया र्था और नि ध यों कव नि िव्ों, व्यय तर्था
्रवबं को नि यंत्र्र त कर व कव िल िर्षय 1938 में अध नि यम कव रूइ में इाररत यकया गया
र्था
 नि यं्र क का कायायलय सर्थावइत यकया गया र्था इस अध नि यम को िर्षय 1950 में िोबारा
सं्ोध त यकया गया र्था

िर्षय 1955 तक, 170 बीमा कायायलय और 80 इी. फ. सोसायटियां इंीीकृात कम्इनि या भारत में
ीीि बीमा कारोबार कर रा र्थीं

ीीि बीमा कारोबार में ब़ातव किाचारों को धया में रखतव ाु , नि रक्षरता सतर अध क ाो व और
ीीि बीमा कारोबार कव ग्राय-सामर्थयय/्रवसाररत कर व की इच ा में कमी ाो व की िह ा सव, भारत
सरकार व इसका राष्ट्ी यकरय कर टिया र्था ीू , 1956 में ल.आई.सी. अध नि यम इाररत यकया
र्था, और या अध नि यम 1-9-1956 सव लागू ाुआ र्था
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55 भारतीय और 52 गैर-भारतीय कम्इनि यों का विलय कर व कव बाि चार सामान्हय बीमा कम्इनि यों
की सर्थाइ ा करतव ाु िर्षय 1972 में सामान्हय बीमा (िीसमें गैर-ीीि कारोबार अर्थायत ् संइित्त का
बीमा यकया ीाता ाै ) का भी राष्ट्ी यकरय यकया गया र्था

भारत सरकार व, भारतीय अर्थयव्यिसर्था का उिार करय करतव समय, भारतीय ी संख्या तर्था इसकव
आकार और अन्हय विकास्ील िव ्ों की तल
ु ा में बीमा कव कम ग्राय-सामर्थयय की िह ा सव बीमा क्षव्र
कव उिार करय की ीरूरत भी मासस
ू की र्थी

्रवारं भ में , सरकार व िर्षय 1993 में या अधयय कर व कव िल मल्ाो्र ा सिमनित का ग यकया र्था
यक कया बीमा क्षव्र को नि ीी क्षव्र की कम्इनि यों कव िल खोला ीा ा चाटा

इस सिमनित व बीमा क्षव्र कव उिार करय, नि ीीकरय और िै्िीकरय ( ल.इी.ीी.) की िसफारर् की


र्थी िर्षय 1999 में, आई.आर.डी. . अध नि यम, 1999 कव माधयम सव ‘’बीमा विनि यामक िं विकास
्रवाध करय’’ ामक ्रवाध करय की सर्थाइ ा की गई र्थी

बीमा उद्ययोग कव उिार करय सव भारतीय अर्थयव्यिसर्था, सरकार, उद्योग, कमयचार , और उइभोकता
तर्था समाी को नि म् िलणिखत ्रवकार सव नि :संिवा रूइ सव लाभ ाोगा:-
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थषव्यवतिथा को ल ाभ

 त्िररत नि िव्
 ीीि में गय
ु ित्ता सु ार ( ीोणिखम किर)
 ्रवनितसइ ाय सव उइभोकता-टातैर्षी उत्इाि आ ंगव
 बडव इैमा व इर नि ध यर ं ीुिा ा
 ्रवमख
ु इररयोी ाओं कव िल बीमा िं इु :बीमा सवु ि ा ं
 सििव ् में किर की गई नि यायत इररयोी ा

सरकार को ल ाभ

 अिसंरच ा कव िल ि र्ायिध नि ध यां


 ि र्ायिध कव िल गय बाह ार सा उइलद ता
 संिध त
य रोह गार अिसर और क्षनितइनिू तय
 ग्रामीय, सामािीक तर्था वइ डव िगों का वित्तीय बोक कम ाुआ ाै
 आइिाओं में योगिा (सामािीक िानियत्िों की टाससविार )

उद्योग को ल ाभ

 तक ीकी वि्वर्षज्ञता का ासतांतरय


 िी उत्इाि और मल्
ू यनि ायरय विकल्इ
 राष्ट्ी य कम्इनि यों कव िल उन्ह त संभाि ा ं
 बाह ार चािलत अर्थयव्यिसर्था सव सबसव ययािा लाभ ग्रााक को ाोगा

उाभोकिा को ल ाभ

 कम कीमतों इर उत्कृाष्ट्ि गय
ु ित्ता
 उत्इािों की व्याइक इसंि
 ग्रााक को वि्ि-सतर य सविा
 बीमा का संिध त
य ग्राय-सामर्थयय

कमयचार को लाभ

 मा ि संसा विकास
 ‘कला काययइद्धनितयों की िसर्थनित’ कव िल ्रवकि करय
 ौकर कव अध क अिसर
 उचचतर इारर्रमिमक
 व्यािसानियक ्रवबं काययइद्धनितयां
समाज को ल ाभ - बीमा कम्इ ी अध नि यम कई ्रवकार सव संरक्षक कव रूइ में कायय करता ाै :-

 बडव उद्योग, व्याइार तर्था संइित्त कव िल ीोणिखम किर


 इयायिरयीय ीोणिखम कम ाो ीातव ा
 ‘िककर मारकर भाग ा’ मामलों में मआ
ु िह ा
 ्रवकृानित कव ीोणिखम – कम बारर् आटि को किर कर व कव िल फसल बीमा
 सामािीक िानियत्ि बोक बंि ीाता ाै
 ि्क्षा धचयकत्सा सिासर्थय िर्
ु िय ा
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ाशज
ू ी तनवेेि वव्िीय कारोबार

तनवेेि प्रतितिाधाष

जीवन बीमा तनवेेि

सरकार व ्रवनितमा नि ायररत यक ा यक कैसव बीमा कम्इनि यर ं अइ ी नि ध यों का नि िव् कर सकती


ा यव ्रवनितमा नि म् िलणिखत ा:-

ीीि -बीमा का कारोबार कर व िालव ्रवत्यवक बीमा-कताय को नि म् िलणिखत ्रवकार सव नि िव् कर ा ाोगा
और ार समय नि िव् ब ा रख ा ाोगा:-

 सरकार ्रवनितभनिू तयों में 25%


 सरकार ्रवनितभनिू त अर्थिा अ म
ु ोटित ्रवनितभनिू तयों में 50% सव कम ा ं (उइयक
ुय त (1) सटात)
 अिसंरच ा तर्था सामािीक क्षव्र में 15% सव कम ां ख) ‘’अ म
ु ोटित नि िव्ों सव इतर’’ में
अन्हय इी
ूं ी बाह ार नि िव् में 35% सव अध क ा ,ं यकसी भी िसर्थनित में नि ध कव 15% सव
अध क ां
 उइयक
ुय त सव, या धया रखा ीा गा यक सरकार व बीमाकताय को नि ध यों को रायय तर्था कें्
सरकार, अिसंरच ा क्षव्र ों, सामािीक क्षव्र तर्था ग्रामीय क्षव्र और इी
ूं ी बाह ार में चै ल कर व
कव िल काा ाै (विसतत
ृा दयोरव कव िल बीमा विनि यामक विकास ्रवाध करय द्िारा ीार
यक ग नि िव् विनि यमों का अिलोक करें )
यव
ु ा एवश एकल

सेेवातनव्ृ ्ि केे शल ए योजना जीवन की वतिथाएँ नव वववाहहि

मािा-वािा होनेे का गौरव

सरकार को ल ाभ

क) अर्थयव्यिसर्था का विकास कर व कव िल ि र्ायिध नि ध यां और गय सा उइलद ाोतव ा


ख) सडकें, इल
ु , संचार, आिास आटि सिृा ीत कर व कव िल अिसंरच ा नि ध यर ं उइलद ाोती ा
ग) ग्रामीय तर्था सामािीक क्षव्र में नि िव् सव सरकार ्रवयासों को सायोग िमलता ाै
र्) इी
ूं ी बाह ार: यटि बीमाकताय इी
ूं ी बाह ार में नि िव् कर राा ाै तो उद्योग अइ ी उत्इाि
क्षमता ब़ाा सकता ाै िीससव अर्थयव्यिसर्था में िवृा द्ध इर कई गय
ु ा ्रवभाि इडवगा

सार

 बीमा ामारव ीीि कव िल ीरूर सा ाो गया ाै


 या कविल सरु क्षा ्रविा करता ाै अवइतु भविष्ट्य कव िल बचत भी करता ाै
 यि
ु ािसर्था में भलव ा ीरूरत मासस
ू ाो इरन्हतु ीैस-व ीैसव आिमी की उम्र ब़ा व लगती ाै तो
िा अइ व इररिार कव ्रवनित िीम्मविार मासस
ू कर व लगता ाै
 बीमा िव ् कव आधर्थयक विकास में भी मिि करता ाै
 इसकव अलािा, यटि लोग अइ व ितयमा तर्था भविष्ट्य की ीरूरतों को लवकर अइ ा धया
रखतव ा तो सरकार उ की नि ध यों को अध क उत्इािक तर कव सव खचय करव गी
ारीक्षा

1. सा विकल्इ का चय करें
क) ीीि में कविल ब़ा
ु ाइा ा नि ि्चत ाै
ख) ीीि में ब़ा
ु ाइा और मत्ृा यु नि ि्चत ा
ग) ीीि में िर्
ु िय ा नि ि्चत ाै
र्) ीीि में बीमार नि ि्चत ाै

2. ीीि बीमा कारोबार का भारत में यकस िर्षय राष्ट्ी यकरय यकया गया र्था
क) िर्षय 1956
ख) िर्षय 1947
ग) िर्षय 1972
र्) िर्षय 1938

3. सामान्हय बीमा कारोबार का भारत में यकस िर्षय राष्ट्ी यकरय यकया गया र्था
क) िर्षय 1956
ख) िर्षय 1947
ग) िर्षय 1972
र्) िर्षय 1938

4. ीीि बीमा कम्इनि यर ं यकसकव द्िारा नि ायररत यक ग ्रवनितमा ों कव अ स


ु ार नि ध यों का
नि िव् कर रा ा
क) आई.आर.डी. .
ख) सरकार
ग) बीमा कम्इ ी
र्) संसि

5. बीमा क सामािीक सरु क्षा सा ाै


क. सत्य
ख. कू

6. बीमा सम्भाव्यता कव का ू इर कायय करता ाै


क. सत्य
ख. कू

7. सा कर्थ का चय करें
कर्थ क:बीमा कविल तभी ्रवासंधगक ाै यटि आधर्थयक क
ु सा की संभाि ा ाो
कर्थ ख: ऐसी र्ि ा ीो नि ि्चत रूइ सव र्टित ाोगी और बीमाकृात ा ं यकया ीा सकता
उत्तर:
क) कविल क सत्य ाै
ख) कविल ख सत्य ाै
ग) िो ों सत्य ा
र्) िो ों में सव कोई भी ां

8. सा कर्थ का चय करें
 कर्थ क: बीमा सरु क्षा का भाि ्रविा करता ाै
 कर्थ ख: बीमा सनिु ि्चत करता ाै यक कोई क
ु सा ा ं ाोगा

उत्तर:
क) कविल क सत्य ाै
ख) कविल ख सत्य ाै
ग) िो ों सत्य ा
र्) िो ों में सव कोई भी ां

9. सा कर्थ का चय करें
 कर्थ क: बीमा सामािीक लागतों में कमी करता ाै
 कर्थ ख: बीमा सामािीक सरु क्षा का क सा ाै
उत्तर:
क) कविल क सत्य ाै
ख) कविल ख सत्य ाै
ग) िो ों सत्य ा
र्) िो ों में सव कोई भी ां

10. आई.आर.डी. . अध नि यम कव माधयम सव यकस िर्षय में बीमा विनि यामक िं विकास
्रवाध करय की सर्थाइ ा की गई र्थी
क) िर्षय 1999
ख) िर्षय 2001
ग) िर्षय 1977
र्) िर्षय 1956

1 2 3 4 5 6 7 8 9 10
त क ग क क क ग क ग क

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