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तु म इतना ते ज़ गाड़ी चला रहे हो !

ा बात है , इतनी ज ी मचा रहे हो !!

चंद रे खाओ का खेल है मुक़ र !


म ी से रे खाओ को यूँ िमटा रहे हो !!

आँ खों म म ी, िसं टी लबों पर !


बु रा हाल है , कहा मरने जा रहे हो !!

ना सर पे हे लमेट, ना िस ल की िच ा !
िदखावे के शौक म ों डूबे जा रहे हो !!

बन जाएगी क गाड़ी यह तु ारी !


ों अपनी क खुद खोदे जा रहे हो !!

तु म इतना ते ज़ गाड़ी चला रहे हो !


ा बात है , इतनी ज ी मचा रहे हो !
Irshad Khan

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