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आपत्ती / जवाब ओर से िवपक्षी अंिकत जैन s/o श्री सुशील कुमार जैन आयु -
प्रकार है :-
बताए जा रहे हैं तथा िवपक्षी के िवरुद्ध भड़काया जा रहा है। उक्त कथन
पुत्र का जन्म होना स्वीकार है तथा शेष कथन पूणर्तया गलत व् असत्य हैं
तथा मनगढ़ंत है तथा घोर आपित्तजनक है। वािदनी द्वारा िवपक्षी के मासूम
अबोध पुत्र उक्त झूठे व् मनगढ़ंत असत्य तथ्य बताए जा रहे हैं तथा
प्रित तथा िवपक्षी के अबोध पुत्र के प्रित भी क्रूरता है। िवपक्षी तथा उसके
की।
तथा वािदनी व् पुत्र का िवपक्षी के साथ हैदराबाद में रहना स्वीकार है शेष
तथा उसे बार-बार पिरवािदनी द्वारा दायर केसों में गािजयाबाद आना पड़
असत्य है तथा स्वीकार नहीं है उक्त धारा में किथत झूठे तथ्य, पिरवािदनी
हैं। सत्य यह है िक 2016 - 2017 में पुत्र की आयु 3-4 वषर् के बीच
होने पर प्रितवादी ने उसका दािखला “ग्लोब टोटेसर्” स्कूल में कराया तथा
अपने पुत्र से बहुत अिधक प्रेम होने के कारण तथा बच्चे की उिचत
की पूतीर् कर सके तथा साथ ही साथ बेटे को सुबह स्कूल छोड़ सके तथा
दोपहर में ऑिफस जाने से पहले अपने पुत्र को स्कूल से वापस ला सके।
द्वारा दायर तलाक यािचका में दबाव बनाकर तलाक प्राप्त करने हेतु दायर
िकया गया है। िवपक्षी अपने साथ रख कर अपने पुत्र व् पत्नी दोनों का
भरण पोषण करने के िलए तैयार है व् तत्पर है। वाद पत्र यािचका में पुत्र
उसके पिरवार तथा एकमात्र पुत्र के प्रित क्रूरता गिठत करते हैं ।
तथा इस दौरान मंिदर मंिदर पूजा प्राथर्ना करने के पश्चात तथा माता
अपना पिरवार और खुद को देखा तथा पुत्र अनीश के जन्म के कुछ समय
रात में बीच में जागकर रोते बच्चे को चुप कराना गोदी िखलाना आिद
सभी कायर् करता रहा क्योंिक िवपक्षी अपनी पत्नी व् बच्चे से बेहद प्यार
करता है।
िवपक्षी की सेहत पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा लेिकन इसके बावजूद अपने
पुत्र व् पत्नी से अथाह प्रेम के कारण िक बच्चे की देखभाल में कोई कमी
बच्चे को नहलाना स्कूल हेतु तैयार करना आिद सभी कायर्, िवपक्षी ने
िबना िकसी िशकायत के िकये तथा बच्चे का स्कूल में एडिमशन, फीस
आिद सभी खचेर् सदैव वहन िकए तथा िवपक्षी ने स्वयं रात-रात भर
पूरा िकया। िजस बच्चे को िवपक्षी अपनी जान से भी ज्यादा प्यार करता
के मन में घृणा पैदा कर रही है यह बहुत ही दुखद एवं क्रूरता पूणर् है।
यथासंभव इनके दबाव में इनकी बात मानता चला आ रहा था लेिकन
केसों में फंसाने की धमकी दे रहे थे। िवपक्षी द्वारा पिरवािदनी की बात ना
मांग करने लगी िवपक्षी द्वारा तलाक देने से इं कार करने पर माननीय
पिरवार न्यायालय गािजयाबाद में वाद संख्या 1235/ 2018 तलाक हेतु
दायर कर िदया तथा तलाक हेतु दबाव बनाने के िलए बच्चे से भी िवपक्षी
प्रित घोर क्रूरता है। िवपक्षी को पुत्र से िमलने का अवसर िदया जाए।
18)यह िक िवपक्षी िदनांक 13/6/2018 से अभी तक बेरोजगार है तथा
है तथा समाज में िवपक्षी की बदनामी हो रही है तथा िजस बच्चे के प्रित
5 वषर् तक अपनी जान से ज्यादा प्यार िकया, उसे उसके एकमात्र पुत्र
िवपक्षी की सुपुदर्गी में िदया जाना न्यायिहत में अित आवश्यक है।
िकया जावे।