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श्रीपण

तम् हाण
योजना यह जानने के �लए..�क
0 आप क्य पढ़ाना चाहते ह�? अच्छाभोजन बनाने के
�लए पता होना चा�हए �क
भोजन कैसे बनाया जाता
0 आप यह क्य पढ़ाना चाहते ह�? है , उसके �लए क् या और
कैसी सामग्री चा�हए होग
और �कतना समय लगेगा,
0 �वद्या�थर्यको इसके बारे म� पहले से उसी तरह अच्छे �श�ण के
�कतना पता है ? �लए भी आपको योजना
बनाना जरूर� ह ै

0 यह पढ़ाने म� आपको �कतना समय लगेगा?

0 पढ़ाने के �लए आपको क�ा म� �कन चीज� क� आवश्यकता पड़ेग?

0 आप चरण दर चरण कैसे आगे बढ़� गे?

0 आप कैसे जान�गे �क �वद्याथ�सीख गए ह�?


उद्देश
उद्देश्य तय करते समय इन बात� को ध्यान म�रख� :

आप क्या
0 �वद्याथ�कौन-सा काम पूरा कर� गे? चाहते ह� :
�वद्याथ�क्या
और कैसे
0 कौन-सी �वषयवस्त आप चाहते ह� �क वे सीख�? सीख�?

0 वे �कन प�रिस्थ�तय म� यह सीख�गे?

उदाहरण के �लए : �वद्याथ� फूल� को देखने और �मलत-जलु ते फ्लै


काड� से उनका �मलान करने के बाद फूल के भाग� को �चिह्नत कर�ग,
उनके रेखा�चत्र बनाएँगे और नाां�कत कर�गे

शुरुआत कर..
�वद्या�थर्य� को जानना और उन्ह� क
म� सहज वातावरण उपलब् धकरवाना
महत्वपूणर् है। तभी वे सीखने के �ल
तैयार ह�गे।

0 �वद्याथ� स्वयं वह सब ग्रहण करने को तैयार नह�ं होते जो आप पढ़ाते ह�। उ


रु�चपैदा कर� । उनका ध्यान आक�षर्कर� । उनके पव
ू ्र �ा का अनम
ु ान लगाएँ।

0 शुरुआतगीत, खेल या ऐसी तसवीर� से कर सकते ह� जो उन्ह� �वषय पर सोचने


और उसके बारे म� बात करने क� ओर ले जाएँ।
समय : �कसके �लए �कतना..
0 तय कर� �क एक �निश्चत समय म��कतना काम �कया जा सकता है ।

0 योजना को खण्ड� म� बाँट ल�ता�क �कसी तरह के बदलाव क� िस्थ�त म� ग�


को कम या अ�धक �कया जा सके।

उदाहरण के �लए
11.00 – 11.10 : प्रारिम्ग�त�व�ध

11.10 – 11.20 : एक फूल का अवलोकन और उसक� चीर-फाड़

11.20 – 11.30 : फ्लैश काड्र्स से �मलान आ� बहुत अ�धक


शा�मल करने से
बच� । अन्यबात�
के �लए भी
गज
ुं ाइश रख�।
चरण
�वद्याथ� अकेले या
टोल� म� काम कर
0 पाठ क� चरण-दर-चरण योजना बनाएँ। सकते ह�।

उदाहरण :
0 एक फूल का अवलोकन और चीर-फाड़।
0 फ्लैश काड्र्स का �मल
0 फूल के भाग� के रेखा�चत्र और उन्ह� नाम देना आ �वद्या�थर्यको
अपनी ग�त से
सीखने के �लए
समय द� । कुछ
तेजी से सीखते ह�।
कुछ को अ�धक
प्रत्येक �वद्याथ� अपने ढंग से सीखता समय लग सकता
कुछ पढ़ और समझ सकते ह�। कुछ को है ।
देखना और सनु ना आवश्यक लगता है जब�क
कुछ अपने हाथ� से करके सीखना चाह� गे।
सीखने के इन सभी तर�क� को जगह द� ।
सोच-�वचार
0 क�ा के अन्तम� कम से कम 10 �मनट अलग से रख� ता�क
�वद्याथ�प्रशपछ
ू सक�।

0 शुरुआतचचार के रूप म� हो सकती है और बाद म� खोजी प्रश्न हो सकत।

0 यह समय स्पष्ट�क (शंका समाधान) के �लए भी हो सकता है ।

फूल� पर पाठ के दौरान उससे


सम्बद्ध क�वत, गीत, कला,
हस्त�शल, नतृ ्य आ�द के
माध्यम से क�ा को जीवन्
बनाया जा सकता है । इससे
�वद्याथ� �व�भन्न �वषय� क
आपसी सम्बन्ध को भी सम
पाएँगे।
�नष्कषर
पाठ का अचानक अन् कर �दया जाए तो �श�ाथ� असहज महसूस करते ह�।

बेहतर होगा �क �वद्या�थर् को सार म� बता �दया जाए �क उन्ह�न क्य सीखा
है ।

स् पष् �नष् कष तक पहुंचने के �लए पयार्प समय द�िजए।

इसका अथर् यह नह�ं है �क


कुछ प्रश्न अनुत्त�र
छोड़े जाएँ और �वद्या�थर्य
को सोचने तथा और अ�धक
जानने के �लए प्रे�रत
�कया जाए।
आकलन
पूरे पाठ के दौरान अलग-अलग समय पर समग्र तथा �नरन्तर आकलन जार� सकता
है । �मसाल के तौर पर, आप �वद्या�थर्य� का �नम्न�ल�खत �बन् दुओं पर आकर
सकते ह� :
केवल याददाश्त जाँचने वाले
0 अवलोकन और चचार प्रश्क� बजाए ऐसे प्रश
0 ट�म के साथ काम पछ
ू � जो �वद्या�थर्य� क
0 फ्लैश काड्र्स का �म कल्पन, तुलना और अन्तर
करने, आँकने-जाँचने और
0 �चत्र बनाना और नामां�कत करन
अवधारणाओं को लागू करने
0 शोध काय्
र आ�द । के �लए प्रे�रत कर

आकलन का सम्बन्ध पाठ के उद्देश् य� से होता है। आकल�नकलकर


आना चा�हए �क ये उद्देश् य पूहुए ह� या नह�ं।
गह
ृ कायर गह
ृ कायर् मजेदार होना
चा�हए ता�क बच्च� का
उसे करने का मन करे।
बार-बार �कए जाने वाले
�नरथर्क अभ्यास� स
गह
ृ काय्र का उपयोग �नम्न�ल�खत क बो�रयत ह� पैदा होगी।
�लए �कया जा सकता है :

0 �फर से द ुहराव और आकलन। उदाहरण – फूल का रे खा�चत्र बनाना औ


फूल के भाग� के नाम �लखना।
0 शोध – �मसाल के तौर पर, अड़ोस-पड़ोस म� आम तौर पर पाए जाने वाले 10 फूल
और उनके नाम जानना।

�दए गए शोध कायर् म��वद्या�थर्य� कमाता-�पता और समुदाय को भी जोड़ा जा सकता


है । बच्चे अपने आसपास के तथ्य� क� जानकार� प�रवार के सदस्य� और अ-पड़ोस के
लोग� से बातचीत करके हा�सल कर सकते ह�।
एक सम्पूणर् पाठ योजना म� यह सब होनचा�हए :

0 �वषय जो पढ़ाया जाना है ।


क�ा म� स्व:स्फूत,
0 �वषयवस् तु/ उप �वषयवस् तु
स्वाभा�वक ढग से, पाठ
0 �कस क�ा / ग्रेके �लए है । योजना से हटकर भी काम
करने को तैयार रह� । ले�कन
समय रहते �वद्या�थर्य� क
0 संसाधन िजनक� आवश्यकता होग।
वा�पस �वषय / ग�त�व�ध
0 समय जो पाठ पूरा करने के �लए पर ले आएँ।
आवश्यक होगा।
0 पाठ के उद्देश्

0 पाठ योजना के चरण।


0 सोच-�वचार और दोहरान।
0 आकलन / गह क�ा के बाद पाठ-योजना पर �वचार कर� ।
ृ कायर्
क्या कारगर रह, क्यानह�ं और क्य? क्या
आप अगल� बार इसी पाठ को अलग तर�के
से कर� गे?
पाठ योजना
बनाने का आनन् द ल�

रचनात् म और कल् पनाशी रह� ।

अँग्रेजसे अनव
ु ाद : रमणीक मोहन सम् पाद : राजेश उत् साह�

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