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ननित्ययानिन्द प्रभभ चयाललीसया

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जय बलरयाम अभभन्नि ननितयाई । जय जयान्हवया


पनतहह प्रभभरयाई ।।1।।

जय जय ससेवक ववग्रह रूपया। ससेव्य गगौर कक


दयास अनिनपया।। 2।।

जय जय ननित्य गगौर कउ ससंगगी। ससेवहह गगौरहभ


नियानिया ररगगी।।3।।
गगौर ककष्ण अवतररनि मल
न या । आहद परभ सभ
ववस्तयारली खसेलया।।4।।

स्वयसं रूप अभस बसेद बखयानिसे। सकहह अभभन्नि


स्वयासंश उपजयानिसे।।5।।

प्रथम अभभन्नि रूप बलरयामया। ससेवक ससेव्य एक


भगवयानिया।।6।।

नियाम रूप कक भसेद द्ववरूपया। अन्यथया एकभ तत्व


अनिनपया।।7।।

रूप ववखसंडडित कबहभर नि ह्वव हह। सचचदयानिन्द बसेद


कहहह हह।। 8।।
ननित्ययानिन्द ववववध कर रूपया। प्रकटहह रूप
अनिन्त अनिनपया ।।9।।

धयाम भससंघयासनि पद कउ चगौककी।मभकभट बब्रिछ


उपकरण अनिसेककी।।10।।

सकहह रयाम ननिज रूप कभ लसेवव्ह। सकहह रयाम


प्रभजभ कसे ससेवहह।।11।।

सकहह प्रथम चतभव्यनह


र्व्यू रूपया । करर ववस्तयार बहभ
ववचध रूपया ।। 12।।

पनभ नि हरर ककहट चतभ


भ भज
र्व्यू रूपया।सजहहसं बवकसंभ ठ
हदव्य अनिनपया ।।13।।
द्ववतगीय चतभ
भ भज
र्व्यू सकहह रचहह । सबहह रूप तसे
हरर कसे ससेवहह।।14।।

नतननितसे प्रथम पभरसभ अवतयारया। कयारनि


जलननिचध ककीन्ह पसयारया।।15।।

ककहट ककहट ब्रिह्मयासंडि अपयारया।सकहली रयाम नछद


उपजयारया।।16।।

दस
न रू पभरसभ सबसे ब्रिह्मसंडिया। गभर्भोचधक ननिचध
शयनि करन्दया।।17।।

नतननितसे प्रथम जगीव उपजसेहसे । नतनिहहसं बबरसं चच


बसेद अस कहहहव ।।18।।
तगीसरू परु
भ सभ सबसे घट भगीतर। कगीरकहदक ननिचध
शयनि ननिरन्तर।।19।।

जब जब हरर जन लव अवतयारया। तब तब ससेवक


रूप तकहरया।।20।।

तसेतया रयाम रूप अवतयारया। अनिभज भयात कसे रूप


उपयारया।।21।।

द्वयापर प्रकटहह ननिज भगवयानिया। सखया भयात कसे


रूप उपयानिया।।22।।

कभलयभग प्रथम चरण जब पयावहह। सक हली


ककष्ण गगौर बनि आवहह।।23।।
ककष्ण अवतयार गगौर नि भयाई। एकहभ तत्व
जयाननिहक तयाईं।।24।।

शगी कसे भयावयास्वदनि हसे तभ।नियामहहसं ककीतर्व्यूनि ववतरण


हसे त।भ ।25।।

ककष्णहभ धरसे गगौर अवतयारया। बसंग मयारहहसं निवद्वगीप


पधयारया।।26।।

तबहली रयाम ननितयाई रूपया।एकचक प्रकटहह


अनिनपया।।27।।

तयाल मद
क सं ग झयासंझ बजवयानिया। ललीलया कसे उपयकगगी
नियानिया।। 28।।
ननित्ययानिन्द सबहह कउ सयाहहब। ललीलया हसे तभ रूप
लसे आइब।।29।।

शवकत शवकतमतकर अभसेदया।कहहह सभनिहह


अभस ससंतनि वसेदया।।30।।

नतननि ककी शवकत अनिसंग मसंजरली। रयास कसेभल मर


रयास करवन्त।।31।।

नतनि ककी ककपया बबनिहभर हसे भयाई।रयाधया ककष्ण भमलहभर


कसे नियाहहसं।।32।।

नियामगी नियाम भसेद ककछभ नियाहली।गगौर ननितयाई


जयाननिहक तयासंहलीसं।।33।।
ककष्ण नियाम अपरयाध ववचयारसे । गगौर ननितयाई नियाम
सबभ तयारसे ।।34।।

जद्दवप गगौर महया ककरपयालया।सबभ कक प्रसेम दसे हह


सब कयालया।।35।।

वजनि पसे गगौर ककपया नि कररहव ।तयासंहहसं ननितयाई प्रसेम दसे


दसे हर।।36।।

सक सयाहहब सबहहसं तसे ककपयालया।तयारहहसं म्लसेच्छ


यवनि ववकरयालया।।37।।

ननित्ययानिन्द ऐससेहभ सयाहहब। ससेवक ससेव्य रूप


धरर आइब।।38।।
ससेवक रुपसे हरर जन ससेवहह। नतननिकहभर जगीव ससेव्य
कर ससेवहहसं।।39।।

मक सयाहहब गगौरहभ ससेवहह हह।यहली भरकसक मक कक


ह्वव हह।।40।।

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