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Module 7 Insurance Obligation For Rural Sector Hindi
Module 7 Insurance Obligation For Rural Sector Hindi
आई.आर.डी.ए. ने अपने (ग्रामीण अथवा सामाजिक क्षेत्रों के प्रति बीमाकिााओं के दातित्व) ववतनिम,
2000 में उल्ेेख क यकिा क यक सामायि बीमा कारबबार करने वाेा प्रत्िेक बीमाकिाा स सीमा िक
ग्रामीण क्षेत्र में बीमांकन कारबबार करे गा
प्रथम ववत्िीि वष ा में के सके प्रीयमिम का कम से कम 2%
दस
ू रे ववत्िीि वष ा में सके प्रीयमिम का कम से कम 3% और
िीसरे और आगे के ववत्िीि वष म में सके प्रीयमिम का कम से कम 5%
ग्रामीण क्षेत्र कब वपछेी िनगणना के अनसार यकसी स्थान के प प में पभरषावष ि यकिा गिा क,
जिसकी िनसंखिा 5000 से अधिक न ीं ब
िनसंखिा का तनत्व 400 प्रति वगा यकेबमीटर से अधिक न ीं ब, और
कृवष कािा करने वाेी पप ष िनसंखिा का कम से कम 75%
षारि सरकार ने समेयकि ग्रामीण ववकास कािाक्रम (आई.आर.डी.पी.) के अंिगाि छबटे यकसानों,
सीमांिक यकसानों, कृवष मिदरू ों आदद के ेाष के येए ववयषयन कािाक्रम िप यकए स कािाक्रम
में केयरीि और रा ि सरकारें 50:50 आिार पर तनधि िबगदान करिी
न ‘वविेष बीमा िबिनाओं’ में प्रीयमिम दरें कम बिी और दावों की प्रयक्रिा कब सरे बनािा गिा
क
ग्रामीण बीमा सीएससी – ाीएिई प्रलिक्षण
ग्रामीण पॉयेयसिां
माेिी बीमा
‘मवेिी’ िब्द का आिि दिााई गई आि सीमा के षीिर तनम्नयेिख कि पिओं, दे िी, ववदे िी अथवा
दबनस्ेी ब, से क
1. दिाप गाि : 2 वष ा से 10 वष ा
2. दिाप षसें : 3 वष ा से 12 वष ा
3. अयषिनक सॉडं (गाि/षस प्रिाति) : 3 वष ा से 8 वष ा
4. बके (नपस
ं क बनाए गए बके और नपस
ं क बनाए गए नर षसे) : 3 वष ा से 12 वष ा
म त्वपण
ू ा दस्िावे़ह िब दावा यकए िाने के समि षेिे िाने की आवश्िकिा बिी क , वे नीचे ददए
गए :
दावा अधिसच
ू ना की एक प्रति पॉयेसी िथा प्रीयमिम रसीद की ोबटबकॉपी के साथ बीमा कम्पनी कब
उपेब्ि करवाई िािी क
पिओं की प चान िाि से बने कान के टक गों और/अथवा टक टू बनाने की पद्धति ावारा की िानी
चाद ए प्राकृतिक तनिान प्रस्िाव िथा पि-धचयकत्सक के प्रमाणपत्र में दिा यकए िाने चाद एं
कुक्कुटपालािब बीमा
संक्षक्षप्क िाारण
ि कक्कट पषियक्षिों की क्षतिपतू िा प्रदान करिी क जिसमें अंडा दे ने वाेी, सीख कों पर षन
ू े िाने वाेे
और अंड-िनन-स्थान वाेे पक्षी िायमे (प्रिनन स्टॉक) िब ववदे िी और संकर प्रिाति के बिे
ि िबिना कक्कटपाेन ोामम के येए ेागू क जिसमें िबिना रेणी/गकर-िबिन रेणी के अंिगाि
पषियक्षिों की यिन
ू िम संखिा िायमे ब
प्रमि
ु यबषेध:
िानबझ
ू कर िखमी करना, यकसी षी सािन से पभरव न, चबरी िथा चबरी-तछपे बबक्री, िानबझ
ू कर
काटना, पषियक्षिों से सम्बंधिि श्वेिकणबत्पादक किक की ववृ द्ध के रबग, िद्ध िथा नायषकीि ख किरे ,
गेि प्रबंिन, कम बढ़बिरी, मन्ि-षक्षणिा, परषक्षी कारा वाई, स्थािी िथा आंयिक ववकेांगिा,
उत्पादन का नकसान और मानक तनष ेि
बीमांकब िाचार
ोामम में उसके स्विं की अथवा परामिा आिार पर पि-धचयकत्सक की सवविा अवश्ि बनी चाद ए
दााे
दावे केवे िषी स्वीकािा बिे िदद पक्षी-पभरवार में बीमाकृि ख किरों की वि से मत्ृ ि-दर तनिााभरि
‘अधिक’ सीमा कब पार करिी क उदा रणाथा, सीख कों पर षन
ू े िाने वाेों के येए प्रत्िेक बकच में
िनसंखिा का 5 प्रतििि ‘अधिक’ सीमा क
िंड I : मि
ू भक
ू कार
िंड II : बह
ृ क ् कार
मे
ू षि
ू पॉयेसी में िथा सच
ू ीबद्ध सषी ख किरों और ख कराब प्रबंिन और/अथवा िब पबष ण कयमिों की
वि से रबग बिे उय ें छबड़कर रबग की वि से मत्ृ ि कब कवर यकिा िा र ा क
दषाावनापण
ू ा अथवा िानबझ
ू कर िखमी करना, ि र दे ना, ेापरवा ी, बीमाकृि अथवा उसके
पभरवार के सदस्िों अथवा कमाचाभरिों ावारा त्रदट अथवा चूक
गेि िरीके से और अक्षम प्रबंिन िथा ख कराब प्र स्िन
यकसी व्िजक्ि का ववश्वासताि, सेंिमारी, धथिाना और चबरी
यकय ीं सािनों ावारा पभरव न
सामायि वारषाटा की जस्थति उत्पयन बने की व़ह से बाढ़ और िेौि
अनबंि में बीमाकृि रायि के तनिाारण के येए एक सत्र
ू ददिा गिा क पॉयेसी की अवधि साढ़े चार
मा (संिनन अवधि) क
दााे
स पॉयेसी के अिीन दावा यकए िाने अथवा दावा यकए िाने की संषावना वाेी यकसी जस्थति के
पकदा बने पर बीमाकृि 24 तंटों के षीिर कम्पनी कब ित्काे नबदटस दे गा, और उसके बाद चौद
(14) ददनों के षीिर परू ी िर से िकिार दावा प्रपत्र, और मछेीपाेन ववषाग/एम.पी.ई.डी.ए. के यकसी
अधिकारी अथवा यकसी िीव-वकज्ञातनक, आदद ावारा प्रमािणि ब्िबरों के साथ षेिेगा
सषी मि
ृ समरी केकड़े/झींगे कम्पनी के प्रतितनधि के समक्ष पेि यकए िाने चाद एं
ग्रामीण बीमा सीएससी – ाीएिई प्रलिक्षण
6 मा से 3 वष ा आि समू में सअ
ू र (दे िी/संकर प्रिाति/ववदे िी) बीमाकृि रायि पि की आि के
अनसार यषयन-यषयन बिी क दावा के येए दे ििा की सीमा बीमाकृि रायि का 80 प्रतििि क
पाेन-पबष ण अवस्था के दौरान पीक कीमि पर दर 5 प्रतििि क
िरगोि - 1 ददन से 4 वष ा के आि समू में सषी प्रिातििॉ ं रायि बािार कीमि का 100 प्रतििि
और दर 7 प्रतििि क , दावा षगिान बीमाकृि रायि अथवा बािार कीमि, िब षी कम ब, का 7
प्रतििि क
(क). कवरे ि दताटना अथवा रबग के प्रति क तनष ेि सामायि िौर पर मवेिी पॉयेसी में ददए गए
अनसार क परयि कवर यकए गए ववयि्ट पि के येए प्रासंधगक अतिभरक्ि तनष ेि ब सकिे
कछ म त्वपण
ू ा तनष ेि :
प ेे अनबंधिि रबग अथवा िबिख कम के िप बने की िारीख क से 5 ददनों के षीिर
प्राकृतिक मत्ृ ि-दर की वि से नकसान और/अथवा सामायि व्िापार नकसान
गेि िरीके से प्रबंिन और/अथवा ख कराब प्र स्िन की वि से नकसान
चबरी अथवा चबरी-तछपे बबक्री
मधम
ु क्िी बीमा
बीमा कॉपरे दटव सबसा टी से सम्बंधिि मिमक्ख की के छत्िों और/अथवा मिमक्ख की कॉेबनी पर ेागू
बिा क ि कवर मिमक्ख की के छत्िे और/अथवा मिमक्ख की कॉेबनी कब सषी दताटना नकसान
अथवा न्ट बने के मामेे में क चबरी िबिख कम अतिभरक्ि प्रीयमिम के षगिान पर कवर यकिा िा
सकिा क
म त्वपण
ू ा तनष ेि :
(क) मिमक्ख की के छत्िे की कीमि और (ख क) मिमक्ख की कॉेबनी की ेागि के येए कीमि बीमाकृि
कीमि के प प में ेी िाएगी
रा ि ख कादी एवं ग्राम बबडा अथवा ख कादी एवं ग्रामबउािबग आिबग ावारा उपेब्ि करवाए गए आंकड़ों
के आिार पर एक स मि मल्
ू ि-तनिाारण स्वीकार यकिा गिा क
लॉलिसी की मख्
ु ि िािेषकाएं
कारे ज़
अनसच
ू ी में विणाि बागवानी/पौिरबपण ोसे कब तनम्न से क्षति
(1). अजनन, िंगे की आग और झाड़ी आग सद ि
(2). सौदायमनी
(3). आिंकवाद
(4). दं गे और ड़िाे
(5). िो
ू ान, ओेावजृ ्ट, चक्रवाि
(6). बाढ़ और िेौि
स पॉयेसी में एक ववयि्ट ोसे-वार ख कंड िायमे क िब ख केिी की ववयषयन अवस्थाओं के िदनप पी
नपटों की ेागि के प्रतििि मान उपेब्ि करवािा क
बीमाकृक
बीमा केवे कृवष प्रिबिनों के येए प्रिक्ि यकए िाने े ि अनमबददि मेक की 25 एच.पी. क्षमिा िक
के अपकेयरीि पम्प सकटों पर प्रदान यकिा िािा क
ि कवर तनम्न कारणों से पम्प सकटों कब अप्रत्िायिि और अचानक क्षति के मामेे में क –
कछ म त्वपण
ू ा तनष ेि :
(1). िबड़ने, वकािाप िाने-आने की ेागि और सीिा ख कड़ा यकए िाने की ेागि
(2). पॉयेसी की िप आि के समि मौिद
ू ख कराबी और बीमाकृि कब िानकारी बना
(3). क्षति जिसके येए तनमाािा अथवा आपतू िाकिाा जिम्मेदार ब
(4). बीमाकृि रायि निा बदेने की कीमि के 100 प्रतििि का प्रतितनधित्व करिी क
प्रीयमिम की दरें सकट के प्रकार, िकसे ेकजक्िक अथवा डीिे/िेे और बसापावर, के अनसार यषयन-
यषयन बिी
ि केवे मिीनरी की ख कराबी िक ेागू एक्सेस क और एक्सेस सकट के प्रकार िथा बसापावर के
अनसार यषयन-यषयन बिी क
समू पॉयेयसिों, दीताावधि पॉयेयसिों िथा ‘कबई दावा न ीं’ के येए छूट
यबष्फि-कुऑ ं बीमा
बीमा षू िे ववकयसि करने े ि और कॉपरे दटव/वािणज िक बकों और रा्िीि कृवष एवं ग्रामीण
ववकास बक (नाबाडा) ावारा प्रािबजिि कओं, बबर वकेों की ख कदाई अथवा ख कदाई-कम्बबर कओं पर ेागू
बिा क
ि पॉयेसी बीमाकृि कब सषी यसववे तनमााण की ेागि, पजम्पंग उपस्कर िथा सके अनष ंगी की
ेागि कम करें , अथवा बीमाकृि रायि, िब षी कम ब, की सीमा िक बीमा की क्षतिपतू िा करिी क,
िदद कआं ववतनददा्ट मात्रा अथवा पानी दे ने में ववोे र िा क
बक ावारा प्रति- स्िाक्षभरि प्रस्िाव प्रपत्र के साथ तनम्न ेगाए िाने चाद एं:
(क). षयू म स्थे का सा ट प्ेान जिसपर कएं की ख कदाई की िानी क (सा ट का चिन िबनि
िे-वकज्ञातनक/षव
ू ज्ञ
क ातनक ावारा यकिा िािा क)
(ख क). स्थानीि म्ितू नयसपे प्राधिकरण की अनमति
कएं का तन्ोे बना तनिााभरि प्रतिमानों और रा ि सरकार ावारा गदठि जिेा/प्रख कंड प्रमाणन
अयषकरण ावारा प्रमािणि के संदषा में तनिााभरि यकिा िािा क
ग्रामीण बीमा सीएससी – ाीएिई प्रलिक्षण
लि-ु चालिक गाड़ी के लिए बीमा लॉलिलसिां ** व्िक्तक्कगक एां झोलड़ी बीमा
- ं बके
नर षसे, सॉड,
- तबड़ा/ख कच्चर
- गिा
- कँट
चाेक, स्वामी अथवा अयिथा, के येए व्िजक्िगि दताटना कवर (ग्रामीण कवर के अनसार)
ग्रामीण व्िक्तक्कगक द्
ु टपा
म बा बीमा
प्रीयमिम प्रति पॉयेसी तनिााभरि यकिा िािा क समू छूट और दीताावधि छूट उपेब्ि
झबपड़ी बीमा
ग्रामीण क्षेत्रों में बकों/कॉपरे दटव/सरकारी संस्थानों से ववत्िीि स ाििा से तनयमाि आवासीि झबपडडिां
य
आग, षक
ू ं प, िेौि, िो
ू ान, प्रषाव क्षति, दं गा, ड़िाे और दषाावनापण
ू ा क्षति के िबिख कम के प्रति
एक तनिााभरि बीमाकृि रायि के येए कवर की िािी
1. अजनन, सौदायमनी, िो
ू ान, चक्रवाि, बाढ़ िथा िेौि, षक
ू ं प, िँसाव, षस्
ू खेन, प ाड़ों का
िख कसकना
2. ववस्ोबट, दं गा, ड़िाे, दषाावनापण
ू ा क्षति, रे े/सड़क वा नों ावारा प्रषाव अथवा पि और
आिंकवाद
कारबबार 50 प्रतििि स -बीमा आिार पर रा ि सरकार के साथ बांटा िािा क
ं
सािारण दावों पर कािावा ी दावा िॉच-स -तनपटान अधिकाभरिों ावारा की िािी क
प्रमख क दावों िकसे बाढ़ और अजनन का सवेक्षण िथा तनिाारण बीमाकिाा ावारा गदठि कािा बे
ावारा यकिा िािा क
ग्रामीण बीमा सीएससी – ाीएिई प्रलिक्षण
3. कक्कट बीमा तनम्नयेिख कि में से यकस रेणी के पषियक्षिों के येए बीमांयकि न ीं यकिा िािा
क?
क. सीख कों पर षन
ू े िाने वाेे
ख क. अण्डा दे ने वाेी
ग. अण्ड-िनन-स्थान काई
त. एक ददन पराना मगाा
4. मिमक्ख की बीमा के अिीन नकसान े ि दे ििाएं नकसान तनिााभरि रायि और नकसान का
िेष व न करने वाेे बीमाकृि का ------------ प्रतििि क
क. 80
ख क. 60
ग. 70
त. 90
5. तनम्नयेिख कि में से कौन-से िबिख कम बागवानी/पौिरबपण बीमा पॉयेसी के अिीन कवर बिे
?
क. सख क
ू ा पभरजस्थतििां
ख क. िंगे आग
ग. प्रबे अयषिान में ववेंब
त. ठण्डी वाएं और गमा वाएं
1. क
2. क
3. ग
4. क
5. ख क
6. क
7. त
8. त
9. क
10. ख क