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ग््ाफिक एरा यूफिवफ्सिटी, अमर उजाला

ज्योतिष महाकुंभ देहरमदून बृहस्पडतवमर, 2 रई 2019


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ग््मडफक एरम पव्ातीय डवश््डवद््मलय रे् बुधवमर को आयोडजत अरर उजमलम-ग््मडफक एरम ज्योडतष रहमकुंभ रे् पंडित लेखरमज को डदखमने के डलए उरड्ी लोगो् की भीड् और ज्योडतषी एस गणेश को जन्रपत््ी डदखमते लोग। अरर अरर उजमलम

घर को रखोगे समफ तो बढ्ेगम ज्योडतष रहमकुंभ


रे् अपने पसंद
के ज्योडतषी को
ददा से करमहते
आए, अपने पैरों
जीवन रे् तरक््ी कम ग््मफ हमथ-पैर डदखमने
के
डलए उरड्े लोग
पर चिकर गए
प्ख् य
् मत वमस्ड्ु वद् पं. सतीश शर्मा ने बतमयम समफ-सफमई कम रहत्व, कहम- गंदगी संपन्नतम की सबसे बड्ी दुशर
् न
अमर उजमिम ब्यूरो गडियम, सव्माइकल
अमर उजमिम ब्यूरो स्पॉन्निलमइडटस, रमइग््ेन
देहरमदून। अमर उजाला व
देहरमदून। घर में साफ-सफाई रखना ग्राचफक एरा पवणतीय चवचव की
करर दद्ा से डरली डनजमत
तरतकी के िरवाजे खोलने जैसा है। ओर से आयोचजत ज्योचतष
घर में साफ-सफाई रखने से महाकुभ ं -2019 में हजारों लोग
सकाराममक ऊजाण आती है। इससे अपने जीवन की समस्याओं के
व्यचतत आनंचित और उमसाही रहता चनराकरण के चलए ज्योचतषीय
है, जो उसे बेहतर कायण करने के चलए परामशण लेने पहुंि।े इस िौरान
प्रेचरत करता है। प्रख्यात वास्तुचवि् गचठया, सवाणइकल
पंचडत सतीश स्पॉचडडलाइचटस, माइग्रेन, गंभीर
शमाण ने सफाई कमर ििण से परेशान लोगों का भी
का महमव चनशुकक इलाज चकया गया। ििण
बताते हुए यह से कराहते हुए कई लोग ज्योचतष
जानकारी िी। महाकुंभ में पहुंिे। जहां
उडहोंने कहा चक डयूरोथेरपे ी व रेकी चवशेषज्ञ चवजय
चजन घरों में कुमार चमश्रा ने उनके ििण को
गंिगी रहती है, ज्योडतष रहमकुंभ रे् पंडित डवनोद पोखडरयमल से भडवष्य के बमरे रे् जमनकमरी लेते लोग और पैर की रेखम देखकर उनके भडवष्य के बमरे रे् बतमते ज्योडतषी गीतमनंद सरस्वती। अरर उजमलम िुटचकयों में छूमतं र कर चिया।
वहां संपडनता प्रोजेन शोकडर की गंभीर ज्योडतष रहमकुंभ रे् करर दद्ा
कम इलमज करते वीके डरश््म।
पंडित सतीश शर्मा नहीं आती। बीमाचरयों से जूझ रही मचहलाएं,
उडहोंने कहा बमलरश में छमते जैसम है रत्नों कम प्रभमि पैर बतमते हैं लकस लदशम में जमएगम भलिष्य चजनका हाथ उठना तो िूर टस से कोई िवा नहीं िी गई। हाथ, पैर,
चक आमतौर पर लोग वास्तु से केवल बाचरश और तेज धूप होती है तो हम छाता ओढ़ लेते हैं। इससे बाचरश या धूप कम नहीं होती लेचकन हाथ ही नहीं पैर की रेखाएं भी भचवष्य का अनुमान लगाने में सहायक होती है। ज्योचतष मस तक नहीं कर पा रही थीं वे घुटने, कोहनी व एड़ी को खास
चनमाणण को जोड़ते हैं, लेचकन वास्तु हमारा कुछ बिाव हो जाता है। रमनों का भी हमारे जीवन में ऐसा ही प्रभाव पड़ता है। प्रख्यात महाकुंभ में पहुंिे पंचडत गीतानंि सरस्वती ने बड़ी संख्या में लोगों के पैर की रेखाएं िेखकर माि पांि चमनट ने अपना हाथ जगह पर माचलश करने व िबाने
रमनशास्िी पंचडत चवनोि पोखचरयाल ने जीवन में रमनों के प्रभाव की जानकारी िेते हुए यह बात उनका मागणिशणन चकया। उडहोंने न केवल अतीत के रहस्यों से पिाण उठाया बचकक भचवष्य
का प्रभाव केवल चनमाणण तक सीचमत कही। उडहोंने कहा चक रमनों को धारण करने से होने वाली घटनाओं को रोका तो नहीं जा सकता चसर के ऊपर तक ले गईं। गचठया के साथ ही ििण को छूमतं र चकया
की तस्वीर भी चिखाई। उडहोंने कहा चक चजस तरह हाथ की रेखाएं हमारे जीवन के संबंध में
नहीं है। साफ-सफाई एक ऐसा ही लेचकन उडहें आंचशक रूप से चनयंचित जरूर चकया जा सकता है। उडहोंने कहा चक हमारे जीवन पर बताती है, वैसा ही पैर की रेखाओं के साथ भी है। हालांचक पैर की रेखाएं िेखकर भचवष्य के ििण से कराह रहीं मचहलाएं जो गया। पंिकुला से आए डयूरोथेरपे ी
आयाम है, जो वास्तु को प्रभाचवत ग्रहों की िाल और व्यवहार से जो प्रभाव पड़ता है, उन पर रमनों का भी चनयंिण होता है। बताने वाले ज्योचतषी बेहि कम हैं। बमुचककल सीचढ़यां िढ़कर पहुंिी चवशेषज्ञ चवजय कुमार चमश्रा का
करता है। चजन घरों में गंिगी या थीं, वे डयूरोथेरपे ी से इलाज चकए कहना है चक उनके पास तमाम
अस्त-व्यस्त हालत होती है, वहां ठीक से सफाई न होने के कारण घर यह घर में नकाराममक माहौल बनाते को अच्छी तरह साफ करना िाचहए। कभी इस्तेमाल नहीं होता। ऐसी कहां लगा है, यह भी प्रभाव डालता जाने के बाि अपने पैरों पर ऐसे मरीज आते हैं जो इस थेरपे ी
िचरद्रता का वास होता है। वहीं, बेहतर में धूल-चमट्टी और मकड़ी के जाले हैं। इससे नकाराममक ऊजाण प्रवेश उडहोंने कहा चक घर में बेकार, टूटा- वस्तुओं को घर में न रखें। रसोई को है। चकिन में सफाई का चवशेष महमव िलकर गईं। इलाज की इस के जचरये कैंसर जैसी जानलेवा
साफ-सफाई वाले घरों में संपनता लग जाते हैं। आमतौर पर लोग इडहें करती है। इसचलए पूजा का स्थान तय फूटा या खराब सामान इकट्ठा न होने लेकर भी लोग अतसर सवाल पूछते है। यहां बनने वाले खाने पर ही प्रचिया में चकसी भी मरीज को बीमारी का इलाज करा रहे हैं।
रहती है। उडहोंने कहा चक अतसर बहुत गंभीरता से नहीं लेते। लेचकन करने से पहले िीवारों व घर के कोनों िें। ऐसे कई सामान होते हैं, चजनका हैं। रसोई में िूकहा कहां है और नल पचरवार का स्वास्थ्य चनभणर करता है।

ज्योडतष रहमकुंभ रे् सरमधमन डरले भरपूर, लोगो् की डचंतमएं हुई् दूर
देहरादून। अमर उजाला और ग्राफिक
एरा ज्योफिष महाकुंभ में भफिष्य उिझन को दूर करतम है टैरो कमडड मैं अपने कचरयर प्रचतस्पधाण के इस
जानने के फलए युिाओं में खासा टैरो काडड रीडर प्रीचतका मजूमिार ने कहा चक टैरो काडड चवधा के को लेकर बहुत िौरा में भचवष्य की
उत्साह देखने को फमला। कोई अपने अनुसार हमारा भचवष्य हमारे ही अविेतन में फीड होता है। जैसे चिंचतत था। चिंता एक बड़ा
कफरयर के बारे में जानने को उत्सुक गीता के अनुसार हम सबके मन ज्योचतष महाकुंभ में सवाल है।
फदखा िो कोई यह में एक संककप होता है और हम ज्योचतषयों ने मेरे ज्योचतचषयों से
जानना चाहिा था अरर उजमलम उसे अवकय पूरा करते हैं। वैसे ही भचवष्य को लेकर अपने भचवष्य की
फक उसे जीिनसाथी ग््मडफक एरम टैरो काडड कहता है चक हमारा सटीक जानकारी िी है। यह मेरे चलए बात की। अचधकतर बातें उडहोंने
कैसा फमलेगा और भचवष्य हमारे ही भीतर सुरचित है, फायिेमंि होगा। -ममतम, छािा
उसका जीिन कैसे ज्योडतष हमें बस उसे पढ़ना है। भारतीय काम वाली बताईं। -नमन, छाि
गुजरेगा। महाकुंभ में रहमकु ंभ रे् पचरप्रेक्ष्य में यह चवधा बिलते समय के साथ हर िीज में बिलाव आया है।
ज्योफिफषयों के आगे टैरो कमि्ा रीिर आध्याचममकता से जुड़कर और अचधक चवकवसनीय हो जाती है। इस ज्योचतषयों द्वारा बताए गए उपायों से अपने जीवन को
बड़ों के साथ ही चवधा में 22 मेजर काडड और 56 माइनर काडड होते हैं। उडहोंने कहा आसान बनाया जा सकता है। कचरयर और शािी
छात्र-छात्राओं का के आगे लगम शंख की ध्वडन सुनमकर लोगो् को उनके भडवष्य की चक अतसर िोराहे पर खड़े होकर हमें यह नहीं समझ आता चक हम ज्योडतष रहमकुंभ रे् कंप्यूटर से जन्रपत््ी देखती्
चवषय में लाभकारी जानकारी चमली। -आस्थम, छािा
जमािड़ा लगा रहा। रहम युवमओ् जमनकमरी देते पंडित डदनेश। अरर उजमलम चकस राह को अपनाए तब टैरो आपकी उलझन िूर करता है। आचमय्ा सुरन शर्मा। अरर उजमलम
बुधिार को ग्राफिक कम जरमवड्म ज्योचतष महाकुुंभ भचवष्य और शािी
एरा फहल यूफनिफसिटी
में आयोफजि ज्योफिष महाकुंभ में टैरो रीिर बोले, डकसी भी परेशमनी रे् करे् इस््ेरमल युवाओं के चलए
लाभकारी साचबत
को लेकर बहुत
चिंचतत थी। टैरो
युिाओं की पहली पसंद टैरो रीडर हुआ है। खुि के चरचडंग से मैंने
रहे। टैरो रीडर से युिाओं ने अपने टैरो भचवष्य बताने का एक अच्छा प्रारूप है। टैरो का चकसी टैरो वास्तव में चििों के माध्यम से भचवष्य जानने की कला है। चजस तरह
भी परेशानी में इस्तेमाल चकया जा सकता है। युवाओं में टैरो से हाथों की रेखाओं या कुंडली से भचवष्य जाना जाता है, उसी तरह यह भचवष्य को लेकर जीवन से जुडे़
कफरयर और जीिन साथी को लेकर मन में आशंका थी। महमवपूणण पहलुओं
बाि की। टैरो काडड रीडर ने कहा फक चरचडंग को लेकर अलग उमसाह िेखने को चमला। अपने चवधा संकेत, चिि, अंक, रंग ज्योचतष और पांि तमव जल, अचनन, वायु,
भचवष्य और शािी को लेकर युवाओं को सही राय िी गई है। पृथ्वी और आकाश आचि द्वारा मानव जीवन की उलझनों को सुलझाने में ज्योचतष द्वारा चिए गए सुझाव जीवन को जाना। जो अवकय ही मेरे चलए
टैरो पेचीदा मामलों को सुलझाने के में काम आएंगे। -सपनम, छािा लाभकारी होगा। -समक्षी, छािा
फलए फिश्िसनीय िरीका है। ब्यूरो -डॉ. प्रीत शममा, टैरो रीडर सहायक है। -डॉ. हरलिन, टैरो रीडर

इनको भी डकयम गयम सम्रमडनत

अरर उजमलम-ग््मडफक एरम ज्योडतष रहमकुंभ रे् ग््मडफक एरम एजुकेशनल ग््ुप के अध्यक्् करल घनशमलम, ज्योडतषी पंडित लेखरमज शर्मा, पंडित सतीश शर्मा, पंडित एस गणेश, पंडित चंद्शेखर शमस््ी, पीपीएस रमणम, डशवमनी खेतमन, रमं ड््तशमलम और पंडित केए दूबे पद््ेश को सम्रमडनत करती् रमज्यपमल बेबी रमनी रौय्ा।

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