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Article Credit: cleartax.

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1. जी एस ट या है ?
व तु एवं सेवा कर या जी एस ट एक यापक, बहु- तरय, गंतय-आधारत कर है जो येक मूल ्य म" जोड़ पर लगाया जाएगा।

इसे समझने के (लए, हम" इस परभाषा के तहत श,द. को समझना होगा। आइए हम ‘बहु- तरय’ श,द के साथ श0
ु कर" | कोई भी व तु 2नमा3ण से लेकर अं2तम उपभोग तक कई चरण. के
मा8यम से गुजरता है | पहला चरण है क9चे माल क: खरदना | दस
ू रा चरण उपादन या 2नमा3ण होता है | <फर, साम>?य. के भंडारण या वेहा3उस म" डालने क: यव था है | इसके बाद,
उपाद रटै लर या फुटकर AवBेता के पास आता है | और अं2तम चरण म" , रटे लर आपको या अं2तम उपभोता को अं2तम माल बेचता है |

यDद हम Aव(भEन चरण. का एक स>चत ्र Aववरण दे ख", तो ऐसा Dदखेगा:

इन चरण. म" जी एस ट लगाया जाएगा, और यह एक बहु- तरय टै स होगा। कैसे? हम शीG ह दे ख"गे, ले<कन इससे पहले, आइए हम ‘वैHयू ऐIडशन‘ के बारे म" बात कर" ।

मान ल" <क 2नमा3ता एक शट3 बनाना चाहता है | इसके (लए उसे धागा खरदना होगा। यह धागा 2नमा3ण के बाद एक शट3 बन जाएगा | तो इसका मतलब है , जब यह एक शट3 म" बुना जाता है , धागे
का मूHय बढ़ जाता है । <फर, 2नमा3ता इसे वेयरहाउ(संग एज"ट को बेचता है जो येक शट3 म" लेबल और टै ग जोड़ता है | यह मूHय का एक और संवध3न हो जाता है | इसके बाद वेयरहाउस उसे
रटे लर को बेचता है जो येक शट3 को अलग से पैकेज करता है और शट3 के Aवपणन म" 2नवेश करता है । इस कार 2नवेश करने से येक शट3 के मूHय म" बढ़ौती होती है |
इस तरह से येक चरण म" मौDLक मूHय जोड़ Dदया जाता है जो मूल 0प से मूHय संवध3न होता है । इस मूHय संवध3न पर जी एस ट लगाया जाएगा |

परभाषा म" एक और श,द है िजसके बारे म" हम" बात करने क: आवNयकता है – गंतय-आधारत। पूरे Aव2नमा3ण Oंख
ृ ला के दौरान होने वाले सभी लेनदे न पर जी एस ट लगाया जाएगा। इससे
पहले, जब एक उपाद का 2नमा3ण <कया जाता था, तो क"L ने Aव2नमा3ण पर उपाद शुHक या एसाइस Qयूट लगाता था | अगले चरण म" , जब आइटम बेचा जाता है तो राRय वैट जोड़ता है ।
<फर SबB: के अगले तर पर एक वैट होगा।

तो, पहले टै स लेवी का व0प इस तरह था:

अब, SबB: के हर तर पर जीएसट लगाया जाएगा। मान ल" <क पूरे 2नमा3ण <Bया राज थान म" हो रह है और कना3टक म" अं2तम SबB: हो रह है । चूं<क जी एस ट खपत के समय लगाया
जाता है , इस(लए राज थान राRय को उपादन और वेयरहाउ(संग के चरण. म" राज व (मलेगा | ले<कन जब उपाद राज थान से बाहर हो जाता है और कना3टक म" अं2तम उपभोता तक पहुंच
जाता है तो राज थान को राज व नहं (मलेगा | इसका मतलब यह है <क कना3टक अं2तम SबB: पर राज व अिज3त करे गा, य.<क यह गंतय-आधारत कर है | इसका मतलब यह है <क
कना3टक अं2तम SबB: पर राज व अिज3त करे गा, य.<क यह गंतय-आधारत कर है और यह राज व SबB: के अं2तम गंतय पर एकT <कया जाएगा जो <क कना3टक है ।

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