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ज म

कंु डली

Sunil Kumar

ज म िदनांक 19/1/1956

ज म का समय 2:27

Bareily, Uttar
ज म थान
Pradesh

अ ांश 28.367

देशा तर 79.43

समय े 5.5

1 AstroGuru
सामा य योितषीय िववरण

अवकहडा च घात च
वण िव माह फा गुन

व य जलचर ित थ 5,10,15

योिन गौ िदन शु वार

गण मनु य न अ लेषा

नाड़ी म य योग व

रािश मीन करण चतु पद

रािश वामी गु पहर 4

न उ र भा पद च मा 11

न वामी शिन

चरण 2
पंचांग िववरण
युज
ं ा भाग
िदन गु वार
तव जल
सूय दय 07:05:21
नाम अ छर थ
सूया त 17:40:25
पाया ता
ित थ शु ल ष ी

योग िशव

न उ र भा पद

करण कौलव

2 AstroGuru
ह भाव थित

ह व (R) रािश अंश पर रािश वामी न न वामी भाव

सूय मकर 04: 30: 36 शिन उ र षाढ़ा सूय 4

च मीन 09: 14: 36 गु उ र भा पद शिन 6

मंगल वृ चक 09: 52: 35 मंगल अनुराधा शिन 2

बुध R मकर 20: 11: 43 शिन ावण च 4

गु R संह 06: 40: 39 सूय मघा केतु 11

शु कु भ 08: 18: 51 शिन शतिभसा राह 5

शिन वृ चक 07: 16: 10 मंगल अनुराधा शिन 2

राह R वृ चक 21: 54: 06 मंगल ये ा बुध 2

केतु R वृष 21: 54: 06 शु रोिहणी च 8

ल तुला 29: 40: 29 शु िवशाखा गु 1

ल कंु डली नवमांश कंु डली


सू
मं


शु
गु
े श रा
11 बु गु
च मं
शु
बु
रा
सू
11 के श
मं श रा बु के

8 6 4 2
गु

9 5 5 गु 1

7 3

सू बु च मं श

1 9
10 4 6 12
शु सू

11 3 7 शु 11

12 2 8 10

च के रा

3 AstroGuru
िवंशो री दशा

शिन बुध केतु

17-08-1947 22:24 17-08-1966 16:24 17-08-1983 22:24


17-08-1966 16:24 17-08-1983 22:24 17-08-1990 16:24

शिन 20-08-1950 17:27 बुध 13-01-1969 07:51 केतु 14-01-1984 01:51

बुध 29-04-1953 20:36 केतु 10-01-1970 12:48 शु 15-03-1985 04:51

केतु 08-06-1954 16:15 शु 10-11-1972 09:48 सूय 21-07-1985 00:57

शु 08-08-1957 07:15 सूय 16-09-1973 20:54 च 19-02-1986 02:27

सूय 21-07-1958 06:57 च 16-02-1975 07:24 मंगल 18-07-1986 05:54

च 19-02-1960 14:27 मंगल 13-02-1976 12:21 राह 05-08-1987 18:12

मंगल 30-03-1961 10:06 राह 01-09-1978 21:39 गु 11-07-1988 15:48

राह 04-02-1964 09:12 गु 07-12-1980 19:15 शिन 20-08-1989 11:27

गु 17-08-1966 16:24 शिन 17-08-1983 22:24 बुध 17-08-1990 16:24

शु सूय च

17-08-1990 16:24 17-08-2010 16:24 17-08-2016 04:24


17-08-2010 16:24 17-08-2016 04:24 17-08-2026 16:24

शु 17-12-1993 04:24 सूय 05-12-2010 06:12 च 17-06-2017 13:24

सूय 17-12-1994 10:24 च 05-06-2011 21:12 मंगल 16-01-2018 14:54

च 17-08-1996 04:24 मंगल 11-10-2011 17:18 राह 18-07-2019 11:54

मंगल 17-10-1997 07:24 राह 04-09-2012 10:42 गु 16-11-2020 11:54

राह 17-10-2000 01:24 गु 23-06-2013 15:30 शिन 17-06-2022 19:24

गु 18-06-2003 01:24 शिन 05-06-2014 15:12 बुध 17-11-2023 05:54

शिन 17-08-2006 16:24 बुध 12-04-2015 02:18 केतु 17-06-2024 07:24

बुध 17-06-2009 13:24 केतु 17-08-2015 22:24 शु 16-02-2026 01:24

केतु 17-08-2010 16:24 शु 17-08-2016 04:24 सूय 17-08-2026 16:24

4 AstroGuru
मंगल राह गु

17-08-2026 16:24 17-08-2033 10:24 17-08-2051 22:24


17-08-2033 10:24 17-08-2051 22:24 17-08-2067 22:24

मंगल 13-01-2027 19:51 राह 29-04-2036 14:36 गु 05-10-2053 03:12

राह 01-02-2028 08:09 गु 23-09-2038 05:00 शिन 17-04-2056 10:24

गु 07-01-2029 05:45 शिन 30-07-2041 04:06 बुध 24-07-2058 08:00

शिन 16-02-2030 01:24 बुध 16-02-2044 13:24 केतु 30-06-2059 05:36

बुध 13-02-2031 06:21 केतु 06-03-2045 01:42 शु 28-02-2062 05:36

केतु 12-07-2031 09:48 शु 05-03-2048 19:42 सूय 17-12-2062 10:24

शु 10-09-2032 12:48 सूय 28-01-2049 13:06 च 17-04-2064 10:24

सूय 16-01-2033 08:54 च 30-07-2050 10:06 मंगल 24-03-2065 08:00

च 17-08-2033 10:24 मंगल 17-08-2051 22:24 राह 17-08-2067 22:24

वतमान दशा
दशा नाम ह आरंभ समय स पित समय

महादशा च 17-08-2016 04:24 17-08-2026 16:24

अंतरदशा च 17-08-2016 04:24 17-06-2017 13:24

य तर दशा बुध 10-02-2017 17:39 25-03-2017 20:32

शु म दशा शु 19-02-2017 08:38 26-02-2017 13:06

* यान द : सभी समय दशा के समाि समय ह।

5 AstroGuru
कल सप योग

कालसप दोष या है ?
जब िकसी ज म कु डली म सभी ह राह और केतु के म य आ जाते ह तो काल सप योग बनता है। राह कु डली म कह भी
हो, केतु हमेशा उससे सातव भाव म रहता है। ऐसा होने पर कुछ यि य को जीवन म अशुभ भाव का सामना करना पड़ता
है। कभी-कभी यह योग मनु य को जीवन म असाधारण सफलता भी दान करता है। कुल १२ कार के कालसप दोष होते ह
, जो नीचे िदए गए ह।
अन त, कु लक, वासुिक, शंखपाल, प , महाप , त क, कक टक, शंखचूड़, घातक, िवषधर, शेषनाग.

कालसप दोष क आप के कंु डली म उप थित


आपक ज मपि का म अनुिदत प म कालसप दोष िव मान है। आपको कंु डली म कालसप दोष आं िशक प से िव मान
है।

नाम कु लक

कार Partial Descending

6 AstroGuru
कालसप दोष के भाव
आपक ज मपि का म कु लक नामक कालसप योग बन रहा है।

जातक को अपयश का भी भागी बनना पड़ता है। इस योग क वजह से जातक क पढ़ाई- लखाई सामा य गित से चलती है
और उसका वैवािहक जीवन भी सामा य रहता है। परंत ु आ थक परेशािनय क वजह से उसके वैवािहक जीवन म भी जहर
घुल जाता है। िम ारा धोखा, संतान सुख म बाधा और यवसाय म संघष कभी उसका पीछा नह छोड़ते। जातक का
वभाव भी िवकृत हो जाता है। मान सक असंतुलन और शारी रक या धयां झेलते-झेलते वह समय से पहले ही बूढ़ा हो जाता
है। उसके उ साह व परा म म िनरंतर िगरावट आती जाती है। उसका किठन प र मी वभाव उसे सफलता के िशखर पर भी
पहंचा देता है। परंतु इस फल को वह पूणतय: सुखपूवक भोग नह पाता है।

कालसप दोषा के उपाय


कालसप योग के अिन कारी भाव से बचने के लए शा ो म जो उपाय बताए गये ह उनके अनुसार ितिदन पंचा री मं "ऊँ
नम िशवाय अथवा महामृ युंजय मं का 108 जप करना चािहए. काले अक क क माला से राह ह का बीज मं 108 बार
जप करना चािहए. शिनवार के िदन पीपल क जड़ को जल से संचना चािहए. नागपंचमी के िदन त रखकर नाग देव क पूजा
करनी चािहए. मोरपंखधारी भगवान ी कृ ण क पूजा करनी चािहए. शिनवार या पंचमी ित थ के िदन 11 ना रयल बहते जल
म वािहत करने चािहए. धातु से बने 108 नाग नािगन के जोड़े बहते जल म वािहत करने चािहए. सोमवार के िदन िकसी
िव ान पंिडत से ािभषेक कराना चािहए. कालसप गाय ी मं का जप करना चािहए.

राह बीज मं का जाप १८००० बार कर।


“|| ओम ाम ीम ौम सः राहवे नमः ||”

चौदह मुखी ा या ८ और ९ मुखी ा क जोड़ी पहने।

इन उपाय से काल सप और सप योग के अिन कारी भाव म कमी आती है और जीवन म इनके कारण आने वाले अवरोध
का सामना नह करना होता है.

7 AstroGuru
मांग लक दोष

मांग लक दोष या है ?
मंगल उ ण कृित का ह है.इसे पाप ह माना जाता है. िववाह और वैवािहक जीवन म मंगल का अशुभ भाव सबसे अ धक
िदखाई देता है.

वैिदक योितष म मंगल को ल , ि तीय, चतुथ, स म, अ म और ादश भाव म दोष पूण माना जाता है.इन भावो म उप थत
मंगल वैवािहक जीवन के लए अिन कारक कहा गया है.ज म कु डली म इन पांच भाव म मंगल के साथ जतने ू र ह बैठे
ह मंगल उतना ही दोषपूण होता है जैसे दो ू र होने पर दोगुना, चार ह तो चार चार गुणा

9%
मांग लक ितशत

मांग लक दोष उप थित


आपके कंु डली म मांग लक दोष थत है और यह भावहीन .

मांग लक दोष िववरण


कंु डली म मांग लक दोष है पर तु मांग लक दोष का भाव बहत कम

होने से िकसी हािन क अपे ा नह है । ये कहा जा सकता है क

कंु डली म कोई मांग लक दोष नह है ।

8 AstroGuru
मांग लक दोष िनयम

भाव पर आधा रत ि पर आधा रत


-ि तीय भाव म मंगल अव थत है। - केतु क ि आपके कुडंली के ि तीय भाव पर पड़ रही है।
-शिन ि तीय भाव म आपके कंु डली म थत है। - आपके कंु डली के ादश भाव को केतु देख रहा है।
- राह आपके कंु डली म ि तीय भाव म है। - आपके कंु डली का चतुथ भाव शिन से है।
-सूय चतुथ भाव म कंु डली म थत है। - आपके कंु डली का चतुथ भाव केतु से है।
- केतु आपके कंु डली म अ म भाव म है। - मंगल , आपके कंु डली के अ म भाव को देख रहा है।
- शिन , आपके कंु डली के अ म भाव को देख रहा है।
- राह , आपके कंु डली के अ म भाव को देख रहा है।

मांग लक दोष उपाय


अगर कु डली म मंगल दोष का िनवारण ह के मेल से नह होता है तो त और अनु ान ारा इसका उपचार करना चािहए.
मंगला गौरी और वट सािव ी का त सौभा य दान करने वाला है. अगर जाने अनजाने मंगली क या का िववाह इस दोष से
रिहत वर से होता है तो दोष िनवारण हेतु इस त का अनु ान करना लाभदायी होता है. जस क या क कु डली म मंगल दोष
होता है वह अगर िववाह से पूव गु प से घट से अथवा पीपल के वृ से िववाह करले िफर मंगल दोष से रिहत वर से शादी
करे तो दोष नह लगता है. ाण िति त िव णु ितमा से िववाह के प चात अगर क या िववाह करती है तब भी इस दोष का
प रहार हो जाता है.

मंगलवार के िदन त रखकर स दरू से हनुमान जी क पूजा करने एवं हनुमान चालीसा का पाठ करने से मंगली दोष शांत होता
है. काितकेय जी क पूजा से भी इस दोष म लाभ िमलता है. महामृ युजय मं का जप सव बाधा का नाश करने वाला है. इस
मं से मंगल ह क शांित करने से भी वैवािहक जीवन म मंगल दोष का भाव कम होता है. लाल व म मसूर दाल, र
चंदन, र पु प, िम ान एवं य लपेट कर नदी म वािहत करने से मंगल अमंगल दरू होता है.

हनुमान जी क पूजा कर और नीचे िदए गए मं का जाप कर।


"||ओम ीम हनुमते नमः||"

9 AstroGuru
साढ़े सती दोष

साढ़े सती दोष या है ?


योितषशा के अनुसार साढ़े साती तब बनती है जब शिन गोचर म ज म च से थम, ि तीय और ादश भाव से गुजरता
है। शिन एक रािश से गुजरने म ढ़ाई वष का समय लेता है इस तरह तीन रािशय से गुजरते हए यह साढ़े सात वष का समय
लेता है जो साढ़े साती कही जाती है। सामा य अथ म साढ़े साती का अथ हआ सात वष छ: मास।

वतमान साढ़े सती थित


उप थत नह है
नह , आप पर इस समय साढ़ेसाती का भाव नह है।

िवचार क तारीख 25-2-2017

च रािश मीन

शिन रिश वृ चक

शिन व है या नह ? नह

10 AstroGuru
र न उपाय

जीवन र न

मूगं ा

सामा य िववरण
Red Coral is the gemstone ruled by Mars.Wearing Red Coral makes one courageous and his enemies are
vanquised.Red Coral protects from evil spirits, sercery, bad dreams.

वजन और धातु
Red Coral should weigh more than 6 carats.It should be set in gold ring mixed with copper. The ring
should be made such that the stone touches skin.

र न धारण करने का समय


Red Coral should be worn on a Tuesday morning one hour after Sunrise on the bright half of lunar month.

फूितदायक र मे
Before wearing the Red Coral it one should keep the ring immersed in unboiled milk or ganges water for
sometime.

मं
Once the energizing rituals are completed one must worship stone with flower and incense. For Red
Coral following mantra to be recited 108 times.

।। ॐ ां सः भौमाय नमः ।।

अंगुली
After the recitation on mantra the Red Coral should be worn in the ring finger of right hand.

िवक प
One can also use the substitutes for Red Coral like Sang Moongi, Carnelian and Red Jasper.

सावधानी
One should take care that Red Coral should not be worn with Emerald, Diamond, Blue Sapphire,
Gomedha and Cat's Eye and their substitutes.

11 AstroGuru
लाभदायक र न

मािण य

सामा य िववरण
Ruby is the gemstone ruled by SUN.Pure form of ruby is unblemished, smooth in touch,clean having
good color with lustre , brillance and radiance.Wearing ruby helps brings good wealth and property,
strengthens will power and spirit. He who wears ruby is fortunate and occupies high and respected
position in society.

वजन और धातु
Flawless ruby should be worned with least 2-1/2 carats in weight . It should be set in the ring of gold
mixed with copper. The ring should be made such that the stone touches skin.

र न धारण करने का समय


Ruby should worn after Sunday sunrise of the bright half of the lunar month.

फूितदायक र मे
Before wearing the it one should keep the ring immersed in unboiled milk or ganges water for sometime.

मं
Once the energizing rituals are completed one must worship stone with flower and incense. For Ruby
following mantra to be recited 108 times.

।। ॐ ां सः सूयाय नमः ।।

अंगुली
After the recitation on mantra the ruby should be worn in the ring (third) finger.

िवक प
One can also use the substitutes for ruby like Red Spined, Star Ruby, Pyrope Garnet, Red Zircon or Red
Tourmaline.

सावधानी
One should take care that ruby should not be worn with Diamond, Blue Sapphire, Gomedha and Cat's
Eye and their substitutes.

12 AstroGuru
शुभ र न

पुखराज

सामा य िववरण
Yellow Sapphire is the gemstone ruled by Jupiter.Wearing Yellow Sapphire brings good health, wisdom,
property,longevity,name, honours and fame. Yellow Sapphire protects from evil spirits.

वजन और धातु
Yellow Sapphire should weigh more than 3 carats and should not weigh 6, 11 or 15 carats. It should be
set in gold ring. The ring should be made such that the stone touches skin.

र न धारण करने का समय


Yellow Sapphire should be worn on a Thursday morning of the bright half of lunar month.

फूितदायक र मे
Before wearing the Yellow Sapphire it one should keep the ring immersed in unboiled milk or ganges
water for sometime.

मं
Once the energizing rituals are completed one must worship stone with flower and incense. For Yellow
Sapphire following mantra to be recited 108 times.

।। ॐ ां सः गुरवे नमः ।।

अंगुली
After the recitation on mantra the Yellow Sapphire should be worn in the ring finger of right hand.

िवक प
One can also use the substitutes for Yellow Sapphire like Yellow Perl, Yellow Zircon, Yellow Tourmaline,
Topaz and Citrine (Quartz Topaz).

सावधानी
One should take care that Yellow Sapphire should not be worn with Diamond, Blue Sapphire, Gomedha
and Cat's Eye.

13 AstroGuru
अंक योितष

5 1 1
भा यशाली अंक मूलांक नाम अंक

आपका नाम Sunil Kumar

आपक ज म तारीख 19-1-1956

मूलांक 1

मूलांक वामी सूय

अनुकूल अंक 9

सम अंक 2

अशुभ अंक 6

अनुकूल िदन रिववार, सोमवार

अनुकूल र न मािणक

अनुकूल िवक प र न रक् तमिण, लाल तुरमली

अनुकूल भगवान सूय

अनुकूल धातु तांबा

अनुकूल रंग लाल

अनुकूल मं || ओम ि ंग सूयाय नमः ||

14 AstroGuru
Ascendant Report

Your Ascendant is Libra

People with Libra rising tend to be charming, refined, attractive in some manner,
gracious, appealing, indecisive, cooperative, sociable, creative, artistic, perhaps
musically inclined, harmonious, and wanting to please and not make waves.

You seek the approval and support of others.

You may 'need' the company of others and hate to be by yourself.

“ You are apt to try too hard to please others and


compromise your own principles in order to be liked or to
be popular.

Yet you can also be very self-centered.

You have a difficult time saying 'no'.

You cannot stand disorder and disharmony and want everything to be balanced,
poised, and harmonious.

15 AstroGuru
You like looking at all sides of an issue before making up your mind.

You love to compare things and find analogies.

You enjoy argument, yet you can be very diplomatic with a friendly exterior.

“ Looks are important to you.

You tend to attract whatever it is that you need without any real effort on your
part.

Venus rules Libra so Venus will be important in your chart.

Spiritual Lesson
Decisiveness, especially in relationships.

16 AstroGuru
AstroLabs India Pvt. Ltd.

वेबसाइट : https://www.astroguru.co

ईमेल : www.astrogurugurgaon@gmail.com

मोबाइल :

लडलाइन :

17 AstroGuru

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