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Karan - ये दे खिए।

Myra - अजी सब ददिावा है ददिावा..

Karan - ददिावा ही तो है, भगवान ददल में होते हैं, ददिावे में नही ीं होते। अरे क्या कर रहे है आप, यहाीं आग लगी हुई हैं और आप नी ींद
दनकाल रहे है।

Dhruv - कहाीं? कहाीं लगी हुई है आग?

Karan - अरे यहाीं.. यहाीं लगी हुई है आग।

Dhruv - कैसी बातें कर रहे है आप?

Vansh - अरे भदवष्य दक आग ददि रही हैं हमको तो, हमारी आने वाली पीद़ियाीं जलती हुई ददि रही हैं हमें तो।

Dhruv - क्या भाई साहब आप भी।

Ishita - अरे आप लोग धीरे नही ीं बोल सकते क्या? ददि नही ीं रहा वो नमाज़ प़ि रहे हैं।

Vansh - अरे तो क्या अब मींह पे ताला ही लगा ले।

Myra - क्योीं चप रहे हम? क्योीं चप रहे?

Karan - वैसे भी ट्र ेन पखिक प्रॉपट्ी है, दकसी की प्राइवेट् प्रॉपट्ी तो है नही ीं ना।

Ishita - अरे आप लोग छोट्ी सी बात का बतींगड़ बना रहे हैं।

Vansh - अरे क्या बतींगड़ जी? क्या बतींगड़?

Dhruv - अरे पाजी ठीं ड रखिए जी।

(अनन्या अपने बैग में दबछोना रिती हैं)

Myra - भाईसाहब मै तो कहती हीं, दकसी एक का बैग चेक कर लो, ऐसा ना हो दक दकसी एक के जन्नत के चक्कर में हम सब जन्नत चले
जाएीं ।

Ananya - बहन जी आप क्या कहना क्या चाहती है? साफ साफ कदहए ना!

Myra - अरे ये लो, क्या कहा मैंने इनको, क्या कहा? अरे मै तो इनका नाम तक नही ीं जानती हैं।

Ishita - रहने दीदजए बहन जी, साफ नजर आ रहा है जो आप कहना चाहती है।

Ananya - अरे इनसे कछ भी मत कदहए आप, ये लोग दसफफ उस कम्यदनट्ी की तलाशी लेना चाहते हैं, दजस कम्यदनट्ी से मै हीं।

Vansh - हा तो क्योीं नही ीं लेंगे भाई तलाशी, क्योीं नही ीं लेंग?े

Ananya - अरे ऐसे कैसे लेंगे तलाशी, ऐसा क्या दे ि दलया आपने मेरे बैग में?

Karan - 26/11 याद है ना?


Myra - और वो जयपर बॉम्ब िास्ट।

Vansh - अरे वो अहमदाबाद बॉम्ब िास्ट।

Ananya - हा, मानती हीं हमारी कम्यदनट्ी के कछ लोग ऐसा करते हैं, लेदकन इसका ये मतलब तो नही ीं दक सब उनकी तरह हैं। आखिर
दकस दकस के सामने सादबत करती रहीं की मै दहन्दस्तानी हीं। आखिर कब कब दकसको ये सादबत करती रहीं की मै एक दे श भक्त हीं?

Story
यय यययय ययय यययय यययययययययय ययययययय यय
यययय यययय यय ययययय ययययययय यय यययय
ययययययय यययययययययय यय यययय यय यययययययय
ययय यय यययय ययय यय यय यययय ययय यययय यययय
ययययय यययययययय ययययय ययय ययय ययय यय
यययययय यय ययय यययययय, ययययययय, यय यययय
ययययय यय यययय यययय ययययय ययय ययय यययय यय
यययययय यय ययययययय यययय यय ययय यय ययय
ययययय यययय ययययय यययय यय ययय ययय ययययय
ययय यय यययय यययययय ययय यय यय यययययय
ययययययय यय यय यययय ययययययय यययययय यययय
ययय

यययययययय, ययययय यय ययययय यय यय यय यययययय


यय ययय ययययय यययय यय ययययय ययय ययय य यय
ययययय यय यययय यययययययययय यय ययय ययय यय,
ययय ययय यययय यय ययय य यय ययययययय यय य यय
ययययययय यय ययय ययय ययय यय ययय यय यय ययय
ययययययय यय ययययय यय ययय यय यययययययय यययय
यय यययय ययययय ययय ययय ययययय यय ययय यययय
यय यय ययययय ययययय यय ययय यय यययययय यय
यययय यय यययय
यय ययययय ययययययय यय यय यय ययय यययययययययय
यय यययययय यय यययय ययय यय यययययय यययय
ययययय यययय यययय ययययययय यययय यय यययय यय
यय यययय यय ययययय ययययय ययय यययययययययय यय
ययय ययययय ययय यययययय ययय यययय यय ययययय
ययय ययययय ययय ययययय यय यययय ययययय
ययययययय यययय यययययय यय ययय यययय ययय, ययय
ययय यय यययय यय ययय यय ययययय यययययय यय
ययय यय यययय यय ययययय यययय यय ययययय यय
ययय यय ययय यययय ययययय ययययय

ययययययय यययययययययय यय यययययय यययय यययय


ययय यय यययय यय ययययय यय-यय ययययय यययययय
यय ययययययय यय यययययय यययययययय यययय यय
यय-यय ययययय यय ययय यय ययय यययययययय यययय
यय ययययय ययययय ययययय यय ययय यययययय ययययय
ययय यय ययय यययय यय ययययय यय-यय ययययय
ययययय, यय ययय यय यययययययय यय ययययय यय यय
यययय यय ययययय यययय यय ययय

यययय ययय यय यययययययय यययय यय यय ययययय


यययय यय ययय यययय ययययय ययययय ययययय यय
ययययययय यययय ययय यय यययय ययययय ययययय –
यय-यय यययय यय यययय ययय ययय ययययययय यय
ययययय-ययययय यययय ययय यय यययय ययय ययययय
यययय यय यय ययय ययय यय यय ययय य ययय यय यय
ययययययय ययययययय यययय यय यय ययय ययययय यय
ययय ययययय, यय यय यय ययय यय ययययययययय ययय
यय ययययययय यय यययययय

ययययय ययय यययययययययय यय ययययय ययय यय


ययययय यय ययययय यय यययय ययय यय यययय यय
यययय ययययययय यय ययय ययययय ययय यययय यययय
ययय यय ययययय ययययय ययय यययय ययययययय यय
ययययय-ययययय यय यययय ययययययय ययय-ययय यय
ययय, यय यय यययय ययययययय यय ययययय यय
यययययय ययययय यय ययययय यययययय ययय यययय –
“यय ययययय यययय यय यय ययय यय यय यययय यययय
यययय ययययय”

ययय यय ययययययय यय यय यय यययययय ययययययययय


यययय ययय ययय – “यय यय! यय यययय यय यययय यय
यययय यययय ययययय यय ययययय यययय ययययय”
ययययय यय यययययय यय यययय यययय ययय ययययय
यययय – “यययय! यय यययय ययय यययय ययय यय यय
यय, यय ययययय यययय ययययय यय यययय यय ययययय
यययय ययययय ययय यय यययययययय यययय यय यययय
यययय यय यययय”

यय यययय यय यय यययय यय ययययय यययययययय यय


यययय यययय ययय यय यय यययय यययय ययययय ययय
यय ययय यययय यययय यययययय यय ययय ययययययय
यय ययययय ययययय यय यययय यय यय यययय ययय
यय यय यययय यय यययय -“यययय! यययययययय ययय
ययययय यययय यय यय ययययय यय ययययय यययय यय
ययययय यययय ययययय ययय यय यययय यय यय यय
यययय यय यययय यययययय ययय यययय यय ययय
ययययय ययययय यय ययय ययययययय यययय ययय यय?

यययय यययययय ययय यय यय ययययय ययययययययय यय


ययययय यय यययय यय ययय ययययययय यय यययय?
ययय ययययय यय ययय ययययय ययय ययययय ययययय
यय ययय ययययययय यययय यययय यय यययय यययययय
ययय यययय यययय? यययय यययययय यय ययय यय
यययययययय यय यययययय यययय ययययय यय ययय
ययययय ययययय यय यययय? यययय ययय ययय यय ययय
यय यययययय यय ययययय यय ययययययय यययय यययय
यययय ययय – “यय ययय यययय यययय यययय यय यय
ययय ययय यययय यय ययययय यययय ययय यययय?”

ययययययय यययययययययय यययय – “ययय यय यययययय


यययय यय ययय यययय यय ययय यययय, यय यययययय
यय यययययय यययययय यययय ययययय यय ययय यययय
यय यययय यययययययय यय ययय यययय यययय? यय
यययय ययययययय यय यय यययय ययय यय ययय ययय
ययय यययय यययययययय ययययययय यय यय ययययय
यययययय ययय!!
ययययय यययय ययययय ययययय यययय यययय यययय !
यययय यययय यययय य यययययय यययय यययय यययय
!!
I hope we can create a world, where we don't need to blindfold our
children to protect from the darkness outside..

यय यययययय यययय ययय यय यययययय, यय यययय यय


यययययय यय यययय य
ययय यययय यय यययययय ययययय, यय यययय ययययय
यययययय यययययय

Dust.. if dust is what we must all become, no matter the religion. If that
is the ultimate destination, why can't we reach there in peace. Why do
we only have to rest in peace.. why can't we live in peace..

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