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अ याय

15 ऑग ट के दो दन पा हले रा पती और धान मं ी के बीच एक बैठक मे, पालमट मे


जो कार मं ी और आ धका रयो केलीये रहती है,उसी त हा क कार एक शहर के
शुभ चतक को 15ऑग ट के दन सरकार के तरफ से तोफे मे दे नेका नणय लेथ है, उस
शहर के शुभ चतक को शवाजी नाम से जाणा जाता है, शवाजी ना तो सरकारी
आ धकारी, ना राजणीती मे रहतेे है, फर भी शवाजी को सरकार क तरफ से कार तोफेम
द जाती है यू क शवाजी बना वाथ से नः ाथ मन से शहर के हार सुख और ःख
के बारेमेही सोचते है,

वतं दन के अवसर पर शवाजी एक कॉलेज मे वजारोहण के लये जाते समय एक


भकारी को दे खकर आपणी कार का दे ते है, यू क वो भकारी एक कूल के सामने
र ते के बाजू ठहेर कर कूल के ब चो के साथ साथ रा गीत गाते रहता है, रा गीत
समा त होते ही शवाजी के लोग ऊस भका रको जबरद ती कार मे बटा दे ते ह शवाजी के
कहने से, तब भीकारी कहता है दोबारा गलती नह होगी हमसे, छोड़ द जएगा सरकार,
फर भी शवाजी के लोग मानते नह ,और भकारी को लेकर जाते ह जबरद ती,

उस समय का पूरा फायदा यूज़ चैनल के लोग उठाते ह,और कहने लगते ह, इस शहर म
एक भखारी को रा गान और वज वंदन करने का भी अ धकार नह है, यह कैसा
अ याचार है, यह कैसा याय है, शवाजी को शोभा नह दे ता, उनको सरकार क तरफ
से इस शहर का शुभ चतक कहकर तोहफा दया जा रहा है, पर आज आलगही ही दे खने
को मल रहा है,जनता नाखुश है शवाजी से, इस तरह के उ ट सीधी बात यूज़ चैनल
के लोग शवाजी के बारे म कहते ह.

शवाजी कॉलेज मे जाणे के बाद उनके हात से वजयरोहन मतलब तरंगा लहरानेके के लये
काह जात है, शवाजी जब वजारोहण करणे के लये आगे जाते है, तंबी उसी व अपने
लोग को कहते ह, उस भखारी को लेकर आओ और उस भखारी को तरंगा लहराने को
कहते ह, तब वहां क सभी लोग आ यच कत हो जाते ह, तब उसी व सबके चेहरे पर
एक अलग ही नूर आ जाती है, चैनल वाले लोग सोच म पढ़ते ह, य क पहले अलग
ही यूज़ दखाई जाती है,पर शवाजी क सोच को कौन जानता है वो अलग ही सोचते ह,
कसी को नीचा नह दखाते है, इसी लए उ ह ने उस भकारी को वजारोहण करने के लए
मान स मान के साथ तरंगा लहराने को कहत ह.

वजारोहण के बाद जब शवाजी पीच दे ते व शवाजी व ा थय को एक सवाल पूछते


है, वजारोहण करते व वहां पर कुछ डम फाइटर के फोटो क पूजा क गयी है,
य क उनका आदश ले सके, तबी उनक नजर शवाजी महाराज के फोटो के ऊपर जाती
है,उस फोटो पर लखा था महाराज आप वापस आ जाइए हम आपक ज रत है, ऐसा
कतने लोग को लगता है, यह सवाल शवाजी उस व ा थय को पूछते ह, तभी सबका
जवाब "हा ज रत है, यूक उनके जैसा शूर, वीर, ताकतवरा नह दे खा हमने इस लए
ज रत है ज रत रहेगी,

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व ा थय का यह जवाब सुनकर शवाजी उन व ा थय को एक उदाहरण बताते ह,


शवाजी और उनक प नी बाहर घूमने जाते व उनको एक य दे खने को मलता है,
उस य म एक मां अपने 6 साल के बेटे के साथ माकट म स जयां खरीद रही थी तब
उनका बेटा फुटपाथ पर खड़ा था, और फुटपाथ क ओर एक कार ब त ही तेजी से आती
है, और उस कार के नीचे उस मां का ब चा फस जाता है, उस ब चे क माँ बेचैन हो
जाती है, उसको समझ म नह आता क या क ं वह बना सोचे समझे उस कार को
उठाती है, और अपनी बेटे को नीचे से नकाल लेती है, तब उस माँ म ताकत कहां से
आ गई,तब उसम वह जुनून कहां से आ गया, य क उस माँ को आप न जान से भी
यादा फकर आपणे बेटे क थी, उस मां को कहने वाला कोई नह था क आप वो कार
उठा नही सकते, य क लोग क बात सुनने के लये भी ऊस माँ के पास व नह था,
बस कहने का मतलब यह है, हर एक के घर घर म शवाजी,भगत सह,डॉ.आंबेडकर जैसे
महापु ष पैदा ह गे, बस आपणी सोच बदल दो,आगर आज भगत सग, शवाजी महाराज
डॉ. आंबेडकर क ज र आगर आपको लंगती ह तो, उसम उनका अपमान है आपका
नाही, उनका काम वो करके गये, आब तु हरा व है, उनका आदश लेकरं काम करो
कोई काम आधुरा नाही रहेगा.ऐसी सोच् शवाजी क होती है,

सबक नजर सरकार क तरफ से भेजी ई तोहफे के ऊपर होती है,सबको यही होता
है, तोहफे म है या, जब शवाजी को तोहफे म बना नंबर लेट क कार द जाती है,
ऊस व यूज़ चैनल वाले लोग कहते ह, आम आदमी य नह बना नंबर लेट वाली
कार इ तेमाल कर सकते है, शवाजी ही य कर सकते ह, तभी उसी व एक टू डट
आकर उस कार के पीछे ट कर लगाती है, टकर पर लखा जाता है, "द कग डू नॉट
वक रॉ ग" मतलब "राजा कभी गलत काम कर नही सकता" ये नयम अपने दे श म
टश सरकार जब थी तभी से यह नयम लागू है, और आज भी अपने पा लमट म बना
नंबर लेट क वहानोका ऊपयोग कया जाता है, और उसके ऊपर नंबर लेट क जगह
अशोक तंभ लगाया जाता है य क वह दे श का तीक है,

शवाजी कॉलेज से पूरा काय म नपटाने के बाद उसी व उनको उनके प नी का फोन
आता है, यूक हर यूज़ चैनल के ऊपर एक ही यूज़ होती है, आज शवाजी का
इ तहान है, य क आज 15 अग त के दन 15 लड़ कय का कडनैप शवाजी के शहर
म होता है, बस आ खरी उ मीद शवाजी होते है, दे खते ह शवाजी या कर सकता है
इस तरह क खबर यूज़ चैनल वाले दखाते ह, येही जाणकारी उनक प नी(भारती)दे ती
है,

15 आग त के दन ही शवाजी का ज म दन होणके कारण, शवाजी शव के मं दर को


जाते व जो रा ता शहर के बाहर जात है उसी जगा पे, लड़ कय का कडनैप होने के
कारण पोलीस सबके गाड़ी क तलाशी ले रहे थे, वह से शवाजी जाते जा रहेत थे, और
एक क क तलाशी लेते व शवाजी क नजर उस क के ऊपर जाती है, जब पु लस
उस क क तलाशी लेने के बाद उस क म पारले जी के बॉ स नजर आते ह,और
पु लस उस क को जाने दे ती है, तभी शवाजी भी वह से चले जाते ह क से आगे,
और एक ज के ऊपर जाकर जब अपनी कार का दे ते है,और शवाजी को दे खकर वो
क ाय हर समुंदर म कुद जाता है, शवाजी के लोग क क तलासी लेनेके बाद पाल-
जी के बॉ स के पछे लंड कया राहती है,सभीको एक ही क शवजीको कैसे पता
चेला क मे लाडक या है, तब शवाजी बताते है कमे बॉ स भरनेवाले लोगोक hight
5 फट के उपर रहती है और वो लोग हँडल पकडके ह, परंतु लडक य क hight 4
फट रहणेके कारण और घाबरानेके वजसे हतोको पसीना आ जाता ह, इ सलीये हँडल के
एक फट नीचे लंड कया प सनेका हात पकडणेके कारण उतनाही जगा चमकती रहती है,
इ सलीये हाम शक के तोरपर आगे आके कार का द, ये सारी बाते अपने लोगोको बातते
है, इसत हा शवाजी कूल के 15 लडक य को बचाते है,

वाह से शवाजी शव मं दर जाते है, पूजा करणे, और ऊस व शवपूजा करते व


शवाजी के उपर ह ला हो जात है, जो आदमी शवाजी के उपर ह ला करता है, शवाजी
उसको वाहीपेही मटा दे ते है,

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15 अग त के दन शवाजी का ज म दन होने के कारण उस शहर के सभी लोग शवाजी


के घर के सामने उनको लंबी उ के लए शुभकामना दे ने के लए आ जाता है, तब सभी
क सम या पर चचा होती है, सब लोग खुश होते ह, पर एक लड़क चुपचाप होती है,
नवस प म, तब शवाजी उससे पूछते ह या आ बेटा, तब व लड़क (नेहा) कहती
है, हमारे घर म कमाने वाली म ही ं, इस लए कॉलेज जाकर रात म जॉब भी कर लेती
ं, पर रा ते म आते समय कुछ लड़के हर रोज सताते ह, हर रोज छे डते है, और कहते
ह तुम मुझे एक दन के लए नह चा हए, मुझे रोज चाहीये, उन लोग से परेशान होकर
म पु लस टे शन कं लट भी क पर इं पे टर कहता है, पैसोके लीये तुम जैसे लाडक य
कुछ भी करते है, ऐसी सारी बाते शवाजी को बता दे ती है,

तब शवाजी उस लड़क को लेकर पु लस टे शन जाते ह, शवाजी को दे ख कर इं पे टर


घबरा जाता है, तब शवाजी उस इं पे टर को अपनी वद उतारने के लए कहते ह, और
साथ मे बे ट भी उतार दे ता है, वो बे ट शवाजी ऊस लडक (नेहा)को दे ते है, और
पे टर को मारने के लए कहते ह,पर नेहा उस इं पे टर को बे ट लेकर पहना दे ती है,
और उनक वद भी उस इं पे टर को पहना दे ती है, सब लोग आ यच कत हो जाते ह,
नेहा ऐसा य कर रही है, तब नेहा को सवाल पूछने के बाद नेहा कहती है, बड़ क
इ जत करना हम शवाजी ने ही सखाया है, इस लए इं पे टर मेरे पता के उ के
ह,इस लए हम उने मार नह सकते, त भ इ पे टर नेहा के पैर पकडकर माफ मागता है,
इ सको हतो शवाजी के सं कार कहते ह बना कुछ कहे बना कुछ कर हर सम या का
समाधान,

पु लस टे शन से शवाजी उस आदमी के पास जाते ह, जो लड़ कय को कडनैप करने


का लान बनाता है उसका नाम दगवाल रहता है, और शवाजी उसके पास जाते है,
दगवाल बैली डांसर के साथ अ याशी करते रहता है, शवाजी वहां पर जाते ह, और बेली
डांसर शवाजी को दे ख कर अपना ज म छु पा लेती है य क शवाजी क इ जत हर कोई
करता है, शवाजी दगवाल को धमक दे ते ए कहते ह आज के आज शहर छोड़ दे वरना
म कल तुझे नया से अलग कर ं गा ऐसा बोलकर शवाजी वाहसे चले जाते ह,

शवाजी वाहसे जाने के बाद दगवाल का दमाग सटक जाता है, और शवाजी को मारने
का लान बनाता है,रात म शवाजी अपने घर जाते व शवाजी के ऊपर अटै क हो जाता
है, और शवाजी ज मी हो जाते ह, फर भी शवाजी उन लोग का सामना करते ह, पर
कह से तो शवाजी को ोट शन मलता है, और गुंड को मार दया जाता है, शवाजी
को समझ म नह आता शवाजी के ऊपर हमला करने वाले लोग को कसने मारा,
शवाजी उसी ज़ मी अव था म अपने घर जाते ह, और भारती(प नी) को कहते ह, तू
यहां से चली जा तेरे पेट म जो ब चा है वह बचना चा हए, मेरी फ छोड़ वह लोग तुझे
भी मार दगे, तुम यः से चली जाओ यह कहकर शवाजी अपनी प नी को वहां से जाणे
को कहते ह, उनक प नी पेट से रहने के कारण शवाजी को फ होती है इस लए फोस
करते ह वहां से जाने के लए, भारती मना करती है फर भी शवाजी कहते ह म जदा
नह रह सकता, आप जाओ यहां से अपना बेटा बचना चा हए यह तेरी ज मेदारी है यह
मेरी आ खरी वा हश है,

तब भारती वाह से चली जाती है,जाते व दगवाल के लोग, भारती के कार के पछे
लगते है, और भारती क कार एक जंगलं मे बंद हो जाती है, कस त हा से भारती ऊस
जंगलं से शहर आ जाती है एक डॉ टर के पास, और डॉ टर के पास से आज ही
पैदा(ज मा) आ पर मृ यु ये सो ब चा लेकर फर से जंगल मे जाती है, और मृत ब च
को जंगल मे फक दे ती है,और आपणी साडी(sari) प थर को बांधकर टे कडी के उपर
से नीचे फेक दे ती है, दगवाल के लोगोको लगत है, ब चा पैदा होते ही मर गया, और
ब चे के सदमे से आ मह या क है, ऐसा दगवाल के लोगोको लगता है,

और भारती एक झोपड़प म अपने ब च को ज म दे ती है, और एक खत लख कर


अपनी और शवाजी क फोटो का ताईत बनाकर ब चे के गले म डाल दे ती है,

8साल बाद

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एक हॉटे ल मे 8साल का ब चा काम पे रहता है, ऊस व कुछ लोग उस लड़के को दे ख


कर कहते ह, ऐसे लड़क का कैसा होगा, पहचान ना कुछ नह , अपने दे श का नाग रक
त व कैसे मलेगा ऎसे ब चे को, ऐसी बात कॉफ पीते पीते वह लोग करते ह, यह सारी
बात वह 8 साल का लड़का सुनता है, और पु छता है ऊन लोगोको, मुझे या करणा
चाहीये, तब वो लोग कूल जाणे क सलह दे ते है, तब वो 8साल का ब चा कूल जाणे
के बारेमेही सोचते रहता है, और शहर मे सबसे बडी कूल बस होती है उसको टारगेट
करता है,और ऊस कूल मे जाता है ऍड मशन के लये आपणे दो त के साथ, परंतु वाह
सपल लड़क डांटत है, तब वो दनो लडके बाहर आ जाते ह, लड़क को डांटते
समय, वहां पर मौजूद एक फॅ मली आपणे ब चे का ऍड मशन नकालने आते है, कुछ
कारण क वजह से, उनका नाम आ द यनाथ रहत है, उनको वो गरीब लड़क क फकर
लगती है और सपल को ब चे का एड मशन के लए 12 साल क फ स दे दे ते ह, तब
सपल ऊन लड़क का ऐड मशन ोसेस चालू करते ह.

ऍड मशन के लये ऊस को नाम पूछा जाता है, परंतु ब च को अपना खुद का नाम ना
होने के कारण ओ एक जे को दो त दो त नाम से पुकारते ह,या जाणे जाते है, जब
एड मशन के टाइम सपल पूछते ह नाम या है तब वह लड़का जवाब दे ता है दो त
सपल कहता है बाप का नाम या है, पता नह , मां का नाम या है, पता नह ,
लड़क का जवाब पता नह होता है, सपल पागल हो जात है, तभी ब चा पूछता है
दाई बाजू दे खकर कसक फोटो है, तब सपल कहते ह वह शवाजी महाराज क फोटो
है, तब वह ब चा कहता है मेरे पताजी का नाम शवाजी, माँ के नाम के बारे म पूछते
ह, तब वो ब चा पु छता है, सामने क द वार पर कसक फोटो है, तब सपल कहते
ह वह अपनी भारत माता है, अपनी भारत माता क फोटो है, तब लड़का कहता है मेरी
मां का नाम भारती, सारी बात वह लड़का फोटो दे खकर कहता है,और ऊस लड़के का
नाम ा ऐसा नाम आ द यनाथ जी रख दे ते ह, जो उनक फ स भरे ए ह वो,

वो लड़क का एड मशन होने के बाद आ द यनाथ लड़क को कहते ह बेटा म तुझे पाल
पोस कर बड़ा क ं गा तू मेरे साथ चल, तब ा कहता है, नह अंकल आप आपका
अड् ेस द जएगा बड़ा होने के बाद जो फ स है वह लौटा ं गा इतना कहके वह लड़का
वहां से चला जाता है, और आ द यनाथ आपणी फै मली के साथ कार म बैठ के नकल
जाते ह, पर ा जस होटल म काम करता था उस होटल के सामने आ द यनाथ जी क
कार का ए सीडट हो जाता है, उस ए सीडट म आ द यनाथ क प नी और ब चा मर
जाते ह, और आ द यनाथ को हॉ पटल म ा लेकर जाता है, तब हॉ पटल म
आ द यनाथ ा से फर वही सवाल करते ह बेटा मेरे साथ चल अब कोई नह है मेरे
लाइफ म तेरे सवा, तब ा कहता है एक शत पर म आपके साथ आऊंगा, और शत
यह है क दन म एक घंटा शाम के टाइम म झोपड़प म मेरे दो त के साथ खेलने
जाऊंगा, तब आ द यनाथ हां बोलते ह, ा हर दन शाम को टाइम झोपड़प म अपने
दो त के साथ बचपन क पुरे खेल है, आ द यनाथ को अपना पता के प मे वीकार
करता है,

21साल बाद

आ द यनाथ एक ह तान के सी े ट ट म के मबर रहते ह, जो शहर क जनता को


ोटे कशन करते है, पर एक दन एक हॉ पटल म, हमला होणक जानकारी आ द यनाथ
जी के ट म को मलती है, और वो हमला हॉ पटल चलाने वाली डॉ. रधी पे होने वाला
रहता है, इस लए आ द यनाथ अपने बेटे को मतलब ा को डॉ. रधी के ोटे शन के
लए हॉ पटल भेज दे ते ह, और रधी को ोटे शन दे ने के बाद एक जे क पहचान हो
जाती है, और उसी व ा को डॉ. रधी पसंद आ जाती है, पर डॉ. रधी यादा बात
नह करती है, ा को एक कॉल आता है कंपनी से अपने दो त का, और दो त कहता
है तेरे वजह से 400 करोड़ का नुकसान कंपनी को हो जयेगा, अब बस 10 मनट बचे
ह आधे घंटे म से, सब लोग परेशान ह तेरे ना आ जाने से, तब ा कंपनी को जाता है
और 30min का ेजटे शन 3min मे दे दे ता है, कंपनी के सब लोग ा के ऊपर खुश
हो जाते ह,

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जब ा कंपनी से घर आता है तब घर आने से पहले एक लड़क उसके घर के बाहर


रोते ए बैठती है, और दरवाजे के नीचे से 1 खत छोड़ दे ती है, और चली जाती है,
ा घर आने के बाद दे खता है और उस लड़क के पास दौड़ा चला जाता है, गले
लागाके रोता है रोता है, और सरे दन अपनी कंपनी से रजाइन करता है, नौकरी छोड़
दे ता है, य छोड़ दे ता है कसी को कुछ नह पता होता, दन भर घर म ही रहता है
कसी को यादा बात नह करता,

एक दन दोपहर के टाइम ा को एक फोन आता है, और उस लड़क (नेहा) को कोई


उठा के ले जाने क को शश करते ह इस लए ा उस लड़क को बचाता है, लड़क को
बचाने जाते टाइम घर से अपनी पॉकेट क जगह अपने पापा का पॉकेट लेके जाता है,
और उस नेहा को बचाने के च कर म ा का पॉकेट जेब म से गर जाता है, ा के
पता उस पॉकेट म 500000 का चेक साइन करके रखेसो होता है कुछ काम के लये,
पर ओ पॉकेट एक आदमी को मल जाता है और वह आदमी 500000 का चेक व ोल
करके लेता है, तब आ द यनाथ का कॉल ा को आ जाता है, और आ द यनाथ पूछते ह
ा को बेटा 5लाख क या ज रत थी अपने नकल लया है, तब ा कहते ह हमने
नह नकाला, आ द यनाथ कहते ह गलती से तू मेरा पॉकेट लेकर गया बेटा एक बार चेक
कर, तब ा सोचता है मेरे से गलती हो गई, 500000 का लॉस हो गया, ा जस
जगह पर का आ होता है उसके सामने एक quiz computation होता है उस
कंपट शन म ा पा ट सपेट करता है.

ऊस कं यूटेशन का उ े य रहता है क डॉ. रधी शाद के लए जो उसके सवाल का


जवाब दे ता ह, उसके साथ ही शाद करनेका लॅन बनाती है और वो कंपट शन ा जीत
जाता है, जती यी ाईझ 1000000 होती है, 10लाख जतनेके बाद ा को युज
वाले लोग पूछते ह, आपको 5लाख का नुकसान आ पॉकेट खोजानेके बाद आपको कैसा
लगता ह, तब ा का जवाब राहता है, जीसको मले ह पैसे उसको ज रत मेरेसे यादा
होगी, और वो 5लाख का चेक जसको मलाथा वो भी खबर tv पर दे खता है रोते
ये,आपणे बेट के इलाज के लीये उसने वो चेक ॉ कया था, ऊस गरीब के अँखोमे
पाणी आ जाता है ा क खबर दे खकर,

जब रधी बहार अकार दे खती है वनर कोन ह, वह ा रहता है, तब रधी quiz
competition यू राखा था वो नंही बताती यू क ा पा हलेसेही रधी को चाहता
था, और दोन के बीच लव टोरी चलू हो जाती,

ा और रधी के लव टोरी के बीच वह नेहा बार-बार आ जाती है, जब जब वह नेहा


ा को दे खती है या फर ा उस नेहा को दे खता है उस व ा रधी को वह पर
छोड़ कर उस नेहा के साथ जाता है मदत करणे, ऐसा ब त बार होने के कारण रधी
झगड़ ती है, और ऊस झगड़े म ा के गले म कां ताईत, नीचे गीर जात है, और ऊस
ताईत मेसे एक खत और 2 फोटोस नकलते है, तब वो खत ा पड़ता है, और रधी
को कार म बठा के जबरद ती उस नेहा के पास लेकर जाता है, जब ा उस नेहा को
मलता है वह नेहा भागते ए आकर गले लगा कर भैया बोलती है, रधी परेशान हो जाती
है, तब रधी का शक र हो जाता है, परंतु नेहा कैसे ा क बहेन हो सकती है ऊस
सोच् मे रहती है,

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एक उ ोगप त का लड़का उसका नाम रघुवीर, कसी लडक क इ जत नाही करता,ब त


सारे लडक य क अपहरण और बला कार का गु हा उसके उपर रहता है, और रधी के पछे
पडता है, रधी को हशील कारनेक पुरी कोशीष करता है, परंतु रधी ासे बेईनतेह
मोह ब करती है, और ा भी उतनी ही मोह बत करता है, दोनो क ेम कहाणी म त
चलती है, पर रघुवीर को रधी को हशील करनेके लये, ा को अलग करनेके के लये
लॅन बनाता है, और ा के घर मे जो नोकर रहता है,वो रघुवीर को साथ दे ता है, और
ा का फेस बगडनेके लये एक ट टे बलं के उपर ऍ सड रखा जाता है,और ा उपर
गर जाये और उसका फेस(चेहरा) बगड जाये,उसी त हा नयोजन कया जात है, और
ा स डया( टे स) उतरते व गीर जाते है, यू क छ डया के उपर ऑइल(तेल)
छड़कने के कारण ा स डयोसे से नीचे गर जाता है, और हॉल मे स डयोके बाजू एक
ट टे बल के उपर ऍ सड रखा जात है, यू क ा स डयोके उपर से गर जाये, और
ऍ सड क वजासे ा का फेस बगड जाणा ऐसा लॅन राहत है,परंतु ऍ सड ा के पट
(backside)के उपर पडता है, यू क गरते व ऍ सड को हात ल नेके कारण, और
ा का पछे का बॅक साईड( पट)जल जाता है,

डॉ टर कहते ह ा को ठ क करना है तो ब त ही मु कल काम है, पर एक ऑ शन है


अगर कोई उनक बॅक साइड क कन दे ता है तो ज द से रकवर हो जाएंगे नह तो
चार पांच साल लगगे, तब ा के पता कन दे णेके के लए रेडी हो जाते ह, पर
एज(वय) यादा होने के कारण कन मैच नह हो पाती, ा का दो त कन दे ने के
लए रेडी हो जाता है पर उसका लड मैच नह हो पाता. ऑपश ना होणे के कारण ा
आपणे लाईफ पाटनर( रधी) को गली दे त है गंधी गंधी, यूक ा नंही चाहता था क
रधी क लाईफ मे टशण ना आ जाय, मेरे जैसे मरीज के उपर ेम करके लाईफ खराब
ना हो जाये,इसलीये ा जानबूझकर रधी के च र के ऊपर शक करता है और गा लयां
दे ता है,

रधी को समझ म नह आता ा ऐसा य कर रहा है,और पूरी इंफॉमशन नकालनेकेबाद


रधी को पता चलता है, ा जानबूझकर ऐसी बात कया ह, और डॉ टर को अपनी खुद
क क म बना चेक क य ा को लगाने के लए कहती है, ा को बताए बना, और
डॉ टर ऐसा करते ह,1 महीने के बाद ा और रधी के प या नकाल दया जात है,
ा को पता ना चले इसलीये रधी पा हलेही हॉ पटल के बहार जाती है, और रधी को
रघुवीर उठा के ले कर जाता है, कडनैप करता है, ा क प या खुलनेके बाद जब
ा आपणे पट पे हात फरता ह तब ा को महसूस होता है ये बॅक साईड क न रधी
ने दया ह, तबी ा को एक खबर आती है, रधी का कडनैप हो गया,

रधी को बचाने ा जाता है रघुवीर के पास और रघुवीर का नामो नशान मटा के रधी को
लेकर आ जाता है, और शाद कर लते ह, कोई द कत ना जाए इस लए, और ा जो
10लाख जतेसो रहता है, उसमेसे 5लाख आपणे पताजी को दे दे ता है और 5लाख
आपणे साथ रखं लेता ह, और उनके शहर मे जो सबसे बडी कंपनी मे जाणे का लॅन
बनालेता है, यू क ऊस कंप नके साथ उसको पाटनर शप करने क होती ह,पर द कत
उस बात क होती है उस कंपनी के ओनर( ीवा तव) को मलने के लए 3 दन के पहले
अपॉइंटमट लेनी पड़ती है, और ा ब त ही शा तर होने के कारण जहाँ पे कावट आई
वहां पर हर जगह पर ₹50000 दे ख कंपनी के ओनर तक प ंच जाता है,और बजनेस
पाटनर शप के बारे म बात करता है, ीवा तव(कंपनी का म लक/वोनर) को बात करता
है,तब ीवा तव गु से मे पु छता है, तू है कोण तेरेसाथ यू पाटनर शप क , तब ा
कहता है आपको मलने के लए 3 दन के पहले अपॉइंटमट लेनी पड़ती है, पर म 3
मनट म आप तक प ंच गय, तो आप 3 दन मे से 3 म नट् स नकालके बताइएगा
बे न फट् स कतना आ, यह बात के ऊपर ीवा तव इं ेस हो जाता है और पाटनर शप
डील करते है,पर ा 1 साल के लये ही ए ीमट करता है, यू क सके पछे क वजह
अलग ही होती है,

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1 साल के अंदर पूरी तरह क जानकारी, पुरी क तरह के कॉ ै ट, पूरी टडस, ा


उसक जानकारी लेता है और सभी लोग को अपने साथ जोड़ता है, और ीवा तव ा
क वजह से काम मे यान नही दे ता, उसका फायदा ा उठता है और रधी इधर सरी
कंपनी ा के बेनी फट् स के उपर टँ ड करती ह, 1 साल का ए ीमट ख म होने के बाद
ा अपनी कंपनी क शु आत करता है, और ीवा तव क कंपनी घाटे म जाती है,
य क ीवा तव के कंपनी क पुरे लोग जो कने ट ए ह वह सभी ा के कंपनी को
कने ट हो जाते ह, और ीवा तव पूरी तरह घाटे म चला जाता है, तब ीवा तव को
समझ म नह आता ा उनके साथ ऐसा य कया इस लए बदला लेने के लये ा के
बहन को ीवा तव उठा के ले कर जाता है, तब ाके बारेमे सब कुछ जाण लेता ह,
तब पता चलता ा यू ऎसा कया यू क जो ा क बहन होती है वो उसक बहन
नही होती, वो उसके दो त क बहेन होती ह, जो बचपण का दो त था जो कूल मे साथ
मे अड मशन लये थे उसक बहेन होती ह,

ीवा तव जो कंपनी चेलाथा था वो कंपनी ा के दो त क थी, ीवा तव जबरद ती से


हसील करता है,और धमक दखाते ये कहता है मेरा कहना नह माना तो तेरी बहन का
रेप कर ं गा, इस लए ा का दो त कंपनी उसके नाम कर दे ता है, यह पूरी बात एक
खत म लखकर नेहा( ा के दो त क बाहेन) ा के घर मे दे ती है, वो पडकर ा
जो कंपनी मे जॉब करता था उस कंपनी को रजाइन दे ता है, यही कारण होता है तब
ा जॉब छोड़ने का.

ा जब आपणे बहेन को बचाने जाता है तब हा पे उसका दो त भी मल जाता ह, यू


क ा के दो त को ीवा तव नही मारता, यूक कंपनी चालनेके लये लॅ स ाके
दो त से करवा कर लेता था, ा और नेहा उसको जी वत दे खखर खुश हो जाते है, तंबी
ीवा तव हा से भाग जाता है आपणे पताजी के पास,जकार पुरी कहाणी बता दे ता है,
ीवा तव और रघुवीर दोनो दगवाल के बेटे होते है, जो शवाजी को और भारती को मार
दे ता है, ये बात ा को भी पता होती है बस ा सही व के इंतजार म था,

तबी दगवाल ा कोण है पता करता है, यू क उसको शक होता है ये ा कंपनी के


ॉ लेम लेकरं हमारी बबाद क शु आत क है, ा के बारे म पता करने के लए उस
के आजू बाजू के लोग कौन है, उसको ोटे शन कौन दे ता है, उसका बाप कौन है, पूरी
जानकारी लेने के बाद, पता चलता है क शवजी का बेटा है, य क बचपन से
लेकर अब तक ा के ऊपर एक औरत कार म बैठकर हर जगह ा के ॉ लम मे मदत
कर त थी पर अपना चेहरा नह दखाती थी, यह बात दगवाल को पता चलती है, वह
औरत कोई और नह भारती होती है, जो क ा क माँ होती है, द गवाल भारतीके
बेटे को कुछ करना पाय इस लए कभी सामने नह आपायी, पर हर मुसीबत से बाहर
उसक मां ने नकाला है, पूरी जानकारी दगवाल ह और भारती, ा के पता और
रधी को कडनैप करता है,

वहां पर ा जाने के बाद अपनी मां को दे ख कर घायल हो जाता है, खुश भी उतना ही
हो जाता है, इसका फायदा दगवाल उठाते ए ा के सामने पता को मार दे ता है, ा
को दगवाल के लोग बांध कर रखते ह, और रधी और भारती को एक कंटे नर मे
भेजनेका लॅन बनाता है, य क उस कंटे नर म पुरे लडक या कडनैप क यो सो रहते है,
और बाहर के दे श बेचता है, कंटे नर म रधी और भारती को डालते व दगवाल के लोग
कंटे नर का दरवाजा ओपन करते ह, तब वहां से शवाजी आ जाते है,

शवाजी वहां पर कैसे आए कसी को समझ म नह आता य क 27 साल पहले शवाजी


को दगवाल के लोग शवाजी पर हमला करते ह, और उन लोग को ऐसा लगता है
शवाजी और भारती दोन ही मर गए ऐसी खबर दगवाल को दे ते ह, जब शवाजी भारती
को जबरद ती भाग जाने के लए कहते है तब शवाजी को उनके दो त ने उठा के लेकर
जाता है हॉ पटल म टमट करता है, पर शवाजी कोमा म चले जाते ह, जब जब
शवाजी मुशीबत मे रहते है,तब तब उनका दो त उनको साथ दे ता है,

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अब 27साल बाद शवाजी वापस आ जाते है, दगवाल परेशान हो जात है, तब ा और
शवाजी दगवाल का नामो नशाण मटा दे ते ह, तब सारे लड़ कय को आप अपने घर भेज
दे ते ह पूरा शहर खुश हो जाता है, ा को आपणे माता पता मल जाते है, आब शवाजी
क ताकत न हो जाती है ा क वजेसे.

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This is to certify that I have registered this Story


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Written by Mahesh Gangaram Surshette
Whose SWA Membership No. is 029882
On 17/01/2019
& as a proof thereof is placed below my digital signature and
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(CC Avenue) Reference No.:108505980607 and Order Id:029882-7

Mr Sunil Salgia
(General Secretary SWA)

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have neither read it anywhere nor watched it in any Film/TV show. In case it is found otherwise I understand that my
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