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Hindi Aadhyay PDF
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अ याय
उस समय का पूरा फायदा यूज़ चैनल के लोग उठाते ह,और कहने लगते ह, इस शहर म
एक भखारी को रा गान और वज वंदन करने का भी अ धकार नह है, यह कैसा
अ याचार है, यह कैसा याय है, शवाजी को शोभा नह दे ता, उनको सरकार क तरफ
से इस शहर का शुभ चतक कहकर तोहफा दया जा रहा है, पर आज आलगही ही दे खने
को मल रहा है,जनता नाखुश है शवाजी से, इस तरह के उ ट सीधी बात यूज़ चैनल
के लोग शवाजी के बारे म कहते ह.
शवाजी कॉलेज मे जाणे के बाद उनके हात से वजयरोहन मतलब तरंगा लहरानेके के लये
काह जात है, शवाजी जब वजारोहण करणे के लये आगे जाते है, तंबी उसी व अपने
लोग को कहते ह, उस भखारी को लेकर आओ और उस भखारी को तरंगा लहराने को
कहते ह, तब वहां क सभी लोग आ यच कत हो जाते ह, तब उसी व सबके चेहरे पर
एक अलग ही नूर आ जाती है, चैनल वाले लोग सोच म पढ़ते ह, य क पहले अलग
ही यूज़ दखाई जाती है,पर शवाजी क सोच को कौन जानता है वो अलग ही सोचते ह,
कसी को नीचा नह दखाते है, इसी लए उ ह ने उस भकारी को वजारोहण करने के लए
मान स मान के साथ तरंगा लहराने को कहत ह.
सबक नजर सरकार क तरफ से भेजी ई तोहफे के ऊपर होती है,सबको यही होता
है, तोहफे म है या, जब शवाजी को तोहफे म बना नंबर लेट क कार द जाती है,
ऊस व यूज़ चैनल वाले लोग कहते ह, आम आदमी य नह बना नंबर लेट वाली
कार इ तेमाल कर सकते है, शवाजी ही य कर सकते ह, तभी उसी व एक टू डट
आकर उस कार के पीछे ट कर लगाती है, टकर पर लखा जाता है, "द कग डू नॉट
वक रॉ ग" मतलब "राजा कभी गलत काम कर नही सकता" ये नयम अपने दे श म
टश सरकार जब थी तभी से यह नयम लागू है, और आज भी अपने पा लमट म बना
नंबर लेट क वहानोका ऊपयोग कया जाता है, और उसके ऊपर नंबर लेट क जगह
अशोक तंभ लगाया जाता है य क वह दे श का तीक है,
शवाजी कॉलेज से पूरा काय म नपटाने के बाद उसी व उनको उनके प नी का फोन
आता है, यूक हर यूज़ चैनल के ऊपर एक ही यूज़ होती है, आज शवाजी का
इ तहान है, य क आज 15 अग त के दन 15 लड़ कय का कडनैप शवाजी के शहर
म होता है, बस आ खरी उ मीद शवाजी होते है, दे खते ह शवाजी या कर सकता है
इस तरह क खबर यूज़ चैनल वाले दखाते ह, येही जाणकारी उनक प नी(भारती)दे ती
है,
शवाजी वाहसे जाने के बाद दगवाल का दमाग सटक जाता है, और शवाजी को मारने
का लान बनाता है,रात म शवाजी अपने घर जाते व शवाजी के ऊपर अटै क हो जाता
है, और शवाजी ज मी हो जाते ह, फर भी शवाजी उन लोग का सामना करते ह, पर
कह से तो शवाजी को ोट शन मलता है, और गुंड को मार दया जाता है, शवाजी
को समझ म नह आता शवाजी के ऊपर हमला करने वाले लोग को कसने मारा,
शवाजी उसी ज़ मी अव था म अपने घर जाते ह, और भारती(प नी) को कहते ह, तू
यहां से चली जा तेरे पेट म जो ब चा है वह बचना चा हए, मेरी फ छोड़ वह लोग तुझे
भी मार दगे, तुम यः से चली जाओ यह कहकर शवाजी अपनी प नी को वहां से जाणे
को कहते ह, उनक प नी पेट से रहने के कारण शवाजी को फ होती है इस लए फोस
करते ह वहां से जाने के लए, भारती मना करती है फर भी शवाजी कहते ह म जदा
नह रह सकता, आप जाओ यहां से अपना बेटा बचना चा हए यह तेरी ज मेदारी है यह
मेरी आ खरी वा हश है,
तब भारती वाह से चली जाती है,जाते व दगवाल के लोग, भारती के कार के पछे
लगते है, और भारती क कार एक जंगलं मे बंद हो जाती है, कस त हा से भारती ऊस
जंगलं से शहर आ जाती है एक डॉ टर के पास, और डॉ टर के पास से आज ही
पैदा(ज मा) आ पर मृ यु ये सो ब चा लेकर फर से जंगल मे जाती है, और मृत ब च
को जंगल मे फक दे ती है,और आपणी साडी(sari) प थर को बांधकर टे कडी के उपर
से नीचे फेक दे ती है, दगवाल के लोगोको लगत है, ब चा पैदा होते ही मर गया, और
ब चे के सदमे से आ मह या क है, ऐसा दगवाल के लोगोको लगता है,
8साल बाद
ऍड मशन के लये ऊस को नाम पूछा जाता है, परंतु ब च को अपना खुद का नाम ना
होने के कारण ओ एक जे को दो त दो त नाम से पुकारते ह,या जाणे जाते है, जब
एड मशन के टाइम सपल पूछते ह नाम या है तब वह लड़का जवाब दे ता है दो त
सपल कहता है बाप का नाम या है, पता नह , मां का नाम या है, पता नह ,
लड़क का जवाब पता नह होता है, सपल पागल हो जात है, तभी ब चा पूछता है
दाई बाजू दे खकर कसक फोटो है, तब सपल कहते ह वह शवाजी महाराज क फोटो
है, तब वह ब चा कहता है मेरे पताजी का नाम शवाजी, माँ के नाम के बारे म पूछते
ह, तब वो ब चा पु छता है, सामने क द वार पर कसक फोटो है, तब सपल कहते
ह वह अपनी भारत माता है, अपनी भारत माता क फोटो है, तब लड़का कहता है मेरी
मां का नाम भारती, सारी बात वह लड़का फोटो दे खकर कहता है,और ऊस लड़के का
नाम ा ऐसा नाम आ द यनाथ जी रख दे ते ह, जो उनक फ स भरे ए ह वो,
वो लड़क का एड मशन होने के बाद आ द यनाथ लड़क को कहते ह बेटा म तुझे पाल
पोस कर बड़ा क ं गा तू मेरे साथ चल, तब ा कहता है, नह अंकल आप आपका
अड् ेस द जएगा बड़ा होने के बाद जो फ स है वह लौटा ं गा इतना कहके वह लड़का
वहां से चला जाता है, और आ द यनाथ आपणी फै मली के साथ कार म बैठ के नकल
जाते ह, पर ा जस होटल म काम करता था उस होटल के सामने आ द यनाथ जी क
कार का ए सीडट हो जाता है, उस ए सीडट म आ द यनाथ क प नी और ब चा मर
जाते ह, और आ द यनाथ को हॉ पटल म ा लेकर जाता है, तब हॉ पटल म
आ द यनाथ ा से फर वही सवाल करते ह बेटा मेरे साथ चल अब कोई नह है मेरे
लाइफ म तेरे सवा, तब ा कहता है एक शत पर म आपके साथ आऊंगा, और शत
यह है क दन म एक घंटा शाम के टाइम म झोपड़प म मेरे दो त के साथ खेलने
जाऊंगा, तब आ द यनाथ हां बोलते ह, ा हर दन शाम को टाइम झोपड़प म अपने
दो त के साथ बचपन क पुरे खेल है, आ द यनाथ को अपना पता के प मे वीकार
करता है,
21साल बाद
जब रधी बहार अकार दे खती है वनर कोन ह, वह ा रहता है, तब रधी quiz
competition यू राखा था वो नंही बताती यू क ा पा हलेसेही रधी को चाहता
था, और दोन के बीच लव टोरी चलू हो जाती,
रधी को बचाने ा जाता है रघुवीर के पास और रघुवीर का नामो नशान मटा के रधी को
लेकर आ जाता है, और शाद कर लते ह, कोई द कत ना जाए इस लए, और ा जो
10लाख जतेसो रहता है, उसमेसे 5लाख आपणे पताजी को दे दे ता है और 5लाख
आपणे साथ रखं लेता ह, और उनके शहर मे जो सबसे बडी कंपनी मे जाणे का लॅन
बनालेता है, यू क ऊस कंप नके साथ उसको पाटनर शप करने क होती ह,पर द कत
उस बात क होती है उस कंपनी के ओनर( ीवा तव) को मलने के लए 3 दन के पहले
अपॉइंटमट लेनी पड़ती है, और ा ब त ही शा तर होने के कारण जहाँ पे कावट आई
वहां पर हर जगह पर ₹50000 दे ख कंपनी के ओनर तक प ंच जाता है,और बजनेस
पाटनर शप के बारे म बात करता है, ीवा तव(कंपनी का म लक/वोनर) को बात करता
है,तब ीवा तव गु से मे पु छता है, तू है कोण तेरेसाथ यू पाटनर शप क , तब ा
कहता है आपको मलने के लए 3 दन के पहले अपॉइंटमट लेनी पड़ती है, पर म 3
मनट म आप तक प ंच गय, तो आप 3 दन मे से 3 म नट् स नकालके बताइएगा
बे न फट् स कतना आ, यह बात के ऊपर ीवा तव इं ेस हो जाता है और पाटनर शप
डील करते है,पर ा 1 साल के लये ही ए ीमट करता है, यू क सके पछे क वजह
अलग ही होती है,
वहां पर ा जाने के बाद अपनी मां को दे ख कर घायल हो जाता है, खुश भी उतना ही
हो जाता है, इसका फायदा दगवाल उठाते ए ा के सामने पता को मार दे ता है, ा
को दगवाल के लोग बांध कर रखते ह, और रधी और भारती को एक कंटे नर मे
भेजनेका लॅन बनाता है, य क उस कंटे नर म पुरे लडक या कडनैप क यो सो रहते है,
और बाहर के दे श बेचता है, कंटे नर म रधी और भारती को डालते व दगवाल के लोग
कंटे नर का दरवाजा ओपन करते ह, तब वहां से शवाजी आ जाते है,
अब 27साल बाद शवाजी वापस आ जाते है, दगवाल परेशान हो जात है, तब ा और
शवाजी दगवाल का नामो नशाण मटा दे ते ह, तब सारे लड़ कय को आप अपने घर भेज
दे ते ह पूरा शहर खुश हो जाता है, ा को आपणे माता पता मल जाते है, आब शवाजी
क ताकत न हो जाती है ा क वजेसे.
Certificate of Registration
Mr Sunil Salgia
(General Secretary SWA)
Note - This certificate is subject to the declaration by the writer that This work is my original creation. I hereby declare that I
have neither read it anywhere nor watched it in any Film/TV show. In case it is found otherwise I understand that my
registration of this work will automatically stand cancelled and I will be solely responsible for the consequences
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