You are on page 1of 5

.

. .
.

.

॥ अल ीगायीकवचम ॥
.
.. alabhya shrIgAyatrIkavacham ..

. .
sanskritdocuments.org
July 25, 2016

.
Document Information

Text title : gAyatrIkavacham


File name : gAyatrIkavachaalabhya.itx
Location : doc_devii
Language : Sanskrit
Subject : philosophy/hinduism/religion
Transliterated by : aspundir Singh
Proofread by : PSA Easwaran psaeaswaran at gmail.com
Latest update : June 23, 2015
Send corrections to : Sanskrit@cheerful.com
Site access : http://sanskritdocuments.org

॥ अल ीगायीकवचम ॥ 1


॥ अल ीगायीकवचम ॥
िविनयोगः
ॐ अ ीगायीकवच ािवु ाः ऋषयः ।

ऋयजःसामाथवा िण छांिस । परिपणी गायी देवता ।
भूः बीजम ।् भवः
ु शिः । ः कीलकम ।् var सवःु कीलकम ।्
चतिु वशरा ीगायीीथ जपे िविनयोगः ।
ानं
ु िनमलोितषीम ।्
वाभां कुिडकां हां, श
सवतमय वे, गाय वेदमातरम ॥ ्
मु ािवु महेमनीलधवलैछाय ैः मख ु 
े ीण ैः ।
ु ािमिनबरमक
य ु ु टां ताथ वणािकाम ॥ ्
ु ैः ।
गाय वरदाभयाशकशां शूलं कपालं गण
शं चमथारिवयगु लं ह ैवह भजे ॥
कवच पाठः
ॐ ॐ ॐ ॐ भूः ॐ ॐ भवः ु ॐ ॐ ः ॐ ॐ त ॐ ॐ  ॐ
ॐ िव ॐ ॐ त ु ॐ ॐ व ॐ ॐ रे ॐ ॐ यं ॐ ॐ भ ॐ ॐ ग ॐ
ॐ दे ॐ ॐ व ॐ ॐ  ॐ ॐ धी ॐ ॐ म ॐ ॐ िह ॐ ॐ िध ॐ
ॐ यो ॐ ॐ यो ॐ ॐ नः ॐ ॐ  ॐ ॐ चो ॐ ॐ द ॐ
ॐ या ॐ ॐ त ॐ ् ॐ।
ॐ ॐ ॐ ॐ भूः ॐ पात ु मे मूलं चतदु ल समितम ।्
ॐ भवः ॐ पात मे िलं सलं षदलाकम ।्
ु ु
ॐ ः ॐ पात ु मे कठं साकाशं दलषोडशम ।् var सवःु
ॐ त ॐ पात ु मे पं ाणं कारणं परम ।्
ॐ  ॐ रसं पात ु मे सदा मम ।
ॐ िव ॐ पात ु मे गं सदा िशिशरसंयतु म ।्
ॐ त ु ॐ पात ु मे श शरीर कारणं परम ।्
ॐ व ॐ पात ु मे शं शिवहकारणम ।्
ॐ रे ॐ पात ु मे िनं सदा तशरीरकम ।्
ॐ यं ॐ पात ु मे अं सवतैककारणम ।्
ॐ भ ॐ पात ु मे ों शवण ैककारणम ।्
ॐ ग ॐ पात ु मे ाणं गोादानकारणम ।्
ॐ दे ॐ पात ु मे चां सभायां शिपणीम ।्

॥ अल ीगायीकवचम ॥

ॐ व ॐ पात ु मे बायगु लं च कमकारणम ।्


ॐ  ॐ पात ु मे िलं षदलयतु म ।्
ॐ धी ॐ पात ु मे िनं कृ ित शकारणम ।्
ॐ म ॐ पात ु मे िनं नमो िपणीम ।्
ॐ िह ॐ पात ु मे बिंु परमयं सदा ।
ॐ िध ॐ पात ु मे िनमहारं यथा तथा ।
ॐ यो ॐ पात ु मे िनं जलं सव सवदा ।
ॐ यो ॐ पात ु मे िनं जलं सव सवदा ।
ॐ नः ॐ पात ु मे िनं तेजःपो ु यथा तथा ।
ॐ  ॐ पात ु मे िनमिनलं कायकारणम ।्
ॐ चो ॐ पात ु मे िनमाकाशं िशवसिभम ।्
ॐ द ॐ पात ु मे िजां जपय कारणम ।्
ॐ यात ॐ ् पात ु मे िनं िशवं ानमयं सदा ।
ॐ तािन पात ु मे िनं, गायी परदैवतम ।्

कृ ं मे सततं पात,ु ािण भूभवु ः रोम ॥
ॐ भूभवु ः ः तिवतवु र े यं भग देव धीमिह
िधयो यो नः चोदयात ।्

ॐ जातवेदसे सनवाम सोममाराती यतो िनदहाित वेदाः ।
स नः पष दित गािण िवा नावेव ं िस ं ु िरतािः ।
ॐ कं यजामहे सगिं ु ु
पिवध नम ।्
ऊवािरकिमव बनात म ् ृ ोम ु ीय मामृतात ॥्
ॐ नमे तरु ीयाय सिशताय पदाय परो रजसेऽसावद मा ापत ॥
ु ादगायी सूणा ॥
कवचसिहता चत

Encoded by aspundir Singh


Proofread by PSA Easwaran psaeaswaran at gmail.com

This text is prepared by volunteers and is to be used for personal study and
research. The file is not to be copied or reposted for promotion of any
website or individuals or for commercial purpose without permission.

Please help to maintain respect for volunteer spirit.



॥ अल ीगायीकवचम ॥ 3

.. alabhya shrIgAyatrIkavacham ..
was typeset on July 25, 2016

Please send corrections to sanskrit@cheerful.com

You might also like