You are on page 1of 10

समास – प रभाषा व कार 10 िमनट म याद कर

 June 14, 2014  Uncategorized, िहं


दी याकरण  26,316 Views

loading...

समास

प रभाषा:

‘समास’ श द का शाि दक अथ होता है


‘छोटा- प’। अतः जब दो या दो से
अिधक
शद

(पद) अपने
बीच क िवभि य का लोप कर जो छोटा प बनाते
ह, उसे
समास,
सामािसक

श द या सम त पद कहते
ह। जै
से
‘रसोई के
िलए घर’ श द म से
‘के
िलए’ िवभि का लोप

करने
पर नया श द बना ‘रसोई घर’, जो एक सामािसक श द है

िकसी सम त पद या सामािसक श द को उसके


िविभ न पद
एवं
िवभि सिहत पृ
थक्
करने

क ि या को समास का िव ह कहते
ह जै
से
िव ालय
िव ा के
िलए आलय, माता-िपता=माता

और िपता।

कार:

समास छः कार के
होते
ह-

1. अ ययीभाव समास,
2. त पु
ष समास

For More Book Download Here - http://GKTrickHindi.com


3. समास 4.
बह ीिह समास

5. ि गु
समास 5. कम धारय समास

1.
अ ययीभाव समास:

अ ययीभाव समास म ायः

(i)पहला पद धान होता है


(ii) पहला पद या पू
रा पद अ यय होता है

(वे
श द जो िलं
ग, वचन, कारक,
काल के

अनस
ुार नह बदलते
, उ ह अ यय कहते
ह)

(iii)यिद एक श द क पनु
रावृ
ि हो और
दोन श द िमलकर अ यय क तरह यु

हो, वहाँ
भी अ ययीभाव समास होता है

(iv) सं
कृ
त के
उपसग युपद भी अ ययीभव समास होते
ह-

यथाशि = शि के
अनस
ुार।

यथाशी = िजतना शी हो

यथा म = म के
अनस
ुार

यथािविध = िविध के
अनस
ुार

यथावसर = अवसर के
अनस
ुार

यथे
छा = इ छा के
अनस
ुार

ितिदन = ये
क िदन। िदन-िदन। हर िदन

ये
क = हर एक। एक-एक। ित एक

य = अि के
आगे

घर-घर = ये
क घर। हर घर। िकसी भी घर को न छोड़कर

For More Book Download Here - http://GKTrickHindi.com


हाथ -हाथ = एक हाथ से
दू
सरे
हाथ तक। हाथ ही हाथ म

रात -रात = रात ही रात म

बीच -बीच = ठीक बीच म

साफ-साफ = साफ के
बाद साफ। िब कु
ल साफ

आमरण = मरने
तक। मरणपय त

आसमु= समु
पय त

भरपे
ट = पे
ट भरकर

अनक
ुल = जै
ू सा कू
ल है
वै
सा

याव जीवन = जीवनपय त

िनिववाद = िबना िववाद के

दर असल = असल म

बाकायदा = कायदे
के
अनस
ुार

2.
त पु
ष समास:

(i)त पु
ष समास म दू
सरा पद (पर पद)
धान होता है
अथात्
िवभि का िलं
ग, वचन

दू
सरे
पद के
अनस
ुार होता है

(ii) इसका िव ह करने


पर क ता व स बोधन
क िवभि य (ने
, हे
, ओ,
अरे
) के
अित र

िकसी भी कारक क िवभि युहोती है


तथा िवभि य
के
अनस
ुार ही इसके
उपभे
द होते

ह।

जै
से

For More Book Download Here - http://GKTrickHindi.com


(क) कम त पु
ष (को)

कृ
णापण = कृ
ण को अपण

नेसख
ुद = नेको सख
ुद

वन-गमन = वन को गमन

जे
ब कतरा = जे
ब को कतरने
वाला

ा ोदक = उदक को ा

(ख) करण त पु
ष (से
/केारा)

ई र- द = ई र सेद

ह त-िलिखत = ह त (हाथ) से
िलिखत

तल
ुसीकृ
त = तल
ुसी ारा रिचत

दया = दया से

र न जिडत
़= र न से
जिडत

(ग) स दान त पु
ष (के
िलए)

हवन-साम ी = हवन के
िलए साम ी

िव ालय = िव ा के
िलए आलय

गु
-दि णा = गुके
िलए दि णा

बिल-पशु
= बिल के
िलए पशु

(घ) अपादान त पु
ष (से
पृ
थक्
)

ऋण-मु= ऋण से
मु

पद यतु= पद सेयतु

माग = माग से

धम-िवमख
ु= धम से
िवमख

दे
श-िनकाला = दे
श से
िनकाला

For More Book Download Here - http://GKTrickHindi.com


(च) स ब ध त पु
ष (का, के
,क)

मि -प रषद्
= मि य क प रषद्

म-सागर = े
े म का सागर

राजमाता = राजा क माता

अमचू
र =आम का चू

रामच रत = राम का च रत

(छ) अिधकरण त पु
ष (म, पे
, पर)

वनवास = वन म वास

जीवदया = जीव पर दया

यान-म न = यान म म न

घड़ु
सवार = घोड़े
पर सवार

घृ
ता न = घी म प का अ न

किव पगं
व = किवय म े

3. समास

(i) समास म दोन पद धान होते


ह।

(ii) दोन पद ायः एक दू


सरे
के
िवलोम होते
ह, सदै
व नह ।

(iii)इसका िव ह करने
पर ‘और’, अथवा ‘या’ का योग होता है

माता-िपता = माता और िपता

दाल-रोटी = दाल और रोटी

पाप-पु
य = पाप या पु
य/पाप और पु

अ न-जल = अ न और जल

जलवायु
= जल और वायु

फल-फू
ल = फल और फू

For More Book Download Here - http://GKTrickHindi.com


भला-बरु
ा = भला या बरु

पया-पै
सा = पया और पै
सा

अपना-पराया = अपना या पराया

नील-लोिहत = नीला और लोिहत (लाल)

धमाधम = धम या अधम

सरु
ासरु= सरुया असरु
/सरुऔर असरु

शीतो ण = शीत या उ ण

यशापयश = यश या अपयश

शीतातप = शीत या आतप

श ा = श और अ

कृ ण और अजनु
णाजनु= कृ

4. बह ीिह समास

(i)बह ीिह समास म कोई भी पद धान नह होता।

(ii) इसम युपद के


सामा य अथ क अपे
ा अ य अथ
क धानता रहती है

(iii)इसका िव ह करने
पर ‘वाला, है
, जो, िजसका, िजसक , िजसके
, वह आिद

आते
ह।

गजानन = गज का आनन है
िजसका वह (गणे
श)

ि ने= तीन नेह िजसके


वह (िशव)


ु= चार भज
चतभु ुाएँ
ह िजसक वह (िव ण)ु

षडानन = षट्
(छः) आनन ह िजसके
वह (काितके
य)

दशानन = दश आनन ह िजसके


वह (रावण)

घन याम = घन जै
सा याम है
जो वह (कृ
ण)

For More Book Download Here - http://GKTrickHindi.com


पीता बर = पीत अ बर ह िजसके
वह (िव ण)ु

च चू
ड़ = च चू
ड़ पर है
िजसके
वह

िग रधर = िग र को धारण करने


वाला है
जो वह

मरु
ा र = मरुका अ र है
जो वह

आशतु
ोष = आशु
(शी ) स न होता है
जो वह

नीललोिहत = नीला है
लह िजसका वह

व पािण = व है
पािण म िजसके
वह

सु
ीव = सु
दर हैीवा िजसक वह

मधस
ुूदन = मधु
को मारने
वाला है
जो वह

आजानबु
ाह = जानओ
ुं(घटु
न ) तक बाहएँ
ह िजसक वह

नीलक ठ = नीला क ठ है
िजसका वह

महादे
व = दे
वताओं
म महान्
है
जो वह

मयू
रवाहन = मयू
र है
वाहन िजसका वह

कमलनयन = कमल के
समान नयन ह िजसके
वह

कनकटा = कटे
हए कान है
िजसके
वह

जलज = जल म ज मने
वाला है
जो वह (कमल)

वा मीिक = व मीक से
उ प न है
जो वह

िदग बर = िदशाएँ
ही ह िजसका अ बर ऐसा वह

कु
शा बिु= कु
श के
अ भाग के
समान बिुहै
िजसक
वह

म द बिु= म द है
बिुिजसक वह

िजते
ि य = जीत ली ह इि याँ
िजसने
वह

च मख
ुी = च मा के
समान मख
ुवाली है
जो वह

For More Book Download Here - http://GKTrickHindi.com


अ ा यायी = अ अ याय क पु
तक है
जो वह

5. ि गु
समास

(i)ि गु
समास म ायः पू
वपद सं
यावाचक होता है
तो कभी-कभी
परपद भी सं
यावाचक

दे
खा जा सकता है

(ii) ि गु
समास म युसं
या िकसी समू
ह का बोध कराती है
अ य अथ का नह , जै
सा

िक बह ीिह समास म दे
खा है

(iii)इसका िव ह करने
पर ‘समू
ह’ या ‘समाहार’ श द युहोता है

दोराहा = दो राह का समाहार

प य = दो प का समू

स पादक य = दो स पादक का समू


ि भज
ु= तीन भज
ुाओं
का समाहार

ि लोक या ि लोक = तीन लोक का समाहार

ि र न = तीन र न का समू

सं
कलन- य = तीन का समाहार

भवु
न- य = तीन भवु
न का समाहार

चै
मासा/चतमु
ास = चार मास का समाहार


ु= चार भज
चतभु ुाओं
का समाहार (रे
खीय आकृ
ित)

चतवु
ण = चार वण का समाहार

पं
चामृ
त = पाँ
च अमृ
त का समाहार

पं
चपा = पाँ
च पा का समाहार

पं
चवटी = पाँ
च वट का समाहार

For More Book Download Here - http://GKTrickHindi.com


षड्
भज
ु= षट्
(छः) भज
ुाओं
का समाहार

स ाह = स अह (सात िदन ) का समाहार

सतसई = सात सौ का समाहार

स शती = स शतक का समाहार

स िष = सात ऋिषय का समू


अ -िसि = आठ िसि य का समाहार

नवर न = नौ र न का समू

नवरा = नौ राि य का समाहार



दशक = दश का समाहार

शतक = सौ का समाहार

शता दी = शत (सौ) अ द (वष ) का समाहार

6. कमधारय समास

(i)कमधारय समास म एक पद िवशे


षण होता है
तो दू
सरा पद िवशे
य।

(ii) इसम कह कह उपमे


य उपमान का स ब ध होता है
तथा िव ह
करने
पर ‘ पी’

श द युहोता है

पु
षो म = पु
ष जो उ म

नीलकमल = नीला जो कमल

महापु
ष = महान्
है
जो पु

घन- याम = घन जै
सा याम

पीता बर = पीत है
जो अ बर

महिष = महान्
है
जो ऋिष

नराधम = अधम है
जो नर

For More Book Download Here - http://GKTrickHindi.com


अधमरा = आधा है
जो मरा

र ा बर = र के
रं
ग का (लाल) जो अ बर

कु
मित = कु
ि सत जो मित

कु
पु= कु
ि सत जो पु

दु
कम = दू
िषत है
जो कम

चरम-सीमा = चरम है
जो सीमा

लाल-िमच = लाल है
जो िमच

कृ
ण-प = कृ
ण (काला) है
जो प

म द-बिु= म द जो बिु

शभु
ागमन = शभुहै
जो आगमन

नीलो पल = नीला है
जो उ पल

मृ
ग नयन = मृ
ग के
समान नयन

च मख
ु= च जै
सा मख

राजिष = जो राजा भी है
और ऋिष भी

नरिसं
ह = जो नर भी है
और िसं
ह भी

मख
ु-च = मख
ु पी च मा

वचनामृ
त = वचन पी अमृ

भव-सागर = भव पी सागर

चरण-कमल = चरण पी कमल

ोधाि न = ोध पी अि न

चरणारिव द = चरण पी अरिव द

िव ा-धन = िव ा पी धन

(Visited 21,923 times, 86 visits today)

For More Book Download Here - http://GKTrickHindi.com

You might also like