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क्रोनबेक ने लिखा है, “ऄमेररका में अज के लित्र का कें द्र लबंदु पाठ्य पस्ु तक है | आसका लवद्यािय में
महत्वपणू थ स्थान है| आसका ऄतीत में भी महत्वपणू थ ऄलधक था और अज भी शलिशािी महत्व है| आसको
जनसाधारण की भी िोकलियता िाप्त होती है क्योंलक पाठ्य पस्ु तक लवद्यािय या कक्षा में छात्र तथा
लशक्षक के लिए लवशेष रूप से तैयार की जाती है | जो लक लकसी एकाकी लवषय या सबं ंलधत लवषयों के
कोसथ का िस्ततु ीकरण करती है| बेकन ने पाठ्यपस्ु तक को पररभालषत करते हुए लिखा है, “ लवशेषज्ञों द्वारा
सावधानी के साथ तैयार की जाती है | यह लशक्षण यलु ियों में भी ससु लजजत होती है | ऑि द बेस्ट का
कहना है,” पाठ्यपस्ु तक लशक्षण ऄलभिायों के लिए व्यवलस्थत िजातीय लितं न का एक ऄलभिेख है | िैंग
ने ऄपनी पाठ्यपस्ु तक को पररभालषत करते हुए लिखा है ,” लकसी शाखा की एक िमालणक पस्ु तक होती
है” वस्ततु ः पाठ्यपस्ु तक एक ऄलधगम साधन है लजसका ियोग लवद्याियों तथा कॉिेजों में लशक्षण
कायथक्रम को पररपरू रत करने के लिए लकया जाता है | पाठ्य पस्ु तक मलु द्रत, सलजल्द होती है जो लक लशक्षण
ईद्देश्यों या ऄलभिायों की पलू तथ करती है| साथ ही वह सीखने वािे के हाथ में दी जाती है|
लवलभन्न िकार की किाओ ं तथा ज्ञान रालश को ऄलजथत करने के लिए पस्ु तक बहुत ईपयोगी होती है | परंतु
अधलु नक काि में पाठ्य पस्ु तकों का महत्व लशक्षा के ईपकरण के रूप में और ऄलधक बढ़ गया | लशक्षक
ऄपनी पाठ्य योजनाओ ं का लनमाथण पाठ्य पस्ु तकों की सहायता से करता है और छात्र लवलभन्न लविारों
एवं ऄन्वेषणों के ऄनभु वों को तकथ बंद रूप में ग्रहण कर िेता है | लकस िकार पाठ्य पस्ु तकें लशक्षण
िलक्रया में लशक्षक एवं छात्र दोनों का पथ िदशथक करती हैं| आसके ऄलतररि पाठ्यपस्ु तकें समय की बित
करते हैं तथा परु वा ऄनभु वों को िदान करके दैलनक जीवन के ियासों में व्यथथ की अवृलि को रोकती है |
ऄपवू थ ऄनभु व की पृष्ठभलू म पर छात्र एवं लशक्षक दोनों ही ऄपने जीवन िसाद को भव्य एवं सदृु ढ़ बनाने में
समथथ हो सकते हैं | आसके ऄलतररि पाठ्यपस्ु तकें आस बात को सलु नलित रूप से बताती हैं लक बािकों को
लकस स्तर लवशेष पर लकतनी पाठ्यपस्ु तक ऄलजथत करने हैं ?आस िकार पाठ्यपस्ु तक की सलु नलितता िदान
करती है| आनके द्वारा छात्र एवं लशक्षक दोनों को नवीन ऄनभु व सिू नाओ ं के संकरण में सलु वधा रहती है|
पाठ्य पस्ु तकों के लवरुद्ध कुछ लवद्वानों का कहना है लक लकस साधन के द्वारा छात्रों में रखने की िवृलि
लवकलसत की जाती है | ईन्हें स्वतंत्र लितं न तकथ एवं लनणथय करने हेतु ऄवसर िाप्त नहीं होते है | आन तकों में
सिा ऄवश्य ितीत होती है परंतु यह दो आसके दरुु पयोग के कारण ईत्पन्न होते हैं | पाठ्यपस्ु तक की
अवश्यकता हमें यहां तक की योजनाओ ं एवं आकाइ पद्धलतयों में भी होती है| आकाइ की पवू थ तैयारी के लिए
पाठ्यपस्ु तक अवश्यक है | हि अर डगिस ने पाठ्यपस्ु तक के महत्व को आस िकार स्पष्ट लकया है ”
लशक्षकों के बहुमत ने ऄलं तम लवश्ले षण के अधार पर पाठ्यपस्ु तक को वेश्या और लकस िकार पढ़ाएगं े
की अधारलशिा बतिाया है |” दसू रे शब्दों में कहा जा सकता है लक लशक्षकों द्वारा क्या एवं लकस िकार
पढ़ाया जाए आन सब का अधार पर पाठ्यपस्ु तक ही है|
वाणिज्य पाठ्य
पुस्तक के ववववध
आयाम
वालणजय लशक्षण के अधलु नक अयामों के ऄतं गथत कंप्यटू र की इ-पाठ्य पस्ु तकें , लक्िप बक
ु , यटू ् यबू
िैनि, कंप्यटू र से सबं ंलधत ब्िॉग, सोशि मीलडया Facebook तथा कंप्यटू र की महत्वपणू थ वेबसाआट
अलद को सलममलित लकया गया है|
इ - पाठ्यपस्ु तक
इ पस्ु तक आिेक्रॉलनक पस्ु तक का ऄथथ है लडलजटि रूप में पस्ु तक इ-पस्ु तकें कागज की बजाय लडलजटि
संलिका के रूप में होती है लजन्हें कमप्यटू र ,मोबाआि एवम् ऄन्य लडलजटि यंत्रो पर पढ़ा जा सकता है| आन्हें
आटं रनेट पर भी छापा,बााँटा या पढ़ा जा सकता है| ये पस्ु तके कइ फाआि फॉमेट में होती है लजनमें PDF(
पोटेबि डॉक्यमू ेंट फॉमेट) ,एक्सपीएस अलद शालमि है , आनमें PDF सवाथलधक ििलित फॉमेट है | जल्द
ही परंपरा लकताबों और पस्ु तकाियों के स्थान पर सिु लसद्ध ईपन्यासों और पस्ु तकों के नए रूप जैसे
ऑलडयो पस्ु तकें , मोबाआि टेिीफोन पस्ु तकें , इ-पस्ु तकें अलद ईपिब्ध होंगी|
आसी सदं भथ को दृलष्टगत रखते हुए वालणजय को एक ऄध्ययन िोक में पाठ्यक्रम में सि
ं ग्न लकया गया है |
लजससे ऄध्येता को आसकी बेहतर समझ हो ऄपने जीवन लक्रयाकिापों को बेहतर ढंग से ईपयोलगता से
संपन्न करने हेतु व्यलित्व का लवकास हो सके और वह कुशि मानव संसाधन में लवकलसत होकर राष्ट्र के
सतत लवकास में सहभालगता सलु नलित कर सकें |
क्रमाक
ं लववरण वेबसाआट
1. पस्ु तपािन एवं िेखांकन की मख्ु य बातें यह बकु https://www.freehindipdfbooks.
व्यवसाय ऄथाथत िेखांकन िेनदेन के ऄलभिेखों से com/
संबंलधत है | आस पस्ु तक में खाता बही का ऄथथ वगीकरण download-now/hindi-
खतौनी साराश ं पररणामों की व्याख्या सलममलित है | bahikhata-
रोकड़ िणािी, व्यापार िणािी, िेखाक ं न सिू नाओ ं के khusturmal-bhatiya/
ियोगकताथ तथा पस्ु तपािन ऄथाथत लविीय समंको का
ऄलभिेखन, िेखांकन के क्षेत्र कायथ सैद्धांलतक अधार ,
िेन देन का ऄलभिेखन अलद लवलवध अयामों को
समेलकत करते हुए पस्ु तक को नवीनतम िणािी तकनीक
से िलतपलु ष्ट लकया गया है|