You are on page 1of 1

24 त व ह 24 अवतार

भगवान व णु को सिृ ट का संचालक माना है ऐसा माना जाता है क मा सिृ ट बनाने वाले व णु सिृ ट का पालन और शव संहार
करने वाले है । शा म व णु के 24 अवतार बताए ह ऐसा कहा जाता है क जब जब प ृ वी पर कोई संकट आता है तो भगवान अवतार
लेकर उस संकट को दरू करते है । सवाल ये है क भगवान व णु के अवतार क सं या 24 ह यो है यादा या कम य नह ं। इसके
पीछे जो कारण बताया जाता है वो मानव शर र क रचना व उसके संचालन से जड़
ु ा है । कई व वान और संत का ऐसा मत है क व णु
के 24 अवतार म मानव शर र क रचना का रह य छुपा है । शा ने मानव शर र क रचना 24 त व से जड़
ु ी बताई है । ये 24 त व ह
24 अवतार के तीक ह।
या ह ये 24 त व: माना जाता है क सिृ ट का नमाण 24 त व से मलकर हुआ है इनम पांच ाने यां(आंख,नाक, कान,जीभ, वचा)
पांच कमि यां(गुदा, लंग,हाथ,पैर,वचन) तीन अंहकार(सत, रज, तम) पांच त मा ाएं (श द, प, पश,रस,ग ध)पांच त व(धरती,
आकाश,वाय,ु जल,तेज) और एक मन श मल है इ ह ं चौबीस त व से मलकर ह परू सिृ ट और मनु य का नमाण हुआ है ।

You might also like