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Baglamukhi Pooja & Sadhna Vidhi
Baglamukhi Pooja & Sadhna Vidhi
भगवतत बगललमम खत कक इस मम तरत कक महलमम तरत कक नलम सक जलनल जलतल हह ल ऐसल कहल जलतल हह कक भगवतत
बगललमम खत कत उपलसनल करनक वललक सलधक कक सभत कलरर कबनल वरकत ककरक पपरर हक जलतक हह और जतवन कत
हर बलधल कक वक हम सतक हम सतक पलर कर जलतक हह । मह नन सवरम अपनक जतवन मन अनक कक चमतकलर दक खन हह , कजनकक
सम नकर ककई भत रकतन नहत करक गल लक ककन भगवतत पततलमबरल अपनक भकतत कक ऊपर ऐसक हत ककपल करतत हह ।
एकलकरत मम तरत मलम पततलमबरल कल बतज मम तरत हह , इसकक जप कक कबनल मलम पततलमबरल कत सलधनल पपरर नहत हकतत
। मलम पततलमबरल कत सलधनल इसत बतज मम तरत सक पतरलरमभ हकतत हह , एवम सलधकक कक बतज मम तरत कल कनरकमत रप
सक कम सक कम 21 मललल कल जप अवशर करनल चलकहए, करतकक बतज मम तरत मन हत दक वतल कक पतरलर हकतक हह ।
कजस पतरकलर बतज कक कबनल वक क कत कलपनल नहत कत जल सकतत उसत तरह बतज मम तरत कक जप कक कबनल सलधनल
मन सफलतल कक बलरक मन सकचनल भत वररर हह । भगवतत कत सक वल ककवल मम तरत जप सक हत नहत हकतत हह बकलक उनकक
नलम कल गम रगलन करनक सक भत हकतत हह । कजस पतरकलर नलरद ऋकष हर पल भगवलन कवषरम कल नलम जपतक रक ,
उसत पतरकलर सम धत सलधकक कक मलम पततलमबरल कल नलम जप हर पल करनल चलकहए एवम अनर लकगक कक भत
उनकक नलम कत मकहमल कक बलरक मन बतलनल चलकहए । मह नक अपनक जतवन कल ककवल एक हत उदक शर बनलरल हह कक
मलम पततलमबरल कक नलम कक हर वरककत तक पहमचलनल हह ल आप सब भत रकद मलम कत ककपल पतरलपत करनल चलहतक हह
तक आज सक हत भगवतत कक एकलकरत मम तरत कक अपनक जतवन मन उतलर लतकजए एवम मलम कक नलम एवम उनकत
मकहमल कल अकधक सक अकधक पतरचलर करनल शम र कर दतकजए। सलधकक कक कहतलरर भगवतत कक बतज मम तरत कत
जलनकलरत रहलम दक रहल हम ,प भगवतत पततलमबरल आप सब पर ककपल करन ।
2. Maa Baglamukhi ki sadhana me sabhi vastra peele color ke hote hai isliye aap peele vastra
pahan kar sadhana karen, aasan bhi peele rang ka istemaal karen, maa ki chouki par kapda bhi
peele rang ka hi istmaal karen,
3. Mantra jaap karne liye mala bhi aap haldi ki yani peele rang ki istemaal karen,
5. Maa Baglamukhi Sadhna ratri me ki jati hai to aap ratri me 9Pm ke baad ka koi bhi ek
nishchit samay chun le aur rojana usi samay par sadhana karen.
6. Sadhana karte samay sabse pahle diya jalane ke baad aap thoda pani hath me lakr sankalp le.
9. pratidin aap apne samarthya anusar mantra jaap ki sankhya sunnishchit kar le aur pratidin utne
hi mantra jaap karen, kabhi kam aur kabhi jyada mantra jaap ese bilkul na karen,