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दे वा म धम संसद

नई द ल के दे वा म श वर म आयोिजत दे वा म धम संसद
क आ याि मक गु परम पावन डॉ० जनंदन जी महाराज
(परमा य , दे वा म धम संसद व दे वा म ट) क
अ य ता क मा सक समी ा बैठक म व वशां त,
व वक याण, व वसौहादता व व वव धु व हे तु नणय लया
गया क सबसे बड़ा मानव धम है । हम सब एक ह ई वर के
संतान ह। सभी धम के लोग आपस मे भाई-भाई ह। अतः सभी
धम व जा त के लोग को व वशां त व मानव क याण के लए
मखु तापव
ू क आगे आकर पहल करना चा हए।

बधु वार को मा सक समी ा बैठक म वर धमाधीश व वस त


परमारा य वामी डॉ० जनंदन जी महाराज ने कहा क
“दे वा म धम संसद” स ​ व भव तु सु खनः के स धा त पर
सभी धम के बु धजन साध-ु संत , सफ ू -उलेमाओं, लामाओं,
मौल वय , पाद रय , मु नय आ द को एक लेटफॉम पर लाने
का सतत यास कर रह है । रा य एकता- अखंडता, सौहादता,
ीराम ज मभू म नमाण मागदशक मंडल, गौमाता सेवा,
संर ण व स वधन ( माट गोशाला), गंगा-यमन ु ा क
अ वरलता और नमलता, वै दक कृ ष अनस ु ध
ं ान, सौर ऊजा,
पयावरण, वा य, आयव ु द व योग तथा लोक क याणकार
काय म के अनु ठान समेत सभी दे श म “दे वा म धम
संसद” का वशाल स मेलन आयोिजत कया जाएगा। िजसके
कायका रणी का पन ु गठन व सद यता हे तु आवेदन प भरने क
तार ख 31 माच से बढ़ाकर 15 अ ल
ै , 2019 तक ऑनलाइन
वारा कर दया गया है ।

द ल के धमाधीश योगी धनंजय महाराज व वर संत ओम


भारती ने ​देवा म धम संसद का एक स मेलन व य -अनु ठान
व व व यात मख ु तीथ- थल बोध गया ( वहार) म ब ​ ोध
गया मठ के वशाल प रसर म करने का पण ू सहयोग के साथ
नमं ण दया। म य दे श के यात संत वामी ओम शंकर
ने भोपाल के सु स ध म ​ ाँ का यायनी मं दर प रसर को इस
महान पनु ीत काय हे तु व पण ू यव था हे तु दे वा म ट को
सम पत कया।

उ र दे श (अयो या- साकेत) के मख ु धम न ठ व सु ीम कोट


के व र ठ अ धव ता अनरु ाग शंकर दब ु े ने अहोभाव से ीराम
ज मभू म श नमाण हे तु “ ीराम ज मभू म नमाण
मागदशक मंडल” क तावना कर व वस त वामी डॉ०
जनंदन जी महाराज को ​मागदशक मंडल का परमा य क ​
िज मेदार तथा अयो या म एक ीराम रा र ा महाय
करने हे तु ता वत कया। द ल द णी के कोऑ डनेटर
चाहतराम व द ल स ल के अ य मक ु े श म ा ने द ल म
पव ावण माह म “महा चंडी व ल मी नारायण या ” ह ​ े तु
ता वत कया। िजसका सभा म उपि थत सभी संतो,
बु धजन व आचाय ने सवस म त करतल व न से
हषा तरे क पा रत कया। ​-दे वा म महाय , चीफ यरू ो ( द ल )
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