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CGHCVH
CGHCVH
BY
MAA SHAKTI (NGO)
With
SMART INDIA FOUNDATION
On
17 SEPTEMBER 2019 TO 1 OCTOBER
2019
महात्मा गाांधी ने अपने सपन ां के भारत में जिस दृजि की कल्पना की थी उसमें
व्यापकता थी। यही कारण है जक उनके उसी दृजिक ण या उन्ी ां जिचार ां क गाांधीिाद
की सांज्ञा दी गई। ग्रामीण जिकास की तरफ गाांधी िी की दृजि हमेशा सिग ही रही।
ग्रामीण जिकास के जिए जिन बुजनयादी चीि ां क िे िरूरी समझते थे, उनमें ग्राम
स्वराि, पां चायतराि, ग्राम द्य ग, मजहिाओां की जशक्षा, गाांि ां की सफाई, गाांि ां का
आर ग्य और समग्र ग्राम जिकास आजद प्रमुख हैं ।
महात्मा गाांधी गाांि ां में गृ ह उद्य ग ां की दु ददशा से जचांजतत थे। स्वदे शी आां द िन-जिदे शी
बजहष्कार और खादी क प्र त्साहन दे ना उनके िीिन के आदशद थे जिनक आधार
बनाकर उन् न ां े दे शभर के कर ड ां ि ग ां क आिादी की िडाई के साथ ि डा।
उन् नां े कहा जक खादी का मूि उद्दे श्य प्रत्येक गाांि क अपने भ िन एिां कपडे में
स्वाििां बी बनाना है।
इसे आगे स्पि करते हुए िे कहते है – “मेरे... हमारे ... सपन ां के स्वराज्य में
िाजत (रे स) या धमद के भेद ां का क ई स्थान नही ां ह सकता। भारत के सांजिधान में
ि सेक्यूिर राज्य की पररकल्पना की गई है िह िास्ति में गाांधी के जिचार ां क ही
प्रजतपाजदत करती है। गाांधी िी ने ‘यांग इां जिया’ में 16 अप्रै ि 1931 क ही यह सपि
कर जदया था – “कुछ ि ग ऐसा कहते हैं जक भारतीय स्वराय त ज्यादा सांख्या िािे
समाि का यानी जहांदुओ ां का ही राज्य ह गा। इस मान्यता से ज्यादा बडी क ई दू सरी
गिती नही ां ह सकती। अगर यह सही जसद्ध ह त अपने जिए मैं ऐसा कह सकता हां
जक मैं उसे स्वराज्य मानने से इन्कार कर दू ां गा और अपनी सारी शक्ति िगाकर
उसका जिर ध करू ां गा। मेरे जिए जहन्द स्वराज्य का अथद सब ि ग ां का राज्य, न्याय
का राज्य है ।”
भारत में स्वतां त्रता के बाद सांसदीय ि कतां त्र िगातार मिबूत हुआ है । भारतीय
ि कतां त्र जिश्व का सबसे बडा ि कतां त्र है िहाां अनेक िाजतय , ां धमों और भाषाओां के
बाििूद सबक बराबरी का हक जमिा है । िहाां स्त्री पुरुष ां के बीच क ई असमानता
नही ां है बक्ति भारत में मजहिाएां िीिन के सभी क्षेत्र ां में शीषद पर पहुां ची हैं और हर
क्षेत्र में िे अपनी क्षमता का प्रदशदन करने में सफि रही हैं ।
स्वतां त्रता आां द िन में मजहिाओां की भागीदारी क गाांधी िी ने सुजनजश्चत करने के जिए
प्रे ररत जकया। उन् न ां े मजहिाओां के सांघषद क रािरीय स्वतां त्रता सांघषद के साथ ि डा।
अस्पृश्यता के अजभशाप क दू र करने में मजहिाओां के सहय ग पर बि जदया।
मजहिाओां क घर में रहकर भी जिस तरह से गाांधी िी ने रािरीय स्वतां त्रता आां द िन
से ि डा उसने आां द िन क और सुदृढ़ जकया।
प्रधानमांत्री ने मृदुिा जसन्हा, सजचन तें दुिकर, बाबा रामदे ि, शजश थरूर, अजनि
अम्बानी, कमि हसन, सिमान खान, जप्रयांका च पडा और तारक मेहता का उल्टा
चश्मा की टीम िैसी नौ नामचीन हक्तस्तय ां क आमांजत्रत जकया जक िे भी स््िच्छ भारत
अजभयान में अपना सहय ग प्रदान करें । ि ग ां से कहा गया जक िे सफाई अजभयान ां
की तस््िीरें स शि मीजिया पर साझा करें और अन्य नौ ि ग ां क भी अपने साथ
ि डें ताजक यह एक श्रृांखिा बन िाए। आम िनता क भी स शि मीजिया पर है श
टै ग#MyCleanIndia जिखकर अपने सहय ग क साझा करने के जिए कहा गया।
एक कदम स्वच्छता की ओर : म दी सरकार ने एक ऐसा रचनात्मक और
सहय गात्मक मांच प्रदान जकया है ि रािरव्यापी आां द िन की सफिता सुजनजश्चत करता
है । यह मांच प्रौद्य जगकी के माध्यम से नागररक ां और सांगठन ां के अजभयान सांबांधी
प्रयास ां के बारे में िानकारी प्रदान करता है । क ई भी व्यक्ति, सरकारी सांस्था या
जनिी सांगठन अजभयान में भाग िे सकते हैं । इस अजभयान का उद्दे श्य ि ग ां क
उनके दै जनक कायों में से कुछ घांटे जनकािकर भारत में स्वच्छता सांबांधी कायद करने
के जिए प्र त्साजहत करना है ।
PROGRAMMEPROGRAMME
01/October/2019
LIGHTING OF LAMP : BY CHIEF GUEST & CHILDREN
BUDGET
HALL : 20,000/-
DECORATION
ENTRANCE ` : 20,000/-
STAGE : 30,000/-
FLOWERS : 10,000/-
BALOONS : 1500/-
LED (RENT) : 3,000/-
HOARDING
BANNERS
LEAFLES : 40,000/-
TOTAL : 5,15,500/-