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परी ा नो टस सं.

4/2020-एनडीए
एनडीए-I
एनडीए दनांक : 08.01.2020
आवेदन भरने क अंितम तारीख 28.01.2020)
(आवे
राष् ीय र ा अकादमी तथा नौसेना अकादमी परी ा (I), 2020
आयोग क वेबसाइट – http://upsc.gov.in)
(आयोग

मह वपूण
1. परी ा के िलए उ मीदवार अपनी पा ता सुिनि त कर ल :
परी ा के िलए आवेदन करने वाले उ मीदवार को सुिनि त करना चािहए क वे परी ा
म वेश हेतु सभी पा ता शत को पूरा करते ह। परी ा के सभी तर पर उनका वेश
पूणत: अनंितम होगा बशत क वे िनधा रत पा ता शत को पूरा करते ह ।
उ मीदवार को मा वेश प जारी कए जाने का अथ यह नह होगा क उनक
उ मीदवारी आयोग ारा अंितम प से सुिनि त कर दी गई है।
उ मीदवार ारा सा ा कार/ ि व परी ण म अहता ाप्त करने के बाद ही मूल माण
प के संदभ म पा ता शत का सत्यापन करता है।

2. आवेदन कै से कर :
2.1 उ मीदवार – http://upsconline.nic.in वेबसाइट का योग कर ऑनलाइन आवेदन
कर। ऑनलाइन आवेदन भरने के िलए सं ेप म अनुदश े प रिश -II (क) म दए गए ह,
िव तृत अनुदशे उपयुक् त वेबसाइट पर उपल ध ह।
2.2 जो उम्मीदवार इस परी ा म शािमल नह होना चाहते ह आयोग ने उनके िलए
आवेदन वापस लेने क सुिवधा का ावधान कया है। इस संबंध म अनुदश े परी ा नो टस के
प रिशष्ट II (ख) म दान कए गए ह।
2.3 उम्मीदवार के पास कसी एक फोटो पहचान-प अथात् आधार काड/मतदाता
काड/पैन काड/पासपोट/ ाइ वग लाइसस/स्कू ल पहचान-प / राज्य/के न् सरकार ारा
जारी कोई अन्य फोटो पहचान-प का िववरण होना चािहए। उम्मीदवार को ऑनलाइन
आवेदन-प भरते समय इस फोटो आईडी का िववरण दान करना होगा। इसी फोटो आईडी
को ऑनलाइन आवेदन प के साथ भी अपलोड करना होगा। इस फोटो आईडी का इस्तेमाल
भिवष्य म सभी संदभ के िलए कया जाएगा और उम्मीदवार को सलाह दी जाती है क
वे परी ा/एसएसबी म शािमल होते समय इस आईडी को अपने साथ रख।
3. आवेदन प भरने व वापस लेने क अंितम तारीख
तारीख:

(i) ऑनलाइन आवेदन प 28 जनवरी,


जनवरी 2020 सांय 6:00 बजे तक भरे जा सकते
ह।
(i) ऑनलाइन आवेदन दनांक 04.02.2020 to 11.02.2020 को सायं 6:00 बजे तक
वापस िलए जा सकते ह। आवेदन वापस लेने संबंधी िवस्तृत अनुदश
े प रिशष्ट-II
ख) म दान कए गए ह।
(ख

4. परी ा आरं भ होने के तीन सप्ताह पूव पा उ मीदवार को ई- वेश प जारी कए


जाएंगे। ई- वेश प संघ लोक सेवा आयोग क वेबसाइट – http://upsconline.nic.in पर
उपल ध होगा िजसे उ मीदवार ारा डाउनलोड कया जा सकता है। डाक ारा कोई वेश
प नह भेजा जाएगा। ऑनलाइन आवेदन प भरते समय सभी आवेदक को वैध और

1
स य ई-मेल आईडी स्तुत करना अपेि त है क् य क आयोग उनसे संपक करने के िलए
इलेक् ािनक माध्यम का इस्तेमाल करे गा।

5. गलत उ र के िलये दंड :


अभ्यथ नोट कर ल क व तुिन कार के श्न प म उ मीदवार ारा दए गए गलत
उ र के िलए दंड (ने
नेगे टव मा कग)
कग दया जाएगा।

6. ओएमआर प क (उत्तर प क) म िलखने और िचि हत करने हेतु उम्मीदवार के वल


काले रं ग के बॉल पेन का इस्तेमाल कर। कसी अन्य रं ग के पेन का इस्तेमाल व जत है,
पिसल अथवा स्याही वाले पेन का इस्तेमाल न कर। उम्मीदवार नोट कर क ओएमआर
उत्तर प क म िववरण कू टब करने/भरने म कसी कार क चूक/ ु ट/िवसंगित,
िवशेषकर अनु मांक तथा परी ण पुि तका ृंखला कोड के संदभ म, होने पर उत्तर प क
अस्वीकृ त कया जाएगा। उम्मीदवार को यह भी सलाह दी जाती है क वे नो टस के
प रिशष्ट-III म िनिहत “िवशेष अनुदश े ” को सावधानीपूवक पढ़ ल।

7. उ मीदवार के मागदशन हेतु सुिवधा काउ टर :


उ मीदवार अपने आवेदन प , उ मीदवारी आ द से संबंिधत कसी कार के
मागदशन/सूचना/ प ीकरण के िलए काय दवस म 10.00 बजे से 5.00 बजे के मध्य तक
आयोग प रसर के गेट ‘सी’ के पास संघ लोक सेवा आयोग के सुिवधा काउं टर पर ि गत
प से अथवा दूरभाष सं. 011-23385271/ 011-23381125/011-23098543 पर
संपक कर सकते ह।

8. मोबाइल फोन ितबंिधत:


धत
(क ( कसी भी मोबाइल फोन ऑफ ि वच क तक यहां)मोड म(, पेजर या कसी भी
इले ॉिनक उपकरण या ो ामेबल उपकरण या टोरे ज मीिडया जैसे क पेन ाइव, माट
घिड़याँ आ द अथवा कै मरा या लू टू थ उपकरण अथवा कोई अ य उपकरण या उससे संबंिधत
सहायक साम ी, चालू अथवा ि वच ऑफ मोड म िजसे परी ा के दौरान संचार उपकरण के
तौर पर उपयोग कया जा सकता है, का उपयोग पूणतया ितबंिधत है। इन अनुदश े का
उल्लंघन कए जाने पर दोिषय के िव अनुशासना मक कारवाई सिहत उ ह भावी
परी ा म भाग लेने से ितबंिधत भी कया जा सकता है।
(खउनके को उ मीदवार ( अपने िहत म मोबाइल फोन सिहत कोई भी ितबंिधत वस्तु
अथवा मू यवान पर थल परी ा व तु महंगी/न जाने क सलाह दी जाती है, य क
परी ा थल पर सामान क सुर ा व था सुिनि त नह क जा सकती है। आयोग इस
संबंध म कसी भी नुकसान के िलए िज मेदार नह होगा।

उ मीदवार
मीदवार को के वल ऑनलाइन मोड http://upsconline.nic.in से ही आवेदन करने क
ज रत है। कसी दूसरे मोड ारा आवेदन करने क अनुमित नह है।

फा.सं.7/2/2019-प.1(ख) - राष् ीय र ा अकादमी के थल सेना, नौसेना तथा वायु


सेना कं ध के िलए 02 जनवरी, 2021 से शु होने वाले 145व
व पाठय म हेतु और नौसेना
अकादमी के 107व व भारतीय नौसेना अकादमी कोस (आईएनएसी) म वेश हेतु संघ लोक
सेवा आयोग ारा 19 अ ैल, 2020 को एक परी ा आयोिजत क जाएगी।
आयोग य द चाहे तो उपयु परी ा क तारीख म प रवतन कर सकता है।

इस परी ा के प रणाम के आधार पर भरी जाने वाली रि य क सं या इस कार


होगी:-
2
रा ीय र ा अकादमी : 370 िजनमे से 208 थल सेना के िलए, 42
नौसेना के िलए और 120 वायु सेना के िलए है।
(इसम ाउं ड डयू टय के िलए 28 रि यां
शािमल ह)
भारतीय नौसेना अकादमी : 48
(10+2 कै डेट एं ी क म)
योग : 418
रि यां अनंितम है तथा रा ीय र ा अकादमी तथा भारतीय नौ सेना अकादमी कोस क
िश ण मतानुसार इनमे प रवतन कया जा सकता है।
िवशे
िवशेष यान:
यान (i) येक उ मीदवार को अपने आनलाइन आवेदन प म अपने वरीयता
म के अनुसार (1 से 4) सेवा का प उ लेख करना चािहए। उसे यह भी सलाह दी
जाती है क वह िजतनी चाहे उतनी वरीयता का उ लेख कर, ता क यो यता म म उनके
रक को यान म रखते ए, िनयुि करते समय उनक वरीयता पर भली-भांित िवचार
कया जा सके ।
(ii) उ मीदवार को यान रखना चािहए क के वल उ ह सेवा पर उनक िनयुि हेतु
िवचार कया जाएगा िजनके िलए वे अपनी वरीयता करते ह, अ य सेवा व सेवा पर
नह । उ मीदवार ारा अपने प म पहले िन द वरीयता म वृि /प रवतन के अनुरोध् को
आयोग वीकार नह करे गा।
(iii) आयोग ारा आयोिजत िलिखत परी ा तथा उसके बाद सेवा चयन बोड ारा िलिखत
परी ा म यो यता ा उ मीदवार के िलए आयोिजत बौि क और ि व परी ा के
प रणाम के आधार पर उपयु कोस म वेश दया जाएगा।
2. परी ा के के :
परी ा िन िलिखत के पर आयोिजत क जाएगी:
अगरतला, अहमदाबाद, ऐजल, यागराज (इलाहाबाद), बगलु , बरे ली, भोपाल,
चंडीगढ़, चे ई, कटक, देहरादून, द ली, धारवाड़, दसपुर, गंगटोक, हैदराबाद, इ फाल,
ईटानगर, जयपुर, ज मू, जोरहाट, कोि , कोिहमा, कोलकाता, लखनऊ, मदुरै, मुंबई,
नागपुर, पणजी (गोवा), पटना, पोट- लेयर, रायपुर, रांची, स बलपुर, िशलांग,
िशमला, ीनगर, ित वनंतपुरम, ित पित, उदयपुर और िवशाखाप नम।
आवेदक यह नोट कर क चे ई, दसपुर, कोलकाता और नागपुर के के िसवाय येक
के पर आवं टत उ मीदवार क सं या क अिधकतम सीमा िनधा रत होगी। के का
आवंटन ‘‘पहले आवेदन करो पहले आवंटन पाओ’’ पर आधा रत होगा तथा य द कसी
िवशेष के क मता पूरी हो जाती है तब वहां कसी आवेदक को कोई के आवं टत नह
कया जाएगा। िजन आवेदक को िनधा रत अिधकतम सीमा क वजह से अपनी पसंद का के
नह िमलता है तब उ ह शेष के म से एक के का चयन करना होगा। अतएव आवेदक
को यह सलाह दी जाती है क वे शी आवेदन कर िजससे उ ह अपनी पसंद का के िमले।
यान द: उपयु ावधान के बावजूद ि थित के अनुसार आयोग के पास अपने िववेकानुसार
के म प रवतन करने का अिधकार सुरि त है।
िजन उ मीदवार को इस परी ा म वेश दे दया जाता है उ ह समय-सारणी तथा परी ा
थल ( थल ) क जानकारी दे दी जाएगी।

3
उ मीदवार को यान रखना चािहए क के म प रवतन से स ब अनुरोध को वीकार
नह कया जाएगा।
3. पा ता क शत:
शत
क) रा ीयता:
(क ीयता उ मीदवार या तो:--
तो
1. भारत का नाग रक हो, या
2. नेपाल क जा हो, या
3. भूटान क जा हो, या
4. भारत म थायी प से रहने के इरादे से 1 जनवरी, 1962 से पहले भारत आया
आ ित बती शरणाथ हो; या
5. भारतीय मूल का ि जो भारत म थायी प से रहने के उ े य से पा क तान,
बमा, ीलंका, पूव अ क देश जैसे क िनया, उगा डा तथा तंजािनया, संयु गणरा य,
जांिबया, मलावी, जै़रे तथा इिथयोिपया या िवयतनाम से वजन कर के आया हो।
पर तु उपयु वग 2, 3, 4 और 5 के अंतगत आने वाला उ मीदवार ऐसा ि हो
िजसको भारत सरकार ने पा ता माणप दान कया हो, पर नेपाल के गोरखा उ मीदवार
के िलए यह पा ता माणप आव यक नह होगा।
ख) आयु-सीमाएं, लग और वैवािहक ि थित:
(ख थित
के वल ऐसे अिववािहत पु ष उ मीदवार िजनका ज म दो जुलाई 2001 से पहले न आ हो
तथा पहली जुलाई, 2004 के बाद न आ हो, पा ह।
आयोग ज म क वह तारीख वीकार करता है जो मै कु लेशन या मा यिमक िव ालय
छोड़ने के माणप या कसी भारतीय िव िव ालय ारा मै कु लेशन के समक माने गए
माणप या कसी िव िव ालय ारा अनुरि त मै कु लेट के रिज टर म दज क गई हो
और यह उ रण िव िव ालय के समुिचत ािधकारी ारा मािणत हो। मूल माणप
सा ा कार के समय तुत करने ह गे। आयु के संबंध म कोई अ य द तावेज जैसे ज म
कु डली, शपथ-प , नगर िनगम से और सेवा अिभलेख से ा ज म संबंधी उ रण तथा
अ य ऐसे ही माणप वीकार नह कए जाएंगे।
अनुदशे के इस भाग म आए ए ‘मै कु लेशन/उ तर मा यिमक परी ा माणप ’
वा यांश के अंतगत उपयु वैकि पक माणप सि मिलत ह।
ट पणी
पणी-1:
णी उ मीदवार यह यान रख क आयोग उ मीदवार क ज म क उसी तारीख को
वीकार करे गा जो क आवेदन- प तुत करने क तारीख को मै कु लेशन/उ तर मा यिमक
परी ा माणप या समक माणप म दज है और इसके बाद उसम प रवतन के कसी
अनुरोध पर न तो िवचार कया जाएगा और न उसे वीकार कया जाएगा।

ट पणी-2:
पणी उ मीदवार यह भी नोट कर ल क उनके ारा कसी परी ा म वेश के िलए
ज म क तारीख एक बार घोिषत कर देने और आयोग ारा उसे अपने अिभलेख म दज कर
लेने के बाद उसम बाद म या बाद क कसी अ य परी ा म प रवतन करने क अनुमित
कसी भी आधार पर नह दी जाएगी।

ट पणी-3:
पणी उ मीदवार को आवेदन- प के संबंिधत कालम म ज म ितिथ भरते समय उिचत
सावधानी बरतनी चािहए। य द बाद क कसी अव था म, जांच के दौरान उनके ारा भरी
गई ज म ितिथ क उनके मै क या समक परी ा के माणप म दी गई ज म ितिथ से

4
कोई िभ ता पाई गई तो आयोग ारा उनके िव िनयम के अधीन अनुशासना मक कारवाई
क जाएगी।

ट पणी-4:
पणी उ मीदवार को इस बात का वचन देना है क जब तक उनका सारा िश ण
पूरा नह होगा तब तक वे शादी नह करगे। जो उ मीदवार अपने आवेदन क तारीख के बाद
शादी कर लेता है उसको िश ण के िलए चुना नह जाएगा। चाहे वह उस परी ा म या
अगली कसी परी ा म भले ही सफल हो। जो उ मीदवार िश ण काल म शादी कर लेगा
उसे वापस भेजा जाएगा और उस पर सरकार ने जो पैसा खच कया है सब उससे वसूल
कया जाएगा।

ग) शैि क यो यताएं:
(ग

(i) रा ीय र ा अकादमी के थल सेना कं ध के िलए: कसी रा य िश ा बोड अथवा


िव िव ालय ारा आयोिजत कू ली िश ा णाली 10+2 क 12व क ा उ ीण अथवा
समक ।

(ii) रा ीय र ा अकादमी के वायु सेना और नौ सेना कं ध तथा भारतीय नौ सेना


अकादमी क 10+2 कै डेट एं ी क म के िलए: कसी रा य िश ा बोड अथवा िव िव ालय
ारा आयोिजत भौितक और गिणत सिहत कू ली िश ा णाली 10+2 क 12व क ा
उ ीण अथवा समक ।

जो उ मीदवार कू ली िश ा णाली 10+2 के अधीन 12व क ा अथवा समक परी ा म


बैठ रहे ह, वे भी आवेदन कर सकते ह।

ऐसे उ मीदवार जो एसएसबी सा ा कार म अहता ा कर लेते ह ले कन एसएसबी


सा ा कार के समय मै क/10 + 2 या समक माणप मूल प से तुत नह कर पाते,
उ ह िविधवत अनु मािणत फोटो ित ‘‘महािनदेशालय, भत , सेना मु यालय, वै ट लाक-
III, आर. के . पुरम, नई द ली-110066 को तथा नौ सेना अकादमी के उ मीदवार के
मामले म ‘‘नौसेना मु यालय, डीएमपीआर, ओआई ए ड आर अनुभाग, कमरा सं. 204,
‘सी‘ कं ध, सेना भवन, नई द ली-110011‘‘ को 24 दस बर, 2020 तक भेजना
होगा। ऐसा न करने पर उनक उ मीदवारी र कर दी जाएगी। अ य वे सभी उ मीदवार जो
मूल प म अपने मै क और 10 + 2 पास या समक माणप एसएसबी सा ा कार के
समय तुत कर चुके ह तथा एसएसबी ािधका रय ारा उनका स यापन करवा चुके ह उ ह
सेना मु यालय या नौसेना मु यालय, जैसा भी मामला हो, इ ह फर से तुत करना
अपेि त नह है।

ऐसे मामल म जहां बोड/िव िव ालय के ारा अभी तक माणप जारी नह कए गए


ह , िश ा सं था के धानाचाय के ारा दये गये मूल माणप भी वीकाय ह गे, ऐसे
माणप क मािणत स य ितिलिपयां/फोटो टेट ितयां वीकार नह क जायगी। अपवाद
क प रि थितय म आयोग कसी ऐसे उ मीदवार को इस िनयम म िनधा रत यो यता से
यु न होने पर भी शैि क प से यो य मान सकता है बशत क उनके पास ऐसी यो यताएं
ह , आयोग के िवचार से िजनका तर, उसे इस परी ा म वेश देना उिचत ठहराता हो।

ट पणी-1:
पणी वे उ मीदवार जो 11व क ा क परी ा दे रहे ह। इस परी ा म बैठने के पा
नह ह।

ट पणी-2:
पणी वे उ मीदवार, िज ह 12व क ा या समक परी ा म अभी तक अहता ा
करनी है और िज ह संघ लोक सेवा आयोग ने परी ा म बैठने क अनुमित दे दी है, नोट
5
कर ल क उनको दी गई यह िवशेष छू ट है। उ ह 12व क ा या समक परी ा उ ीण
करने का माण िनधा रत तारीख 24 दस बर, 2020 तक तुत करना है और बोड/
िव िव ालय ारा परी ा के देर से आयोिजत कये जाने, प रणाम घोषणा म िवलंब या
अ य कसी कारण से इस तारीख को और आगे बढ़ाने से संब कसी भी अनुरोध् को वीकार
नह कया जायेगा।

ट पणी-3:
पणी जो उ मीदवार र ा मं ालय ारा र ा सेवा म कसी कार के कमीशन से
अपव जत ह, वे इस परी ा म वेश के पा नह ह गे, अगर वेश दे दया गया तो भी
उनक उ मीदवारी र कर दी जाएगी।
ट पणी-4:
पणी ट पणी-4:
पणी जो अ यथ सीपीएसएस/पीएबीटी म पहले असफल हो चुके ह, वे
वायु सेना म ाउं ड ूटी शाखा के िलए पा होग य द वे इस संबंध म आयोग क
वेबसाइट पर उपल ध ऑनलाइन आवेदन प म अपनी इ छु कता (Willingness) भरते ह।
घ) शारी रक मानकः
(घ
उ मीदवार को रा ीय र ा अकादमी तथा नौसेना अकादमी परी ा (I) 2020 हेतु प रिश -
IV म दए गए शारी रक मानक के दशा-िनदश के अनु प शारी रक प से व थ होना
चािहए।
वे उ मीदवार िज ह ने या तो इ तीफा दे दया है या िज ह सश बल के कसी िश ण
सं थान से अनुशासना मक कारवाई के तहत् िनकाल दया गया हो, आवेदन करने क यो यता
नह रखते ह।
4. शु क:

उ मीदवार को . 100/- ( पए एक सौ मा ) फ स के प म (अ.जा./अ.ज.जा.
उ मीदवार / ट पणी 2 म उि लिखत जे.सी.ओ./ एन.सी.ओ./ओ.आर. के ब को
छोड़कर िज ह कोई शु क नह देना होगा) या तो टेट बक आफ इं िडया क कसी भी शाखा
म नकद जमा करके या टेट बक आफ इं िडया क नेट ब कग सेवा का उपयोग करके या
वीजा/मा टरकाड/ पे े िडट/डेिबट काड का उपयोग करके भुगतान करना होगा।
यान द-1: जो उ मीदवार भुगतान के िलए नकद भुगतान णाली का चयन करते ह वे
िस टम ारा सृिजत (जनरे ट) पे-इन-ि लप को मु त कर और अगले काय दवस को भारतीय
टेट बक (एसबीआई) क शाखा के काउं टर पर शु क जमा करवाएं। ‘नकद भुगतान णाली’
का िवक प अंितम ितिथ से एक दन पहले, अथात दनांक 27.01.2020 को राि 23.59
बजे िनि य हो जाएगा। तथािप, जो उ मीदवार अपने पे-इन-ि लप का सृजन (जनरे शन)
इसके िनि य होने से पहले कर लेते ह, वे अंितम ितिथ को बक के काय समय के दौरान
एसबीआई क शाखा म काउं टर पर नकद भुगतान कर सकते ह। वे उ मीदवार जो वैध
पे-इन-ि लप होने के बावजूद कसी भी कारणवश अंितम ितिथ को बक के काय समय के
दौरान एसबीआई क शाखा म नकद भुगतान करने म असमथ रहते ह तो उनके पास कोई
अ य आफलाइन िवक प उपल ध नह होगा ले कन वे अंितम ितिथ अथात 28.01.2020 को
सांय 6:00 बजे तक आनलाइन डेिबट/ े िडट काड अथवा इंटरनेट ब कग भुगतान के िवक प
का चयन कर सकते ह।
यान
न द-2: उ मीदवार को नोट करना चािहए क शु क का भुगतान ऊपर िनधा रत
मा यम से ही कया जा सकता है। कसी अ य मा यम से शु क का भुगतान न तो वैध है न
वीकाय है। िनधा रत मा यम/शु क रिहत आवेदन (शु क के भुगतान से छू ट ा रिहत
आवेदन को छोड़कर) एकदम अ वीकृ त कर दए जाएंगे।

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यान द-3: एक बार शु क अदा कए जाने पर वापस करने के कसी अनुरोध पर िवचार
नह कया जा सकता है और न ही कसी दूसरी परी ा या चयन के िलए आरि त रखा जा
सकता है।
यान द-4: िजन आवेदक के मामले म बक से भुगतान संबंधी िववरण ा नह ए ह
उ ह अवा तिवक भुगतान मामला समझा जाएगा और उनके आवेदन प तुर त अ वीकृ त कर
दए जाएंगे। ऐसे सभी आवेदक क सूची आनलाइन आवेदन प तुत करने के अंितम दन
के बाद दो स ाह के भीतर आयोग क वेबसाइट पर उपल ध करा दी जाएगी। आवेदक को
अपने शु क भुगतान का माण ऐसी सूचना क तारीख से 10 दन के भीतर द ती अथवा
पीड पो ट के ज रए आयोग को भेजना होगा। द तावेज के प म माण ा होने पर,
शु क भुगतान के वा तिवक मामल पर िवचार कया जाएगा और उनके आवेदन वीकार कर
िलए जाएंग,े बशत वे पा ह ।
ट पणी-1:
पणी अनुसूिचत जाितय /अनुसिू चत जनजाितय और ट पणी-2 म उि लिखत
उ मीदवार को शु क नह देना होगा तथािप अ य िपछड़ी ेिणय के उ मीदवार को शु क म
कोई छू ट नह है तथा उ ह िनधा रत शु क का पूरा भुगतान करना होगा।
ट पणी-2:
पणी थल सेना म सेवारत/भूतपूव जूिनयर कमीशन ा अफसर /गैर कमीशन ा
अफसर /अ य रक तथा भारतीय नौसेना/ भारतीय वायु सेना के समक रक के अफसर के
ब को िनध रत शु क देने क ज रत नह होगी य द वे िमिल ी कू ल (िज ह पहले कग
जाज कू ल के नाम से जाना जाता था)/सैिनक कू ल क सोसायटी ारा चलाए जाने वाले
सैिनक कू ल म िश ा पा रहे ह। (िवशेष यान द: ऐसे सभी उ मीदवार को संब
सीपल से शु क म छू ट हेतु उनक पा ता का माण-प ा करना होगा और
एस.एस.बी. परी ण/सा ा कार के िलए अहक घोिषत कए गए उ मीदवार ारा एस.
एस. बी. परी ण/सा ा कार के समय स यापन हेतु तुत करना होगा)।।
5. आवेदन कै से कर:
कर
उ मीदवार www.upsconline.nic.in वेबसाइट सुिवधा का योग कर आनलाइन आवेदन कर।
आनलाइन आवेदन भरने के िलए िव तृत िनदश उपयु वेबसाइट म उपल ध ह।
ट पणी-1:
पणी आवेदक को के वल एक ही आवेदन-प तुत करने का परामश दया जाता है।
तथािप, कसी अप रहाय प रि थितवश य द वह एक से अिधक आवेदन प तुत करता है,
वह यह सुिनि त कर ल क उ आर आई डी वाला आवेदन प हर तरह अथात् आवेदक
का िववरण, परी ा के , फोटो, ह ता र, फोटो पहचान प स ब धी द तावेज, शु क
आ द से पूण है। एक से अिधक आवेदन प भेजने वाले उ मीदवार यह नोट कर ल क के वल
उ आर आई डी (रिज ेशन आई डी) वाले आवेदन प ही आयोग ारा वीकार कए
जाएंगे और एक आर आई डी के िलए अदा कए गए शु क का समायोजन कसी अ य आर
आई डी के िलए नह कया जाएगा।
टप्पणी-2
पणी : उम्मीदवार के पास कसी एक फोटो पहचान-प अथात् आधार काड/मतदाता
काड/पैन काड/पासपोट/ ाइ वग लाइसस/स्कू ल पहचान-प / राज्य/के न् सरकार ारा जारी कोई
अन्य फोटो पहचान-प का िववरण होना चािहए। उम्मीदवार को ऑनलाइन आवेदन-प भरते समय
इस फोटो आईडी का िववरण दान करना होगा। इसी फोटो आईडी को ऑनलाइन आवेदन प के
साथ भी अपलोड करना होगा। इस फोटो आईडी का इस्तेमाल भिवष्य म सभी संदभ के िलए कया
जाएगा और उम्मीदवार को सलाह दी जाती है क वे परी ा/एसएसबी म शािमल होते समय इस
आईडी को अपने साथ रख।

7
ट पणी-3:
पणी सभी उ मीदवार को चाहे वे पहले ही सरकारी सेवा म ह , िजनम सश सेना
बल के उ मीदवार भी शािमल ह और भारतीय नौसेना के नौसैिनक (बाल एवं प रिश पी
िश ा थय सिहत), रा ीय इं िडयन िमिल ी कालेज (िजसे पहले सैिनक कू ल, देहरादून कहा
जाता था) के कै डे स, राष् ीय िमिल ी कू ल (िज ह पहले िमिल ी कू ल कहा जाता था)
और सैिनक कू ल क सोसायटी ारा चलाए जाने वाले सैिनक कू ल के छा , सरकारी
वािम व वाले औ ोिगक उप म अथवा इसी कार के अ य संगठन अथवा िनजी रोजगार म
कायरत उ मीदवार को आयोग को सीधे आनलाईन आवेदन करना होगा।
िवशेष यान द--(क) जो ि पहले से ही थायी या अ थायी हैिसयत से सरकारी सेवा
म ह या आकि मक या दैिनक दर पर िनयु ि य को छोड़कर काय भा रत कमचारी
या जो लोक उ म म सेवारत ह, (ख) सश सेना बल म कायरत उ मीदवार भारतीय
नौसेना के नौसैिनक (बाल एवं प रिश पी िश ा थय सिहत), और (ग) रा ीय इं िडयन
िमिल ी कालेज (िजसे पहले सैिनक कू ल, देहरादून कहा जाता था) के कै डे स, िमिल ी
कू ल (िज ह पहले कग जाज कू ल कहा जाता था) और सैिनक कू ल क सोसायटी ारा
चलाए जाने वाले सैिनक कू ल को छा को अपने कायालय/िवभाग अ य , कमां डग
अिधकारी, संब कालेज/ कू ल के सीपल, जैसा भी मामला हो, को िलिखत प म सूिचत
करना होगा क उ ह ने इस परी ा के िलए आवेदन कया है।
उ मीदवार नोट कर क य द आयोग को उनके िनयो ा/संब ािधकारी से इस परी ा के
िलए आवेदन करने वाले/बैठने वाले उ मीदवार क अनुमित रोकने संबंधी कोई प ाचार ा
होता है तो उनके आवेदन प अ वीकृ त कए जा सकते ह/उ मीदवारी िनर त क जा सकती
है।
ट पणी-4:
पणी उ मीदवार को अपने आवेदन प म परी ा के िलए के भरते समय सावधानी
पूवक िनणय लेना चािहए।
य द कोई उ मीदवार आयोग ारा ेिषत ई- वेश माणप म दशाये गये के से
इतर के म बैठता है तो उस उ मीदवार के प का मू यांकन नह कया जाएगा तथा
उसक उ मीदवारी र क जा सकती है।
ट पणी
पणी-5:
णी िजन आवेदन प के साथ िनधा रत शु क संल नह होगा (उपयु पैरा 4 के
अंतगत शु क माफ के दावे को छोड़कर) या जो अधूरे भरे ए ह , उनको एकदम अ वीकृ त
कर दया जायेगा और कसी भी अव था म अ वीकृ ित के संबंध म अ यावेदन या प -
वहार को वीकार नह कया जायेगा। उम्मीदवार को अपने आवेदन के साथ फोटो पहचान-प
के अित र आयु, शै िणक योग्यता , अनुसिू चत जाित/अनुसूिचत जनजाित/ अन्य िपछड़ा वग तथा
परी ा शुलक
् से छू ट के संबंध म अपने कसी दावे के समथन म कोई माणप संलग्न नह करना
है। इसिलए वे इस बात को सुिनि त कर ल क वे परी ा म वेश के िलए पा ता क सभी
शत को पूरा करते ह या नह । अतः परी ा म उनका वेश भी पूणतः अनि तम होगा। य द
कसी बाद क तारीख को स यापन करते समय यह पता चलता है क वे पा ता क सभी
शत पूरी नह करते ह तो उनक उ मीदवारी र हो जाएगी। परी ा के िलिखत भाग के
प रणाम के जून, 2020 म घोिषत होने क संभावना है। िलिखत परी ा म सफल ए
अ य थय को भत महािनदेशालय क वेबसाइट www.joinindianarmy.nic.in पर उसी ई-मेल
आईडी से ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा जो ई-मेल आईडी का इस्तेमाल संघ लोक सेवा
आयोग का ऑनलाइन आवेदन भरते समय दान क गई थी । अ या थय को आव यक प से
यह सुिनि त करना होगा क उनके ऑनलाइन आवेदन म दी गई ई-मेल आई डी सही है
और चालू है। इसके बाद इन अ य थय को पूव क् त वेबसाइट के माध्यम से चयन के न् का
आबंटन कया जाएगा। कसी समस्या/स्पष्टीकरण के मामले म अ यथ , भत महािनदेशालय

8
क वेबसाइट पर दए गए टेलीफोन नंबर पर या अपने ोफाइल पर लॉगइन करके
फ डबैक/क् वेरी मॉ ूल के ज रए भत महािनदेशक से संपक कर सकते ह।
ट पणी-6:
पणी िजन उ मीदवार ने िलिखत परी ण म अहता ा कर ली है, उ ह आयु और
शैि क यो यता संबंघी अपने मूल माण-प भत िनदेशालय, सेना मु यालय, वे ट लाक-
।।।, आर.के . पुरम, नई द ली-110066 अथवा नौसेना मु यालय, डीएमपीआार,
ओआईएंडआर अनुभाग, ‘सी‘ वग, सेना भवन, नई द ली-110011 को तुत करने क
आव यकता नह है।

सा ा कार के िलये बुलाये गये सभी उ मीदवार को सेवा चयन बोड (एसएसबी) के सम
मै क परी ा का मूल माणप अथवा समक परी ा के माणप तुत करने ह गे। जो
उ मीदवार सेवा चयन बोड के सा ा कार म अहता ा कर लगे उ ह सा ा कार के तुरंत
बाद मूल माणप ो को तुत करना होगा। जांच पड़ताल के बाद मूल माणप लौटा दए
जाएंगे जो उ मीदवार पहले ही 10 + 2 परी ा उ ीण कर चुके ह वे सेवा चयन बोड हेतु
अपना 10 + 2 परी ा उ ीण करने का मूल माणप या अंक सूची अव य लाएं।
य द उनका कोई भी दावा अस य पाया जाता है तो उनके िव आयोग ारा िन िलिखत
उपबंध के अनुसार अनुशासना मक कारवाई क जा सकती है:
कोई उम्मीदवार जो आयोग ारा िनम्निलिखत म से कसी मामले म दोषी करार दया जाता है या
दोषी करार दया जा चुका है:-

(i) िनम्निलिखत माध्यम से अपनी उम्मीदवारी हेतु समथन ाप्त करना:-

(क) परी ा के संचालन काय से जुड़े कसी व्यि को अवैध प से मदद दान
करके ; या

(ख) उस पर दबाव डालकर; या

(ग) ब्लैकमेल करके या ब्लैकमेल करने क धमक देकर; या

(ii) ित पधारण ; या

(iii) कसी व्यि को ित पधारी बनाना ; या

(iv) जाली दस्तावेज या ऐसे दस्तावेज जमा करना िजनके साथ छेड़छाड़ क गई हो; या

(v) आवेदन-प म वास्तिवक फोटो/हस्ता र के स्थान पर असंगत फोटो अपलोड करना।

(vi) गलत या झूठे वक् तव्य देना या महत्वपूण सूचना को िछपाना; या

(vii) परी ा हेतु अपनी उम्मीदवारी के संबंध म िनम्निलिखत तरीके अपनाना, नामत:

(क) अनुिचत माध्यम से श्न-प क ित हािसल करना;

(ख) परी ा से संबिं धत गोपनीय काय से जुड़े व्यि य का िववरण हािसल


करना;

(ग) परी क को भािवत करना; या

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(viii) परी ा के समय अपने पास अनुिचत साम ी रखना या अनुिचत तरीके
अपनाना; या

(ix) उत्तर-पुि तका म अश्लील साम ी िलखना या अश्लील रे खािच बनाना या असंगत
साम ी िलखना; या

(x) परी ा भवन म दुवयवहार


् करना, जैसे उत्तर-पुि तकाएं फाड़ना, अन्य परी ा थय
को उकसाना क वे परी ा का बिहष्कार कर, अव्यवस्था फै लाना या इसी कार क
हरकत करना; या

(xi) परी ा के संचालन काय हेतु आयोग ारा तैनात का मक को परेशान करना या
शारी रक ित प च
ं ाना; या

(xii) कोई मोबाइल फोन (स्िवच ऑफ मोड म भी नह ), पेजर या कोई इलेक् ॉिनक
उपकरण या ो ामेबल उपकरण या स्टोरे ज मीिडया जैसे पेन ाइव, स्माट घड़ी
आ द या कोई कै मरा या ब्लूटूथ उपकरण या कोई अन्य उपकरण या संबंिधत
एक् सेसरी, चालू या ि वच ऑफ मोड म भी अपने पास रखना, िजसका इस्तेमाल
परी ा के दौरान संचार उपकरण के प म कया जा सके ; या

(xiii) उ मीदवार को परी ा देने क अनुमित देते ए िे षत उनके वेश माणप


के साथ जारी सभी या कसी भी अनुदश
े का उ लंघन करना; या

(xiv) ऊपर ख ड म उि लिखत सभी या कसी कदाचार को करने क कोिशश करना या


करने के िलए उकसाना;

वह अपने को द ड अिभयोजना का िशकार बनाने के अित र

(क) आयोग क िजस परी ा का उ मीदवार है उसके िलए आयोग ारा अयो य ठहराया
जा सकता है; और/या
(ख) उसे िनम्निलिखत के िलए थायी प से या कसी िन द अविध के िलए िवव जत
कया जा सकता है:
(i) आयोग ारा उसक कसी परी ा या चयन के िलए;
(ii) के सरकार ारा उसके अधीन कसी िनयुि के िलए; और

(ग) य द वह पहले से ही सरकारी नौकरी म हो तो उसे िव समुिचत िनयम के अधीन


अनुशासना मक कारवाई क जाएगी। बशत क इस िनयम के अधीन कोई शाि त तब तक नह
लगाई जाएगी जब तक क :
(i) उ मीदवार को इस संबंध म िलिखत अ यावेदन, जो वह देना चाहे, तुत
करने का अवसर न दया गया हो; और
(ii) उ मीदवार ारा अनुमत समय म तुत अ यावेदन, य द कोई हो, पर
िवचार न कर िलया गया हो।

6. आवेदन करने व वापस लेने क अंितम तारीख:


तारीख
(i) आनलाइन आवेदन 28 जनवरी, 2020 सांय 6:00 बजे तक भरे जा सकते ह ।

(ii) ऑनलाइन आवेदन दनांक 04.02.2020 से 11.02.2020 को सायं 6:00


बजे तक वापस िलए जा सकते ह। आवेदन वापस लेने संबंधी िवस्तृत अनुदश

प रिशष्ट-II (ख
ख) म दान कए गए ह।

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7. या ा भ ा:

कसी िवशेष कार के कमीशन अथात् थायी अथवा अ पकािलक के िलए एसएसबी
सा ा कार हेतु थम बार उपि थत होने वाले उ मीदवार भारतीय सीमा के अंदर
आर ण एवं लीपर भार सिहत एसी-3 टायर आने-जाने के रे ल के कराए अथवा
बस के कराए के हकदार ह गे। जो उ मीदवार समान कार के कमीशन के िलए पुनः
आवेदन करते ह, वे कसी परवत अवसर के िलए या ा भ ा के हकदार नह ह गे।

8. आयोग/थल
आयोग थल सेना/नौ
ा नौ सेना/वायु
ा वायु सेना मु यालय के साथ प - वहारः

िन िलिखत मामल को छोड़कर आयोग अ य कसी भी मामले म उ मीदवार के साथ


प - वहार नह करे गा।

(i) पा उ मीदवार को परी ा ारं भ होने के तीन स ाह पूव ई- वेश प जारी


कया जाएगा। ई- वेश प आयोग क वेबसाइट www.upsconline.nic.in पर
उपल ध होगा िजसे उ मीदवार डाउनलोड कर सकते ह। डाक ारा कोई वेश
प नह भेजा जाएगा। ई- वेश प डाउनलोड करने के िलए उ मीदवार के
पास उसके मह वपूण िववरण अथात् आर.आई.डी. तथा ज म ितिथ अथवा
अनु मांक (य द ा आ हो) तथा ज म ितिथ अथवा नाम, िपता का नाम
तथा ज म ितिथ उपल ध होने चािहएं।
(ii) य द कसी उ मीदवार को परी ा ारं भ होने से एक स ाह पूव तक ई- वेश
प अथवा उसक उ मीदवारी से संब कोई सूचना न िमले तो उसे आयोग से
त काल संपक करना चािहए। इस संबंध् म जानकारी आयोग प रसर म ि थत
सुिवधा काउं टर पर ि गत प से अथवा दूरभाष सं. 011-
23385271/011-23381125/ 011-23098543 से भी ा क जा
सकती है। य द उ मीदवार से ई- वेश प ा होने के संबंध् म कोई सूचना
आयोग कायालय म परी ा ारं भ होने से कम से कम एक स ाह पूव तक
ा नह होती है तो इसके िलए उ मीदवार ई- वेश प ा न होने के
िलए वह वयं ही िज मेदार होगा।
(iii) सामा यतः कसी भी उ मीदवार को परी ा म ई- वेश प के िबना
बैठने क अनुमित नह दी जाएगी। ई- वेश प ा होने पर इसक
सावधनीपूवक जांच कर ल तथा कसी कार क ु ट/असंगित होने पर आयोग
को तुरंत इसक जानकारी द।

कसी कोस म वेश िविभ कोस क शैि क यो यता के आधर पर उनक पा ता


तथा उ मीदवार ारा दये गये वरीयता म को यान म रखकर दया जाएगा।

उ मीदवार को यान रखना चािहए क परी ा म उनका वेश उनके ारा आवेदन
प म दी गई जानकारी के आधार पर रहेगा। यह पा ता क शत के स यापन कए
जाने पर आधा रत होगा।

(iv) उ मीदवार के आवेदन प क वीकायता तथा वह उ परी ा म वेश का


पा है या नह है इस बारे म आयोग का िनणय अि तम होगा।
(v) उ मीदवार यान रख क ई- वेश प म कह -कह नाम तकनीक कारण से
संि प म िलखे जा सकते ह।
(vi) उ मीदवार को यह सुिनि त अव य कर लेना चािहए क आवेदन म उनके
ारा दी गई ई-मेल आई डी मा य और स य हो।
11
मह वपूण: आवेदन के स ब ध म सभी प - वहार परी ा िनयं क, संघ लोक सेवा आयोग,
धौलपुर हाऊस, शाहजहां रोड, नई द ली-110069 के पते पर करना चािहए और उसम
िन िलिखत िववरण अव य होना चािहएः
1. परी ा का नाम और वष
2. रिज ेशन आई डी (आर आई डी)
3. अनु मांक (य द िमला हो)
4. उ मीदवार का नाम (पूरा और साफ िलखा आ)
5. प वहार का पता, जैसा आवेदन प म दया है।
िवशेष यान (1): िजन प म ऊपर का यौरा नह होगा, हो सकता है, उन पर
कोई कारवाई न हो।
िवशेष यान (2): य द कसी परी ा क समाि के बाद कसी उ मीदवार का
प /प ा द ा होता है या िजसम उसका पूरा नाम और अनु मांक नह दया गया है तो
उस पर यान नह दया जायेगा, और उस पर कोई कारवाई नह क जाएगी।
सेवा चयन बोड के सा ा कार के िलए आयोग ारा अनुशंिसत उ मीदवार के अगर परी ा के
िलए आवेदन करने के बाद, अपना पता बदल िलया हो तो उनको चािहए क परी ा के
िलए िलिखत भाग के प रणाम घोिषत हो जाते ही अपना नया पता त काल सेना को थम
वरीयता देने वाले उ मीदवार के िलए सेना मु यालय, ए.जी. ांच, आरटीजी (रा.र.अ.
िवि ), पि मी खंड III कं ध-1 आर. के . पुरम, नई द ली-110066, दूरभाष सं.
26175473 नौसेना/नौसेना अकादमी को थम वरीयता देने वाले उ मीदवार के िलये.नौ
सेना मु यालय, जनशि एवं भत िनदेशालय, ओ आई ए ड आर अनुभाग, कमरा नं.
204, ‘सी’ कं ध, सेना भवन, नई द ली-110011, दूरदभाष सं.
23010097/23011282।
वायु सेना को थम वरीयता देने वाले उ मीदवार के िलए वायु सेना मु यालय, का मक
(अिधकारी) िनदेशालय, पी. ओ. 3(ए), कमरा नं. 17, ‘जे’ लाक, वायु सेना भवन
के सामने, मोतीलाल नेह माग, नई द ली-110106, दूरदृाष सं. 23010231 ए सटशन
7645/7646/7610, को सूिचत कर देना चािहए।
जो उ मीदवार इन अनुदश
े का पालन नह करे गा वह सेवा चयन बोड के सा ा कार के
िलये स मन-प न िमलने पर अपने मामले म िवचार कए जाने के दावे से वंिचत हो
जाएगा।
िलिखत परी ा उ ीण करने के प ात् उ मीदवार को अपने एसएसबी के और सा ा कार
क तारीख के िलए िन िलिखत वेबसाइट पर लाग-आन करना चािहए:-
www.joinindianarmy.nic.in
www.joinindiannavy.gov.in
www.careerindianairforce.cdac.in

िजन उ मीदवार के नाम सेवा चयन बोड के सा ा कार हेतु रपोट करने के िलए अनुशंिसत
ह वह अपने सा ा कार के संबंध म सभी पूछताछ और अनुरोध िलिखत परी ा के प रणाम
क घोषणा से 20 दन के प ात् स बि धत स वस हेड ाटस के िन िलिखत पते पर स पक
कर या वेबसाइट को देख:--

12
सेना को थम वरीयता देने वाले उ मीदवार के िलए--सेना मु यालय, ए. जी. ांच,
आरटीजी (रा.र.अ. िवि ), पि मी ख ड-III, कं ध्-I, आर. के . पुरम, नई
द ली-110066, दूरभाष सं. 26175473, या www.joinindianarmy.nic.in

नौसेना/नौसेना अकादमी को थम वरीयता देने वाले उ मीदवार के िलए नौ सेना


मु यालय, जनशि एवं भत िनदेशालय, ओ.आई. ए ड आर. अनुभाग, कमरा नं.
204, ‘सी’ कं ध, सेना भवन, नई द ली-110011, दूरभाष सं. 23010097/या
ईमेलः officer-navy@nic.in या www.joinindiannavy.gov.in

वायु सेना को थम वरीयता देने वाले उ मीदवार के िलए--वायु सेना मु यालय, का मक


(अिधकारी) िनदेशालय, पी. ओ. 3 (ए), कमरा नं. 17, ‘जे’ लाक, वायु सेना
भवन के सामने, मोतीलाल नेह माग, नई द ली-110106, दूरभाष सं. 23010231
ए सटशन 7645/7646/7610 या www.careerindianairforce.cdac.in

उ मीदवार को भेजे गए स मन-प ारा सूिचत तारीख को सेवा चयन बोड के सम


सा ा कार के िलए प च ं ना है। सा ा कार को थिगत करने से संब अनुरोध पर के वल
अपवादा मक प रि थितय म और शासिनक सुिवधा को यान म रखकर ही िवचार कया
जायेगा िजसके िलए िनणायक ािधकरण सेना मु यालय होगा। इस कार के अनुरोध् उस
चयन के के शासिनक अिधकारी को संबोिधत होने चािहए जहां से सा ा कार हेतु अ वान-
प (काल लेटर) ा आ है। सेना/नौ सेना/वायु सेना मु यालय म ा प पर कोई
कारवाई नह क जाएगी। िलिखत परी ा म अहता ा उ मीदवार के सेवा चयन बोड के
सा ा कार जुलाई, 2020 से िसतंबर, 2020 म अथवा भत िनदेशालय क सुिवधानुसार कए
जाएंगे। यो यता म सूची कायभार हण अनुदश े और चयन या से संबंि त कसी अ य
संगत जानकारी के िलए कृ पया हमारी वेबसाइट www.joinindianarmy.nic.in का अवलोकन
कर।
9. िलिखत परी ा के प रणाम क घोषणा,
घोषणा अहता ा उ मीदवार का सा ा कार,
कार अि तम
प रणाम क घोषणा और अि तम प से अहता ा उ मीदवार का िश ण पा म म
वेश:

संघ लोक सेवा आयोग अपने िववेकािधकार के आधार पर िनधा रत िलिखत परी ा म
न्यूनतम अहक अंक ाप्त करने वाले उम्मीदवार क एक सूची तैयार करे गा। ये उम्मीदवार
बुि मत्ता परी ण तथा व्यि त्व परी ण के िलए सेवा चयन बोड के सम उपि थत
ह गे, जहां राष् ीय र ा अकादमी क थल सेना, नौसेना शाखा और भारतीय नौसेना
अकादमी क 10+2 कै डेट एं ी स्क म के उम्मीदवार क अिधकारी मता का मूलयां
् कन
होगा। वायु सेना के उम्मीदवार को उपरोक् त के अित रक् त कं प्यूटरीकृ त पायलट चयन
णाली (सीपीएसएस) म भी अहता ाप्त करनी होगी। वायु सेना को एक िवकल्प के प
म चुनने वाले और एसएसबी म अहक ए उम्मीदवार को भी सीपीएसएस परी ण देना
होगा, य द वे इसके इच्छु क ह ।

दो चरण क चयन या

मनोवै ािनक अिभ िच परी ण और बुि म ा परी ण पर आधा रत दो चरण क चयन-


या चयन के /वायुसेना चयन बोड/नौसेना चयन बोड म ारं भ कर दी गई है। सभी
उ मीदवार को चयन के /वायु सेना चयन बोड/नौसेना चयन बोड पर प च
ं ने से पहले दन
थम चरण परी ण म रखा जाएगा। के वल उ ह उ मीदवार को ि तीय चरण/शेष परी ण
13
के िलए वेश दया जाएगा िज ह ने पहला चरण उ ीण कर िलया होगा। वे उ मीदवार जो
चरण-II उ ीण कर लगे उ ह इन येक म से (i) अपनी ज मितिथ के समथन के िलए
मै क उ ीण या समक माणप ; और (ii) शैि क यो यता के समथन म 10+2 या
समक उ ीण के माण प क मूल ित के साथ-साथ 2 फोटो ित भी जमा करनी ह गी।

जो उ मीदवार सेवा चयन बोड के सामने हािजर होकर वहां परी ण दगे वे अपने ही जोिखम
पर इन परी ण म शािमल ह गे और सेवा चयन बोड म उनका जो परी ण होता है उसके
दौरान या उसके फल व प अगर उनको कसी ि क लापरवाही से या अ यथा कोई चोट
प चं ती है उसके िलए वे सरकार क ओर से कोई ितपू त या सहायता पाने के हकदार नह
ह गे। उ मीदवार के माता-िपता या अिभभावक को इस आशय के एक माणप पर
ह ता र करने ह गे।

वीकायता हेतु थल सेना/नौ सेना/नौ सेना अकादमी और वायुसेना के अ य थय को


(i) िलिखत परी ा तथा (ii) अिधकारी मता परी ा म अलग-अलग यूनतम अहक अंक
ा करने ह गे, जो मशः आयोग तथा सेना चयन बोड ारा उनके विनणय के अनुसार
िनधा रत कए जाएंगे। वायु सेना के िलए आवेदन करने वाले अ य थय के अित र सेना
चयन बोड म अहता ा सभी अ य थय को उनक इ छु कता (Willingness) पा ता
और वायु सेना क उड़ान शाखा वरीयता के प म देने पर सीपीएसएस म अलग अहता ा
करनी होगी।

अहता ा उ मीदवार को इन शत पर उनके ारा िलिखत परी ा तथा सेवा चयन


बोड के परी ण म ा कु ल अंक के आधार पर एकल संयु सूची म रखा जाएगा। रा ीय
र ा अकादमी क थल सेना, नौ सेना, वायु सेना म और भारतीय नौ सेना, अकादमी क
10+2 कै डेट एं ी क म म वेश के िलए अंितम प से िनयतन/चयन, उपल ध रि य क
सं या को देखते ए उ मीदवार क पा ता, शारी रक वा थता और यो यता/ सह-वरीयता
के अनुसार होगा। वे उ मीदवार जो एक से अिधक सेवा / पा म म वेश पाने के पा
ह, उनके िनयतन/चयन पर, उनके ारा दए गए वरीयता- म के संदभ म िवचार कया
जाएगा और कसी एक सेवा/ पा म म उनके अंितम प से िनयतन/चुन िलए जाने पर,
उनके नाम पर शेष सेवा /पा म म वेश के िलए िवचार नह कया जाएगा।

िवशेष टप्पणी : वायु सेना क उड़ान शाखा के िलए त्येक अ यथ कं प्यूटरीकृ त पायलट
चयन णाली (सीपीएसएस
सीपीएसएस) पायलट अिभ िच टे ट)
सीपीएसएस (पायलट ट म के वल एक बार शािमल हो सके गा।
अत:
अत उसके ारा थम टे ट म ाप्त ड
े ही उसके ारा बाद म दए जाने वाले वायु सेना
चयन बोड के त्येक सा ात्कार म लागू ह गे। सीपीएसएस म अनुततीण
् होने वाला अ यथ
राष् ीय र ा अकादमी परी ा क वायु सेना क उड़ान शाखा या जनरल टू ी (पायलट
पायलट)
पायलट
शाखा या नौसेना वायु आयुध शाखा (ने
नेवल एयर आमामट
आमामट)
मट म वेश के िलए आवेदन नह
कर सकता।

िजन उम्मीदवार का कसी िपछले राष् ीय र ा अकादमी पा म म कं प्यूटरीकृ त


पायलट चयन णाली (सीपीएसएस) परी ण हो चुका हो, उन्ह इस परी ा क वायु सेना
शाखा के िलए के वल तभी आवेदन करना चािहए, य द उन्ह सीपीएसएस म अहक घोिषत
कर दया गया हो। य द कोई अ यथ सी पी एस एस म फे ल हो गया हो या एच ड लू जी
होने के कारण उस क सी पी एस एस के िलए परी ा न ली गई हो तो उस अ यथ पर

14
भारतीय वायु सेना, नौ सेना, थल सेना व एन ए वी ए सी क ांउड ूटी शाखा के िलए
िवचार कया जाएगा।

अलग-अलग उ मीदवार को परी ा के प रणाम कस प म और कस कार सूिचत कए


जाएं इस बात का िनणय आयोग अपने आप करे गा और प रणाम के संबंध म उ मीदवार से
कोई प - वहार नह करे गा।

परी ा म सफल होने मा से अकादमी म वेश का कोई अिधकार नह िमलेगा। उ मीदवार


को िनयुि ािधकारी को संतु करना होगा क वह अकादमी म वेश के िलए सभी तरह से
उपयु है।

10. िश ण कोस म वेश के िलए अनहताएं:

जो उ मीदवार रा ीय र ा अकादमी अथवा भारतीय नौ सेना अकादमी क 10+2


कै डेट एं ी क म के कसी पहले कोस म वेश पा चुके थे पर अिधकारी सुलभ िवशेषता के
अभाव के कारण या अनुशासिनक आधार पर वहां से िनकाल दये गये थे उनको अकादमी म
वेश नह दया जाएगा।
कतु िजन उ मीदवार को अ व थता के आधार पर पहले रा ीय र ा अकादमी, भारतीय नौ
सेना अकादमी से वापस ले िलया गया था या िज ह ने अपनी इ छा से उ अकादमी छोड़
दी हो उ ह अकादमी म वेश िमल सकता है बशत क वे वा य तथा अ य िनधा रत शत
पूरी करते ह ।

11. (क) परी ा क योजना, तर और पा िववरण (ख) आवेदन प भरने के िलए


दशािनदश/अनुदश
े (ग) व तुपरक परी ण हेतु उ मीदवार के िलए िवशेष अनुदेश (घ)
अकादमी म वेश हेतु शारी रक मानक से मागदशक संकेत और (ङ ) रा ीय र ा अकादमी
और नौ सेना अकादमी म वेश पाने वाले उ मीदवार क सेवा आ द के संि िववरण आ द
क िव तृत जानकारी के संबंध म मशः प रिश I, II, III, IV और V म िव तार
से समझाया गया है।

12॰॰ आवेदन क वापसी:


वापसी जो उम्मीदवार इस परी ा म शािमल नह होना चाहते ह आयोग
ने उनके िलए आवेदन वापस लेने क सुिवधा का ावधान कया है। इस संबंध म अनुदशे
परी ा नो टस के प रिशष्ट II (ख) म दान कए गए ह।

ओम काश
(ओम काश)
अवर सिचव
संघ लोक सेवा आयोग
प रिश -I

परी ा क योजना,
(परी योजना तर और पा िववरण)
िववरण
क) परी ा क योजनाः
(क
1. िलिखत परी ा के िवषय, िनयत समय तथा येक िवषय के अिधकतम अंक
िन िलिखत ह गे:--

िवषय कोड अविध अिधकतम


15
अंक
गिणत 01 2-1/2 घंटे 300
सामा य 02 2-1/2 घंटे 600

यो यता
परी ण
कु ल 900
सेवा
चयन
बोड टे ट कु ल
900
/
सा ा कार

2. सभी िवषय के श्न-प म के वल व तुपरक श्न ही ह गे। गिणत और सामा य


यो यता परी ण के भाग-ख के श्न-प (परी ण पुि तकाएं) ि भाषी प िह दी और
अं ेजी म तैयार कये जाएंगे।

3. श्न-प म, जहां भी आव यक होगा के वल तोल और माप क मीटरी प ित से


संबंिधत को ही पूछा जाएगा।

4. उ मीदवार को श्न -प के उ र अपने हाथ से िलखने चािहए। कसी भी हालत


म उ ह श्न प के उ र िलखने के िलए िलखने वाले क सहायता सुलभ नह क
जायेगी।

5. परी ा के एक अथवा सभी िवषय के अहक अंक का िनधारण आयोग क िविव ा


पर रहेगा।

6. उ मीदवार को व तुपरक श्न-प ( श्न-पुि तका ) के उ र िलखने के िलये


के लकु लेटर अथवा गिणतीय अथवा लघुगणक य सारिणयां योग करने क अनुमित नह है,
अतः ये उ ह परी ा भवन म नह लानी चािहए।

ख) परी ा का तर और पा
(ख िववरण:
िववरण
श्न--पप -I
गिणत
कोड सं या 01)
(कोड
अिधकतम अंक 300)
(अिधकतम
1. बीज गिणत:
गिणत
समु य क अवधारणा, समु य पर सं या, वेन आरे ख। द-मारगन िनयम, कात य
गुणन, संबंध, तु यता-संबंध।

वा तिवक सं या का एक रे खा पर िन पण। संिम सं याएं- आधारभूत गुणधम,


मापक, कोणांक, इकाई का घनमूल। सं या क ि आधारी णाली। दशमलव णाली क
एक सं या का ि आधारी णाली म प रवतन तथा िवलोमतः प रवतन। अंकगिणतीय,
यािमतीय तश हरा मक ेणी, वा तिवक गुणांक सिहत ि घात समीकरण। ाफ ारा दो
चर वाले रै िखक असिमका का हल। मचय तथा संचय। ि पद मेय तथा इसके अनु योग
लघुगणक तथा उनके अनु योग।

16
2. आ ह
ू तथा सारिणक:
सारिणक
आ ूह के कार, आ ूह पर सं या। आ ह ू के सारिणक, सारिणक के आधारभूत
गुणधम, वग आ ूह के सहखंडन तथा ु म, अनु योग-दो या तीन अ ात म रै िखक
समीकरण के तं का कै मर के िनयम तथा आ ह ू प ित ारा हल।
3. ि कोणिमित:
कोणिमित
कोण तथा िडि य तथा रे िडयन म उनका मापन। ि कोणिमतीय अनुपात। ि कोणिमतीय
सवसिमका योग तथा अंतर सू । ब ल तथा अपवतक कोण। ु म ि कोणिमतीय फलन।
अनु योग-ऊंचाई तथा दूरी, ि कोण के गुणधम।
4. दो तथा तीन िवमा क िवशलेिषक
िषक यािमित:
यािमित
आयतीय कात य िनदशक प ित, दूरी सू , एक रे खा का िविभ कार म समीकरण। दो
रे खा के म य कोण। एक रे खा से एक िब दु क दूरी। मानक तथा सामा य कार म एक
वृत का समीकरण। परवलय, दीघवृत तथा अितपरवलय के मानक कार। एक शांकव क
उ के ता तथा अ ि िवम आकाश म िब दु, दो िब दु के म य दूरी। दक् -को साइन
तथा दक् -अनुपात। समतल तथा रे खा के िविभ कार म समीकरण। दो रे खा के म य
कोण तथा दो तल के म य कोण। गोले का समीकरण।
5. अवकल गिणत:
गिणत
वा तिवक मान फलन क अवधारणा-फलन का ांत, रज व ाफ। संयु फलन, एकक ,
आ छादक तथा ु म फलन, सीमांत क धारणा, मानक सीमांत-उदाहरण। फलन के
सांत य-उदाहरण, सांत य फलन पर बीज गिणतीय सं या। एक िब दु पर एक फलन का
अवकलन एक अवकलन के यािमतीय तथा भौितक िनवचन-अनु योग। योग के अवकलज,
गुणनफल और फलन के भागफल, एक फलन का दूसरे फलन के साथ अवकलज, संयु
फलन का अवकलज। ि तीय ेणी अवकलज, वधमान तथा ास फलन। उि तथा अि प
क सम या म अवकलज का अनु योग।
6. समाकलन गिणत तथा अवकलन समीकरण:
समीकरण
अवकलन के ितलोम के प म समाकलन, ित थापन ारा समाकलन तथा खंडशः
समाकलन, बीजीय ज
ं क सिहत मानक समाकल, ि कोणिमतीय, चरघातांक तथा
अितपरवलियक फलन िनि त समाकलन का मानांकन व रे खा ारा िघरे समतल े के
े फल का िनधारण -अनु योग।

अवकलन समीकरण क िड ी तथा को ट क प रभाषा, उदाहर उदाहरण ारा अवकलन


समीकरण क रचना। अवकलन समीकरण का सामा य तथा िवशेष हल। िविभ कार के
थम को ट तथा थम िड ी अवकलन समीकरणो का हल-उदाहरण। वृि तथा य क
सम या म अनु योग।

7. स दश बीजगिणत:
बीजगिणत
दो तथा तीन िवमा म स दश, स दश का प रमाण तथा दशा, इकाई तथा शू य
स दश, स दश का योग, एक स दश का अ दश गुणन, दो स दश का अ दश गुणनफल
या िब दुगुणनफल। दो स दश का स दश गुणनफल या ास गुणनफल, अनु योग-बल तथा
बल के आघूण तथा कया गया काय तथा यािमतीय सम या म अनु योग।
8. सांि यक तथा ाियकता:
ाियकता
सांि यक ः आंकड़ का वग करण, बारं बारता-बंटन, संचयी बारं बारता-बंटन-
उदाहरण, ाफ य िन पण-आयत िच , पाई चाट, बारं बारता ब भुज-उदाहरण के ीय

17
वृि का मापन-मा य, माि यका तश ब लक। सरण तथा मानक िवचलन-िनधारण तथा
तुलना। सहसंबध
ं ् तथा समा यण।
ाियकताः यादृि छक योग, प रणाम तथा सहचारी ितदश समि घटना, पर पर
परव जत तथा िनशेष घटनाएं-असंभव तथा िनि त घटनाएं, घटना का सि मलन तथा
सविन , पूरक, ारं िभक तथा संयु घटनाएं। ाियकता पर ारं िभक मेय-साधारण
श्न। ितदश समािव पर फलन के प म यादृि छक चरि आधारी बंटन, ि आधारी
बंटन को उ प करने वाले यादृि छक योग के उदाहरण।

श्न-प
प -II
सामा य यो यता परी ण
(कोड सं या 02)
(अिधकतम अंक-600)
भाग (क
क) अं ज
े ी:

अिधकतम अंक 200)
(अिधकतम
अं ेजी का -प इस कार का होगा िजससे उ मीदवार क अं ेजी क समझ और
श द के कु शल योग का परी ण हो सके । पा म म िविभ पहलू समािहत ह जैसे
ाकरण और योग िविध श दावली तथा अं ेजी म उ मीदवार क वीणता क परख हेतु
िव ता रत प र छेद क बो ग यता तथा संब ता।

भाग (ख
ख) सामा य ान:
ान
अिधकतम अंक 400)
(अिधकतम
सामा य ान के -प म मु य प से भौितक , रसायन शा , सामा य िव ान,
सामािजक अ ययन, भूगोल तथा सामाियक िवषय आयगे। इस -प म शािमल कए गए
िवषय का े िन पा -िववरण पर आधा रत होगा। उि लिखत िवषय को सवाग पूण
नह मान लेना चािहए तथा इसी कार के ऐसे िवषय पर भी पूछे जा सकते ह िजनका
इस पा िववरण म उ लेख नह कया गया है। उ मीदवार के उ र म िवषय को बोधग य
ढंग से समझने क मेघा और ान का पता चलना चािहए।
खंड-क
क (भौितक
भौितक ):

के भौितक गुणधम तथा ि थितयां, संहित, भार, आयतन, घन व तथा िविश घन व,


आकिमिडज का िस ांत, वायु दाब मापी, िब ब क गित, वेग और वरण, यूटन के गित
िनयम, बल और संवग े , बल समा तर चतुभुज, िप ड का थािय व और संतुलन,
गु वाकषण, काय, शि और ऊजा का ारं िभक ान।

ऊ मा का भाव, तापमान का माप और ऊ मा, ि थित प रवतन और गु ऊ मा, ऊ मा


अिभगमन क िविधयां।

विन तरं ग और उनके गुण-धम, सरल वा यं , काश का ऋतुरेखीय चरण, परावतन और


अपवतन, गोलीय दपण और ले सेज, मानव ने , ाकृ ितक तथा कृ ि म चु बक, चु बक के
गुण धम। पृ वी चु बक के प म थैितक तथा धारा िव त ु । चालक और अचालक, ओहम
िनयम, साधारण िव त ु प रपथ। धारा के ◌े मापन, काश तथा चु बक य भाव, वै ुत शि
का माप। ाथिमक और गौण सेल। ए स-रे के उपयोग। िन िलिखत के काय के संचालन के
िस ा त: सरल लोलक, सरल िघरनी, साइफन, उ ोलक, गु बारा, पंप, हाई ोमीटर, ेशर
18
कु कर, थमस ला क, ामोफोन, टेली ाफ, टेलीफोन, पे र कोप, टेिल कोप, माइ ो कोप,
नािवक द सूचक, ति़डत चालक, सुर ा यूज।

खंड-ख
ख (रसायन
रसायन शा ):

भौितक तथा रासायिनक प रवतन, त व िम ण तथा यौिगक, तीक सू और सरल


रासायिनक समीकरण रासायिनक संयोग के िनयम (सम या को छोड़कर) वायु तथा जल के
रासायिनक गुण धम, हाइ ोजन, आ सीजन, नाइ ोजन तथा काबन डाई-आ साइड क रचना
और गुण धम, आ सीकरण और अपचयन।

अ ल, ारक और लवण।

काबन-िभ प

उवरक- ाकृ ितक और कृ ि म।

साबुन, कांच, याही, कागज, सीमट, पट, दयासलाई और गनपाउडर जैसे पदाथ को
तैयार करने के िलए आव यक साम ी।
परमाणु क रचना, परमाणु तु यमान और अणुभार, संयोजकता का ारं िभक ान।
खंड-ग
ग (सामा
सामा य िव ान):
ान
जड़ और चेतन म अंतर। जीव कोिशका , जीव और ऊतक का आधार। वन पित और
ािणय म वृि और जनन। मानव शरीर और उसके मह वपूण अंग का ारं िभक ान।
सामा य महामा रय और उनके कारण तथा रोकने के उपाय।
खा -मनु य के िलए ऊजा का ोत। खा के अवयव। संतुिलत आहार, सौर प रवार, उ का
और धूमके तु, हण। िति त वै ािनक क उपलि धयां
खंड-घ
घ (इितहास
इितहास,
इितहास वतं ता आंदोलन आ द):

भारतीय इितहास का मोटे तौर पर सव ण तथा सं कृ ित और स यता क िवशेष जानकारी
भारत म वतं ता आंदोलन। भारतीय संिवधान और शासन का ारं िभक अ ययन। भारत क
पंचवष य योजना , पंचायती राज, सहकारी सिमितयां और सामुदाियक िवकास क ारं िभक
जानकारी। भूदान, सव दय, रा ीय एकता और क याणकारी रा य। महा मा गांधी के मूल
उपदेश ।
आधुिनक िव िनमाण करने वाली शि यां, पुनजागरण, अ वेषण और खोज, अमे रका का
वाधीनता सं ाम, ांसीसी ांित, औ ोिगक ांित और सी ांित, समाज पर िव ान और
औ ोिगक का भाव। एक िव क संक पना, संयु रा , पंचशील, लोकतं , समाजवाद
तथा सा यवाद, वतमान िव म भारत का योगदान।
खंड-ङ
ङ (भू
भूगोल):
ोल
पृ वी, इसक आकृ ित और आकार, अ ांश और रे खांश, समय संक पना, अंतरा ीय तारीख
रे खा, पृ वी क गितयां और उसके भाव, पृ वी का उ व, च ान और उनका वग करण,
अप य-यांि क और रासायिनक, भूचाल तथा वालामुखी। महासागर धाराएं और वार भाटे।
वायुम डल और इसका संगठन, तापमान और वायुम डलीय दाब। भूम डलीय पवन, च वात
और ित च वात, आ ता, ण और घषण। जलवायु के कार, िव के मुख ाकृ ितक
े , भारत का े ीय भूगोल-जलवायु, ाकृ ितक वन पित, खिनज और शि संसाधन, कृ िष

19
और औ ोिगक कायकलाप के थान और िवतरण। भारत के मह वपूण समु प न, मु य
समु ी, भू और वायु माग, भारत के आयात और िनयात क मु य मद।
खंड-च
च (सामियक
सामियक घटनाएं):
हाल ही के वष म भारत म ई मह वपूण घटना क जानकारी सामियक मह वपूण िव
घटनाएं। मह वपूण ि -भारतीय और अ तरा ीय, इनम सां कृ ितक कायकलाप और खेलकू द
से संबंिधत मह वपूण ि भी शािमल ह।
ट पणी:
पणी इस -प के भाग (ख) म िनयत अिधकतम अंक म सामा यतः ख ड क, ख,
ग, घ, ङ तथा च के मशः लगभग 25%, 15%, 10%, 20%, 20% तथा 10%
अंक ह गे।
बुि तथा ि व परी ण:

सेवा चयन बोड (एसएसबी) या के अंतगत चयन या के दो चरण होते ह
चरण-। चरण-।। । चरण-।। म के वल उ ह उ मीदवार को सि मिलत होने क अनुमित
दी जाती है जो चरण-। म सफल रहते ह इसका िववरण िन ानुसार हैः
क) चरण-। के अंतगत अिधकारी बुि मता रे टग (ओआईआर) परी ण िच बोध (िप चर
(क
परसे शन)* िववरण परी ण (पीपी एवं डीटी) शािमल होते ह। उ मीदवार को ओआईआर
परी ण तथा पीपी एवं डीटी म उनके संयु प से कायिन पादन के आधार पर सूचीब
कया जाएगा ।
(खख) चरण-।। के अंतगत सा ा कार ुप टे टग अिधकारी टा क मनोिव ान परी ण तथा
स मेलन कां स शािमल होता है । ये परी ण चरणब होते ह । इन परी ण का िववरण
वेबसाइट www.joinindianary.nic.in पर मौजूद है ।
कसी उ मीदवार के ि व का आकलन तीन िविभ आकलनकताओ नामतः
सा ा कार अिधकारी (आईओ) ुप टे टग अिधकारी (जीटीओ) तथा मनोवै ािनक ारा कया
जाएगा। येक परी ण के िलए अलग अलग अंक वेटेज नह ह। आकलनकताओ ारा
उ मीदवार को अंक का आबंटन सभी परी ण म उनके सम कायिन पादन पर िवचार करने
के प ात ही कया जाता है । इसके अित र (कां स हेतु अंको का आबंटन भी तीन
तकनीक म उ मीदवार के आरं िभक तथा कायिन पादन तथा बोड के िनणय के आधार पर
कया जाता है। इन सभी के अंक (वेटेज) समान ह ।
आईओ, जीटीओ तथा मनोिव ान के िविभ परी ण इस कार तैयार कये ह
िजससे उ मीदवार म अिधकारीस मत गुण (आ फसर लाइक ािलटीज) के होने / नह होने
तथा िशि त कए जाने क उसक मता के बारे म जानकारी ा हो सके । तदनुसार,
एसएसबी म उ मीदवारो क अनुसंशा क अथवा नही क जाती है।

प रिशष्ट – II (क
क)

ऑनलाइन आवेदन के िलए अनुदेश

उ मीदवार
मीदवार को वेबसाइट www.upsconline.nic.in का उपयोग कर ऑनलाइन आवेदन
करना अपेि त होगा। ऑनलाइन आवेदन प क णाली क मुख िवशेषताएं िन ानुसार
ह:-

• ऑनलाइन आवेदन को भरने के िलए िव तृत अनुदश


े उपयु वेबसाइट पर उपल ध ह।
• उ मीदवार को ॉप डाउन मेनू के माधयम से उपयु साइट म उपल ध अनुदशे के
अनुसार दो चरण अथात् भाग-I और भाग-II म िनिहत ऑनलाइन आवेदन प को
20
पूरा करना अपेि त होगा।
• उ मीदवार को 100/- . (के वल एक सौ पये) के शु क (अजा/अजजा और नो टस
के पैरा 4 क टप्पणी 2 म उि लिखत उम्मीदवार िज ह शु क के भुगतान से छू ट
ाप्त है को छोड़कर) को या तो भारतीय टेट बक क कसी शाखा म नकद जमा
करके या भारतीय टेट बक क नेट ब कग सुिवधा का उपयोग करके या
वीजा/मा टरकाड/ पे े िडट/डेिबट काड का उपयोग करके भुगतान करना अपेि त है।
• उम्मीदवार के पास कसी एक फोटो पहचान-प अथात् आधार काड/मतदाता काड/पैन
काड/पासपोट/ ाइ वग लाइसस/स्कू ल पहचान-प / राज्य/के न् सरकार ारा जारी कोई
अन्य फोटो पहचान-प का िववरण होना चािहए। उम्मीदवार को ऑनलाइन आवेदन-प
भरते समय इस फोटो आईडी का िववरण दान करना होगा। इसी फोटो आईडी को
ऑनलाइन आवेदन प के साथ भी अपलोड करना होगा। इस फोटो आईडी का इस्तेमाल
भिवष्य म सभी संदभ के िलए कया जाएगा और उम्मीदवार को सलाह दी जाती है
क वे परी ा/एसएसबी म शािमल होते समय इस आईडी को अपने साथ रख।
• ऑनलाइन आवेदन भरना ारं भ करने से पहले उ मीदवार के पास िविधवत कै न क
गई फोटो और ह ता र .जेपीजी (.JPG) ा प म इस कार होने चािहए ता क येक
फ़ाइल 300 के .बी. से अिधक न हो और यह फोटो और ह ता र के मामले म 20
के .बी. से कम न हो।
• ऑनलाइन आवेदन भरने से पहले उम्मीदवार के पास अपने फोटो पहचान प दस्तावेज
क पीडीएफ ित उपलब्ध होनी चािहए। पीडीएफ फाइल का िडिजटल आकार 300 के बी
से अिधक और 20 के बी से कम नह होना चािहए।
• ऑनलाइन आवेदन (भाग-I और भाग-II) को दनांक 08.01.2020 से 28.01.2020
सांय 6:00 बजे तक भरा जा सकता है।
• आवेदक को एक से अिधक आवेदन प नह भरने चािहए, तथािप य द कसी अप रहाय
प रि थितवश कोई आवेदक एक से अिधक आवेदन प भरता है तो वह यह सुिनि त
कर ल क उ आरआईडी वाला आवेदन प हर तरह से पूण है।
• एक से अिधक आवेदन प के मामले म, आयोग ारा उ आरआईडी वाले आवेदन प
पर ही िवचार कया जाएगा और एक आरआईडी के िलए अदा कए गए शु क का
समायोजन कसी अ य आरआईडी के िलए नह कया जाएगा।
• आवेदक अपना आवेदन प भरते समय यह सुिनि त कर क वे अपना वैध और स य
ई-मेल आईडी तुत कर रहे ह य क आयोग परी ा या के िविभ चरण म उनसे
संपक करने के िलए इले ॉिनक मा यम का इ तेमाल कर सकता है।
• आवेदक को सलाह दी जाती है क वे अपने ई-मेल लगातार देखते रह तथा यह
सुिनि त कर क @nic.in से समाप्त होने वाले ई-मेल पते उनके इनबॉ स फो डर क
ओर िनदिशत ह तथा उनके एसपीएएम (SPAM) फो डर या अ य कसी फो डर क ओर
नह ।
• उ मीदवार को स त सलाह दी जाती है क ऑनलाइन आवेदन क अंितम तारीख का
इं तजार कए िबना समय सीमा के भीतर ऑनलाइन आवेदन कर। इसके अित रक् त,
आयोग ने आवेदन वापस लेने का ावधान कया है। जो उम्मीदवार इस परी ा म
उपि थत होने के इच्छु क नह है वे अपना आवेदन वापस ले सकते ह।

प रिशष्ट- II (खख)
आवेदन वापस लेने संबध
ं ी महत्वपूण अनुदश

21
1. उम्मीदवार को सलाह दी जाती है क आवेदन वापस लेने संबंधी अनुरोध प भरने
से पहले अनुदशे को ध्यानपूवक पढ़ ल।
2. जो उम्मीदवार इस परी ा म उपि थत होने के इच्छु क नह है उनके िलए आयोग ने
दनांक 04.02.2020 से 11.02.2020 (सायं सायं 6.00 बजे तक) तक आवदेन वापस
लेने क सुिवधा का ावधान कया है।
3. उम्मीदवार को सलाह दी जाती है क वे अपने पूण और अंितम प से सि मट कए
गए आवदेन का पंजीकरण आईडी और िववरण दान कर। अपूण आवेदन को वापस
लेने का कोई ावधान नह है।
4. आवेदन वापसी का अनुरोध स्तुत करने से पहले उम्मीदवार यह सुिनि त कर क
उनके पास वह पंजीकृ त मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी उपलब्ध है, जो उन्ह ने
ऑनलाइन आवेदन जमा करते समय दान कया था। अनुरोध तभी स्वीकार कया
जाएगा जब उम्मीदवार के मोबाइल और ई-मेल पर भेजे गए ओटीपी को वैलीडेट
कया जाएगा। यह ओटीपी 30 िमनट के िलए मान्य होगा।
5. आवेदन वापसी के संबध ं म ओटीपी जनरे ट करने का अनुरोध दनांक 11.02.2020
को सायं 5:30 बजे तक ही स्वीकार कया जाएगा।
6. य द कसी उम्मीदवार ने एक से अिधक आवेदन प जमा कए ह तब आवेदन (सबसे
बाद वाले) के उच्चतर पंजीकरण आईडी पर ही वापसी संबंधी िवचार कया जाएगा
और पहले के सभी आवेदन को स्वत: ही खा रज मान िलया जाएगा।
7. आवेदन वापसी के ऑनलाइन अनुरोध को अंितम प से स्वीकार कर िलए जाने के
बाद आवेदक अिध मािणत रसीद ट करे गा। उम्मीदवार ारा आवेदन वापस िलए
जाने के बाद भिवष्य म इसे पुन: स य नह कया जा सके गा।
8. संघ लोक सेवा आयोग म उम्मीदवार ारा अदा कए गए परी ा शुलक ् को लौटाने
का कोई ावधान नह है। अत:, उम्मीदवार ारा सफलतापूवक आवेदन वापस िलए
जाने के बाद ऐसे मामल म शुलक ् लौटाया नह जाएगा।
9. वापसी संबंधी आवेदन के पूरा होने के बाद उम्मीदवार के पंजीकृ त ई-मेल आईडी और
मोबाइल पर ऑटो-जनरे टेड ई-मेल और एसएमएस भेजा जाएगा। य द उम्मीदवार ने
आवेदन वापसी संबंधी आवेदन जमा नह कया है तब वह ई-मेल आईडी :
upscsoap@nic.in के माध्यम से संघ लोक सेवा आयोग से संपक कर सकता है।
10. उम्मीदवार को सलाह दी जाती है क वे ई-मेल/एसएमएस के माध्यम से
ाप्त ओटीपी कसी से साझा न कर।

प रिशष्ट-III
वस्तुपरक परी ण हेतु उम्मीदवार के िलए िवशेष अनुदेश

1. परी ा हाल म िनम्निलिखत वस्तुएं लाने क अनुमित होगी


क् िलप बोड या हाड बोड (िजस पर कु छ न िलखा हो) उत्तर प क पर त्युत्तर को
अं कत करने के िलए एक अच्छी कस्म का काला बॉल पेन, िलखने के िलए भी उन्ह काले
बॉल पेन का ही योग करना चािहए, उत्तर प क और कच्चे काय हेतु काय प क िनरी क
ारा दए जाएंगे।
2. परी ा हाल म िनम्निलिखत वस्तुएं लाने क अनुमित नह होगी । ऊपर दशाई गई
वस्तु के अलावा अन्य कोई वस्तु जैसे पुस्तक, नो स, खुले कागज, इलैक् ािनक या अन्य
कसी कार के के लकु लेटर, गिणतीय तथा आरे उपकरण , लघुगुणक सारणी, मानिच के
स्टिसल, स्लाइड ल, पहले स (स ) से संबंिधत परी ण पुस्ितका और कच्चे
कायप क, परी ा हाल म न लाएं।

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मोबाइल फोन, पेजर, ब्ल्ूटूथ एवं अन्य संचार यं उस प रसर म जहां परी ा आयोिजत क
जा रही है, लाना मना है, इन िनदश का उ लंघन करने पर अनुशासिनक कायवाही के
साथ-साथ भिवष्य म आयोिजत क जाने वाली परी ा से ितबंिधत कया जा सकता है।

उम्मीदवार को उनके स्वयं के िहत म सलाह दी जाती है क वे मोबाइल फोन/पेजर/ब्लूटूथ


सिहत कोई भी व जत वस्तु परी ा प रसर म न लाएं क् य क इनक अिभर ा के िलए
व्यवस्था क गारं टी नह ली जा सकती।
उम्मीदवार को सलाह दी जाती है क वे परी ा हॉल म कोई भी ब मूलय ् वस्तु न लाएं
क् य क उनक सुर ा सुिनश्िचत नह क जा सकती । इस संबंध म कसी भी नुकसान के
िलए आयोग िजम्मेदार नह होगा।

3. गलत उत्तर के िलए दंड


वस्तुिनष्ठ श्न-प प म उम्मीदवार ारा दए गए गलत उत्तर के िलए दंड (ने
नेगे टव
मा कग)
कग दया जाएगा।
(i) त्येक श्न के िलए चार वैकल्िपक उत्तर ह, उम्मीदवार ारा त्येक श्न के
िलए दए गए एक गलत उत्तर के िलए श्न हेतु िनयत कए गए अंक का 1/3
(0.33) दंड के प म काटा जाएगा।
(ii) य द कोई उम्मीदवार एक से अिधक उत्तर देता है, तो इसे गलत उत्तर माना
जाएगा, य िप दए गए उत्तर म से एक उत्तर सही होता है, फर भी उस श्न
के िलए उपयुक् तानुसार ही उसी तरह का दंड दया जाएगा।
(iii) य द उम्मीदवार ारा कोई श्न हल नह कया जाता है अथात् उम्मीदवार ारा
उत्तर नह दया जाता है, तो उस श्न के िलए कोई दंड नह दया जाएगा।

4. अनुिचत तरीक क सख्ती से मनाही


कोई भी उम्मीदवार कसी भी अन्य उम्मीदवार के पेपर से न तो नकल करे गा न ही अपने
पेपर से नकल करवाएगा, न ही कसी अन्य तरह क अिनयिमत सहायता देगा, न ही
सहायता देने का यास करे गा, न ही सहायता ाप्त करे गा और न ही ाप्त करने का
यास करे गा।

5. परी ा भवन म आचरण


कोई भी परी ाथ कसी भी कार का दुवयवहार ् न कर तथा परी ा हाल म अव्यवस्था न
फै लाएं तथा परी ा के संचालन हेतु आयोग ारा तैनात स्टाफ को परे शान न कर, ऐसे कसी
भी दुराचरण के िलए कठोर दंड दया जाएगा।
6. उत्तर प क िववरण

(i) उत्तर प क के ऊपरी िसरे के िनधा रत स्थान पर आप अपना के न् और िवषय,


परी ण पुस्ितका ृंखला (कोष्ठक म) िवषय कोड और अनु मांक काले बॉल प्वांइट पेन से
िलख। उत्तर प क म इस योजन के िलए िनधा रत वृतत ् म अपनी परी ण पुस्ितका
ृंखला (ए.बी.सी.डी., यथास्िथित), िवषय कोड तथा अनु मांक काले बॉल पेन से
कू टब कर। उपयुक् त िववरण िलखने तथा उपयुक् त िववरण कू टब करने के िलए मागदश
िस ांत अनुबंध म दए गए ह। य द परी ण पुस्ितका पर ृंखला मु त न ई हो अथवा
उत्तर प क िबना संखया ् के ह तो कृ पया िनरी क को तुरंत रपोट कर और परी ण
पुस्ितका/उत्तर प क को बदल ल।

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(ii) उ मीदवार नोट करे क ओ एम आर उ र प क म िववरण कू टब करने/भरने म
कसी कार क चूक/ ु ट/िवसंगित िवशेषकर अनु मांक तथा परी ण पुि तका ृंखला कोड के
संदभ म होने पर उ र प क अ वीकृ त कया जाएगा ।

(iii) परी ा आरं भ होने के तत्काल बाद कृ पया जांच कर ल क आपको जो परी ण
पुि तका दी गई है उसम कोई पृष्ठ या मद आ द अमु त या फटा आ अथवा गायब तो
नह है। य द ऐसा है तो उसे उसी ृंखला तथा िवषय क पूण परी ण पुस्ितका से बदल
लेना चािहए।

7. उत्तर प क/परी ण पुस्ितका/कच्चे काय प क म मांगी गई िविशष्ट मद क सूचना


के अलावा कह पर भी अपना नाम या अन्य कु छ नह िलख।

8. उत्तर प क को न मोड़ या न िवकृ त कर अथवा न बबाद कर अथवा उसम न ही


कोई अवांिछत/असंगत िनशान लगाएं। उत्तर प क के पीछे क ओर कु छ भी न िलख।

9. उत्तर प क का मूलयां् कन कं प्यूटरीकृ त मशीन पर होगा, अत: उम्मीदवार को


उत्तर प क के रख-रखाव तथा उन्ह भरने म अित सावधानी बरतनी चािहए। उन्ह वृतत ्
को काला करने के िलए के वल काले बॉल पेन का उपयोग करना चािहए। बॉक् स म िलखने
के िलए उन्ह काले बॉल पेन का इस्तेमाल करना चािहए। चूं क उम्मीदवार ारा वृतत
् को
काला करके भरी गई िवष् टय को कम्प्यूटरीकृ त मशीन ारा उत्तर प क का मूलयां् कन
करते समय ध्यान म रखा जाएगा,
जाएगा अत:
अत उन्ह इन िवष् टय को बड़ी सावधानी से तथा
सही-सही
सही सही भरना चािहए।
चािहए।
10. उत्तर अं कत करने का तरीका

“वस्तुपरक” परी ा म आपको उत्तर िलखने नह ह गे, त्येक श्न (िजन्ह आगे श्नांश
कहा जाएगा) के िलए कई सुझाए गए उत्तर (िजन्ह आगे त्युत्तर कहा जाएगा) दए
जाते ह उनम से त्येक श्नांश के िलए आपको एक त्युततर
् चुनना है।

श्न प परी ण पुस्ितका के प म होगा। इस पुस्ितका म म संख्या 1,2,3… आ द के


म म श्नांश के नीचे (ए), (बी), (सी) और (डी) के प म त्युततर
् अं कत ह गे।
आपका काम एक सही त्युत्तर को चुनना है। य द आपको एक से अिधक त्युततर ् सही
लग तो उनम से आपको सव त्तम त्युततर् का चुनाव करना होगा। कसी भी स्िथित म
त्येक श्नांश के िलए आपको एक ही त्युततर ् का चुनाव करना होगा। य द आप एक से
अिधक त्युत्तर चुन लेते ह तो आपका त्युत्तर गलत माना जाएगा।

उत्तर प क म म संखयाएं ् 1 से 160 छापे गए ह, त्येक श्नांश (संख्या) के सामने


(ए), (बी), (सी) और (डी) िचन्ह वाले वृत्त छपे होते ह। जब आप परी ण पुस्ितका
के त्येक श्नांश को पढ़ ल और यह िनणय करने के बाद क दए गए त्युततर ् म से
कौन सा एक त्युततर ् सही या सव त्तम ह, आपको अपना त्युततर
् उस वृतत् को काले
बॉल पेन से पूरी तरह से काला बनाकर अं कत कर देना है।

उदाहरण के तौर पर य द श्नांश 1 का सही त्युत्तर (बी) है तो अ र (बी) वाले वृतत्


को िनम्नानुसार काले बॉल पेन से पूरी तरह काला कर देना चािहए जैसा क नीचे दखाया
गया है।
उदाहरण (a ) • (c) (d )

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11. स्कै नेबल उपस्िथित सूची म ी कै से कर :
उम्मीदवार को स्कै नेबल उपस्िथित सूची म, जैसा नीचे दया गया है, अपने कॉलम के
सामने के वल काले बॉल पेन से संगत िववरण भरना है:
उपस्िथित/अनुपस्िथित कॉलम म [P] वाले गोले को काला कर।

(i) समुिचत परी ण पुस्ितका सीरीज के संगत गोले को काला कर।


(ii) समुिचत परी ण पुस्ितका म संख्या िलख।
(iii) समुिचत उत्तर प क म संख्या िलख और त्येक अंक के नीचे दए गए गोले को
भी काला कर।
(iv) दए गए स्थान पर अपना हस्ता र कर।
12. कृ पया परी ण पुस्ितका के आवरण पर दए गए अनुदश े को पढ़ और उनका पालन
कर। य द कोई उम्मीदवार अव्यवस्िथत तथा अनुिचत आचरण म शािमल होता है तो वह
अनुशासिनक कारवाई और/या आयोग ारा उिचत समझे जाने वाले दंड का भागी बन सकता
है।

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अनुबध

परी ा भवन म व तुपरक परी ण के उ र प क कै से भर

कृ पया इन अनुदश
े का अ यंत सावधानीपूवक पालन कर। आप यह नोट कर ल क चूं क
उ र-प क का अंकन मशीन ारा कया जाएगा, इन अनुदश े का कसी भी कार का
उ लंघन आपके ाप्तांक को कम कर सकता है िजसके िलए आप वयं उ रदायी ह गे।

उ र प क पर अपना यु र अं कत करने से पहले आपको इसम कई तरह के िववरण


िलखने ह गे। उ मीदवार को उ र-प क ाप्त होते ही यह जांच कर लेनी चािहए क इसम
नीचे सं या दी गई है। य द इसम सं या न दी गई हो तो उ मीदवार को उस प क को
कसी सं या वाले प क के साथ त काल बदल लेना चािहए।

आप उ र-प क म देखगे क आपको सबसे ऊपर क पंि म इस कार िलखना होगा।

Centre Subject S.Code Roll Number


के न् िवषय िवषय कोड अनु मांक

मान लो य द आप गिणत के श्न-प * के वास्ते परी ा म द ली के पर उपि थत हो


रहे ह और आपका अनु मांक 081276 है तथा आपक परी ण पुि तका ृंखला ‘ए’ है तो
आपको काले बाल पेन से इस कार भरना चािहए।*

Centre Subject S.Code Roll Number


0 1 0 8 1 2 7 6
के न् िवषय िवषय कोड अनु मांक
दल्ली गिणत (ए)

आप के का नाम अं ेजी या िह दी म काले बॉल पेन से िलख।

परी ण पुि तका ृंखला कोड पुि तका के सबसे ऊपर दाय हाथ के कोने पर ए बी सी अथवा
डी के अनु मांक के अनुसार िन द ह।
आप काले बाल पेन से अपना ठीक वही अनु मांक िलख जो आपके वेश माण प म है।
य द अनु मांक म कह शून्य हो तो उसे भी िलखना न भूल।
आपको अगली कारवाई यह करनी है क आप नो टस म से समुिचत िवषय कोड ढू ढ़। जब
आप परी ण पुि तका ृंखला, िवषय कोड तथा अनु मांक को इस योजन के िलए िनधा रत
वृ म कू टब करने का काय काले बॉल पेन से कर। के का नाम कू टब करने क
आव यकता नह है। परी ण पुि तका ृंखला को िलखने और कू टब करने का काय परी ण
पुि तका ाप्त होने तथा उसम से पुि तका ख ृं ला क पुि करने के पश्चात ही करना
चािहए।
‘ए’ परी ण पुि तका ृंखला के गिणत िवषय श्न प के िलए आपको िवषय कोड सं0
01 िलखनी है, इसे इस कार िलख।
पुि तका म (ए ए) िवषय 0 1
Booklet Series(A)
0 0

Subject 1 1

A 2 2

26 3 3

B
4 4

5 5

C
* यह एक उदाहरण मा है तथा आपक
संबंिधत परी ा से इसका कोई संबंध नह
अनु मांक
Roll Number
बस इतना भर करना है क परी ण पुि तका ृंखला के
नीचे दए गए अं कत वृ ‘ए’ को पूरी तरह से काला 0 8 1 2 7 6
कर द और िवषय कोड के नीचे ‘0’ के िलए (पहले
उ वाधर कॉलम म) और 1 के िलए (दूसरे उ वाधर
0 0 0 0 0

कॉलम म ) वृ को पूरी तरह काला कर द। आप वृ 1 1 1 1 1

को पूरी तरह उसी कार काला कर िजस तरह आप उ र 2 2 2 2 2

प क म िविभन्न श्नांश के त्युत्तर अं कत करते समय 3 3 3 3 3 3

करगे, तब आप अनु मांक 081276 को कू टब कर। इसे 4 4 4 4 4 4

उसी के अनु प इस कार करगे। 5 5 5 5 5 5

6 6 6 6 6

7 7 7 7 7
8 8 8 8 8

9 9 9 9 9 9

मह वपूण : कृ पया यह सुिनश्िचत कर


ल क आपने अपना िवषय, परी ण
पुि तका म तथा अनु मांक ठीक से
कू टब कया है,

है।
प रिश -IV

रा ीय र ा अकादमी म वेश के िलए अ य थय के शारी रक मानदड


मानदड से संबिं धत दशा
िनदश

ट पणी:
पणी उ मीदवार को िनधा रत शारी रक मानक के अनुसार शारी रक और मानिसक प
से व थ होना आव यक है। इस संबंध म मागदशक संकेत नीचे दये गये ह।
िच कत्सा परी ण के िनम्निलिखत मानदंड काशन क तारीख को िव मान दशा-िनदश के
अनु प ह। ये दशा-िनदश संशोधन के अध्यधीन ह।

ब त से अहता ा उ मीदवार बाद म वा य के आधार पर अ वीकृ त कर दये जाते


ह, अतः उ मीदवार को उनका अपने िहत म सलाह दी जाती है क वे अि तम अव था पर
िनराशा से बचने के िलए आवेदन प भेजने से पहले अपने वा य क जांच करा ल।

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1. उ मीदवार को परामश दया जाता है क सेवा चयन बोड से अनुशंसा के बाद सैिनक
अ पताल म िच क सा परी ा म शी िनणय के िलए छोटी-मोटी किमय /बीमा रय को दूर
कर ल।

2॰ कु छ ऐसे दोष/बीमा रयां नीचे दशाई गई ह:--

(क) कान का मैल

(ख) डेिवये टड नेजल से टम

(ग) हाइ ोिसल/फ मोिसस

(घ) अिधक भार/कम भार

(ङ) छाती कम होना

(च) बवासीर

(छ) गाहनी कामेि टया

(ज) टांिसल

(झ) वे रकोिसल

नोट:
नोट के वल हाथ के भीतर क तरफ अथात कु हनी के भीतर से कलाई तक और हथेली के
ऊपरी भाग/हाथ के िपछले िह से क तरफ शरीर पर थायी टैटू क अनुमित है। शरीर के
कसी अ य िह से पर थायी टैटू वीकाय नह है और उ मीदवार को आगे के चयन से
िवव जत कर दया जाएगा। जनजाितय को उनके मौजूदा रीित रवाज एवं परं परा के अनुसार
मामला दर मामला के आधार पर उनके चेहरे या शरीर पर टैटू के िनशान क अनुमित होगी।
ऐसे मामल म मंजूरी दान करने के िलए कमांडट चयन के स म ािधकरण होगा।

3॰ सश सेना म सभी कार के कमीशन के िलए वेश पाने वाले असैिनक उ मीदवार
चयन बोड ारा अपनी जांच के दौरान कसी ित या सं िमत रोग होने पर सेना के ोत
से सरकारी खच पर बा -रोगी िच क सा के हकदार ह गे, वे अ पताल के अिधकारी-वाड म
सरकारी खच पर अंतरोगी िच क सा के भी पा ह गे, बशत क--

(क) ित परी ण के दौरान ई हो, अथवा

(ख) चयन बोड ारा परी ण के दौरान रोग का सं मण आ हो और थानीय िसिवल


अ पताल म उपयु जगह नह हो या रोगी को िसिवल अ पताल म ले जाना अ वहा रक
हो; अथवा

(ग) िच क सा बोड उ मीदवार को ेषण हेतु दािखल करना अपेि त समझे।

नोट: वे िवशेष सेवा के हकदार नह ह।

4॰॰ िच क सा या

सेना चयन बोड ारा अनुशंिसत अ यथ को सेना िच क सा अफसर बोड ारा वा य


जांच करानी होगी। अकादमी म के वल उ ह अ य थय को वेश दया जाएगा जो िच क सा
बोड ारा व थ घोिषत कए जाएग। िच क सा बोड क कायवाही गोपनीय होती है, िजसके
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बारे म कसी को नह बताया जाएगा। क तु िच क सीय प से अयो य घोिषत अ य थय को
उनके प रणाम क जानकारी िच क सा बोड के अ य ारा दी जाएगी तथा अ य थय को
अपील िच क सा बोड से अनुरोध करने क या भी बता दी जाएगी।

5. अपील िच क सा बोड ारा क गई जाचं के दौरान अयो य घोिषत अ य थय को


समी ा िच क सा बोड संबंधी ावधान के बारे म सूिचत कया जायेगा।

6॰ थल सेना, नौ सेना एवम वायु सेना (उड़ान और ाउं ड ू ट शाखाएँ) के िलए


िच क सा मानक और मेिडकल परी ा क या प रिश ‘क’, ‘ख’ एवम ‘ग’ म दी गई
है।

संलग क ‘क’

थल सेना म अफसर पद पर भत के िलए िच क सा मानक और मेिडकल परी ा क या


1. प रचय

(क) सश सेना का मुख उ रदािय व देश क सीमाओ क सुर ा करना है और इसीिलए


सश सेना को हमेशा यु़ के िलए तैयार रखा जाता है। यु क तैयारी के िलए सै यक मय को
कठोर िश ण से गुजरना पड़ता है। इसके साथ-साथ जब भी ज रत हो जैसे क आपदा के समय,
सश सेनाएं िसिवल ािधका रय क सहायता के िलए भी उपल ध रहती ह। इस कार के काय
को पूरा करने के िलए सश सेना म शारी रक सौ व और सुदढ़ृ मानिसक संतुलन वाले जवान
क ज रत होती है। ऐसे उ मीदवार दुगम े और िवषम प रि थितय म बगैर मेिडकल सुिवधा
के भी अपने सै य दािय व के िनवाह म स म होने चािहएं जो उन प रि थितय म कठोर तनाव को
झेल सक। कसी रोग/अपंगता के कारण िच क सीय प से अयो य का मक न के वल क मती
संसाधन क बरबादी करे गा बि क सै य ऑपरे शन के दौरान अपने दल के अ य सद य के िलए भी
मुसीबत और खतरे का सबब बन सकता है। इसिलए के वल िच क सीय प से यो य अथवा फट
उ मीदवार का ही चयन कया जाता है जो यु िश ण के िलए यो य ह ।

(ख) सश सेना म ‘िच क सीय प से यो य‘ का मक का चयन सुिनि त करने का


उ रदािय व सश सेना मेिडकल स वस का होता है।

(ग) अपनी पेशेवर िविश ता यूिनट म सौपा गया काय, आयु अथववा लग से परे हटकर हर
सश सेना का मक के िलए सेना म शािमल होने के समय आधारभूत ‘मेिडकल फटनेस‘ होना
अिनवाय है। फटनेस के इसी आधारभूत तर को उनक भावी पेशेवर िविश ता अथवा यूिनट
काय के िलए िश ण के बचमाक के तौर पर इ तेमाल कया जाता है। इससे यु म उनक तैनाती
क त परता म भी वृि होगी।

(घ) सश सेना मेिडकल स वस के मेिडकल अफसर ारा िच क सा जांच का काय अ यंत


सावधानीपूवक कया जाता है। बुिनयादी सै य िश ण के बाद ये मेिडकल अफसर सश सेना
क िविश काय प रि थितय म काम करने के िलए भली-भांित तैयार होते ह। एक मेिडकल अफसर
बोड ारा इन िच क सा जांच का अंितम िनणय िलया जाता है। गौरतलब है क मेिडकल बोड का
िनणय अंितम होगा। उ मीदवार के नामांकन/कमीशन
न कमीशन के दौरान कसी
रोग/अपं
रोग अपंगता/चोट
ता चोट/आनु
चोट आनुवांिशक रोग अथवा िवकार के संबध
ं म य द कोई संदह
े उ प हो तो संदह

का लाभ ािधकारी को दया जाएगा।
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िच क सा मानक

2. िन िलिखत पैरा ाफ म िवणत िच क सा मानक सामा य दशािनदश ह जो रोग से संबंिधत अथाह


ान के संदभ म संपूण नह ह। वै ािनक ान म गित और नए उपकरण / ेड के वेश के साथ सश सेना
म काम करने के तरीक म प रवतन के चलते यह मानक भी प रवतनशील होते ह। ये प रवतन समय-समय
पर स म ािधकारी के नीित प ारा लागू कए जाते ह। इन दशािनदश व िस ांत के आधार पर
मेिडकल अफसर , िवशेष मेिडकल अफसर तथा मेिडकल बोड ारा उपयु िनणय िलए जाते ह।

3. िच क सीय प से फट अथवा यो य करार दए जाने के िलए यह आव यक है क उ मीदवार क


‘िच
शारी रक व मानिसक दशा सही हो तथा वह ऐसे कसी भी रोग/अपं
रोग अपंगता/ल
ता ल ण से मु हो जो समु व
हवाई भूभाग सिहत दुगम े म तथा िवषम प रि थितय म मेिडकल सुिवधा क उपल धता के बगैर
उसके सै य दािय व के िनवहन म बाधक ह । उ मीदवार ऐसी कसी भी िच क सीय प रि थितय से मु
होना चािहए िजसम िनयिमत प से दवा अथवा िच क सा सुिवधा के उपयोग क ज रत हो।

(क) यह सुिनि त कया जाएगा क उ मीदवार व थ हो तथा उसके शरीर के कसी अंग अथवा
णाली म खराबी, ज मजात िवकृ ित/बीमारी के ल ण न ह ।

(ख) ूमर/िस ट/िल फ नो स म सूजन सिहत शरीर के कसी भी भाग म कोई सूजन न हो तथा
शरीर म कह साइनस अथवा नासूर क िशकायत न हो।

(ग) शरीर क वचा पर कह हाइपर या हाइपो िपगमटेशन अथवा कसी अ य कार क


बीमारी के ल ण/अपंगता न हो।

(घ) शरीर म ा नया क िशकायत न हो।

(च) शरीर पर ऐसे कोई िनशान न हो, जो कामकाज को बािधत करते ह या िवकलांगता अथवा
अ मता उ प करते ह ।

(छ) शरीर म कह भी धमनी व िशरा से संबंिधत खराबी न हो।

(ज) िसर और चेहरे म कसी कार क खराबी िजसम एक पता न हो, अि थभंग अथवा खोपड़ी
क हि य के दबाव से बनी िवकृ ितयां, अथवा पूव म कए गए कसी मेिडकल ऑपरे शन के
िनशान तथा साइनस व नासूर इ या द जैसी खरािबयां शािमल ह, न ह ।

(झ) रं गो क पहचान करने म खराबी तथा दृि े म खराबी सिहत कसी कार क
दृि बािधता न हो।

(ट) सुनने म कसी कार क अ मता, कान के को -कणावत णाली म कसी कार क
खराबी/अ मता न हो।

(ठ) कसी बीमारी के कारणवश बोलने म कसी कार क बाधा न हो।

(ड) नाक अथवा िज वा क हि य अथवा उपाि थ म कसी कार क


बीमारी/अ मता/ज मजात िवकृ ित/ल ण न ह अथवा तालू, नाक म पॉिल स अथवा नाक
30
व गले क कोई बीमारी न हो। नाक म कोई िवकृ ित अथवा टॉि सलाइ टस क िशकायत न
हो।

(ढ) गले, तालू ट िसल अथवा मसूड़ क कोई बीमारी/ल ण/अ मता न हो अथवा दोन जबड़
के जोड़ के काम को बािधत करने वाली कोई बीमारी अथवा चोट न हो।

(त) ज मजात, आनुवांिशक, र चाप और चालन िवकार सिहत दल तथा र वािहका


संबंधी कोई रोग/ल ण/अ मता न हो।

(थ) पलमोनरी टी बी अथवा इस रोग से संबंिधत पुराने ल ण अथवा फे फड़ व छाती संबंधी


कोई अ य बीमारी/ल ण/अ मता िजसम कसी कार क एलज / ितर ा ि थितयां,
संयोजी ऊतक िवकार तथा छाती के म कयूलो के लेटल िवकार शािमल ह, न ह ।

(द) पाचन तं संबंधी कोई बीमारी िजसम असामा य िलवर तथा िलवर रोग तथा अ याशय
क ज मजात, आनुवािशक बीमारयां/ल ण तथा अ मताएं शािमल ह, न ह ।

(ध) एंडो ाइन िस टम अथवा णाली तथा रे ट युलोएंडोथीिलयल िस टम संबंधी कसी कार
का रोग/ल ण /अ मता न हो।

(न) जेिनटो-यूरीनरी िस टम संबध


ं ी कोई रोग/ल ण /अ मता िजसम कसी अंग अथवा ंिथ
क िवकलांगता, ए ॉफ /हाइपर ॉफ शािमल ह, न हो।

(प) कसी कार का स य, अ या िछपा आ अथवा ज मजात यौन रोग न हो।

(फ) कसी कार के मानिसक रोग, िमग , मू िनयं ण संबंधी अ मता न हो अथवा उसका
इितहास न हो।

(ब) म युलो के लेटल िस टम तथा खोपड़ी, रीढ़ क ह ी व अ य अंग सिहत जोड़ से संबंिधत
कसी कार क बीमारी/अ मता/ल ण न ह ।

(भ) कोई ज मजात अथवा आनुवांिशक रोग/ल ण /अ मता न ह ।

4. एस एस बी चयन या के दौरान मनोवै ािनक परी ा आयोिजत क जाएगी मगर िच क सीय


जांच के दौरान य द कसी कार क अिनयिमतता पायी जाती है तो वह उ मीदवार के चयन क अ वीकृ ित
का कारण हो सकता है।

5. उपयु दशािनदश के आधार पर सामा यतः िजन िच क सीय जांच अिनयिमतता , किमय या
अ मता के कारण कसी उ मीदवार क उ मीदवारी को अ वीकृ त कया जाता है, वे िन िलिखत ह :-

(क) रीढ़ क ह ी, छाती व कू हे तथा अ य अंग से संबंिधत म युलो- के लेटल िवकलांगता जैस,े
कोिलयॉिसस, टॉरटीकॉिलस, कायफॉिसस, मे द ड, पसिलय , व -अि थ तथा अि थ
पजर क अ य िवकलांगताएं, िवकृ त अंग, उं गिलयां, पैरो क उं गिलयां तथा रीढ़ क ह ी के
ज मजात िवकार।

31
(ख) अंग क िवकलांगताः िवकृ त अंग, हाथ व पैर क उं गिलयां, िवकृ त जोड जैसे क यूिबटस
वलगस, युिबटस, वॅरस, नॉक नीज, बो लेग, हाइपरमोबाइल जोड़, हाथ व पैर क
िव छे दत उं गिलयां तथा शरीर के अंग, जो वा तिवक आकार से छोटे ह ।

(ग) ने व ने योित : मायोिपया हाइपरमे ोिपया, एि टग, कॉ नया, लस, रे टना म चोट,
आंख म भगापन एवं टॉिसस।

(घ) सुनने क मता, कान, नाक व गला : सुनने क मता अथवा वण शि कम होना, बा
कण, कान क प ी क िझि लय , कान का भीतरी िह सा, नाक का से टम मुड़ा आ होना
एवं ह ठ, तालू, पेरी-ऑ र युलर साइनस तथा िल फिडनाइ टस/एडीनोपैथी ऑफ नेक।
दान कान के िलए बातचीत तथा फु सफु साहट को सुनने क मता 610 सटीमीटर होनी
चािहए।

(च) दंतिच क सा क ि थित :

(i) जबड़ क ारं िभक रोगा मक ि थित जो बढ़ भी सकता है और बार-बार भी हो


सकता है।

(ii) ऊपरी और िनचले जबड़े के बीच िवसंगित होना िजससे खाना चबाने म और बोलने
म द त होती है जो उ मीदवारी र करता है।

(iii) रोगसूचक टे पोरो-मडीबुलर जोड़ एवं उसम सूजन होना। मुंह का कनार पर 30
सटीमीटर से कम खुलना तथा मुंह यादा खोलने पर टे पोरो-मडीबुलर जोड़ अपने
थान से हटना।

(iv) कसर क सभी संभािवत ि थितयां।

(v) मुंह खोलने के ितबंध के साथ तथा उसके बगैर सब- यूकस फाइ ोिसस क
नैदािनक पहचान।

(vi) दंतसंरचना म खराबी तथा/अथवा मसूड़ से खून िनकलना िजसके कारण दंत-
वा य ितकू ल प से भािवत होता है।

(vii) दांत ढीले होना, दो से अिधक दांत िहलने पर या कमजोर होने पर उ मीदवार क
उ मीदवारी र होगी।

(viiii) कॉ मे टक अथवा मैि सलोफै िशयल सजरी/ ामा के बाद उ मीदवार सजरी/चोट
लगने क तारीख से, जो भी बाद म हो, कम से कम 24 स ाह तक उ मीदवार
अपनी उ मीदवारी के अयो य ठहराया जाएगा।

(ix) य द दांत के रखरखाव म कमी के कारण भोजन चबाने, दंत- वा य एवं मुंह क
व थता को बनाए रखने अथवा सामा य पोषण को कायम रखने म द त हो
अथवा उ मीदवार के क के िनवहन म द त हो तो उ मीदवार क
उ मीदवारी र हो जाएगी।

32
(छ) छाती : तपे दक रोग अथवा तपे दक होने के माण ह , दल या फे फड़ म घाव, छाती क
दीवार पर म यूलो- के लेटल घाव ह ।

(ज) पेट तथा जेिनटर-मू


नटर मू णाली : ह नया, अन-िडसडेड टे टीस, वे रकोसील, ऑगनोिमगैली,
सॉिलटरी कडनी, हॉसशू कडनी, तथा कडनी/िलवर म िस ट होना, गॉल लेडर म पथरी,
रीनल एवं यूरे क पथरी, यूरोिजनाइटल अंग म अपंगता अथवा घाव होना, बवासीर रोग
तथा िल फै िडनाइ टस रोग होना।

(झ) तंि का तं : झटके /दौरे पड़ना, बोलने म द त होना या असंतुलन होना।

(ट) वचा : िव टिलगो, हीमैिजयोमास, म से होना, कॉन क सम या होना, वचा रोग, वचा
सं मण, वचा पर कह वृि तथा हाइपरहाइ ॉिसस होना।

6. ल बाई एवं वजन

सेना म वेश क शाखा के आधार पर वांिछत ल बाई िभ -िभ होती है। शरीर का वजन शरीर क लंबाई के
अनुपात म होना चािहए जैसा क िन िलिखत चाट के मा यम से तुत कया गया है :-

आयु (वष म) सभी आयु के आयु वगः 17 से आयु वगः आयु वगः आयु 40 वष से
िलए यनूनतम 20 वष 20+01 दन 30 30+01 दन से अिधक
वजन वष 40 वष

लंबाई (से.मी.) वजन ( क. ा.) वजन ( क. ा.) वजन ( क. ा.) वजन ( क. ा.) वजन ( क. ा.)

140 35.3 43.1 45.1 47.0 49.0


141 35.8 43.7 45.7 47.7 49.7
142 36.3 44.4 46.4 48.4 50.4
143 36.8 45.0 47.0 49.1 51.1
144 37.3 45.6 47.7 49.8 51.8
145 37.8 46.3 48.4 50.5 52.6
146 38.4 46.9 49.0 51.2 53.3
147 38.9 47.5 49.7 51.9 54.0
148 39.4 48.2 50.4 52.6 54.8
149 40.0 48.8 51.1 53.3 55.5
150 40.5 49.5 51.8 54.0 56.3
151 41.0 50.2 52.4 54.7 57.0
152 41.6 50.8 53.1 55.4 57.8
153 42.1 51.5 53.8 56.2 58.5
154 42.7 52.2 54.5 56.9 59.3

33
155 43.2 52.9 55.3 57.7 60.1
156 43.8 53.5 56.0 58.4 60.8
157 44.4 54.2 56.7 59.2 61.6

158 44.9 54.9 57.4 59.9 62.4


159 45.5 55.6 58.1 60.7 63.2
160 46.1 56.3 58.9 61.4 64.0
161 46.7 57.0 59.6 62.2 64.8
162 47.2 57.7 60.4 63.0 65.6
163 47.8 58.5 61.1 63.8 66.4
164 48.4 59.2 61.9 64.6 67.2
165 49.0 59.9 62.6 65.3 68.1
166 49.6 60.6 63.4 66.1 68.9
167 50.2 61.4 64.1 66.9 69.7
168 50.8 62.1 64.9 67.7 70.6
169 51.4 62.8 65.7 68.5 71.4
170 52.0 63.6 66.5 69.4 72.3
171 52.6 64.3 67.3 70.2 73.1
172 53.3 65.1 68.0 71.0 74.0
173 53.9 65.8 68.8 71.8 74.8
174 54.5 66.6 69.6 72.7 75.7
175 55.1 67.4 70.4 73.5 76.6
176 55.8 68.1 71.2 74.3 77.4
177 56.4 68.9 72.1 75.2 78.3
178 57.0 69.7 72.9 76.0 79.2
179 57.7 70.5 73.7 76.9 80.1
180 58.3 71.3 74.5 77.8 81.0
181 59.0 72.1 75.4 78.6 81.9
182 59.6 72.9 76.2 79.5 82.8
183 60.3 73.7 77.0 80.4 83.7
184 60.9 74.5 77.9 81.3 84.6
185 61.6 75.3 78.7 82.1 85.6
186 62.3 76.1 79.6 83.0 86.5
187 62.9 76.9 80.4 83.9 87.4
188 63.6 77.8 81.3 84.8 88.4

34
189 64.3 78.6 82.2 85.7 89.3
190 65.0 79.4 83.0 86.6 90.3
191 65.7 80.3 83.9 87.6 91.2
192 66.4 81.1 84.8 88.5 92.2
193 67.0 81.9 85.7 89.4 93.1
194 67.7 82.8 86.6 90.3 94.1
195 68.4 83.7 87.5 91.3 95.1
196 69.1 84.5 88.4 92.2 96.0
197 69.9 85.4 89.3 93.1 97.0
198 70.6 86.2 90.2 94.1 98.0
199 71.3 87.1 91.1 95.0 99.0
200 72.0 88.0 92.0 96.0 100.0
201 72.7 88.9 92.9 97.0 101.0
202 73.4 89.8 93.8 97.9 102.0
203 74.2 90.7 94.8 98.9 103.0
204 74.9 91.6 95.7 99.9 104.0
205 75.6 92.5 96.7 100.9 105.1
206 76.4 93.4 97.6 101.8 106.1
207 77.1 94.3 98.6 102.8 107.1
208 77.9 95.2 99.5 103.8 108.2
209 78.6 96.1 100.5 104.8 109.2
210 79.4 97.0 101.4 105.8 110.3

(क) ऊपर दया गया लंबाई-वजन चाट सभी वग के का मक के िलए है। यह चाट बी एम आई के
आधार पर बनाया गया है। इस चाट म कसी लंबाई िवशेष के उ मीदवार का यूनतम वीकृ त वजन
दया गया है। कसी भी मामले म यूनतम वीकृ त वजन से कम वजन को वीकार नह कया
जाएगा। दी गई लंबाई के अनुसार अिधकतम वीकृ त वजन को िविभ आयु-वग म िवभािजत कया
गया है। अिधकतम वीकृ त वजन सीमा से अिधक वजन वाले उ मीदवार को के वल उन मामल म
वीकार कया जाएगा। जहां वे रा ीय तर पर कु ती, बॉडी-िब डग एवं बॉ सग खेल म शािमल
होने का द तावेजी माण तुत करगे। ऐसे मामल म िन िलिखत मानक ह गे :-

(i) बॉडी मास इं डे स 25 से कम होना चािहए।

(ii) कमर और कू हे का अनुपात पु ष के िलए 0.9 तथा मिहला के िलए 0.8 होगा।

(iii) कमर का घेरा पु ष के िलए 90 सटीमीटर तथा मिहला के िलए 80 सटीमीटर से


कम होगा।
35
(iv) सभी बायोके िमकल मेटाबॉिलक मानक सामा य सीमा म ह गे।

नोट : 17 वष से कम आयु के उ मीदवार के िलए लंबाई तथा वजन का मापदंड ‘05 वष से 16 वष के


ब के िलए इं िडयन एके डेमी ऑफ पेिडया स के लंबाई, वजन बी एम आई िवकास चाट‘ के
दशािनदशानुसार होगा।

7. सभी अफसर वेश और ी-कमीशन िश ण अकादिमय म िन िलिखत जांच क जाएंगी परं तु


य द मेिडकल अफसर/मेिडकल बोड चाहे या ठीक समझे तो इसके अलावा अ य कसी िब दु पर भी जांच कर
सकते ह।

(क) संपूण हीमो ाम


(ख) यू रन आर ई ( टीन)
(ग) चे ट ए सरे
(घ) अ ासाउं ड (यू एस जी) पेट व पेडू
8. आयु वग एवं भत या वेश के कार के आधार पर ने योित संबंधी कु छ मानक िभ हो सकते ह
जैसा क िन िलिखत है :-
मानद ड टडड : 10+2 वेश एन ातक एवं समक वेश ातको र एवं समक
डी
ए(सेना), टी ई एस सी डी एस ई, आई एम वेश : जैग, ए ई सी,
ए, ओ टी ए, यू ई एस, ए पी एस, टी ए, ए एम
एन सी सी, टी जी सी सी, ए डी सी, एस एल
एवं समक एवं समक

असंशोिधत दृि 6/36 एवं 6/60 एवं 3/60 एवं


(अिधकतम वीकृ त) 6/36 6/60 3/60

बी सी वी ए दायां 6/6 तथा बायां दायां 6/6 तथा बायां दायां 6/6 तथा बायां
6/6 6/6 6/6
मायोिपया <-2.5 डी फ <-3.50 डी फ <-5.50 डी फ
(अिधकतम ि वैष य (अिधकतम ि वैष य (अिधकतम ि वैष य
सिहत <+/- 2.0 डी सिहत <+/- 2.0 डी सिहत <+/- 2.0 डी
साईल) साईल) साईल)
हाइपरमे ोिपया <+2.5 डी फ <+3.50 डी फ <+3.50 डी फ
(अिधकतम ि वैष य (अिधकतम ि वैष य (अिधकतम ि वैष य
सिहत <+/- 2.0 डी सिहत <+/- 2.0 डी सिहत <+/- 2.0 डी
साईल) साईल) साईल)
लौिसक/समक अनुमित नही है अनुमित* अनुमित*
सजरी
रं ग धारणा सी पी - II सी पी - II सी पी - II

*
लौिसक अथवा समक के राटो- र ै ि टव या

36
(क) य द कोई उ मीदवार के राटो- र े ि टव या करवाता है तो उसे या तारीख व सजरी
कस कार क है, इस बात का उ लेख करते ए उस मेिडकल सटर से इस आशय का एक माण
प /ऑपरे टव नो स तुत करने ह गे जहां यह काम कया गया है।

नोट:
नोट इस तरह के माण प क अनुपि थित के िलये ने रोग िवशेष को
“अ ितबंिधत य ती णता सुधारा मक या के कारण अन फट”के िविश समथन के
साथ उ मीदवार को अ वीकार करने का िनणय लेने क आव यकता होगी I

(ख) इस संबंध म ‘यो य‘ अथवा ‘ फट‘ करार देने के िलए िन िलिखत का यान रखा जाएगा।

(i) सजरी के समय उ मीदवार क आयु 20 वष से अिधक हो।

(ii) लािसक सजरी के बाद यूनतम 12 माह का समय हो गया हो।

(iii) के म कॉ नया क मोटाई 450ड के बराबर या उससे अिधक हो।

(iv) आई ओ एल मा टर ारा अ ीय लंबाई 26 िममी के बराबर या उससे अिधक हो।

(v) +/-1.0 डी एवं िस लडर से कम या उसके बराबर अविश अपवतन हो, बशत वह
उस वग म मा य हो िजसम उ मीदवार ारा आवेदन कया गया हो।

(vi) सामा य व थ रे टना।

(vii) अित र मापदंड के प म कॉ नया क थलाकृ ित और ए टेिशया माकर को भी


शािमल कया जा सकता है।

वे उ मीदवार िज ह ने रे िडयल कॉ नया (के


के राटोटॉमी)
राटोटॉमी करवा रखी है, वे थायी प से अयो य माने जाएंग।े

9. मेिडकल बोड क कायवाही के िलए यु फॉम ए एफ एम एस एफ-2 ए है।

10. िच क सा जांच बोड क कायवाही : अफसर के चयन और ी-कमीश नग िश ण अकादिमय के


िलए िच क सा जांच बोड का आयोजन स वस चयन बोड (एस एस बी) के िनकट िनयत सश सेना मेिडकल
स वस अ पताल म कया जाता है। इन मेिडकल बोड को ‘िवशेष मेिडकल बोड‘ (एस एम बी) कहा जाता
है। एस एस बी सा ा कार म उ ीण होने वाले उ मीदवार को पहचान द तावेज सिहत सश सेना
मेिडकल स वस अ पताल के पास भेजा जाता है। अ पताल के टॉफ सजन उ मीदवार क पहचान कर उसे ए
एफ एम एस एफ-2 म संबंिधत भाग भरने के िलए मागदशन देते ह, मेिडकल, स जकल, ने रोग, ई एन टी
तथा डटल िवशेष ारा िच क सा जांच आयोिजत करवाते ह। ी रोग िवशष भी मिहला उ मीदवार क
जांच करते ह। इन िवशेष डॉ टर ारा जांच के बाद उ मीदवार मेिडकल बोड के सम तुत होते ह।
िवशेष डॉ टर क जांच से संतु होने के बाद मेिडकल बोड ारा उ मीदवार क मेिडकल फटनेस संबंधी
घोषणा क जाती है। य द िवशेष मेिडकल बोड (एस एम बी) ारा कसी उ मीदवार को ‘अयो य‘ या
‘अन फट‘ घोिषत कया जाता है, तो उसे उ मीदवार ‘अपील मेिडकल बोड‘ (ए एम बी)के िलए अनुरोध
कर सकते ह। ए एम बी से संबिं धत िव तृत या का उ लेख अ य एस एम बी ारा कया जाएगा।

11. िविवध पहलू :


(क) परी ण अथवा जांच के नैदािनक तरीक डी जी ए एफ एम एस कायालय ारा थािपत कए
जाते ह।
37
(ख) मिहला उ मीदवार क मेिडकल जांच मिहला मेिडकल अफसर ारा क जाएगी परं तु
य द मिहला डॉ टर मौजूद न ह तो यह काम मिहला प रचा रका क उपि थित म पु ष
डॉ टर ारा कया जाएगा।

(ग) सजरी के बाद फटनेस देना :

सजरी के बाद उ मीदवार को फट घोिषत कया जाएगा परं तु सजरी म कसी कार क
ज टलता या द त नह होनी चािहए, घाव भर गए ह और उस अंग िवशेष क शि
पया प से िमल गई हो, यह आव यक होगा। ह नया क ओपन/लै ो कोिपक सजरी के
01 वष बाद तथा कॉलिस टे टमी क लै ो कोिपक सजरी के 12 स ाह बाद कसी
उ मीदवार को फट घोिषत कया जाएगा। कसी अ य सजरी के मामले म भी लै ो कोिपक
सजरी के 12 स ाह बाद और ओपन सजरी के 12 माह बाद ही फटनेस दी जाएगी। चोट
लगने, मांस फटने और जोड़ म कसी कार क चोट लगने पर सजरी क अविध को यान म
न रखते ए उ मीदवार को ‘अयो य‘ घोिषत कया जाएगा।

38
संलग क ‘ख’

रा ीय र ा अकादमी (नौसे
नौसेना}
ा और भारतीय नौसेना अकादमी म भत के िलए शारी रक
मानदंड संबध
ं ी दशा-िनदश
दशा िनदश

नोटः अ य थय को िनधा रत शारी रक मानदंड के अनुसार शारी रक और मानिसक


प से फट होना चािहए। नीचे दए गए मेिडकल फटनेस संबंधी मानदंड काशन क तारीख
म वतमान दशािनदश के अनुसार ह और यह दशा िनदश पुनरी ण के अधीन ह।

कई यो य अ य थय को मेिडकल ाउं ड पर अ वीकार कर दया जाता है। अतः


अ य थय को उनके ही िहत म यह परामश दया जाता है क वे आवेदन जमा करने से पूव
अपनी िच क सीय जांच करा ल ता क अंितम चरण म कसी भी तरह क िनराशा का सामना
न करना पड़े।

1. अ य थय को यह भी परामश दया जाता है क एस एस बी म रकमंड कए जाने


के बाद छोटी-मोटी िवकृ ित/बीमारी, कोई हो तो, का इलाज करवा ल ता क सै य अ पताल
म होने वाली िच क सीय जांच िनबाध गित से पूरी हो जाए।

2. कु छ सामा य प से पाई जाने वाली िवकृ ितयां/बीमा रयां इस कार ह:-


(क) वै स (कान)
(ख) डेिवएटेड नेसल से टम
(ग) हाइ ोसेल/वे रकोसेल/ फमोिसस
(घ) सामा य से अिधक वजन (ओवरवेट)/कम वजन (अंडरवेट)
(च) बवासीर (पाइ स)
(छ) गाइिनकोमैि टया
नोटः थाई बॉडी टैटू क अनुमित के वल अ बा क भीतरी तरफ है अथात कोहनी के
भीतरी तरफ से लेकर कलाई तक और हाथ क हथेली के पीछे (डोरसल) क तरफ।
शरीर के कसी भी अ य िह से पर थाई बॉडी टैटू वीकाय नह है और अ यथ को
अगले चयन से रोक दया जाएगा। अनुसिू चत जनजाित को उनक था और परं परा के
अनुसार चेहरे या शरीर पर टैटू रखने क अनुमित मामले के अनुसार दी जाएगी। इन
मामल को िनपटाने का ािधकार कमांडट चयन के (अ य नौसेना चयन बोड,
एन एस बी कोय बटू र, एन एस बी िवशाखापटनम और एस एस बी कोलकाता) को
होगा।

3. िन यूनतम िच क सीय मानक ह गेः-


(क) अ यथ शारी रक और मानिसक प से व थ ह और कसी भी
बीमारी/अयो यता से मु ह जो क सै य ू टय के िनवहन के समय कसी भी
कार क बाधा न बने।
(ख) कसी भी कार क कमजोर शारी रक संरचना, शारी रक गड़बड़ी या कम
वजन क सम या नह होनी चािहए। अ यथ ओवरवेट या मोटापे से त नह होना
चािहए।
39
(ग) यूनतम वीकाय कद 157 सेमी है। तथािप ऐसे अ य थय को जो नीचे दए
गए े के थाई िनवासी ह , कद म छू ट दी जाएगीः
. सं. े णी पु ष अ यय थय के िलए यूनतम
लंबाई
(i) ल ाख े क जनजाित 155 सेमी
(ii) अंडमान और िनकोबार, ल ीप औऱ िमिनकॉय टापू 155 सेमी

(iii) गोरखा, नेपाली, असिमया, गढ़वाली, कु माऊनी और 152 सेमी


उ राखंड
(iv) भूटान, िस म और उ र-पूव े 152 सेमी

(घ) कद एवं वजन संबंधी मानद ड नीचे दए गए ह-


नौसेना के िलए कद/वजन
कद वजन मानदंड तािलका-1
तािलका
सटीमीटर म कद (बगैर वजन कलो ाम म
जूत के )
16 वष 18 वष 20 वष
1 2 3 4
152 44 45 46
155 45 46 47
157 46 47 49
160 47 48 50
162 48 50 52
165 50 52 53
168 52 53 55
170 53 55 57
173 55 57 59
175 57 59 61
178 59 61 62
180 61 63 64
183 63 65 67
185 66 67 69
188 68 70 71
190 70 72 73

नोट " कसी ि का वजन सामा य माना जाता है य द उसका वजन सारणी I
म दए गए औसत वजन से ±10% तक होता है"I हालां क, भारी ह ी तथा चौड़ी
शारी रक संरचना वाले ि और पतली शारी रक संरचना वाले परं तु व थ ि य
को मे रट के आधार पर कु छ तर तक इसम छू ट दी जा सकती है।
(च) सीना अ छी तरह से िवकिसत होना चािहए। पूरी तरह से सांस लेने के बाद
छाती के फै लाव क यूनतम सीमा 5 सेमी होनी चािहए। माप टेप से इस तरह से
िलया जाएगा क टेप का िनचला कनारा सामने वाले िनपल ( तना ) को पश करे
और टेप का ऊपरी भाग कं धे के पीछे क ओर िनचले कोण को पश करे । सीने का
ए स-रे अिनवाय है िजसे इस बात क पुि करने के िलए िलया जाएगा क छाती म
कसी कार का रोग नह है।
(छ) हि य या जोड़ म कसी कार क गड़बड़ी या िवकृ ित नह होनी चािहए।

40
(ज) नौसेना अ य थय के िलए मे दंड का टन ए स-रे नह कया जाता है।
हालां क, कसी अ य उ े य के िलए य द ऐसा कया जाता है तो िन िलिखत
प रि थितय म अ य थय को नौसेना म वेश के िलए अयो य घोिषत कर दया
जाएगाः-
(i) मे दंड का ेनुलोमेटस रोग।
(iii) ग ठया- रयुमे वाइड ग ठया तथा संबंिधत िवकार एवं एं कलु जग
पॉि डलाइ टस।
(iiiiii) कॉब िविध से मापी गई 10 िड ी से अिधक कोिलयोिसस।
(iviv) माइ ड से अिधक कफोिसस/लॉड िसस
(vv) पॉि डलोिल थाइिसस/ पाि डलोिसस/ पॉि डलोलाइिसस
(vivi) ह नऐटेड यूि लअस प पसेस।
(viivii) वरटेबरा का क ेशन फै चर
(viiiviii) से े लाइजे रोग।
(ixix) य यूरोलॉिजकल या र वाही कमी के साथ ीवा
पसिलयां।
(xx) एक से अिधक तर पर कमॉल के नोड क उपि थित।
(xixi) शीषधर-प कपाल एवं शीषधर-अ क िवसंगितयां।
(xiixii) अपूण से े लाइजेशन- एकप ीय या ि प ीय।
(xiiixiii) पूण से े लाइज क ि थित म sv1तथाLv5के अित र पाइन
बाई फडा।
(xivxiv) कोई अ य िवसंगित, य द ऐसा िवशेष का मानना हो।
(झ) अ यथ का मानिसक असंतुलन या फ स पड़ने का कोई िपछला इितहास नह
होना चािहए।
(ट) वण शि सामा य होनी चािहए। अ यथ को एक शांत कमरे म 610 सेमी
दूरी से अपने दोन कान से तेज फु सफु साकर बोली गई। बात को सुनने क मता
होनी चािहए। कान, नाक और गला संबंधी कोई रोग वतमान या भूतकाल म नह
होने चािहए। बोलने म कोई हकलाहट नह होनी चािहए।
(ठ) दय और र निलका संबंधी या मक या अवयवी रोग के कोई ल ण नह
होने चािहए। र दाब सामा य होना चािहए।
(ड) लीवर और लीन के आकार म बढ़ो री नह चािहए। पेट के अंद नी अंग म
रोग के प रणाम व प अ वीकृ त कया जा सकता है।
(ढ) ह नया क श यिच क सा न कए जाने पर अ यथ को अयो य माना जाएगा।
ह नया क श य िच क सा होने के मामले म, अंितम िच क सा जांच से पहले कम से
कम छः महीने पूरे होने चािहए।
(त) हाइ ोसील, वे रकोिसल या बवासीर नह होनी चािहए।
(थ) मू संबंधी जांच क जाएगी और य द कसी भी तरह क असामा यता पाई
गई तो अ यथ को अ वीकृ त कर दया जाएगा।
41
(द) वचा संबंधी कोई भी रोग, जो अपंगता या िवकृ ित का कारण बन सकता
हो, वह अ वीकृ ित का कारण भी बन सकता है।
(ध) दृि के तर
(i) च मे क िबना असंशोिधत 6/6, 6/9
(iiii) च मे के साथ संशोिधत 6/6,
6/6
(iiiiii) िनकट दृि (मायोिपया) क सीमा -0.75D
(iviv) दीघ दृि (हाइपरमे ोिपया) क सीमा
+1.5D
(vv) दूरबीन (बाइनॉ युलर) दृि III
(vivi) रं ग बोध क सीमा I

(प) उदर संबंधी यू एस जी जांच क जाएगी और य द जांच से ज मजात संरचना


संबंधी असंगित या उदरीय अंग म कसी रोग का पता चलता है तो अ यथ को
अ वीकृ त कर दया जाएगा।
(फ) अ यथ के पया सं या म असली एवं व थ दांत होने चािहए। कम से कम
14 डे टल वाइं ट होने चािहए। जब 32 दांत होते ह, तो कु ल डे टल वाइं ट 22
होते ह। अ यथ ती पाइ रया से िसत नह होना चािहए।
4. िन िलिखत जांच पेशल मेिडकल बोड ारा क जाने वाली जांच के दौरान क जाती
ह। हालां क, कसी अ यथ क परी ा लेने वाला मेिडकल अफसर/मेिडकल बोड कसी भी
कार क अ य अपेि त या इं िगत जांच के िलए बोल सकता हैः-

(क) पूण हीमो ाम


(ख) मू (यूरीन) क आर ई/एम ई
(ग) छाती का ए स-रे पी ए ू
(घ) पेट तथा पेि वस का अ ासाउं ड
5. शारी रक ि थित भावी अ य थय को िन िलिखत िनयिमत याकलाप के
मा यम से अपनी शारी रक ि थित को ठीक बनाए रखने क सलाह दी जाती हैः-

(क) दौड़ 15 िमनट म 2.4 कलोमीटर


(ख) र सी कू द (ि क पग)
(ग) पुश-अप तथा िसट-अप येक कम से कम 20 बार
(घ) िचन अप कम से कम 08 बार
(च) रोप लाइ बग 3.4 मीटर

संलग क‘ग’

42
भारतीय वायु सेना एन डी ए (उड़ान
उड़ान और ाउं ड टू ी शाखाएं) म भत के िलए शारी रक मानदंड
संबध
ं ी दशा-िनदश
दशा िनदश

सामा य अनुदष

1. इस ख ड म एन डी ए ारा भारतीय वायु सेना क उड़ान और ाउं ड ूटी षाखा म कमीषन


दान करने के िलए अ यथ का आकलन कया जाता है।

2. िच क सीय प से व थता क मूल आव यकता सभी षाखा के िलए अिनवायतः एकसमान होगी,
के वल उन एयर ू को छोड़कर िजनके िलए पैनी नज़र के पैरामीटर, ए ोपोमे ी और कु छ अ य षारी रक
मानक अिधक स त होते ह कसी अ यथ को शारी रक प से तब तक पूरी तरह फट नह माना जाएगा
जब तक क पूरी तरह जांच करने के बाद यह पाया जाए क वह िव व के कसी भी भाग म कसी भी कार के
मौसम म लंबी अविध तक कठोर षारी रक और मानिसक तनाव सहन करने क षारी रक और मानिसक
मता रखता हो।

3. िन द ट िच क सा मानक ारं िभक भत से संबंिधत िच क सा मानक ह। कमीषन दान करने से


पहले िष ण के दौरान मेिडकल फटनेस के बने रहने क जांच एन डी ए म होने वाली आविधक िच क सा
जांच ारा क जाती है। परं तु, य द, िष ण के दौरान कसी रोग अथवा अष ता का पता लगता है, िजसका
असर लाइट कै डेट के बाद क षारी रक फटनेस और िच क सा ेणी पर पड़ेगा, तो इस कार के मामल
क सूचना तुरंत डी जी एम एस (वायु)-िच क.-7 के कायालय को देते ए आई ए एम (एयर ू के िलए)/एम
एच के िवषेश (गैर-एयर ू के िलए) को भेजी जाएगी। य द आई ए एम म उस रोग अथवा अष ता के थायी
कृ ित के होने का पता चलता है तो कै डेट के स वस/षाखा/ ीम म बने रहने के संबंध म षी िनणय िलया
जाएगा। य द डी जी एम एस (वायु) क िविष ट छू ट का अनुरोध कया जाता है तो आई ए पी 4303 चौथे
सं करण (संषोिधत) के संबंिधत पैरा के अनुसार मामले का पूरा औिच य भेजा जाएगा।

सामा य िच क सा और स जकल आकलन

4. येक अ यथ को वायु सेना के िलए फट होने के िलए आगे के पैरा ाफ म िनधा रत कए गए


यूनतम मानक के अनु प होना चािहए। सामा य कद-काठी अ छी कार से िवकिसत और आनुपाितक होनी
चािहए।

5. काय मता क कसी भी कार क सीमा के िलए ै चर/पुरानी चोट के बाद के भाव का आकलन
कया जाएगा। य द उनका काय पर कसी कार का भाव नह पड़ रहा हो तो अ यथ को फट कहा जा
सकता है। रीढ़ क ह ी के पुराने ै चर से संबंिधत मामल को अन फट माना जाएगा। रीढ़ क ह ी म बाद म
ई िवकृ ित अथवा कषे का (वरटे ा) के दबने को अयो यता माना जाएगा। य द बड़ी नस के अगले िह से म
ज म हो, िजनसे काय मता कम हो रही है अथवा ऐसे घाव ह िजनके कारण दद या ठन हो, तो यह उड़ान
ूटी म िनयुि के िलए अयो यता को िन द ट करता है। बड़े-बड़े या कई के लोइ स होने के कारण भी
अयो य माना जाएगा।

6. मामूली िनषान अथवा ज म के िनषान, जैसे तपे दक ंिथय को हटाने से बने िनषान, उड़ान ूटी म
िनयुि के िलए अयो यता के कारण नह माने जाएंगे। य द हाथ-पैर या धड़ पर घाव के कई िनषान ह
िजनसे काय करने म बाधा हो अथवा वे भ े लग रहे ह तो उ ह अयो यता का कारण माना जाएगा।

43
7. य द अ यथ क सरवाइकल रब के कारण उसके यूरोवस यूलर िस टम पर कोई भाव नह पड़
रहा हो तो उसे वीकार कया जाएगा। इसे िच क सा बोड क कायवाही म दज कया जाएगा।

8. य द चेहरा और िसर टेढ़ा-मेढ़ा हो िजससे ऑ सीजन मा क और हैलमेट क उपयु फ टग म


कावट हो तो उसे उड़ान ूटी के िलए अयो यता का कारण माना जाएगा।

9. य द कसी अ यथ का साधारण अपेि डसे टॉिम के अित र पेट का ऑपरे षन आ है िजसम बड़ी
सजरी क गई है अथवा उसम कसी अंग को आंिषक या पूरी तरह से षरीर से िनकाल दया गया है, तो वह
उड़ान ूटी के िलए अयो य होगा। य द खोपड़ी का ऑपरे षन ( े िनयल वॉ ट) (जैसे चीड़-फाड़) कया गया
हो अथवा छाती का बड़ा ऑपरे षन कया गया हो तो अ यथ उड़ान के िलए अयो य माना जाएगा।

10. छाती का आकार पूरी तरह आनुपाितक और भली-भांित िवकिसत होना चािहए जो कम से कम 5
सेमी तक फै ल सकती हो।

11. कद, बैठते समय लंबाई, टांग क लंबाई और जांघ क लंबाई

(क) ाउं ड ूटी षाखा म भत के िलए यूनतम कद 157.5 सेमी होना चािहए। गोरखा और
भारत के उ र-पूव े तथा उ राख ड के पहाड़ी े के ि य का यूनतम वीकृ त
कद 5 सेमी कम (152.5 सेमी) होगा। य द अ यथ ल ीप से हो तो यूनतम वीकृ त कद 2
सेमी (155.5 सेमी) तक कम कया जा सकता है।

(ख) उड़ान षाखा के िलए यूनतम कद 162.5 सेमी होगा। इन एयर ू के िलए टांग क लंबाई,
जांघ क लंबाई और बैठते समय लंबाई का वीकृ त माप इस कार होगा :-

(i) बैठते समय लंबाई : यूनतम-81.5 सेमी अिधकतम-96.0 सेमी

(ii) टांग क लंबाई : यूनतम-99.0 सेमी अिधकतम-120.0 सेमी

(iii) जांघ क लंबाई : अिधकतम-64.0 सेमी

12. ा प िनयमावली के प रिष ट क म दया गया िनधा रत वजन चाट लागू होगा। षरीर के मानक
वजन से अिधकतम 10% क छू ट दी जा सकती है। आधा क ा. से कम के अंतर को नोट नह कया जाएगा।
य द कसी अ यथ का वजन मानक से 10% से यादा कम है तो उसका िपछला पूरा िववरण पूछा जाएगा
और सावधानीपूवक जांच कर यह पता लगाया जाएगा क इस कम वजन का कारण तपे दक,
हाइपरथॉयोराइड, डायिबटीज़ इ या द तो नह है। य द कसी कारण का पता नह लगता तो अ यथ को
फट घोिशत कर दया जाएगा। य द कसी कारण का पता लगता है तो अ यथ क फटनेस उसके अनुसार
िनधा रत क जाएगी।

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13. दय वािहका तं (का
का डयोव कु लर)
लर

(क) दय वािहका तं (का डयोव कु लर) का आकलन करते समय छाती म दद, सांस फू लने,
घबराहट, बेहोषी के दौरे , च र आने, ग ठये के बुखार, अपने-आप ठन होने (को रया),
बार-बार गले म खराष होने और टॉि सल क भली-भांित जांच क जाएगी।

(ख) सामा य प स रे ट 60-100 बी पी एम तक घटती बढ़ती रहती है। भावना मक कारक के बाद
दीघकािलक साइन टेचीकािडया से अिधक (100 बी पी एम से अिधक) और बुखार को
कारण के प म छोड़ दया जाता है, इसके साथ-साथ का मक कारण को दीघकािलक
साइनस (60 बी पी एम से अिधक) को िवषेश क राय के िलए भेज दया जाएगा। साइनस
अ रदेिमयां और वेगोटोिनया को भी िनकाल दया जाएगा।

(ग) िच क सीय परी ा के तनाव के कारण अ य थय म हाईट कोट हाईपरटषन उ प होने क


वृि रहती है जो र चाप म अ पकािलक वृि होती है। मूल प रि थितय के अंतगत
बार-बार रकॉड करते ए हाईट पोट भाव को दूर करने का यास कया जाए। जब
सूिचत कया जाए, र चाप क संचारी रकॉ डग क जाए या अंितम व थता मािणत
करने से पूव अ यथ के ेशण के िलए उसे अ पताल म भत कराया जाए। लगातार एच जी
के 140/90 से अिधक या इसके बराबर के र चाप वाले ि को अ वीकार कर दया
जाएगा।

(घ) काियक दवािहका रोग का माण अ वीकार कए जाने का कारण होगा। डाइ टोिलक
ममर िनरपवाद प से काियक होते ह। िन कासन िस टोिलक कृ ित के अ पिस टोिलक
ममर ह जो रोमांच से संबंिधत नह होते ह और खड़े रहने पर घटते ह िवषेशतः जब वे
सामा य ई सी जी और छाती के रे िडयो ाफ से संबंिधत होते ह वे ायः काम करते ह। तथािप
एक इकोकॉ डयो ाम काियक दय रोग को दूर करने के िलए कया जाएगा। संदह
े क कसी
भी ि थित म मामले को दय रोग िवषेश क राय लेने के िलए भेजा जाएगा।

(च) इलै ोका डयो ाम। िच क सीय िवषेश ारा उपयु प से रकॉड क गई ई सी जी
(रे टग-14 लीड) का मू यांकन कया जाएगा। तरं ग पेटन , िव तार (आयाम), अंतराल और
समय के संबंध पर नोट िलए जाएंगे। ढांचागत दय रोग, के न होने पर अपूण आर बी बी
बी को छोड़कर िजसे अव य हटाया जाए वेष के समय कोई भी असामा यता वीकाय नह
है। ऐसे मामल म व र ठ सलाहकार (िच क सा) या दय रोग िवषेश क राय ली जाएगी।

14. वसन तं

(क) चे ट रे िडयो ाम पर कसी मा य अपारद षता के प म प मोनरी पैरेनक मा या लेयूरा


म कोई अविष ट का रग का अ वीकार कए जाने का आधार होगा। प मोनरी
ूबर लोिसस के पूव म इलाज कए गए मामले िजनम कोई मह वपूण अविष ट
अपसामा यता नह होती उसे तब वीकार कया जा सकता है जब िनदान और इलाज दो
वश से भी अिधक पहले वीकार कया जा चुका हो। इन मामल म िच क सक के िनणय के
अनुसार यू एस जी, ई एस आर, पी सी आर, इ यूनोलॉिजकल जांच और मैनटॉ स टे ट के
साथ चे ट का एक सी टी कै न और फाइबर ऑि टक को कोपी ॉि कयल लेवेज सिहत
क जाएगी। य द सभी जांच सामा य आती है तो अ यथ को फट माना जा सकता है।
45
हालां क इन मामल म फटनेस का िनणय के वल अपील/पुन वचार िच क सा बोड ारा
कया जाएगा।

(ख) ए यूजन सिहत लीयूरीजी मह वपूण अपिष ट लीयूरल थूलता का कोई भी सा य


अ वीकार कए जाने का कारण होगा।

(ग) खांसी/सांस लेने म घरघराहट/ काइ टस के बार-बार ए रोगा मण का इितहास वसन


पथ के दीघकालीन काइ टस या अ य दीघकािलक पैथॉलॉजी का प रणाम हो सकता है।
ऐसे मामल को अन फट मू यां कत कया जाएगा। य द उपल ध हो तो प मोनरी फं न
जांच क जाएगी।

(घ) कयल अ थमा/सांस लेने म घरघराहट/एल जक राइिन टस के बार-बार ए रोगा मण


का इितहास अ वीकार कर दए जाने का कारण होगा।

(च) चे ट का रे िडयो ाफ करना। फे फड़ , मीिडयाि टनम और लूरा संबंधी रोग के सु प ट


रे िडयोलॉिजकल सा य वायुसेना म िनयोजन के िलए अनुपयु ता दषाते ह। य द अपेि त
हो तो छाती के िच क सक के सुझाव के अंतगत उपयु पैरा 13 (क) म दए अनुसार जांच
क जाएगी।

15. जठरां तं

(क) मुंह, जीभ, मसूड़ या गले के फोड़े या सं मण के कसी भी िपछले इितहास के साथ कसी
मु य दं य प रवतन को नोट कया जाएगा।

(ख) दं य संबंधी िन िलिखत मानक का अनुपालन कया जाएगा :-

(i) अ यथ के 14 दं य बदु अव य ह और ऊपरी जबड़े म मौजूद िन िलिखत दांत के


साथ िनचले जबड़े से संबंिधत सामने के दांत अ छी काय ि थित म ह और व थ
ह या मर मत यो य ह :-

(कक) आगे के छह म से कोई चार

(कख) पीछे के दस म से कोई छह

(कग) ये दोन ओर से संतुिलत होने चािहए। एक ओर से चबाने क अनुमित नह


है।

(कघ) कसी िनकालने वाली या तार वाली कृ ि म अंग ( ो थेिसस) क अनुमित


नह है।

(ii) िजस अ यथ के दं य मानक िनधा रत मानक के अनु प नह ह, उ ह अ वीकार


कर दया जाएगा।

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(iii) पाय रया, घोर अ सरे टव जिजवाइ टस के अ वत चरण म ापक जदा घाव के
ारा भािवत दं य आच वाले अ यथ या जबड़ क कु ल अपसामा यता या
असं य दंत य या सेि टक दांतो वाले अ यथ को अ वीकार कर दया जाएगा।

(ग) गै ो डु ओडेनल अ मता। वे अ यथ जो िस पेि टक अ सरे षन सिहत पुराने अपचन के


सांकेितक ल ण से गुजर रहे ह या िपछले दो वश के दौरान इन ल ण से गुजर चुके ह,
उनको इन ल ण के दोबारा उभरने के अ यंत उ जोिखम के कारण और अ मता क
संभावना को यान म रखते ए वीकार नह कया जाएगा। पहले ई कसी ष य या
िजसम कसी अंग (अवषेशांग /िप ाषय के अित र ) क आंिषक या कु ल ित लोप होने से
अ वीकार कर दए जाने का मामला बनेगा।

(घ) य द यह पता लगता है क अ यथ को पहले पीिलया हो चुका है या उसका िलवर ठीक से


काम नह कर रहा है तो आकलन के िलए पूरी जांच क जाएगी। वायरल हेपेटाइ टस या
कसी अ य कार के पीिलये से पीिड़त अ य थय को अ वीकृ त कर दया जाएगा। ऐसे
अ य थय को अ वीकृ त कर दया जाएगा। ऐसे अ य थय को कम से कम छह महीने क
यूनतम अविध पूरा होने के बाद इस षत पर फट घोिशत कया जाएगा क वे िच क सीय
दृि ट से पूरी तरह ठीक हो चुके हय एच बी वी एवं एच बी सी दोन िनगे टव ह एवं िलवर
सामा य सीमा म काय कर रहा है।

(च) य द अ यथ का लीहा का ऑपरे षन ( लेने टॉिम) आ तो वह अन फट माना जाएगा,


चाहे ऑपरे षन का कारण कु छ भी हो। य द लीहा कसी भी िड ी तक बढ़ गया हो
( लेनोिमगिल), तो अ यथ को अ वीकृ त कर दया जाएगा।

(छ) य द कसी अ यथ क सफल सजरी के बाद ह नया पूरी तरह से ठीक हो चुका है और उसका
के वल िनषान है तो सजरी के छह महीने बाद फट माना जाएगा, बषत क उसे ह नया फर
से होने क कोई संभावना न हो और पेट क दीवार क मांसपेिषयां पु ट ह ।

(ज) पेट क सजरी

(i) य द अ यथ के पेट क सजरी के पूरी तरह ठीक होने का िनषान हो तो उसे सफल
सजरी के एक वश बाद फट माना जाएगा बषत क मूल बीमारी के फर से होने क
कोई संभावना न हो और पेट क दीवार क मांसपेिषयां पु ट ह ।

(ii) य द अ यथ क लैपरो कोप से िप ाषय क सजरी (कॉलेिस टे टॉमी) ई है तो


उसे उस सजरी के 08 ह ते बाद फट माना जाएगा, बषत क उसम रोग का कोई
िच न और ल ण न बचा हो और उसका एल एफ टी और पेट का अ ासाउं ड
सामा य आया हो और पूरा गॉल लैडर न हो तथा इं ा-ए डॉिमनल कलै न न हो।
पेट के अ य लैपरो कोिपक ोसीजर को भी सजरी के 08 ह ते बाद फट माना
जाएगा बषत क ि म रोग का कोई ल ण न हो, वह पूरी तरह ठीक हो गया हो
और रोग से संबंिधत कोई भी परे षानी न हो अथवा रोग के फर से होने का कोई
ल ण न हो।

47
(झ) अ ासोनो ा फक (यू एस जी) जांच से फै टी िलवर, छोटे िस ट, हीमिजयोमा, से टेट गॉल
लैडर आ द के पता लगने पर ऐसे मामल का िनपटान िच क सीय दृि ट और काय मता के
आधार पर कया जाएगा। वि थत तरीके से क गई यू एस जी जांच के दौरान िन िलिखत
क यानपूवक जांच क जाएगी। आगामी पैरा ाफ म सूचीब जांच प रणाम एवं रपोट
कए गए अ य इं िसडेटल यू एस जी जांच प रणाम का िच क सीय दृि ट एवं काय मता के
आधार पर संबंिधत िवषेश ारा आकलन कया जाएगा।

(ट) िलवर

(i) फट

(कक) िलवर का सामा य इकोएनॉटमी, सी बी डी, आई एच बी आर, पोटल एवं


हैपे टक वेन और िमड- लैिव युलर लाइन म िलवर क चौड़ाई 15 सेमी.
से यादा न हो।

(कख) 2.5 सेमी ास क अके ली साधाराण रसौली ; (िथन वाल, अनेकोइक)

(ii) अन फ़ट

(कक) िमड. लैिवकु लर लाइन म 15 सेमी से अिधक हे टोमीगेली।

(कख) फै टी लीवर ।

(कग) 2.5 से बड़ी अके ली रसौली ।

(कघ) िथक वाल ए से टेसन तथा डेि स के साथ कसी भी आकार क अके ली
रसौली।

(कच) 03 िम मीण् से बड़ी कसी भी आकार क कै ि स फके सन।

(कछ) तीन कै ि स फके सन से अिधक चाहे येक आकार म03 िममी से कम य न


हो।

(कज) कसी भी आकार क कई हेि टक रसौली।

(कझ) हीमिगओमा >02 सेमी ।

(कट) पोटल वेन बोिसस ।

(कठ) पोटल हायपटसन;13 िममी से बड़ा पी वीए कोलेटेरलए जलोदर के


सा य।

(iii) अपील मेिडकल बोडध् समी ा मेिडकल बोड के दौरान अन फट अ य थ क


िवशेष जांच तथा िव तृत नैदािनक परी ण करायी जाएगी। िवशेष ि थितय के
िलए फ़टनेस का िनणय िन ानुसार कया जाएगा :-

48
(कक) सामा य एल एफ टी, कोई मेटाबोिलक असमा यता न हो तथा िनगे टव
HBsAg तथा Anti - HCV सीरोलोजी वाले पतले ि के फै टी लीवर
को फट माना जा सकता है ।

(कख) 2.5 - 05 सेमी तक वाली अके ल साधाराण रसौली क पुनः एल एफ टीए


सी ई सी टीए उदर तथा हाइडा टड सीरोलोजी से जांच क जाएगी। य द
एल एफ टी सामा यए हाइडे टड सीरोलोजी िनगे टव तथा सी ई सी टी से
यू एस जी फाइं डग क पुि होती है तो उसे फट माना जाएगा।

(कग) कोई भी लीवर कै ि स फके सन चाहे उसका आकार तथा सं या कु छ भी हो


उसे फट माना जाएगा बशत क जांच के बाद इस बात का पता चलता है
क संगत नैदािनक जांच तथा परी ण (एल एफ टी, हायडा टड
सीरोलोजी) के आधार पर इनम से कोई भी स य बीमारी जैसे टीबीए
साक इडोिससए हायडे टड बीमारीए मेटा टै टक ूमर अथवा लीवर
अबसेस के कोई सा य न ह ।

(ठ) गाल लैडर

(I) फट

(कक) गाल लैडर क सामा य इ ाटोमी।

(कख) लेपोरोि पक कोलेिस टे टोमी के बाद । ऐसे अ यथ िजनका लैप.


कोलेिस टे टोमी आ है उ ह फट माना जा सकता है य द सजरी होने के
8 स ाह बीत गए ह तथा िबना इं ा.अ ड़ोिमनल कले सन के गाल लैडर
को पूरी तरह से हटा दया गया है। िबना चीरा ह नया के घाव अ छी तरह
से ठीक हो गए ह ।

(कग) ओपेन कोलेिस टे टोमी । िजन अ यथ का ओपेन कोलेिस टे टोमी आ है


को फट माना जा सकता है य द सजरी होने के बाद एक वष पूरा बीत गया
हो तथा िबना चीरा ह नया के दाग ठीक हो गया हो तथा िबना
इं ा.अ ड़ोिमनल कले सन के गाल लैडर को पूरी तरह से हटा दया गया
हो ।

(ii) अन फट

(कक) कोलेलीिथयािसस अथवा बायिलयरी लज।

(कख) कोलेडेकोलीिथयिसस ।

(कग) कसी भी आकार या सं या क पॉिलप ।

(कघ) कोलेडोकल िस ट ।

(कच) गॉल लैडर मास ।

49
(कछ) 5 िममी से अिधक मोटी गॉल लैडर वाल।

(कज) से टेट गॉल लैडर ।

(कझ) दोबारा यू एस जी करने पर संकुिचत गॉल लैडर का बना रहना।

(कट) अपूण कोलेिस टे टोमी ।

(ड) अनुलंब अ अथवा य द (नैदािनक प से पृ य हो) म 13 सेमी से अिधक बड़ा लीहाए


जगह घेरने वाला घाव तथा लीहाभाव के होने पर अन फट माना जाएगा ।

(ढ) अ याशय क कसी भी ढांचागत असामा यताए जगह घेरने वाले घाव बडे घाव
दीघकािलक अ याशय जलन के ल ण ;कै सीभवन वातमा गय असामा यताए ीणता
को अन फट माना जाएगा।

(त) उदरावरण गुिहका। जलोदर 1 सेमी से बडे एकल आं योजनी अथवा प पयुदय लसीका
पव के होने को अन फट माना जाएगा।

(थ) जननमू तं

(i) एक वृ ; कडनी म 2.5 समी से छोटे आकार के एक साधारण


अनवरोधी वृ रसौली को फट माना जाएगा।

(ii) वृ क िन िलिखत ज मजात ढांचागत असामा यता को


अन फट घोिषत कया जाएगा।

(कक) एकपा क वृ य िवकास

(कख) 08 समी से छोटे आकार के एकपा क अथवा ि पा क अिवकिसत


सकु िचत वृ ।

(कग) अप र मण

(कघ) नालाकार वृ

(कच) व मपाितत वृ

(कछ) ितयक संयु ध्अ थानी वृ

(iii) एक वृ म 2.5 समी से बड़े आकार क साधारण एकल वृ य रसौली।

(iv) दोन वृ म कसी भी आकार क एकल रसौली अथवा एक वृ म अनेक


रसौली।

(v) वृ य मू वािहनी संबंधी मू ाशय संबंधी संपुंज

(vi) जल वृ ताए जलगवीनी वृ ता

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(vii) पथरी.वृ य मू वािहनी संबध
ं ी मू ाशय संबंधी।

(viii) अपील मेिडकल बोड पुन वचार मेिडकल बोड के दौरान अन फट


उ मीदवार क िविश जांच और िव तृत नैदािनक परी ण कराया जाएगा।
िविश अव था के िलए नीचे दए गए प म फटनेस का िनणय कया जाएगा।

(कक) ऐसे उ मीदवार िजनके वृ के अंकोमा गठन क िवयु अके ली


असामा यता हो को, फट माना जा सकता है य द वृ य कायए
डीपीटीए कै न और सी ई सी टी वृ सामा य हो।

(थ) बड़ा उदरीय संवहन यास (महाधमनीध् आई वी सी)। कसी भी ढांचागत असामा यता
िवकार थािनक िव फार, ऐ यू र म और कै सीभवन को अन फट माना जाएगा।

(द) वृ णकोश और वृषण

(i) एकपा क अ त दरीय वृ ण होने को फट घोिषत कया जाएगा बशत दूसरा वृ ण


पूरी तरह नीचे आया आ हो।

(ii) ि पा क नीचे न आए वृ ण अथवा ि पा क अपु वृषण होने को अन फट


घोिषत कया जाएगा।

(iii) एकपा क नीचे न आया वृषण य द वं ण निलका मं पड़ता होए बा वलय पर


हो अथवा उदरीय िभि म हो तो ऐसे म अन फट घोिषत कया जाएगा।

(iv) फ तवृषण होना अन फट होगा।

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16. मू जनन तं

(क) मू ण म कसी भी बदलाव जैसे क मू कृ छ अथवा बारं बारता को नोट कया जाएगा।
मू ाशयशोथय गोिणकावृ शोथ और र मेह के पुनरावत रोगा मण को अव य छोड़ दया जाए।
वृ य वृहदा के कसी भी इितहासए घोर वृ शोथ के रोगा मणए एक वृ के लोफ ; य ए
अ म के पास होने अथवा मू माग य आ ाव सिहत वृ य पथ पर कसी भी श य या के बारे म
िव तार से पूछताछ क जाएगी। य द असंयत मू ता का वतमान मं अथवा िवगत म कोई भी
इितहास हो पूरा योरा अव य ा कया जाए।

(ख) मू परी ण

(i) ोटीनमेह य द ऊ वि थितज िस न होता हो तो अ वीकृ ित का एक कारण होगा।

(ii) जब शकरामेह का पता चले तो एक र शकरा परी ण ;भूखा रहकर और 75 ा


लूकोज़ लेने के बाद और लाइकोिसलेटेड हीमो लोिबन क जांच क जाएगी और नतीज
के अनुसार फटनेस का िनणय कया जाएगा। वृ य शकरामेह अ वाकार करने का एक
कारण एक नह है।

(iii) जब उ मीदवार का मू ीय सं मण का इितहास अथवा सा य हो तो ऐसे म वृ क


पूरी जांच क जाएगी। मू ीय सं मण लगातार बने रहे के सा य से अ वीकार करने का
मामला बनेगा।

(iv) र मेह के इितहास वाले उ मीदवार को संपूण वृ य जांच से गुजरना होगा।

(ग) तवकवृ शोथ

(i) घोर ि थित मएिवशेषकर शैशव अव था म वा यलाभ दर उ होती है। कोई अ यथ


िजसने पूण प से वा यलाभ ले िलया है तथा िजसके ोटीनमेह नह है उसे पूण
वा यलाभ से कम से कम एक वष उपरांत फट घोिषत कया जाए।

(ii) िचरकािलक तवकवृ शोथ वाले अ यथ को अ वीकार कर दया जाएगा।

(घ) वृ य बृहदां तथा वृ य पथरी। पूण वृ य तथा चयापचयी मू यांकन अपेि त है।
वृ य पथरी वाले अ य थय को अ वीकार कर दया जाएगा।

(च) िजन अ य थय म ज म से एक ही वृ है अथवा िजनका एकपा क वृ छेदन आ है उ ह


अ वीकार कर दया जाएगा। नालाकार वृ होने पर भी अ वीकार कर दया जाएगा।
अके ला कामकर रहा वृ ए रोग त काम न कर रहे ितप ी वृ के होने पर भी अ वीकार
कर दया जाएगा। ितरछी अ थानताए ऊपर न आया आए अथवा गलत जगह पर वृ ए
एकपा क ज मजात अ पिवकास अ वीकार कए जाने के कारण ह गे।

(छ) नीचे न आए ए दोन वृषणध् अपु वृषण अ वीकार कए जाने का कारण है। नीचे न आया
आ एक वृषण, जो पूण प से पेट म है, वीकाय है। य द यह बाहरी घेरे के वं ण नाल
अथवा उदरीय िभि म है तो ऐसे मामल को या तो वृ णो छेदन अथवा वृषणि थ रकरण

52
श य. या के उपरांत वीकार कया जाए। फ़टनेस से जुड़े सभी संदह
े ा पद मामल म
श यक राय अव य ा क जाए।

(ज) जलवृषण अथवा फ ितवृषण का िविधवत इलाज कराने के बाद ही फटनेस पर िवचार
कया जाए। थोड़ा फ ितवृषण होने क ि थित म अ यथ को अ वीकार न कया जाए।

(झ) यौन सं िमत रोग तथा यूमन इ यून िड फ़िशएंसी वाइरस ;एच आई वी सेरोपोिज टव
एच आई वी ि थित तथा या यौन सं िमत रोग का सा य होने से अ वीकार करने का
मामला बनेगा।

17. अंतः ावी तं

(क) साधारणतया अंतः ावी िवकार क तरफ सांकेितक इितहास अ वीकायता के िलए एक
कारण होगा।

(ख) थाइराइड ंिथ सूजने/फू लने के सभी मामले िजसम असामा य आयोडीन उ हण तथा
असामा य थाइराइड हाम न तर शािमल है को अ वीकार कर दया जाएगा। कम से कम
थाइराइड सूजने के साथ साधारण गलकं ड के मामले जो िच क सीय प से ाकृ त अवटु है
तथा सामा य आयोडीन उ हण एवं सामा य थाइराइड या के साथ वीकार कए जा
सकते ह।

(ग) ऐसे अ यथ िजनम मधुमेह मेिलटस पाया जाएगा, अ वीकार कर दए जाएंगे। वे अ यथ


िजनक पा रवा रक पृ भूिम मधुमेह मेिलटस से संबंिधत है, का र शकरा (भूखे रहने पर
तथा लूकोज हण करने के बाद तथा लाइकोिसलेटेड एच बी/ एच बी ए 1 सी मू यांकन
कया जाएगा जो रकॉड कया जाएगा।

18. वचारोग संबध


ं ी णाली

(क) य द वचा क ि थित ब त अ छी न हो तो अ यथ को वचा िवषेश के पास भेजा


जाएगा। य द अ यथ िवगत म कम षयल से स वकर (सी एस ड यू) के साथ यौन संबंध
थािपत कर चुका हो, अथवा इस बात का माण हो क उसके लग पर घाव के ठीक होने का
िनषान बाक है तो उसे थायी प से अन फट घोिशत कर दया जाएगा, य द एस टी डी न
होने का प ट माण हो य क ऐसे अ य थय क ऐसे अिववेकपूण आचरण म पुनः आस
होने क संभावना बनी रहती है।

(ख्) िजन नॉन-ए सेि थमेटस और नॉन-क यूिनके बल बीमा रय म सामा यतया थोड़े दन
इलाज कया जाता है, उ ह अ यथ को अ वीकृ त करने का कारण नह माना जाएगा।
साधारण बीमा रय और िजन बीमा रय से सामा य वा य पर कोई भाव नह पड़ता हो
अथवा िजनसे अ मता उ प हो, उ ह अ वीकृ त करने का कारण नह माना जाएगा।

(ग) वचा क कु छ ि थितयां उ ण क टबंधीय प रि थितय म स य हो जाती ह और अ मता


उ प कर देती ह। य द कसी ि को िनि चत प से वचा क पुरानी या बार-बार होने

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वाली बीमारी है अथवा उसके ल ण ह तो वह सेना के िलए अनुपयु होगा। ऐसी कु छ
ि थितय का नीचे वणन कया गया है :-

(i) कु छ मा ा म पसीना अिधक आना षारी रक या है, जो िच क सा जांच के दौरान


रं ग ट को आ सकता है, परं तु य द उ मीदवार को ब त अिधक ही पसीना आता है
तो उसे अन फट माना जाएगा।

(ii) ह के ( ड
े प्) ए े व गे रस िजनम के वल मुंह पर कु छ म से अथवा फुं िसयां ह तो
वह वीकाय है। परं तु म यम से ब त अिधक िड ी वाले ए े ( ांठ क तरह के िजन
पर पपड़ीदार िनषान हो या नह हो) अथवा पीठ पर ए े ह तो अ यथ को
अन फट माना जाएगा।

(iii) हथेिलय , तलव और एिड़य क वचा कटी-फटी होने और हाइपरके रे टो टक के


प ट ल ण सिहत कसी भी िड ी का पा मो लांटर के रे टोडमा होने पर अ यथ
को अन फट माना जाएगा।

(iv) हाथ-पैर म इि थयॉिसस व गे रस िजसम वचा प ट प से सूखी, पपड़ीदार,


कटी-फटी हो, तो अ यथ को अन फट माना जाएगा। मामूली जेरोिसस (सूखी
वचा) को फट माना जा सकता है।

(v) कसी भी कार के के लॉइड होने पर अ यथ को अन फट माना जाएगा।

(vi) िच क सीय दृि ट से उं गिल और पैर के नाखून म प ट प से ऑनकोमॉयकोिसस


होने पर अन फट घोिशत कया जाएगा, िवषेश प से य द इसके साथ नाखून के
पूरी तरह िवकिसत न होने क सम या भी हो। कसी एक नाखून पर ह के -फु के
ध बे ह परं तु नाखून के अिवकिसत होने क सम या न हो तो यह वीकृ त होगा।

(vii) 10 सेमी से अिधक बड़े जाइं ट कॉ जेिनटल मेलेनोिस टक नेिव को अन फट होने का


कारण माना जाएगा, य क इतने बड़े आकार के नेिव के घातक होने क संभावना
होती है।

(viii) उपचार के बाद छोटे आकार के कण (कै लोिसटी) घ ा (कॉन) तथा म सा (वाट)
वीकाय माने जा सकते ह। तथािप अनेक सामा य म स (वाट) या िवक ण
पामो लांटर मोजेइक म सा (वाट) हथेिलय तथा तलव के दबाव े पर बड़े
कण (कै लोिसटी) तथा अनेक घ े (कॉन) वाले उ मीदवार अ वीकार कर दए
जाएंगे।

(ix) सो रयािसस एक िचरकारी चम अव था है चो फर से हो जाती है तथा या लौट


आती है। तथा इसले इससे त उ मीदवार को अन फट समझा जाएगा।

(x) ऐसे उ मीदवार जे शरीर के ढके ए िह स पर अ प मा ा म ि ( यूकोडमा) से


भािवत हए को वीकार कया जा सकता है। िव टिलगो जो के वल मु ड ( लैन)

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तथािश मुंड छद ( ीपयूस) तक सीिमत है को उपयु समझा जा सकता है। वे
िजनक वचा का ब त बड़ा िह सा इसम सि मिलत है तथा िविश ता जब इसम
शरीर के उघडे िह से भी भािवत ह ए चाहे कम ही य न ह को वीकार नह
कया जाएगा।

(घ) वचा सं मण के िचरकािलक या बार.बार होने वाले रोगा मण का इितहास भी


अ वीकायता का कारण होगा। फोड़ (बॉयल) का एक साधारण रोगा मण या सायकोिसस
िजससे क पूण वा यलाभ हो चुका हैए को वीकार करने पर िवचार कया जा सकता है।

(च) ऐसे ि जो वचा संबंधी रोग के िचरकािलक या बार.बार होने वाले गंभीर या अ म
कृ ित के रोग से त है उदाहरण के तौर पर ए जीमाए को थायी प से अयो य समझा
जाएगा तथा अ वीकार कर दया जाएगा।

(छ) कु रोग का कोई भी िच न अ वीकायता का कारण होगा।

(ज) नीवस िववणकता तथा बेकस नीवस को फट समझा जा सकता है। अंतर वचा नीवसए
वािहका संबंधी नीवस को अयो य समझा जाए।

(झ) उपचार के बाद ह के श क रोग वणशबल (माई ड िप ट रयािसस व सकलर) को फट


समझा जा सकता है। िव तृत श क रोग वणशबल को अन फट समझा जाए।

(ट) वा य लाभ के उपरांत टीिनया ू रस तथा टीिनया कारपो रस को फट समझा जाए।

(ठ) वा यलाभ के उपरांत अंडकोष ए जीमा को फट समझा जाए।

(ड) कै िनटी ;समय पूव घूसर दाग को फट समझा जा सकता है य द ह के क म क हो और


इसका कोई िनयिमत संयोजन न दखाई दे।

(ढ) वा य लाभ के उपरांत व विलशोथ (इं टर ाइगो) को फट समझा जा सकता है।

(त) जननांग फोड़ सिहत यौन सं िमत रोग अन फट समझे जाएंगे।

(थ) क छ ( के बीज) को के वल वा यलाभ के उपरांत ही फट समझा जाएगा।

19. पेशीय अि थ. पजर णाली तथा शारी रक मता

(क) अ यथ क शारी रक बनावट का आकलन सामा य मानक जैसे य पेशीय िवकासए


आयुए कदए वजन और इनका अ तरसंबंध अथात िश ण के प रणाम व प शारी रक बल
हािसल करने क मता को सावधानी पूवक यान म रखकर कया जाएगा। अ यथ क
शारी रक मता सामा य शारी रक िवकास अथवा अ य मूलभूत या रोगा मक
प रि थितय से भािवत होती है।

(ख) बीमारी का िपछला िच क सा संबंधी िववरण या स ोइिलयाक जोड़ या रीढ़ क जोड़ जो


अदृ य अथवा दखाई देने वाले ल ण से यु होए िजससे अ यथ शारी रक प से
सफलतापूवक स य जीवन नह िबता पा रहा होए को कमीशन के िलए िनर त कया

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जाएगा। रीढ़ क ह ी म े चर/ ोला सड इंटरव टबरल िड क और इन प रि थितय के
िलए श य िच क सा को अ वीकार कए जाने के िलए आधार माना जाएगा।

(ग) ऐसी ह क कु जता अथवा अ कु जता जहां िवकृ ित मुि कल से ही दखाई दे और इसम
कसी तरह का दद अथवा हरकत करने म बाधा न होए को वीकार कया जा सकता है। जब
पा कु जता दखाई पड़े और रीढ़ के कोई रोगा मक ल ण पर संदह
े होए तो रीढ़ के उस
िह से क रे िडयो ाफ़ जांच क जानी चािहए।

(घ) उड़ान संबंधी ू टय के िलए स वकलए थोरािसक तथा लुंब सकराल रीढ़ क रे िडयो ाफ़
;ए पी और पा क जांच क जाएगी। ाउं ड ू टय के िलए य द ज री समझा जाए तो
रीढ़ क रे िडयो ाफ़ क जा सकती है।

(च) रे िडयो ाफ़ म िन िलिखत ि थितय के होने पर अ यथ को वायु सेना सेवा के िलए


अयो य माना जाएगा:-

(i) रीढ़ का ेनल


ु ोमेटस रोग।

(ii) अ थ र टस प िडलाइ टस।

(कक) माटोइड अ थ र टस और संबंिधत रोग।

(कख) अंक लोिसस प िडलाइ टस।

(कग) ऑि टयो अ थ र टसए प िडलाइ टस और िडजेनरे टव जोड से


संबंधी रोग।

(कघ) नॉन आ टकु लर मा ट म (जैसे रोटाटर क फ म ज मए टेिनस

ए बोए रकररट लुंबाग आ द)।

(कच) एस एल ईए पॉलीमयोिस टस अँड वासकु िल टस सिहत िविवध रोग।

(कछ) प िडलोिलसथेिसस/ प िडलाइ टस।

(कज) रीढ़ के जोड़ पर दबाव से उ प े चर।

(कझ) शैयूरमैन रोग ( कशोराव था क ह क कु जता)।

(कट) स वकल लॉड डोस्इस क कमी जब िच क सीय कारण से स वकल रीढ़


संबंधी हरकत भी सीिमत ह ।

(कठ) दषनीय तंि का अथवा प रसंचारी कमी वाली एकतरफा/दोतरफा


स वकल पसली।

(iii) िवषेश क राय के अनुसार अ य कोई भी िवकृ ित।

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(च) ऊपर के पैरा म व णत िवकृ ित/रोग का होना भा वा से क सभी षाखा के िलए अ वीकृ त
माना जाएगा। इसके अित र उड़ान षाखा के अ य थय के िलए िन िलिखत िनयम भी
लागू ह गे :-

(i) उड़ान ू टय के िलए वीकाय रीढ़ संबंधी असंगितयां :-

(कक) एल वी 5 का दोतरफा पूण से ालाइजेषन तथा एस वी 1 का दोतरफा पूण


लंबराइजेषन।

(कख) से म तथा एल वी 5 म पाइना ाइ फडा य द यह पूरी तरह से मी हो।

(कग) स वकल म पूणतः कलाक ( यू ड) बरटे ा और/अथवा एकल तर पर


डोरसेल पाइन।

(ii) उड़ान ू टय के िलए रीढ़ क अ वीकाय ि थितयां

(कक) कॉब प ित के ारा मापने पर 15 िड ी से यादा का कॉिलओिसस।

(कख) िडजनरे टव िड क रोग

(कग) एटलांटो-ओिसिपटल तथा एटलांटो-एि सयल असंगितयां।

(कघ) सं वकल, डोसल अथवा लुंबार रीढ़ के कसी भी तर पर हेमी बट ा


और/अथवा अपूण लाक ( यू ड) बट ा तथा स वकल अथवा डोसल रीढ़
पर एक से यादा तर पर पूरी तरह लॉक ( यूज) बट ा।

(कच) सभी तर पर (पूण अथवा अपूण) एकतरफा से लाइजेषन अथवा


लुंबराइजेषन तथा दोतरफा अपूण से लाइजेषन अथवा लुंबराइजेषन।

(ज) उपरी अंग के आकलन को भािवत करने वाली ि थितयां

(i) अंग-िव छेदन वाले अ यथ को वेष के िलए वीकार नह कया जाएगा।


हालां क, दोन तरफ क किनि ठक के ट मनल फल स का िव छेदन वीकाय है।

(ii) उपरी अंग अथवा इनके िह स म िवकृ ित र ीकरण का आधार होगा। कटे ए
पॉिलडैक टली के िसवाय िस डैक टली तथा पॉिलडैक टली का अयो य माना
जाएगा।

(iii) कलाई क ददरिहत सीिमत हरकत क कठोरता क मा ा के अनुसार ेणीकरण


कया जाएगा। डोरसी लेषन का य पॉलमट ले न से यादा गंभीर है।

(iv) कु हनी क थोड़ी-ब त सीिमत हरकत वीकृ ित म बाधक नह होगी बषत क


काया मक मता पया हो। एंक लोिसस को र ीकरण का आधार माना जाएगा जब कै रग
एंगल (सीधे खड़े होने क भंिगमा क ि थित म बांह और कोिहनी के बीच का कोण) बेहद
यादा हो, तो यूिबटस वा गस क उपि थित मानी जाती है। काया मक अ मता न होने

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पर और ै चर सही से न जुड़ने, फबरोिसस अथवा ऐसी अ य ि थित म, जब 15 िड ी तक
कै रग कोण हो, वीकाय होगा।

(v) कं धे के बार-बार िखसकने को अ वीकार कए जाने का कारण माना जाएगा।

(vi) पुराने ै चर लैिवकल के सही से नह जुड़ने/जोड़ा ही नह जाने को अ वीकार


कए जाने का कारण माना जाएगा।

(झ) नीचे के अंग के आकलन को भािवत करने वाली ि थितयां

(i) हैलु स वा गस के मामूली मामले (20 िड ी से कम), ए स टोमे टक, असंब


कॉन/कै लोिसटीज/बुिनयन वीकाय ह। अ य मामले अ वीकृ त ह गे। पहले मेटाटसल का
छोटा होना भी अयो य माना जाएगा।

(ii) हेल स रिजडस वीकाय नह ह।

(iii) िबना ल ण वाला अलग एकल लचीला ह का हैमर टो वीकाय है। कॉ स,


कै लोिसटीस, मैलेट टो या मैटाटास फै लंिजयल जोड़ पर हाइपरए सटषन (पंजे क कु पता)
से संब फ सड ( रिजड) कु पता अथवा हैमर टो को अ वीकार कया जाएगा।

(iv) पंजे क कसी अंगुली का न होना अ वीकृ त करने का आधार होगा।

(v) अित र अंगुिलयां अ वीकृ त करने का आधार ह गी य द वह ह ी के साथ क


अंगुिलय को छू रही हो। िसनडैि टली अथवा पंज/े अंगुिलय के न होने के मामले र कर
दए जाएंगे।

(vi) पैर देखने म सपाट हो सकते ह। य द पंजे पर खड़े होने पर पैर क आक पुनः दखने
लगती ह, य द अ यथ पंजे पर उछल सकता हो और अ छी तरह से भाग सकता हो, य द
पैर लचीले, गितषील और ददरिहत ह तो अ यथ वीकाय है। पैर के िहलने-डु लने म बाधा
होना अ वीकृ त करने का कारण होगा। पैर का आकार भले ही कै सा भी हो, पैर क कठोरता
अ वीकृ त करने का कारण होगी।

(vii) ह क मा ा का इिडयोपािथक पेस कवुस वीकाय है। मंद और ती मा ा का पेस


कवुस एवं आनुवांिशक बीमारी के पेस कवुस को अ वीकाय माना जाएगा। तािलपेस ( लब
फू ट) के सारे मामले अ वीकाय ह गे।

(viii) टकने के जोड़ म पहले से ए कसी चोट के कारण हरकत म होने वाली कोई भी
परे शानी अ वीकाय है। तथािपए ऐसी पुनरावतक परे शानी िजसका कोई पूव िववरण न हो
और कम से कम 20 िड ी के लांटर एवं डो स लेि सन हरकत के मामले ाउं ड ूटी के
िलए उपयु माने जाएग। एयर ू ूटी के िलए उपयु ता यागत मू यांकन पर
आधा रत होगी।

(ix) घुटने के जोड़ के आंत रक अ व था से संबंिधत पूववत या रोग िवषयक संकेत पर


सावधानी से िवचार करने क ज रत है। ऐसे मामल म व थता का आधार यागत
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मू यांकन एवं रोगिव ान क दृि से उपचार कए गए मामल क
संभावना/ गमन/पुनरावृित पर िनभर करे गा।

(x) अगर कसी अ यथ के आंत रक म लेओली के बीच क दूरी 5 सेण् मीण् से कम हो


एवं उसम कोई िवकृ ित न हो तो उसे गेणु वे गुम ( ो घुटना) क दृि से उपयु माना
जाएगा। अगर कसी अ यथ के आंत रक म लेओली के बीच क दूरी 5 सेण् मीण् से अिधक
हो तो उसे गेणु व गुम क दृि से अनुपयु घोिषत कया जाएगा।

(xi) य द कसी अ यथ के फे मोरल को लेस के बीच क दूरी 10 सेण् मीण् के भीतर हो


तो उसे गेणु व म (बाऊ ले स) क दृि से उपयु माना जाएगा।

(xii) य द कसी अ यथ के घुटने का अित सार 10 िड ी के भीतर हो और इसके साथ


कोई अ य िवकृ ित न हो तो उसे गेणु रे कुवटु म क दृि से वीकार कया जाएगा।

(xiii) कमर के जोड़ क वा तिवक चोट को अ वीकृ त माना जाएगा।

20. क ीय तंि का णाली

(क) ऐसे अ यथ िजसने मानिसक बीमारी/मनोवै ािनक रोग का िपछला इितहास तुत कया
हो उनक िव तृत जांच क जाएगी और उ ह मनिच क सा क जाँच के िलए नामां कत कया
जाएगा। ऐसे मामल को अवीकार कया जाएगा। पा रवा रक िववरण एवं दवाई हण करने का पूव
िववरण भी ासंिगक है।

(ख) अिन ारोग, दु : व या रात म लगातार उठकर चलना या रात म पलंग पर ही पेशाब
करना जैसे रोग क पुनरावृि या िनरं तरता अवीकृ ित के कारण ह गे।

(ग) चंड पं दत िसर-दद और माई ेन। साधारण क म के बार.बार होने वाले िसर-दद जो
पहले क िसर क चोट या माई ेन के कारण होते ह । दूसरे कार के कभी-कभी होने वाले िसर-दद
के संभा कारण को यान म रखा जाए। ऐसे अ यथ िजसे इतना यादा माई ेन आ हो िजसके
िलए उसने डॉ टर से परामश िलया हो, वह अ वीकृ ित का कारण होगा। माई ेन का साधारण सा
दौरा िजसम दखाई न द या माई ेन से यु िमरगी ई हो, को वीकृ ित के िलए बाधक माना
जाएगा।

(घ) उ मीदवार/अ यथ म एपीले सी का इितहास होना अ वीकृ ित का एक कारण है। पांच वष


क आयु के बाद ठन/दौरे भी अ वीकृ ित का एक कारण ह। िशशु अव था म ठन बुरा नह है बशत
ऐसा लगता हो क ठन फे बराईल ठन हो और कसी य यूरोलोिजकल कमी से संबंध ना
रखती हो। एपीले सी के कारण म अनुवांिशक कारक भयानक दमागी चोटए दल का दौराए
सं मण िडमाईिलने टग और िडजनरे टव रोग ज म संबंधी किमयां नशे का सेवन िवथ ाल िसजेरस्
आ द शािमल ह। िसजेरस बेहोशी का प ले सकती ह और इसिलए िजस बार बारता और
प रि थितय म बेहोशी आती है उसको अव य िव तार से देखना चािहए। िसजेरस अटैक उड़ान के
िलए अस मता दशाता है चाहे वह कसी भी कृ ित का हो।

(च) बा-बार हीट ोक हाईपरपाईरे ि सया या गम से थकान का इितहास एयर फोस क ूटी म
भत करने से मनाही करती है य क यह एक दोषपूण गम िनयमन मैकेिन म का सबूत है। गम के
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भाव का एक ग भीर आ मण अपने आप म उ मीदवार क अ वीकृ ित का कारण नह है बशत
गम म काम करने का इितहास गंभीर हो,और कोई थाई रोगो र ल ण ना दखते ह ।

(छ) िसर मे गंभीर चोट या कोनकसेन का इितहास अ वीकृ ित का एक कारण है। गंभीरता के तर को
पो ट ोमे टक अमनेिशया (पी टी ए) क अविध के इितहास से माप सकते ह। िसर क चोट के दूसरे
रोगो र ल ण म पो ट कोनकसेन स ोम आता है िजसम ि गत ल ण जैसे िसर म दद जी
िमतलाना , न द ना आना बैचैनी िचड़िचड़ापन एका ता न होना और यान म कमी फोकल
यूरोलोिजकल कमी पो ट ोमे टक एपीले सी ह। पो ट ोमे टक यूरोसाईकोलोिजकल रोग भी हो
सकता है िजसम यान एका ता म कमी सूचना ोसे सग पीड दमागी लचीलापन ं टल लोब
ए जी यू टव फं सन तथा साईकोसोसल फं स नग शािमल ह। िसर के कपाल का टू टना अ वीकृ ित
का कारण नह होगा जब तक संबंिधत इं टरा े िनयल ित या डी ैसड ै चर या ह ी के न होने से
स ब इितहास रहा हो। जब गंभीर चोट या कोई संबंिधत दौरे के अटैक का इितहास रहा होए तब
इले टरोइनसेफेलो ाम कया जाएगा जो आव यक प से सामा य होना चािहए। बूर होल क
उपि थित उड़ान सेवा के िलए अ वीकृ ित का कारण होगीए ले कन ाउं ड ूटी के िलए नह ।
येक मामले को ि गत गुण के आधार पर जांचा जाना चािहए। वीकृ ित से पूव यूरोसजन तथा
मनोवै ािनक क सलाह अव य ा करनी होगी।

(ज) जब प रवा रक इितहास म मनोवै ािनक रोग जैसे नवस क


े डाउन, मानिसक बीमारी या
नजदीक र तेदार क आ मह या का पता चलता है तो एक मनोवै ािनक दृि से ि गत पूव
इितहास क सावधानीपूण जांच ा क जानी चािहए। हालां क इस कार का इितहास वायु सेना म
सेवा करने से नह रोकता है, फर भी ि गत इितहास या वतमान ि थित म थोड़ी सी
मनोवै ािनक अि थरता का माण िमलने पर चयन से रोक दया जाएगा।

(झ) य द प रवार म एपीले सी का इितहास पाया जाता हैए तो इसके कार को िनधारण करने का
यास करना चािहए। जब यह ि थित कसी नजदीक र तेदार ; थम तर म िमलती है तो
उ मीदवार को वीकार कया जा सकता हैए य द उसम संबंिधत चेतना क परे शानीए
यूरोलोिजकल कमी या उ तर मानिसक काय का इितहास ना हो और उसका इले ोइनसेफेलो ाम
एकदम सामा य हो।

(त) भावना मक ि थरता के आंकलन म ि गत एवं पा रवा रक इितहास को अव य शािमल


कया जाना चािहएए इसम तनाव के दौरान भावा मक अि थरता के ल ण जो बचपन म ा
असंगत भावना मकता के कारण द शत होते ह या फर पूव क कोई नवस (तंि का संबंधी)
बीमारी या िवकार शािमल ह। हकलाना, टक, नाखून चबाना, हाइपर-हाइ ोिसस या प र ा के
दौरान बेचैनी भावना मक अि थरता के ल ण है।

(थ) मानिसक उ माद से िसत अ य थय का चयन नह कया जाएगा। कसी भी प म ग पर


िनभरता भी अ वीकृ ती का कारण होगी।

(द) मानिसक प से अि थर एवं िवि ि कमीश नग के िलए अयो य है। कशोर या वय क


अपचार (अपराध) तंि का संबंधी िवकार (नवस ेक-डाउन) या लंबी बीमारी का इितहास भी
अ वीकृ ती का कारण बनेगा। नाखुश बचपन अभाव त पा रवा रक पृ भूिमए ांसी कशोर या
वय क अपचार (अपराध ) रोजगार एवं सामािजक अपसमायोजन के खराब रकाड नवस क
े -
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डाउन या लंबी बीमारी का इितहास आ द कारक पर िवशेष यान दया जाएगा िवशेषतया य द इन
कारक ने पूव म रोजगार म बाधा प च
ं ाई हो तो।

(ध) कसी कार का य यूरोलािजकल डे फिसट भी अ वीकृ ती का कारण बनेगी।

(न) ेमस (कं पकं पी) पार प रक उतेिजत पेशीय समूह (इनरवेटेड मसल ुप) क लया मक दोलक
गितिविध ( रदिमक आिसलेटरी मूवमट) होते ह। अ यिधक डर, ोध, चता अ यिधक शारी रक
थकान मटोबािलक परे शानी िजसम हाइपर-थाइराइिड म शािमल ह, शराब का याहार और
लीिथयम के जहरीले भाव धू पान (िनको टन) एवं चाय काफ का अ यािधक उपभोग का
अव था म ेमस (कं पकं पी) होते ह। कोअस ेमस के अ य कारक पा कसिन म सेरेबल
े र (इं टशन)
ेमर, अप रहाय (पा रवा रक) ेमर यूरोपैथी के ेमस एवं मु ा िवषयक (पा यूरल) या
ऐ शन ेमस ह।

(प) हकलाने वाले अ यथ वायुसेना ूटीज म वीकार नह कए जाएंगे। संदह


े ा पद मामल म ई
एन टी िवशेष पीच थेरेिप ट, मनोिव ानी/मनोरोग िव ानी ारा सावधानी पूवक कया गया
मू यांकन ा कया जा सकता है।

(फ) के वल वे अ यथ जो एयर ू ूटीज के िलए हए उनका बेसल इले ोइनिसफै लो ाम (ई ई


जी) परी ण कराया जाएगा। िजन अ य थय के िव ाम अव था म कए गए ई ई जी या चुनौतीपूण
अव था म कए गए ई ई जी म असामा यता पाई जाएगी वे एयर ू ूटीज के िलए अ वीकार माने
जाएंगे :-

(i) बैक ाउं ड ऐि टिवटी ऐ ली ूड म बैक ाउं ड ऐि टिवटी क तरफ बढ़ती लो


वे स का फोकल रन एवं 2.3 Hz सामा य से अिधक क फोकल अ यािधक एवं उ
ऐ पली ूड बीटी ऐि टिवटीध् हेमी फे रकल एसेमे ी

(ii) हाइपरव टलेशन. पैराि जमल पाइ स एवं लो वे स/ पाइ स/फोकल


पाइ स पैटन

(iii) फोटो उ ीपन। बीलेटरे ली साइने ोनस या फोकल पेरो जाइमल पाइ स और
पो ट फो टक उ ीपन अविध/िन म िनरं तर धीमी गित से तरं ग का वाह या
हेमी फे यर के ऊपर तेज ित या

(ब) अिविश ई ई जी अपसामा यता को यूरोसाइके ट र ट/ युरोफ िजसीयन से ा सुझाव के


आधार पर वीकार कया जाएगा। य द ई ई जी को अपसामा य पाया जाता है तो वैसी ि थित म
अ यथ को सी एच ए एफ (बी) म यूरोफ िजसीयन के ारा ापक जांच के िलए रे फर कया
जाएगा िजसक समी ा आई ए एम भारतीय वायु सेना के बोड ारा क जाएगी।

21. कान, नाक और गला

(क) नाक और पैरानेजल साइनस

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(i) माकड सेपटल डेिवएसन के कारण उ मु प से वांस लेने म आने वाली द त
अ वीकार का एक कारण है। पया प से वांस लेने के िलए शेष बचे ए म यम
िवसामा यता को ठीक करने वाली सजरी को वीकार कया जाएगा।

(ii) कसी भी कार का से टल परफोरे सन अ वीकृ ित का कारण होगा।

(iii) ए ोफ क राइनाइ स अ वीकृ ित का कारण होगा।

(iv) एल जक राइनाइ स संबंधी के स लाइंग ूटी पर जाने के िलए अ वीकृ ित का कारण


होगा।

(v) कसी भी कार का पैरानेजन साइनस होने पर अ व थ घोिषत कया जाएगा। ऐसे
मामल को ािधकृ त िच क सा प रषद के ारा सफल इलाज के बाद ही वीकार कया
जाएगा।

(vi) म टीपल पोलीपोजीज अ वीकृ ित का एक कारण होगा।

(ख) ओरल के िव ट और गला

(i) ऐसे अ यथ िजनम टोनिसले टोिम पाया जाता है, उ ह अ वीकृ त कया जाएगा। ऐसे
अ य थय को ािधकृ त िच क सा प रषद के ारा सफल सजरी के बाद ही वीकार कया
जाएगा।

(ii) ले ट पालेट का पाया जाना अ वीकृ ित का एक कारण होगा।

(iii) आवाज म लगातार आ रहे फटेपन के साथ फै र स या लै र स म कसी भी कार क


गड़बड़ी के िलए अ वीकृ त कया जाएगा।

(ग) यू टेिशयन ूब का काय न करना या उसम कसी भी कार क बाधा आनाए अ वीकृ ित का
एक कारण होगा।

(घ) ट ी स का पाया जाना उसक अविध थानीकरण, पृथकता और संभािवत कारण क जांच
को आव यक बना देता है। थायी ट ी स अ वीकृ ित का एक कारण है। य क नाक के मा यम से
प र याग होने पर इसके और अिधक खऱाब होने क संभावना बन जाती है और यह ारं िभक ि थित
से ओटो कलेरोिसस और मेिनयर बीमारी म बदल सकती है।

(च) कसी भी कार के मोसन िसकनेस क संभावना पाए जाने पर िविश जांच कराई जाएगी।
ऐसे मामल का पूरी तरह से मू यांकन कया जाएगा और मोसन िसकनेस क बीमारी का खतरा होने
पर उ ह लाइं ग ूटी करने के िलए अ वीकृ त कया जाएगा।

(छ) एक अ यथ िजसको च र आने क बीमारी का इितहास रहा है, उसक पूरी तरह से जांच
कया जाना अिनवाय है।

(ज) िहय रग लोस

(i) फ ड िहय रग लोस अ वीकृ ित का एक कारण है।

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(ii) 250 और 8000 HZ के बीच क आवृित म ऑिडयोमै ीक लोस 20 डी बी से अिधक नह
होना चािहए। ई एन टी िवशेष क िसफा रश पर 30 डी बी तक पृथक यूिनलेटरल िहय रग
लोस को ई एन टी क परी ा देने से छू ट दया जाना सामा य माना जाएगा।

(झ) जब िहय रग को पूरी तरह एपीथेिलयालाइ ड और सही पाया गया है ऐसी ि थित म भी एक
मूल प रव तत रे िडकल मासटोइडे टोमी के िलए अ वीकृ त कया जाएगा। पूव म टाइमपैिनक
मेम ैन इनटे टए सामा य िहय रग और वतमान म कसी भी कार क बीमारी न होने क ि थित
के साथ कोर टकल मासटोइडे टोिम के मामल को वीकार कया जा सकता है।

(ट) एगजो टोसेस या अन ूिल नैरो िमटी के साथ ोिनक ओ ट टस ए स ेना के मामल को
अ वीकृ त कया जाएगा। कै नल के टोर ूिसटी का बढ़ना टाइमपैिनक मेम ैन के अगले कट प का
अिभलोपन अ वीकृ ित का कारण होगा।

(ठ) अ टी ूड चबर म इयर ि लरे स परी ण को सामा य पाए जाने पर सजरी के 12 स ाह के


बाद टाइमपेनो ला टी टाइप को वीकृ त माना जाएगा। म य कान क िन िलिखत ि थितय के
अंतगत अ वीकृ त माना जाएगा .

(i) एटीक स ल या मा जनल परफोरे शन।

(ii) िचि हत ितकषण के साथ टाइमपैिनक मेम ेन का दाग।

(iii) टाइमपैनो ला टी टाइप प् से कतु टाइप प् से नह ।

(vi) कालकारीयस ला यूज (टाइमपैनो कालेरोिसस) य द पास टसा के 1/3 िह से से


अिधक जगह घेरता हो।

(v) िमडल इयर सं मण

(vi) बाहरी ऑिडटरी नली म ा यूलेसन या पॉ येप

(vii) टापेडे टोमी ऑपरे शन

(त) कान क िविवध ि थितयाँ अ वीकृ ित के िलए कान क िन िलिखत ि थितयाँ होगी

(i) आटो लेरोिसस

(ii) मेिनरी रोग

(iii) ऑफ वेि टबूलर मूल का िन टे मस सिहत वेि टबूलर िड फं गसन

(iv) बे स पा सी के प ात् कण सं मण

22. ने णाली

(क) उड़ान ू टय के िलए अ वीकृ त होने का बड़ा कारण दृि दोष और िच क सीय ने दशाएं है।

(ख) ि गत और पा रवा रक इितहास और बा परी ण।

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(i) भगापन और अ य कारण से च म क आव यकता ाय: अनुवांिशक है और िवकृ ित
क मा ा का अनुमान लगाने के िलए पा रवा रक इितहास (पृ भूिम) मह वपूण सूचना
दान कर सकता है। अ यथ जो च मा लगाए ह अथवा िजनम दृि गत दोष पाया गया हो
उनका उिचत िनधारण कया जाएगा।

(ii) वतमपात िजसमे साथ ही दृि या दृि े म बाधा हो अ वीकृ ित का एक कारण है जब


तक छह माह क अविध के िलए सजरी उपचार सफल न हो। अिनयंि त वतमशोथ वाले
अ यथ िवशेषकर िजनम आइलैसेस क हािन है समा यत: अनुपयु ह और इ ह अ वीकृ त
कया जाएगा। वतमशोथ और पुराने ने े मलाशोथ के गंभीर मामल का िनधारण तब
तक अ थाई प से अन फट के प म कया जाएगा जब तक क उपचार से रे पाँस का
िनधारण न कया जा सकता हो।

(iii) नासा ु अंतर ध िजससे ऐिपफोरा अथवा े मपुटी के मामले अ वीकृ त ह गे जब तक


सजरी ारा अिधकतम छह माह म राहत न िमले।

(iv) यूिवआशोथ (रं िजत पटल शोथ, रोमक िप ड शोथ, प रता रका शोथ) क
अ सर पुनरावृि होती हो और अ यथ िजसके प रवार म पहले से ये बीमारी चली आ रही
हो अथवा अ यथ म ये ल ण दखायी देते ह उनका िनधारण सावधानी पूवक कया
जाएगा। अ य थय म जहाँ थायी िव ित के सा य ह ऐसे अ य थय को अ वीकृ त कया
जाएगा।

(v) का नयल कास ओपेिसटी अ वीकृ ित का कारण ह गे जब तक क ये दृि म बाधा न


डाले। वीकृ ित से पूव ऐसे मामलो का सावधानीपूवक िनधारण कया जाएगा चूं क कई
ि थितय क पुनरावृि होती है।

(vi) ल टकु लर ओपेिसटी के मामल का िनधारण सावधानीपूवक कया जाएगा। जैसा क


दशािनदश है कोई भी ओपेिसटी िजसके कारण दृि गत खराबी होती ह अथवा यह दृि
अ म है अथवा यूिपल के प रत 7 िममी. के े म मौजूद है िजससे च ध लगती हो, को
फट नह माना जाएगा। फटनेस का िनधारण करते समय इस पर भी िवचार कया जाएगा
क ओपेिसटी क वणता सं या अथवा आकार न बढ़े हो।

(vii) माइ ेिनयस क म के िसरदद के साथ दृि बाधाएं पूणत (िव ोभ): ने संबंधी
सम या नह ह और इनका िनधारण त नुसार कया जाएगा। िड लोिपया क मौजूदगी
अथवा नाइ टागमस क पहचान के िलए उिचत परी ण क आव यकता है। चूं क ये
मनोवै ािनक कारण से हो सकते ह।

(viii) रत धी अिधकांशत: ज मजात होती है परं तु आँख क कु छ िबमा रय म रत धी


एक पूव ल ण के प म कट होती है इसिलए अंितम िनधारण करने से पहले उिचत जाँच
आव यक ह। चूं क रत धी के िलए जाँच नेमी प से िन पा दत नह क जाती है इसिलए
येक मामले म इस आशय का एक माणप ा कया जाएगा क ि रत धी से
पीिड़त नह है। माणप ा ट िनयम प रिश -ख के अनुसार होगा।

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(ix) ने गोलक का कसी म दशा म न घूमने और ने गोलक के अनुिचत दबाव/उभार
के िलए उिचत िनधारण क आव यकता ( ोिमनस) है।

(ग) दृि ती णता और कलर िवजन क आव यकता का योरा इस िनयम के प रिश .ग म दया
गया है। अ यथ जो इन आव यकता को पूरा नह करते ह उ ह अ वीकृ त कया जाएगा।

(घ) य द प रवार म मायोिपया का इितहास रहा है िवशेषकर य द यह िनधा रत होता है क दृि


दोष हाल ही म आ है य द इसके फजीकल ोथ क अभी भी संभावना है अथवा य द फ डस
उपि थित ो ेिसव मायोिपया का संकेत हो भले ही दृि क खरता (ए टी) िनधा रत सीमा म
हो अ यथ को अन फट घोिषत कया जाएगा।

(च) रफरे ि टव सज रयां अ यथ िजनका पीआरके (फोटो र ै ि टव के राटोटोमी) लािसक


(के राटोिमलेयूिसस के थान पर लेजर) आ हो उ ह वायुसन
े ा क सभी ांच म कमीशन दान
करने के िलए फट माना जाएगा।

(छ) पी आर के लािसक ए अ य थय का चयन होने से पूव उनम िन िलिखत मानदंड िनधा रत


होने ह :-

(i) पी आर के /लािसक सजरी 20 वष क आयु से पहले नह होनी चािहए।

(ii) आई ओ एल मा टर ारा मापी गयी आँख क अ ीय ल बाई 25.5 िममी. से


अिधक नह होनी चािहए।

(iii) टेबल पी आर के /लािसक ए यूनतम 12 माह क अविध िबना कसी ज टलता के


बीत चुक हो और साथ ही कसी ज टलता का इितहास अथवा सा य न हो।

(iv) को नयल पै कमीटर ारा पी आर के /लािसक के बाद क मापी गई को नयल मोटाई


450 माइ ो स से कम नह होनी चािहए।

(v) पी आर के /लािसक से पूव उ र ै ि टव किमय ((>6डी) वाले ि य को


िनकाल दया जाएगा।

(ज) वायु सेना क कसी भी ूटी के िलए र े ि टव किमय को ठीक करने के िलए रे िडयल
करे टोटोमी (आर के ) सजरी क अनुमित नह है। आई ओ एल इं लाट सिहत या इसके िबना कै टेरै ट
सजरी करवाने वाले अ य थय को भी अन फट घोिशत कया जाएगा।

(झ) ने मांसपेषी का संतुलन

(i) भगापन दखायी देने वाले ि य को कमीषन दान करने के िलए वीकार नह
कया जाएगा।

(ii) वायुकम दल के मामले म लेटे ट ट या ही ोफो रया का िनधारण मुखतः


यूजन मता के मू यांकन पर आधा रत होगा। यूजन क एक मजबूत समझ,
तनाव और थकान होने पर बाइनो यूलर िवजन का अनुर ण सुिनि चत करती है।
इसिलए वीकायता के िलए यह मु य मानदंड है।

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(कक) अिभसरण

(ककक) अिभदृ यक अिभसरण। इसका औसत 6.5 से 8 सेमी तक है। यह 10 सेमी


और उससे अिधक पर खराब होता है।

(ककख)स जेि टव अिभसरण (एस सी)। यह अिभसरण के तनाव के अधीन


बाइनाकू लर िवजन के ड वाइं ट (अंितम छोर) को दषाता है। य द
स जेि टव अिभसरण ऑ जेि टव अिभसरण क सीमा से परे 10 सेमी से
अिधक है तो यूजन मता खराब होती है। यह िवषेशकर तब होती है जब
ऑ जेि टव अिभसरण 10 सेमी और इससे अिधक होता है।

(कख) एकमोडेषन। मायो स (िनकटदृि टक) के मामले म एकमोडेषन का


करे ि टव िनधारण लास को सही पॉिजषन म रखकर कया जाना चािहए।
िविभ आयु समूह म एकमोडेषन के िलए वीकाय मानक

66
नीचे तािलका म दए गए ह :-

आयु व ष म 17-20 21- 26-30 31-35 36-40 41-45


25

एकमोडेषन (सेमी म) 10-11 11- 12.5- 14-16 16-18.5 18.5-27


12 13.5

(ठ) ने मांसपेषी का संतुलन गितज होता है और एका ता, उ ेजना, थकान, हाइपोि सया,
स और षराब का सेवन करने से इसम प रवतन होता है। अंितम िनधारण के िलए, उपयु
जांच पर एक साथ िवचार कया जाएगा। उदाहरण के िलए, मै ो स रॉड जांच क
अिधकतम सीमा से थोड़े अिधक वाले मामले, पर तु जो अ छी बाइनाकु लर, ित या एक
अ छी ऑ जेि टव अिभसरण िजसम स जेि टव अिभसरण के मुकाबले ब त कम अंतर
होता है को दषाते ह और कवर जांच पर पूण और ती वा यालाभ देते ह को वीकार
कया जा सकता है। दूसरी तरफ मै ो स रॉड जांच सीमा के भीतर के मामले पर तु जो
ब त कम या षू य यूजन मता दषाते ह, कवर जांच पर अपूण या कोई वा यलाभ नह
दषाते और खराब स जेि टव अिभसरण दषाते ह, को अ वीकार कया जाएगा। ने
मांसपेषी के संतुलन के मू यांकन के िलए मानक ा ट िनयम के प रिष ट-ग म उि लिखत
ह।

(ड) मीिडया (को नया, लस, िव यस) या फं डस म कोई ि लिनकल प रणाम जो क


पैथोलॉिजकल कृ ित का है और िजसक बढ़ने क संभावना है, अ वीकृ ित का एक कारण
होगा। यह जांच माइि यािसस के अंतगत ि लट लप और ऑ थैलमो कॉिप ारा क
जाएगी।

23. हीमोपॉइ टक णाली

(क) सभी अ य थय क पे लौर (एनीिमया), कु पोशण, पीिलया, पे रफे रल िल फे िडनोपैथी,


पुरपुरा, पे टके ई/ए कमोिसस और िहपेटोि लनोिमगेली क ि लिनकल सा य के िलए जांच
क जाएगी।

(ख) योगषाला ारा एनीिमया (पु श म <13g/dl) क पुि ट होने क ि थित म, एनीिमया के
कार और ए टयोलॉजी का पता लगाने के िलए आगे जांच क जाएगी। इसम संपूण
हीमो ाम (पीसीवी एमसीवी, एम सी एच, एम सी एच सी, टी आर बी सी, टी ड यू बी सी,
डी एल सी, लेटलेट क मा ा, रे टकु लोसाइट क मा ा और ईएस आर षािमल ह गे) और
पे रफे रल लड मीयर षािमल होगा। इ टयोलॉजी का िनधारण करने के िलए अ य सभी
जांच यथाव यक क जाएंगी। िप क थैली म पथरी के िलए पेट क अ ासेनो ाफ , ऊपरी
जी आई एंडो कॉपी/ ै टो कोपी और हीमो लोिबन इले ोफोरे िसस इ या द दषाए
अनुसार क जाएंगी और अ यथ क फटनैस का िनधारण येक मामले क मे रट के
आधार पर कया जाएगा।

67
(ग) थम दृ टया माइ ड माइ ोसाइ टक हाइपो ोिमक (लौह क कमी से होने वाला
एनीिमया) या डाइमो फक एनीिमया (पु श म भ्इढ11ण्5ह कस) वाले अ य थय को 04
से 06 स ाह क अविध के िलए अ थायी तौर पर अन फट घोिशत कया जाएगा िजसक
बाद म समी ा क जाएगी। इन अ य थय को वीकार कया जा सकता है य द पूण
हीमो ाम और पी सी वी पे रफे रल मीयर क जांच का प रणाम सामा य रज के भीतर
रहता है। मै ासाइ टक/िमगेलो लाि टक एनीिमया वाले अ य थय को अन फट माना
जाएगा।

(घ) आनुवंिषक हीमोलाइ टक एनीिमया (लाल र कोिशका क मबरस म खराबी के कारण या


लाल र ए जाइम क कमी के कारण) और हीमो लोिबनोपेथीज (िसकल सेल रोग, बीटा
थेलेसीिमया : मेजर, इंटरमीिडया, माइनर, ेट और अ फा थेलेसीिमया इ या द) के ल ण
वाले सभी अ य थय को स वस (सेवा) के िलए अन फट समझा जाएगा।

(च) वचा म कसी कार के पुराने हीमोरहेज जैसे एक मोिसस/पे टके ई, एिप टे सस, मसूढ़
और पोशण नली से र ाव, छोटे आघात या लेसरे षन/दांत िनकलने के बाद लगातार
र ाव और हीमोफ िलया या अ य र ाव क बीमा रय का कोई पुराना पा रवा रक
इितहास होने पर संपूण जांच क जाएगी। स वस (सेवा) म वेष के िलए इन अ य थय को
वीकार नह कया जाएगा। पुरपुरा क ि लिनकल पुि ट या ो बोसाइटोपीिनया के ल ण
वाले सभी अ य थय को स वस (सेवा) के िलए अन फट माना जाएगा।

(छ) जांच के बाद पुरानी हीमोफ िलया, वॉन वाइल ांड रोग के ल ण वाले अ य थय को
षु आती तर पर स वस (सेवा) के िलए अन फट घोिशत कया जाएगा।

68
प रिष ट ’क’
(पैरा 12 देख)

एन डी ए ( लाइं ग एवं ाउं ड ूटी) म अ य थय क भत के समय िविभ आयु समूह के पु श क ऊंचाई


एवं मानक िनव वजन
(औसत के उ तर पर 10 ितषत प रवतन वीकाय)

आयु वग (वश म)/वजन ( क ा म)

ऊंचाई (सेमी म) 15-16 16-17 17-18 18-19

152 41 42.5 44 45

155 42 43.5 45.3 47

157 43 45 47 48

160 45 46.5 48 49

162 46 48 50 51

165 48 50 52 53

167 49 51 53 54

170 51 52.5 55 56

173 52.5 54.5 57 58

175 54.5 56 59 60

178 56 58 61 62

180 58.5 60 63 64.5

183 61 62.5 65 66.5

69
प रिष ट ’ख’
(पैरा 22(ख);( (viii) देख)

रत धी के संबध
ं म माणप

आ र सिहत नाम

बच सं या चे ट सं.

म एत ारा यह मािणत करता ं क मेरी सव म जानकारी के अनुसार मेरे प रवार म रत धी का कोई


मामला नह रहा है, और म इससे पीिड़त नह ।ं

दनांक ......... (अ यथ के ह ता र)

के ारा ितह ता रत

(िच क सा अिधकारी का नाम)

70
प रिष ट ’ग’

(पैरा 22(ग) देख)

भत के समय एन डी ए ( लाइंग एवं ाउं ड टू ी)


ी अ य थय के दृि टगत मानक

म सं. ांच अपवतक ु ट क अिधकतम दृ यता ती णता कलर िवजन


सीमा ुट

1. एफ (पी) ड यू हायपरमे ोिपया + 2.0 डी एक आंख 6/6 एवं सी पी - I


एस ओ सिहत एस पी एच दूसरी 6/9 के वल
मेनीफे टमायोिपया : षू य, हाइपरमे ोिपया के
रे टनो कोिपक मायोिपया - िलए 6/6 तक
0.5 कसी भी यामो र संषोधनीय
परिम टड एस टगमे ट म म -
+0.75 डी लीिनकल
(अिधकतम +2.0 डी क सीमा
म)
2. एफ (पी) को हायपरमे ोिपया +3.5 डी एक आंख 6/24 एवं सी पी - I
छोड़कर एयर ू एस पी एच मायोिपया - दूसरी 6/36
2.0डी एस पी एच संषोधनीय 6/6 एवं
ऐि टगमे ट म +0.75 डी 6/9
लीिनकल
3. षासन/ षा. (ए हायपरमे ोिपया +3.5 डी संषोधनीय दृ यता सी पी - II
टी सी)/ षा.(एफ एस पी एच मायोिपया -3.5 ती णता येक
सी) डी एस पी एच ऐि टगमे ट म आंख म 6/9 होनी
कसी यामो र म +2.5 डी चािहए।
लीिनकल
4. ए ई (एम) ए ई हायपरमे ोिपया +3.5 डी येक आंख म सी पी - II
(एल) एस पी एच मायोिपया संषोधनीय
-3.50 डी एस पी एच ती णता 6/9 होनी
ऐि टगमे ट म कसी चािहए। सलाह के
यामो र म +2.5 डी मुतािबक च मा
लीिनकल पहनना अिनवाय
होगा।
5. मेट हायपरमे ोिपया +3.5 डी संषोधनीय दृ यता सी पी - II
एस पी एच मायोिपया ती णता बेहतर
-3.50 डी एस पी एच आंख म 6/6 एवं
ऐि टगमे ट म +2.50 डी खराब आंख म
लीिनकल 6/18 होनी
चािहए। च मा
पहनना अिनवाय
होगा।

71
6. लेखा/संभा./िष ा संषोधनीय दृ यता सी पी - III
हायपरमे ोिपया +3.5 डी
ती णता बेहतर
एस पी एच मायोिपया -3.50
आंख म 6/6 एवं
डी एस पी एच ऐि टगमे ट म
+2.50 डी लीिनकल
खराब आंख म
6/18 होनी
चािहए। च मा
पहनना अिनवाय
होगा।
नोट 1 – म स॰ 1 और 2 म आने वाले का मक का ने मांसपेशी संतुलन नीचे दी गई
सारणhh के अनु प होना चािहए ।
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72
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प रिश -V

सेवा आ द का संि िववरण


1. अकादमी म भत होने से पूव माता-िपता या संर क को िन िलिखत माणप पर
ह ता र करने ह गे।
(क) इस आशय का माणप क वह यह समझता है क कसी िश ण के दौरान या
उसके प रणाम व प य द कोई चोट लग जाए या ऊपर िन द कसी कारण या अ यथा
आव यक कसी स जकल आपरे शन या संवेदनाहरण दवा के प रणाम व प उसम कोई
शारी रक अश ता आ जाने या उसक मृ यु हो जाने पर वह या उसके वैध उ रािधकारी को
सरकार के िव कसी मुआवजे या अ य कार क राहत का दावा करने का हक न होगा।

(ख) इस आशय का बंधप क, य द उ मीदवार को रा ीय र ा अकादमी से इस आधार


पर बखा त या िनकाला या वापस कया गया क उसने उ रा ीय र ा अकादमी म वेश
लेने के िलए अपने आवेदन- प म जानबूझ कर गलत िववरण दया अथवा मह वपूण
जानकारी को िछपाया अथवा उसे उ रा ीय र ा अकादमी से अनुशासिनक आधार पर
बखा त या िनकाला अथवा वापस कया गया अथवा उ रा ीय र ा अकादमी म िश ण के
दौरान िववाह के कारण अथवा कसी ऐसे कारण से जो कै डेट के िनयं ण म है, वह अपने
िश ण क अविध पूरी नह करता अथवा वह कै डेट, ऊपर बताए गए के अनुसार कसी
कमीशन को वीकार नह करता तो गारं टीकता तथा कै डेट अलग-अलग तथा संयु प से
त काल सरकार को वह रोकड़ रािश देने के िलए बा य ह गे जो सरकार िनयत करे गी। कतु
यह रािश उस य से अिधक नह होगी जो सरकार ने कै डेट के िश ण के दौरान उस पर
खच क है तथा कै डेट ारा सरकार से ा कए गए वेतन तथा भ े सिहत सारी रािश पर
याज भी लगेगा िजसक दर सरकार ारा दए गए ऋण पर लगने वाली याज दर, जो
उस समय लागू है, के समान ह गी।
2. आवास, पुस्तक, वद , रहने तथा िच कत्सा उपचार सिहत िश ण का खच सरकार
ारा वहन कया जाएगा। तथािप, कै डेट के माता-िपता या संर क को अपना िनजी खच
वहन करना अपेि त होगा। सामान्यत: यह य 3,000.00 पए ित माह से अिधक नह
होना चािहए। य द कसी कै डेट के माता-िपता या संर क इस व्यय को भी पूरी तरह या
आंिशक प से वहन करने क ि थित म नह ह, तो ऐसे कै डेट के माता-िपता या संर क
िजनक मािसक आय 21,000/- पए ित माह से कम है, के मामले म सरकार ारा
िश ण क अविध के दौरान 1,000.00 पए ित माह क िवत्तीय सहायता दान क
जा
सकती है। िजन कै डे स के माता-िपता या संर क क मािसक आय 21,000/- पए ित
माह से अिधक है, वे िवत्तीय सहायता के पा नह ह गे। य द एक से अिधक पु /वाड
( ितपाल्य) एनडीए, आईएमए, ओटीए तथा नौसेना और वायु सेना क संगत िश ण
ितस्थापना म साथ-साथ िश ण ाप्त कर रहे ह तो वे दोन ही िवत्तीय सहायता के
िलए पा ह गे।

3. अकादमी म िश ण के िलए अंितम प से चुने गये उ मीदवार को आने पर


कमांडट, रा ीय र ा अकादमी के पास िन िलिखत रािश जमा करनी होगीः--

73
(क) ितमाह 3000.00 पए क दर से पांच माह पये 15,000.00
का पाके ट भ ा
(ख) कपड़ एवं उप कर क मद के िलए पये 21831.00
(ग)सेना समूह बीमा िनिध पये 7200.00
(घ) वाइ नग के समय कपड़ हेतु पये 8681.00
(च)पहले सेमे टर के दौरान होने वाले आनुषंिगक य पये 7138.00
योग पये 59850.00
य द उ मीदवार के िलए िव ीय सहायता को मंजूरी िमल जाती है तो उपयु उि लिखत
रािश म से िन िलिखत रािश वािपस लौटा दी जाएगी:--
(क) ित माह 400.00 पए क दर से पांच माह पये 2000.00
के िलए पाके ट भ ा (सरकारी िव ीय सहायता
के अनु प)
(ख) कपड़ एवं उप कर क मद के िलए पये 13935.00
4. रा ीय र ा अकादमी म िन िलिखत छा वृि यां/िव ीय सहायता उपल ध ह◌ः
(1) परशुराम भाऊ पटव न छा वृि : यह छा वृि पा सग आउट पा म के अंतगत
अकादिमक े म सम त थम थान ा करने वाले कै डेट को दान क जाती है।
एकबारगी छा वृि क रािश 5000/- है।
(2) कनल किडल फे क मेमो रयल छा वृि : यह 4800 पये ित वष क छा वृि उस
मराठा कै डेट को दी जाएगी जो भूतपूव सैिनक का पु है। यह छा वृि सरकार से ा होने
वाली कसी िव ीय सहायता के अित र होती है।

(3) कौर सह मेमो रयल छा वृि : दो छा वृि यां उन दो कै डेट को दान क जाती ह
िज ह िबहार के उ मीदवार म उ तर थान ा हो। येक छा वृि 37 . ित मास क
होगी तथा अिधकतम 4 वष के िलए रा ीय र ा अकादमी, खड़कवासला म िश ण के
दौरान तथा उसके बाद भारतीय सेना अकादमी, देहरादून तथा वायु सेना ला ग कालेज तथा
भारतीय नौ सेना अकादमी, इझीमाला म जहां कै डेट को िश ण के िलए रा ीय र ा
अकादमी, िश ण पूण करने पर भेजा जाएगा, दी जाती रहेगी। छा वृि तभी िमलती
रहेगी जब कै डेट उपयु सं था म अ छी गित करता रहे।
(4) असम सरकार छा वृि : दो छा वृि यां असम के कै डेट को दान क जाएंगी। येक
छा वृि 30 . ित मास क रहेगी तथा जब तक छा रा ीय र ा अकादमी म रहेगा
उसे िमलती रहेगी। छा वृि असम के दो सव म कै डेट को उनके माता-िपता क आय पर
यान दए िबना दान क जाएगी। िजन कै डेट को यह छा वृि दान क जाएगी, उ ह
सरकार क ओर से अ य िव ीय सहायता दान नह क जाएगी।
(5) उ र देश सरकार छा वृि यां: दो छा वृि यां 30 . ित मास क तथा 400 .
क प रधान वृि उ र देश सरकार के दो कै डेट क यो यता तथा आय के आधार पर
रा ीय र ा अकादमी म संतोषजनक गित करने पर 3 वष के िलए दी जाएगी। िजन कै डेट
को ये छा वृि यां िमलगी उ ह अ य कार क िव ीय सहायता सरकार से नह िमलेगी।
(6) के रल सरकार छा वृि : पूरे वष के िलए 480 . क एक यो यता छा वृि रा. र.
अकादमी म िश ण क पूरी अविध के िलए के रल रा य ारा उस कै डेट को दी जाती है जो
के रल रा य का अिधवासी िनवासी है और जो रा. र. अकादमी हेतु अिखल भारतीय
सं.लो.से.आ. क वेश परी ा म थम थान ा कर लेता है भले ही उसने वह परी ा

74
रा ीय भारतीय सेना का◌ॅलेज से या भारत भर म कसी सैिनक कू ल से उ ीण क हो। ऐसा
करते समय कै डेट के िपता/संर क क आ थक ि थित पर कोई यान नह दया जाता है।
(7) िबहारी लाल मंदा कनी पुर कार:
कार यह 500 पये का नकद पुर कार सव म बंगाली
लड़के को अकादमी से येक कोस के िलए िमलता है, आवेदन प कमांडट, रा ीय र ा
अकादमी से िमलते ह।
(8) उड़ीसा सरकार छा वृि यां: तीन छा वृि यां--एक थल सेना, एक नौ सेना तथा एक
वायु सेना के कै डेट के िलए येक 80 . ित मास के िहसाब से उड़ीसा सरकार ारा उन
कै डेट को दी जाएंगी जो उड़ीसा रा य के थायी िनवासी ह। इनम से दो छा वृि यां कै डेट
क यो यता तथा आय के साधन के आधार पर दी जाएंगी िजनके माता-िपता या अिभभावक
क आय . 5000 ित वष से अिधक न हो तथा तीसरी छा वृि िबना उसके माता-िपता
या अिभभावक क आय को यान म रखते ए सव म कै डेट को दी जाएगी।
रा य सरकर रािश पा ता
9 पि म बंगाल िन मय उ (i) कै डेट भारतीय नाग रक होना
ारं िभक एकमु त .5000/- .3750/- चािहए और कै डेट और/अथवा उसके
अनुदान ित स .500/- माता-िपता पि म बंगाल रा य के
छा वृित ¹आय .1800/- .1350/- थायी िनवासी होने चािहए अथवा
समूह सारणी .900/- उनका थायी िनवास थान पि म
िन --9000/- बंगाल होना चािहए।
पए ित माह (ii) कै डेट को मै रट पर ा
तक होने वाली छा वृि अथवा वजीफे
के िसवाए भारत सरकार और/अथवा
म य--9001/- रा य सरकार अथवा कसी अ य
पए से ािधकरण से कोई अ य िव ीय
18000/- ित सहायता/अनुदान ा नह होता है।
माह तक

उ --18000/-
पए
10 गोवा 1000/- पए ित माह (i) कै डेट के माता-िपता/
िश ण क अविध के अिभभावक क आय क सीमा
दौरान,(अिधकतम 24 माह 15,000/- पए ित माह
अथवा कोस क अविध के (1,80,000/- पए ित वष) से
दौरान, जो भी कम हो) और अिधक नह होनी चािहए।
12000/- पए का
एकबारगी वद भ ा। (ii)अ.जा./अ.ज.जा./अ.िप.व.
से संबंिधत क आय सीमा
37,500/- पए ित माह
(4,50,000/- पए ितवष) से
अिधक नह होनी चािहए।
(iii) वे कसी भी अ य ोत से
िव ीय सहायता/छा वृि /िनःशु क
िश ण ा न कर रहे ह ।

75
11 नागालड 1,00,000/- पए नागालड रा य का अिधवासी होना
एकबारगी भुगतान चािहए।

12 मिणपुर 1,00,000/- पए मिणपुर रा य का अिधवासी होना


एकबारगी भुगतान चािहए।

13 अ णाचल देश छा वृि 1000/- पए ित अ णाचल देश रा य का अिधवासी


माह होना चािहए।
एकबारगी वद भ ा
12,000/- पए
14 गुजरात छा वृित 6000/- पए ित गुजरात के सेवारत/भूतपूव सैिनक
वष मूल/अिधवासी सैिनक
(भूतपूव/सेवारत अिधकारी सिहत)
के आि त/ अिधवासी को
15 उत्तराखंड
(क) उत्तराखंड के अिधवासी एनडीए कै डेट हेतु 250/- . ितमाह क जेब खच
रािश ऐसे कै डेट के िपता/संर क को दान क जाती है (पूव-सैिनक/िवधवा के मामले म
संबंिधत िजला सैिनक कल्याण कायालय के माध्यम से )।
(ख) उत्तराखंड के अिधवासी एनडीए कै डेट के िपता/संर क को उच्च िश ा
िनदेशालय, हल ानी के माध्यम से 50,000/- . का नकद पुरस्कार दान कया
जाता है।
16 पंजाब 1,00,000/- पए पंजाब रा य का अिधवासी होना चािहए।
एकबारगी भुगतान
17 रा य सभी अिधकारी वेश सभी अिधकारी वेश योजना के िलए
सरकार, योजना के िलए 1॰5 लाख िस म के सफल उ मीदवार हेतु
िस म पए पुर कार
18 उड़ान अिधकारी अनुज नांचल स्मारक छा वृि - छठे स म सम त: ि तीय स्थान
ाप्त करने वाले वायु सेना कै डेट को 1500/- . (एकबारगी भुगतान)।
19 पाइलट अिधकारी गुरमीत सह बेदी स्मारक छा वृि - पाइलट अिधकारी गुरमीत सह
बेदी स्मारक छा वृि । छठे स म पा सग आउट के समय सम त: सव ेष्ठ वायु सेना
कै डेट को 1500/- . (एकबारगी भुगतान)।

(20) िहमाचल देश सरकार छा वृि : िहमाचल देश के कै डेट को 4 छा वृि यां दान
क जाएंगी। िश ण के थम दो वष के िलए छा वृि यां 30 पये ितमास तथा िश ण
के तीसरे वष के िलए 40 पये ितमास िमलेगी। यह छा वृि उन कै डेट को िमलेगी िजनके
माता-िपता क मािसक आय 500 पये ितमास से कम होगी, जो कै डेट सरकार से िव ीय
सहायता ले रहा हो उसे छा वृि नह िमलेगी।

(21) तिमलनाडु सरकार क छा वृि : तिमलनाडु सरकार ने रा ीय र ा अकादमी म ित


कोस . 30 ितमास क एक छा वृि तथा साथ म . 400 स ा भ ा (कै डेट के
िश ण क पूरी अविध के दौरान के वल एक बार) देना शु कया है जो उस कै डेट को
दया जाएगा जो तिमलनाडु रा य का हो तथा िजसके अिभभावक/संर क क मािसक आय
. 500 से अिधक न हो। पा कै डेट अपना आवेदन कमांडट, रा ीय र ा अकादमी को वहां
प च
ं ने पर तुत कर सकते ह।

76
(22) कनाटक सरकार क छा वृि यां- कनाटक सरकार ने राष् ीय र ा अकादमी म वेश
पाने वाले कनाटक राज्य के कै डेट को छा वृि यां दान क ह। छा वृि क रािश
1000/- .(एक हजार पए) ितमाह और वद (आउट फट) भत्ते क रािश थम स
म 12000/- . होगी।
(23) एलबट ए ा छा वृि : िबहार सरकार ने रा ीय र ा अकादमी म . 50/-
ितमास क 25 यो यता छा वृि यां रा ीय र ा अकादमी म छः समयाविध के पूरे समय के
वा ते एक बार और . 650/- व तथा उप कर के वा ते देना शु कया है। िजस कै डेट
को उपयु यो यता छा वृि िमलती है वह सरकार से कोई अ य छा वृि या िव ीय
सहायता का पा नह होगा। पा कै डेट रा ीय र ा अकादमी म आने पर कमांडट को
आवेदन तुत कर सकते ह।
(24) ला ग आ फसर डीवी पटू मारक छा वृि : ुप कै टन एम. विश ने रा ीय र ा
अकादमी म वरीयता म म थम तीन थान पाने वाले कै डेट को पहला सेमे टर पूरा करने
पर दूसरे स के समा होने तक, एक स के िलए 125/- . ितमाह क दर से तीन
छा वृि यां ारं भ क ह। सरकारी िव ीय सहायता ा करने वाले कै डेट उपयु छा वृि
पाने के हकदार नह ह गे। पा कै डेट िश ण पर प चं ने के बाद कमांडट, रा ीय र ा
अकादमी को अपना आवेदन प भेज सकते ह।
(25) महाराष् राज्य के भूतपूव सैिनक के वाड को िवत्तीय सहायता

महाराष् के भूतपूव सैन्य अिधका रय /सैिनक के जो वाड एनडीए म कै डेट के तौर म


िश ण ाप्त कर रहे ह, उन्ह एकमुशत ् ोत्साहन के प म 50,000/- पए दए
जाएंगे।
कै डेट के माता-िपता/संर क को अकादमी से ाप्त माण-प के साथ अपने आवेदन प
को संबंिधत िजला सैिनक कल्याण कायालय म स्तुत करना होगा। छा वृि य पर लागू
िनबंधन और शत कमांडट, राष् ीय र ा अकादमी, खड़कवासला, पुणे – 411023 से ाप्त
क जा सकती ह।
(26) एनडीए म िश ण ाप्त कर रहे ह रयाणा के अिधवासी उम्मीदवार को िवत्तीय
सहायता।
ह रयाणा राज्य सरकार ने एनडीए/आईएमए/ओटीए तथा राष् ीय स्तर क अन्य र ा
अकादिमय म सफलतापूवक िश ण पूरा करने वाले ह रयाणा राज्य के अिधवासी त्येक
व्यि को 1,00,000/- पए (एक लाख पए) के नकद पुरस्कार क घोषणा क है।

(27) एनडीए म िश ण ाप्त कर रहे संघ शािसत े चंडीगढ़ के अिधवासी कै डेट को


ोत्साहन।
चंडीगढ़ शासन ने उन कै डेट को 1,00,000/- पए (एक लाख पए) क एकमुशत ्
ो साहन रािश दान करने हेतु योजना ारं भ क है जो संघ शािसत े चंडीगढ़ के िनवासी
ह तथा िजन्ह ने एनडीए म वेश िलया है।
-
5. चुने ए उ मीदवार के अकादमी म आने के बाद त काल उनके िलए िन िलिखत
िवषय म एक ारं िभक परी ा होगीः--
(क) अं ेजी
(ख) गिणत
(ग) िव ान
(घ) िह दी

77
(क), (ख) तथा (ग) के िलए परी ा का तर, भारतीय िव िव ालय या हायर
सैकडरी िश ा बोड क हायर सैकडरी परी ा के तर से ऊंचा नह होगा।
(घ) पर िलिखत िवषय क परी ा म यह जांचा जायेगा क उ मीदवारको अकादमी
म भत होने के समय िह दी का कतना ान है। अतः उ मीदवार को सलाह दी जाती है क
ितयोिगता परी ा के उपरांत अ ययन के िलए उदासीन न हो जाएं।
िश ण:

6. तीन सेवा , अथात् थल सेना, नौसेना और वायुसेना के िलए चयिनत उ मीदवार को
रा ीय र ा अकादमी (एनडीए), जो क अंतर-सेवा सं थान है, म 3 वष क अविध का अकादिमक
और शारी रक, दोन कार का ारंिभक िश ण दान कया जाता है। पहले ढाई वष के दौरान
दया जाने वाला िश ण तीन स्कं ध के उम्मीदवार के िलए समान है। उ ीण अथात् पास आउट
होने वाले सभी उम्मीदवार को जवाहरलाल नेह िव िव ालय, द ली ारा िनम्नानुसार िडि यां
दान क जाएंगी :-

(क) थल सेना कै डेट - बी.एससी./ बी.एससी. (कं प्यूटर)/ बी.ए.


(ख) नौसेना कै डेट - बी.टेक. िड ी *
(ग) वायु सेना कै डेट - बी.टेक. िड ी */ बी.एससी./ बी.एससी. (कं प्यूटर)

*नोट : बी.एससी./ बी.एससी. (कं प्यूटर)/ बी.ए. िड ी करने वाले सभी कै डेट को एनडीए म
अकादिमक, शारी रक तथा सेवा संबंधी िश ण पूरा कर िलए जाने पर िड ी दान क जाएगी।
बीटेक पा म म शािमल सभी कै डेट को बीटेक क िड ी संबिं धत कमीशन-पूव िश ण
अकादमी/संसथान/पोत/िवमान
् म िश ण के उपरांत दान क जाएगी।
नौसेना अकादमी के िलए चयिनत उ मीदवार को भारतीय नौसेना अकादमी, इझीमाला म 4
वष क अविध के िलए शैि क तथा शारी रक दोन कार का ारं िभक िश ण दया
जाएगा। 10+2 कै डेट एं ी कम को भारतीय नौसेना अकादमी से िश ण ा करने
(पा सग आउट) पर बी. टेक िड ी दान क जाएगी।

7. रा ीय र ा अकादमी से पास होने के बाद थल सेना कै डेट भारतीय सै य


अकादमी, देहरादून म, नौसेना कै डेट, भारतीय नौसेना अकादमी एजीमाला म और वायु सेना
कै डेट (उड़ान और ाउं ड ूट (Non-Tech) शाखाएँ), वायु सेना अकादमी, हैदराबाद
जाएंगे एवम वायु सेना कै डेट ाउं ड ू ट (Tech) शाखाएँ वायु सेना तकनीक
कालेज,बगलु म जाएंगे।
8. भारतीय सैनय
् अकादमी (आईएमए) के सेना कै डेट को जटलमैन कै डेट कहा
जाता है। इन्ह एक वष क अविध के िलए कड़ा सैनय ् िश ण दान कया जाता है,
िजसका उ ेश्य इन कै डेट को इन्फै न् ी सब-यूिनट का नेतृतव
् करने हेतु स म अिधकारी
बनाना है। िश ण सफलता से पूरा करने के बाद जे टलमैन कै डेट को उनके शेप-वन (शेप-
एक) शारी रक दृि से यो य होने पर लेि टनट के पद पर थायी कमीशन दया जाता है।
9. (क) नौ सेना कै डेट के रा ीय र ा अकादमी म पास होने पर उ ह नौ सेना
का कायपालक शाखा के िलए चुना जाता है, भारतीय नौसेना अकादमी इझीमाला म एक वष
क अविध के िलए और आगे िश ण दया जाता है िजसके सफलतापूवक पूरा करने के बाद
उ ह उप लेि टनट के रक म पदो त कया जाता है।

¼[k½ ukS lsuk vdkneh ds fy, 10+2 dSMsV ,aVªh Ldhe ds rgr p;fur
mEehnokjksa izk;ksfxd bysDVªkWfud ,oa lapkj bthfu;jh ¼,XthD;wfVo czkap½] esdSfudy
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dh tk,xhA
10. (क) वायु सेना कै डेट को हवाई उड़ान का डेढ़ वष का िश ण दया जाता
है। तथािप उ ह एक वष का िश ण पूरा होने पर अनि तम प से ला ग अफसर के प
म कमीशन दान कया जाता है। उनके बाद छः महीने का िश ण सफलतापूवक पूरा करने
पर उ ह एक वष क अविध के िलए प रवी ा पर थायी प से कमीशन अफसर के प म
समािहत कर दया जाता है।
(ख) वायु सेना क ाउं ड ूटी शाखा के कै डेट को एक वष क अविध तक उनक
ीम के अनुसार पेशिल ट े नग दी जाती है। एक वष का िश ण पूरा होने पर उ ह
लाइं ग अफसर के रक मे अनितम प से कमीशन दान कया जाता है। बाद म उ हे थायी
कमीशन ा अफसर के प म शािमल कर िलया जाता है और एक वष तक प रवी ा
अविध पर रखा जाता है।
सेवा क शत:
शत
11. सेना अिधकारी एवं वायु सेना व नौ सेना के समक रक
(i) कै डेट िश ण के िलए िनयत छा वृि स्टाइपड)
(स्टाइपड :-

सेवा अकादिमय म िश ण क संपूण अविध, 56,100/- . ितमाह*


अथात् भारतीय सैनय
् अकादमी (आईएमए) म (वेवेतन स्तर 10 से kरEÒ)
िश ण क अविध के दौरान, पु ष कै डेट को
दान क जाने वाली छा वृि

* सफलतापूवक कमीशन होने के उपरांत, कमीशन ए अिधकारी का वेतन स्तर 10 के थम सेल म


िनधा रत कया जाएगा और िश ण क अविध को कमीशन सेवा क अविध नह माना जाएगा।
िश ण अविध के दौरान देय भत्त , यथालागू, क बकाया रािश का भुगतान कै डेट को कया
जाएगा।

(ii) वेतन

(क)

रक वेतन स्तर(
तर . म)
लेि टनट से मेजर लेि टनट – स्तर 10 (56,100-1,77,500)
कै प्टन – स्तर 10 ख (61,300- 1,93,900)
मेजर – स्तर 11 (69,400-2,07,200)
लेि टनट कनल से मेजर जनरल लेि टनट कनल – स्तर 12 क (1,21,200-2,12,400)
कनल – स्तर 13 (1,30,600-2,15,900)
ि गेिडयर – स्तर 13 क (1,39,600-2,17,600)
मेजर जनरल - स्तर 14 (1,44,200-2,18,200)
लेि टनट जनरल स्तर 15 (1,82,200-2,24,100)
(उच्चतर शासिनक ेड वेतनमान)
लेि टनट जनरल (उच्चतर स्तर 16 (2,05,400-2,24,400)
शासिनक ेड+ वेतनमान)
उप सेनाध्य / सेना कमांडर/ स्तर 17 (2,25,000/-) (िनयत)
लेि टनट जनरल(एनएफएसजी)
79
सेनाध्य स्तर 18 (2,50,000/-) (िनयत)

80
(ख) अिधका रय को दया जाने वाला सैनय
् सेवा वेतन (एमएसपी
एमएसपी)
एमएसपी िनम्नानुसार है:-

लेि टनट से ि गेिडयर रक के 15,500 . ितमाह िनयत


अिधका रय को दया जाने वाला
सैनय
् सेवा वेतन

ग)
(ग उड़ान भत्ता

सेना िवमानन (एिवयेशन) कोर म कायरत थलसेना के िवमानचालक (पाइलट) 25000/- .


ितमाह उड़ान भत्ता ा करने के हकदार ह गे।

घ)
(घ अन्य भत्ते :-

महंगाई भत्ता उन्ह दर और शत पर देय होगा जो,


जो समय-समय
समय समय पर
िसिविलयन का मक के मामले म लागू ह।

पैरा भत्ता 10,500/- . ितमाह

पैरा रज़वभत्ता 2,625/- . ितमाह

पैरा जंप िश क 10,500/- . ितमाह


भत्ता
प रयोजना भत्ता 3,400/- . ितमाह

िवशेष बल भत्ता 25,000/- . ितमाह

तकनीक भत्ता 3,000/- . ितमाह


( तर-I)
तकनीक भत्ता 4,500/- . ितमाह
( तर-II)

(च) फ ल्ड े म तैनात अिधकारी, अपने रक तथा तैनाती े के आधार पर, िनम्नानुसार फ ल्ड
े भत्त के पा ह गे:-

रक अ यिधक स य फ ल्ड े भत्ता मध्यम फ ल्ड े


े भत्ता भत्ता

अिधका रय 16900/- . 10500/- . 6300/- .


ितमाह ितमाह ितमाह

अिधक ऊंचाई (हाई


हाई ऑल्टी ड
ू ) वाले स्थान संबध
ं ी भत्ता

रक ण
े ी-I
ी ( ितमाह)
ितमाह ण
े ी-II
ी ( ितमाह)
ितमाह ेणी-III
ी ( ितमाह)
ितमाह
अिधका रय 3400/- . 5300/- . 25000/- .
ितमाह ितमाह ितमाह

81
काउनटर िव ोह भ ा

लेवल काउनटर िव ोह भ ा काउनटर िव ोह भ ा काउनटर िव ोह भ ा


शांित े फ ल्ड े संशोिधत फ ल्ड े

अिधका रय 10,500/- . 16,900/- . 13,013/- . ितमाह


ितमाह ितमाह

(छ) िसयािचन भत्ता 42,500/- . ितमाह

(ज) वद भत्ता 20,000/- . ितवष

(झ) राशन साम ी फ ड और शांित े

(ञ) प रवहन भत्ता

वेतन स्तर अिधक प रवहन भत्ते वाले शहर अन्य स्थान


( . ितमाह) ( . ितमाह)
अिधका रय 7200 . + महंगाई भत्ता 3600 . + महंगाई भत्ता

(ट) संतान िश ा भत्ता - के वल पहले दो जीिवत ब के िलए 2250/- . ितमाह ।


संतान िश ा भ ा नसरी से क ा 12 तक के िलए लागू है ।

(ठ) छा ावास क सि सडी के वल पहले दो जीिवत ब के िलए 6750/- . ितमाह


ित ब ा । छा ावास क सि सडी नसरी से क ा 12 तक के िलए देय होगा ।

(ड) सैनय
् िश ण के कारण उत्पन्न ई अथवा बदतर ई ि थित के चलते िच कत्सा
आधार पर अ म होने अथवा कै डेट (सीधी भत ) क मृतयु ् हो जाने पर कै डेट (सीधी
भत )/िनकटतम संबंिधय को िनम्नानुसार िहतलाभ रािश दान क जाएगी :

(I) अश ता के मामले म

(i) ॰ 9000/- ितमाह क दर से मािसक अनु ह रािश।


(ii) अश ता क अविध के दौरान 100% अश ता के िलए ॰ 16,200/- ितमाह क दर
से अश ता अनु ह रािश अित र प से देय होगी जो क अश ता क िड ी
100% से कम होने पर समानुपाितक प से कम कर दी जाएगी। अश ता क िड ी
20% से कम होने क ि थित म कोई अश ता रािश देय नह होगी।
(iii) अश ता िच क सा बोड (आईएमबी) क िसफा रश पर 100% अश ता के िलए ॰
6,750/- ितमाह क दर से थाई प रचारक भ ा(सीसीए)।

82
(।।) मृ यु के मामले म

(i) िनकटतम संबंिधय को ॰ 12.5 लाख क अनु ह रािश


(ii) िनकटतम संबंिधय को ॰ 9,000 ितमाह क दर से अनु ह रािश

कै डेट (सीधी भत )/ िनकटतम संबंिधय को अनु ह रािश पूणत: अनु ह आधार पर वीकृ त
क जाएगी और इसे कसी भी उ े य के िलए पशन नह माना जाएगा। तथािप, मािसक
अनु ह रािश के साथ-साथ अनु ह अश ता रािश पर लागू दर के अनुसार महंगाई राहत
दान क जाएगी।

12. क) सेना सामूिहक बीमा फं ड ी-कमीशन िश ण यानी 3 साल के िलए वाइ नग


क तारीख से कै डे स ारा पया 7,200/- के एक बार के गैर-वापसी यो य ीिमयम
के भुगतान पर 15 लाख पये का बीमा कवर दान करता है। य द कसी कै डेट को
िनवािसत कया जाता है तो उससे िनवािसत अवधी के िलये 1355/- क दर से

अित र ीिमयम िलया जायेगा। अश ता के कारण िज ह अश ता िच क सा बोड ारा


से बाहर कर दया जाता है और जो कसी कार क पशन के हकदार नह ह, उन
मामल म 100% अश ता के िलए 15 लाख पए दान कए जाएंगे। अश ता के
िलए इसे समानुपाितक प से कम करके 20% तक कर दया जाएगा। तथािप, 20% से
कम अश ता के िलए िश ण के ारं िभक वष के िलए के वल ॰ 50,000/- का
अनु ह अनुदान और िश ण के अंितम वष के दौरान ॰1,00,000/- का अनु ह
अनुदान दया जाएगा। म दरापान, नशे क लत तथा भत से पहले ए रोग से उ प
अश ता के िलए अश ता लाभ और अनु ह अनुदान देय नह ह गे। इसके अित र ,
अनुशासिनक आधार पर अपना नाम वापस लेने वाले, अवांछनीय के तौर पर िन कािसत
अथवा वे छा से अकादमी छोड़ने वाले कै डेट भी अश ता लाभ और अनु ह अनुदान के
िलए पा नह ह गे। इस योजना मे कोइ बचत घटक नही है।

(ख)भारतीय सै य अकादमी म टाइपड ा कर रहे जटलमैन कै डेट को िनयिमत अिधका रय पर


यथा लागू मु य एजीआई योजना के अनुसार 75 लाख पए का बीमा दान कया जाता है।
अश ता के कारण िज ह अश ता िच क सा बोड ारा भारतीय सै य अकादमी से बाहर कर दया
जाता है, और वे कसी कार क पशन के हकदार नह ह, उन मामल म 100% अश ता के
िलए 25 लाख पए दान कए जाएंगे। 20% अश ता के िलए इसे समानुपाितक प से कम
करके 5 लाख ॰ दया जाएगा। तथािप, 20% से कम अश ता के िलए िश ण के ारं िभक वष
के िलए के वल 50,000/- ॰ का अनु ह अनुदान और िश ण के अंितम वष के दौरान
1,00,000/- ॰ का अनु ह अनुदान दया जाएगा। म दरापान, नशे क लत तथा भत से पहले
ए रोग से उ प अश ता के िलए अश ता लाभ और अनु ह अनुदान देय नह ह गे। इसके
अित र , अनुशासिनक आधार पर अपना नाम वापस लेने वाले, अवांछनीय ठहराए जाने के
कारण िन कािसत अथवा वे छा से अकादमी छोड़ने वाले जटलमैन कै डेट भी अश ता लाभ और
अनु ह अनुदान के िलए पा नह ह गे। िनयिमत सेना अफसरो पर यथा लागु मु य सेना सामुिहक
बीमा योजना के त त सद य बनने के िलये जटलमैन कै डेट को मािसक आधार पर अंशदान के प
मे 5,000/- क दर से अि म भुगतान करना होगा। िनवासन अविध के िलये अंशदान क
वसूली भी इसी दर से क जायेगी।

83
13. ो ित के अवसर:
अवसर

म सेना नौसेना वायु सेना मूल पदो ित के िलए


अपेि त यूनतम
सं. संगणनी
णनीय
नीय कमीशन ा
सेवा
(क) लेि टनट सब लेि टनट लाइं ग आ फसर कमीशन ा होने पर
(ख) कै टन लेि टनट लाइट लेि टनट 02 वष
(ग) मेजर लेि टनट कमांडर ा न लीडर 06 वष
(घ) लेि टनट कनल कमांडर वग कमांडर 13 वष
ङ)
(ङ कनल (चयन) कै टन (चयन) ुप कै टन(चयन) चयन के आधार पर
(च) कनल(समयमान) कै टन (समयमान) ुप कै टन(समयमान) 26 वष
(छ) ि गेिडयर कोमोडोर एअर कोमोडोर
(ज) मेजर जनरल रयर एडिमरल एअर वाइस माशल चयन के आधार पर
(झ) लेि टनट जनरल वाइस एडिमरल एअर माशल
(ञ) जनरल एडिमरल एअर चीफ माशल

14. सेवा िनवृि लाभ


पशन,
पशन उपदान और े युटी अवाड समय-समय
समय समय पर लागू िनयम के अनुसार वीकाय ह गे।
15. छु ी

समय-समय
समय समय पर लागू िनयम के अनुसार छु ी वीकार होगी।
*****

84

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