You are on page 1of 1

ए ोसेज म खोज साइन इन


 पंचां ग   ौहार  कैलडर   त  मु त  दै िनक पंचां ग  ज कुंडली  कुंडली िमलान

ए ोसेज मोबाइल पर सभी मोबाइल ऍ

ए ोसेज टीवी स ाइब


होम /  ौहार /  गुड़ी पड़वा

भाषा : English िहं दी த ழ் ಕನ ಡ മലയാളം ગુજરાતી

मराठी বাংলা

गुड़ी पड़वा 2020 की तारीख व मु त


ए ोसेज ूजलेटर डे ली होरो ोप ई…
वष YYYY थान भर Enter City Name <<

2020 >> अपना ईमेल एडे स डाल स ाइब

ोितष पि का
2020 म गुड़ी English िहं दी ौहार

पड़वा कब है ? AstroSage TV The Trusted Astrolog…

Republic Day 2020 Special: India’s …

25 Saturn to Enter Capricorn After 30 …

Mauni Amavasya: Do This To Get Ri…


माच, 2020
Saturn Transit in Capricorn: Predicti…
(बुधवार)
What does 2020 say about Comedy…

How Strong are Rohit Sharma’s Sta…

गुडी पडवा मु त New Delhi, India के िलए


Fear of Lord Saturn: The Truth Behi…

मराठी िव म संवत 2077 शु


र खरीद
माच 24, 2020 को 14:59:33 से ितपदा आर ए ोसेज डॉट कॉम सव े
माच 25, 2020 को 17:28:39 पर ितपदा समा गुणव ा वाले र , लैब सिटिफकेट
के साथ बेचता है ।

आइए जानते ह िक 2020 म गुड़ी पड़वा कब है व गुड़ी पड़वा 2020 की तारीख व मु त। गुड़ी पड़वा का पव अभी खरीद

मु तः महारा म िह दू नववष या नव-सवं र के आरं भ की ख़ुशी म मनाया जाता है । पंचां ग के अनुसार चै


मास के शु प की ितपदा से नए साल की शु आत होती है और इसी िदन यह ोहार मनाने की था है । य खरीद
ए ोसेज डॉट कॉम के िव ास के
साथ यं का लाभ उठाएँ ।
गुड़ी पड़वा का मु त
अभी खरीद
1.  चै मास के शु प म िजस िदन सूय दय के समय ितपदा हो, उस िदन से नव संव र आरं भ
होता है ।
2.  यिद ितपदा दो िदन सूय दय के समय पड़ रही हो तो पहले िदन ही गुड़ी पड़वा मनाते ह। नव ह य खरीद
3.    यिद सूय दय के समय िकसी भी िदन ितपदा न हो, तो तो नव-वष उस िदन मनाते ह िजस िदन हों को शां त और सुखी जीवन
ितपदा का आरं भ व अ हो। ा करने के िलए नव ह य
ए ोसेज से ल।
अिधक मास होने की थित म िन िल खत िनयम के अनुसार गुड़ी पड़वा मनाते ह–
अभी खरीद

ेक 32 माह, 16 िदन और 8 घटी के बाद वष म अिधक मास जोड़ा जाता है । अिधक मास होने के बावजूद
ितपदा के िदन ही नव संव र आरं भ होता है । ऐसा इसिलए ोंिक अिधक मास भी मु महीने का ही अंग ा खरीद
माना जाता है । इसिलए मु चै के अित र अिधक मास को भी नव स र का िह ा मानते ह। ए ोसेज डॉट कॉम से सव े
गुणव ा वाले ा , लैब
सिटिफकेट के साथ ा कर।
गुडी पडवा की पूजा-िविध
अभी खरीद
िन िविध को िसफ़ मु चै म ही िकए जाने का िवधान है –

• नव वष फल वण (नए साल का भिव फल जानना)


• तैल अ ंग (तैल से ान)
• िन -प ाशन (नीम के प े खाना) पुनीत पां डे
• जारोपण
ए ोसेज डॉट कॉम के
• चै नवराि का आरं भ
फाउं डर ोितषी पुनीत पां डे
• घट थापना
के बारे म जान

संक के समय नव वष नाम हण (नए साल का नाम रखने की था) को चै अिधक मास म ही शु प की
ितपदा को मनाया जा सकता है । इस संव र का नाम मादी है तथा वष 2077 है । साथ ही यह ी
शालीवाहन शकसंवत 1942 भी है और इस शक संवत का नाम शावरी है ।

नव संव र का राजा (वषश)


नए वष के थम िदन के ामी को उस वष का ामी भी मानते ह। 2020 म िह दू नव वष बुधवार से आरं भ
हो रहा है , अतः नए स त् का ामी बुध है ।

गुड़ी पड़वा के पूजन-मं


गुडी पडवा पर पूजा के िलए आगे िदए ए मं पढ़े जा सकते ह। कुछ लोग इस िदन त-उपवास भी करते ह।

ातः त संक

ॐ िव ुः िव ुः िव ुः, अ णो वयसः पराध ी ेतवाराहक े ज ू ीपे भारतवष अमुकनामसंव रे


चै शु ितपिद अमुकवासरे अमुकगो ः अमुकनामाऽहं ारभमाण नववष ा थमिदवसे िव सृजः
ी णः सादाय तं क र े।

शोडषोपचार पूजा संक

ॐ िव ुः िव ुः िव ुः, अ णो वयसः पराध ी ेतवाराहक े ज ू ीपे भारतवष अमुकनामसंव रे


चै शु ितपिद अमुकवासरे अमुकगो ः अमुकनामाऽहं ारभमाण नववष ा थमिदवसे िव सृजो
भगवतः ी णः षोडशोपचारै ः पूजनं क र े।

पूजा के बाद त रखने वाले को इस मं का जाप करना चािहए–

ॐ चतुिभवदनैः वेदान् चतुरो भावयन् शुभान्।


ा मे जगतां ा दये शा तं वसेत्।।

गुड़ी पड़वा मनाने की िविध


1.  ातःकाल ान आिद के बाद गुड़ी को सजाया जाता है ।

  - लोग घरों की सफ़ाई करते ह। गाँ वों म गोबर से घरों को लीपा जाता है ।

  - शा ों के अनुसार इस िदन अ णोदय काल के समय अ ंग ान अव करना चािहए।

  - सूय दय के तुर बाद गुड़ी की पूजा का िवधान है । इसम अिधक दे री नहीं करनी चािहए।

2. चटख रं गों से सु र रं गोली बनाई जाती है और ताज़े फूलों से घर को सजाते ह।

3. नए व सु र कपड़े पहनकर लोग तैयार हो जाते ह। आम तौर पर मराठी मिहलाएँ इस िदन नौवारी (9
गज लंबी साड़ी) पहनती ह और पु ष केस रया या लाल पगड़ी के साथ कुता-पजामा या धोती-कुता
पहनते ह।

4. प रजन इस पव को इक े होकर मनाते ह व एक-दू सरे को नव संव र की बधाई दे ते ह।

5. इस िदन नए वष का भिव फल सुनने-सुनाने की भी पर रा है ।

6. पार रक तौर पर मीठे नीम की पि याँ साद के तौर पर खाकर इस ौहार को मनाने की शु आत
की जाती है । आम तौर पर इस िदन मीठे नीम की पि यों, गुड़ और इमली की चटनी बनायी जाती है ।
ऐसा माना जाता है िक इससे र साफ़ होता है और शरीर की ितरोधक मता बढ़ती है । इसका ाद
यह भी िदखाता है िक चटनी की ही तरह जीवन भी ख ा-मीठा होता है ।

7. गुड़ी पड़वा पर ीख , पूरन पोळी, खीर आिद पकवान बनाए जाते ह।

8. शाम के समय लोग लेिज़म नामक पार रक नृ भी करते ह।

गुड़ी कैसे लगाएँ


1. िजस थान पर गुड़ी लगानी हो, उसे भली-भां ित साफ़ कर लेना चािहए।
2. उस जगह को पिव करने के िलए पहले क िच बनाएँ ।
3.  क के के मह ी और कुमकुम अपण कर।

िविभ थलों म गुड़ी पड़वा आयोजन


दे श म अलग-अलग जगहों पर इस पव को िभ -िभ नामों से मनाया जाता है ।

1. गोवा और केरल म कोंकणी समुदाय इसे संव र पड़वो नाम से मनाता है ।


2. कनाटक म यह पव युगाड़ी नाम से जाना जाता है ।
3. आ दे श और तेलंगाना म गुड़ी पड़वा को उगाड़ी नाम से मनाते ह।
4. क ीरी िह दू इस िदन को नवरे ह के तौर पर मनाते ह।
5. मिणपुर म यह िदन सिजबु नोंगमा पानबा या मेइतेई चेइराओबा कहलाता है ।
6. इस िदन चै नवराि भी आर होती है ।

इस िदन महारा म लोग गुड़ी लगाते ह, इसीिलए यह पव गुडी पडवा कहलाता है । एक बाँ स लेकर उसके
ऊपर चां दी, तां बे या पीतल का उलटा कलश रखा जाता है और सु र कपड़े से इसे सजाया जाता है । आम तौर
पर यह कपड़ा केस रया रं ग का और रे शम का होता है । िफर गुड़ी को गाठी, नीम की पि यों, आम की डं ठल
और लाल फूलों से सजाया जाता है ।

गुड़ी को िकसी ऊँचे थान जैसे िक घर की छत पर लगाया जाता है , तािक उसे दू र से भी दे खा जा सके। कई
लोग इसे घर के मु दरवाज़े या खड़िकयों पर भी लगाते ह।

गुड़ी का मह
गुड़ी पड़वा से अनेक चीज़े जुड़ी ई ह। आइए, दे खते ह उनम से कुछ िवशेष को–

1. स ाट शािलवाहन ारा शकों को परािजत करने की ख़ुशी म लोगों ने घरों पर गुड़ी को लगाया था।
2. कुछ लोग छ पित िशवाजी की िवजय को याद करने के िलए भी गुड़ी लगाते ह।
3. यह भी मा ता है िक ा जी ने इस िदन ा की रचना की थी। इसीिलए गुड़ी को ज भी
माना जाता है । इसे इ - ज के नाम से भी जाना जाता है ।
4. भगवान राम ारा 14 वष का वनवास पूरा करके अयो ा वापस आने की याद म भी कुछ लोग गुड़ी
पड़वा का पव मनाते ह।
5. माना जाता है िक गुड़ी लगाने से घर म समृ आती है ।
6. गुड़ी को धम- ज भी कहते ह; अतः इसके हर िह े का अपना िविश अथ है –उलटा पा िसर को
दशाता है जबिक द मे -द का ितिनिध करता है ।
7. िकसान रबी की फ़सल की कटाई के बाद पुनः बुवाई करने की ख़ुशी म इस ौहार को मनाते ह।
अ ी फसल की कामना के िलए इस िदन वे खेतों को जोतते भी ह।
8.  िह दुओं म पूरे वष के दौरान साढ़े तीन मु त ब त शुभ माने जाते ह। ये साढ़े तीन मु त ह–गुड़ी
पड़वा, अ य तृतीया, दशहरा और दीवाली को आधा मु त माना जाता है ।

ए ोसेज.कॉम की ओर से आप सभी को गुड़ी पड़वा 2020 की हािदक शुभकामनाएँ !

गुड़ी पड़वा 2021 म

गुड़ी पड़वा के बारे म अिधक जाने

कंु डली िमलान | ज कंु डली | चं रािश पर आधा रत रािशफल | कृ मूित प ित पर आधा रत ोितष िव ा | लाल िकताब | Horoscope 2020 | ोितषीय उपकरण | रािशफल
2020 | िति या | लेख ुत कर | हमसे संपक कर | हमारे बारे म जान | िनजता संबंधी नीित | िनयम और शत | सहयोग

All copyrights reserved © 2020 , AstroSage.com.

You might also like