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करदाता
करदाता
टीडीएस नहीं
करदाता: करदाताओं के लिए छूट दी गई है क्योंकि कोविद -19 महामारी के कारण बैंकों सहित
अर्थव्यवस्था के लगभग सभी क्षेत्रों के सामान्य कामकाजी घंटों में गंभीर व्यवधान है ।
नई दिल्ली। करदाताओं को एक और राहत में , केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने फॉर्म 15G और 15H की
वैधता को तीन महीने बढ़ाकर 30 जून, 2020 तक कर दिया है और बैंकों को व्यक्तियों की ब्याज आय पर
टीडीएस काटने से रोका है ।
करदाताओं के लिए छूट दी गई है क्योंकि कोविद -19 महामारी के कारण बैंकों सहित अर्थव्यवस्था के
लगभग सभी क्षेत्रों के सामान्य कामकाजी घंटों में गंभीर व्यवधान है । ऐसी स्थिति के बीच ऐसे उदाहरण
हो सकते हैं कि कुछ पात्र व्यक्ति ब्याज आय पर टीडीएस को रोकने के लिए आवश्यक बैंकों में फॉर्म
जमा करने में असमर्थ हैं। इससे ऐसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है , जहां लॉकिं ग की कठिन अवधि के
दौरान कर दे यता नहीं होने पर भी व्यक्ति द्वारा अर्जित ब्याज से कर की कटौती की जाती है ।
फॉर्म 15G और फॉर्म 15H ऐसे फॉर्म हैं जिन्हें आप अपनी ब्याज आय पर टीडीएस कटौती को रोकने के
लिए बैंक में जमा कर सकते हैं। ये फॉर्म आम तौर पर वित्तीय वर्ष की शरु
ु आत में प्रस्तत
ु किए जाते हैं।
यह सुनिश्चित करता है कि बैंक आपकी ब्याज आय पर कोई टीडीएस नहीं काटता है । ज्यादातर बैंक हर
तिमाही में टीडीएस काटते हैं।
बैंक साधनों पर ब्याज आय के अलावा, टीडीएस ईपीएफ निकासी, कॉर्पोरे ट बॉन्ड से आय, डाकघर जमा पर,
किराए पर और बीमा आयोग पर भी लागू होता है ।