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Light Wave Interference

Wave(तयॊ ग): तयॊ ग एक प्रकाय का विऺोब( disturbance) जो एक भाध्मभ भें गतत कयता है तथा
कणों की गतत के बफना, ऊजाा को एक स्थान से दस
ु ये स्थान तक रे जाता है l

उदा. ऩानी भें ऩत्थय फ़ेकने ऩय फनी तयॊ ग

wave

Mechanical Non-Mechanical Matter


wave wave wave

माॊबिक तयॊ ग(Mechanical wave) : मह िह तयॊ गे होती है , जजन्हें भाध्मभ की आिश्मकता होती है l
इनका सॊचयण भाध्मभ के कणों के दोरन के कायण सॊबि हो ऩाता है तथा भाध्मभ के प्रत्मास्थ
गुणों ऩय तनबाय कयती है l
उदा. ध्ितन तयॊ ग(sound wave) , बूकॊऩी तयॊ गे

(Non mechanical wave): मह िह तयॊ गे होती है , जजन्हें भाध्मभ की आिश्मकता नह ॊ होती है l


इनका सॊचयण तनिाात भें बी हो सकता है l इन्हें विधत
ु -चम्
ु फकीम तयॊ ग बी कहा जाता है l
उदा. प्रकाश तयॊ ग (light wave), ये डिमो तयॊ ग, X-ककयणें l
तनिाात भें सबी विधत
ु -चुम्फकीम तयॊ गों की चार साभान होती है l (c=29,97,92,458 m/s)

माॊबिक तयॊ गों की गतत भें भाध्मभ के घटक दोरन कयते हैं l मदद भाध्मभ के घटक तयॊ ग की
गतत की ददशा के रम्फित ् दोरन कयते हैं तो ऐसी तयॊ ग को अनप्र
ु स्थ(Transverse wave) तरं ग
कहते हैं l

मदद भाध्मभ के घटक तयॊ ग की गतत की ददशा के अनुददश दोरन कयते हैं तो ऐसी तयॊ ग को
अनुदैर्ध्य (Longitudinal wave) तरं ग कहते हैं l
तरं गों के अर्ध्ारोपण का सिद्ांत(Principle of Interference) : जफ दो मा दो से अधधक तयॊ गें
भाध्मभ के ककसी कण ऩय साथ ऩहुॉचती हैं,तो उस कण का ऩरयणाभी विस्थाऩन (y) तयॊ गों के
द्िाया उत्ऩन्न विस्थाऩनों के सददश मोग के तुल्म होगा

अथाात ⃗ ⃗⃗⃗⃗⃗ ⃗⃗⃗⃗⃗

जफ दो प्रकाश तयॊ गें अध्मायोवऩत होती है तो अध्मायोवऩत ऺेि भें उनका ऩरयणाभी
आमाभ(resultant amplitude), दोनों तयॊ गों के आमाभ से भबन्न होता हैं l अतः अध्मायोवऩत ऺेि
भें आमाभ भें मह ऩरयितान व्मततकयण(interference) कहराता हैं l

मा

जफ साभान आिजृ त्त की दो तयॊ गें ककसी भाध्मभ भें एक ह ददशा भें गभन कयती हैं, तो उनके
अध्मायोऩण के कायण ककसी बफॊद ु ऩय प्रकाश की तीव्रता अधधकतभ एिॊ ककसी अन्म बफॊद ु ऩय
तीव्रता न्मूनतभ प्राप्त होती है l इस घटना को प्रकाश का व्मततकयण कहते हैं l

व्मततकयण दो प्रकाय का होता हैंl

(अ) laiks"kh व्मततकयण (Constructive Interference): जफ ऩरयणाभी आमाभ दोनों तयॊ गों के आमाभों
का मोग होता है , उसे laiks"kh व्मततकयण कहते हैं l

(फ) विनाशी व्मततकयण (Destructive Interference): जफ ऩरयणाभी आमाभ दोनों तयॊ गों के आमाभों
का अॊतय होता है , उसे विनाशी व्मततकयण कहते हैं l
Case (A): दोनों तयॊ गों 1 ि 2 का wavelength साभान है , रेककन दोनों का आमाभ अरग-अरग हैंl
तफ ऩरयणाभी आमाभ दोनों के मोग के फयाफय होगा तथा अधधकतभ प्रकाश की जस्थतत उत्ऩन्न
होती हैं l

Case (B): दोनों तयॊ गों 1 ि 2 के भध्म 1800 (half of wavelength) का phase difference है , ि दोनों
का आमाभ अरग-अरग हैंl तफ ऩरयणाभी आमाभ दोनों के मोग के फयाफय होगा तथा न्मूनतभ
प्रकाश की जस्थतत उत्ऩन्न होती हैं l मदद दोनों तयॊ गों के आमाभ साभान हुए तो ऩूणत
ा मा
darkness की जस्थतत उत्ऩन्न हो जाएगीl

Conditions for Interference:

(अ) व्मततकाय तयॊ गों के भध्म प्रायजम्बक कराॊतय सदै ि तनमत यहना चादहए अथाात ् दोनों प्रकाश
तयॊ गें dyk lEc) (coherence) होनी चादहए l ऐसा तबी सॊबि है जफ दोनों तयॊ गें एक ह light
source के एक ह बफॊद ु से एक ह सभम ऩय तनकरे l
(फ) O;frdkjh rjaxksa dh vko`fÙk;k¡ ,oa rjaxnS/;Z leku gksuh pkfg,, leku u gksus ij dykUrj fu;r
ughaa jgsxk vr% O;frdj.k LFkk;h ugha jgsxkA
(स) प्रकाश एकिणी (Monochromatic light Source) होना चादहएl
Fringe Formation

धचि भें दशाामे अनुसाय A ि B से तनकरने िार Rays की wavelength साभान है l screen ऩय
जस्थत बफॊद ु O1ऩय दो Rays Converge हो यह हैं l चकॊू क बफॊद ु A से O1 तक की दयू ि बफॊद ु B से
O1 तक की दयू फयाफय है l अत: दोनों Rays साभान phase भें होगी ि अधधकतभ प्रकाश की
जस्थतत उत्ऩन्न होगी l इस कायण मह एक Bright Spot उत्ऩन्न होगा l

बफॊद ु O2 ऩय: बफॊद ु A से O2 तक की दयू , बफॊद ु B से O2 तक की दयू की तर


ु ना भें कभ है
औय मदद BO2-AO2(Optical Path difference) odd number of half wavelength(2n+1)(λ/2) के फयाफय
हो तफ तयॊ गों के भध्म 1800 का phase difference होगा ि Destructive interference उत्ऩन्न होगा
औय बफॊद ु O2 ऩय darkness उत्ऩन्न होगी l

बफॊद ु O3 ऩय: बफॊद ु A से O3 तक की दयू , बफॊद ु B से O3 तक की दयू की तुरना भें कभ


है औय मदद BO2-AO2(Optical Path difference) even number of half wavelength(2n)( λ/2) के
फयाफय हो तफ तयॊ गों कपय से साभान phase भें होगी ि Constructive interference उत्ऩन्न होगा
औय अधधकतभ प्रकाश की जस्थतत उत्ऩन्न होगी l इस कायण मह एक Bright Spot उत्ऩन्न होगा l
इस प्रकाय से तनयॊ तय बफॊद ु O1 के ऊऩय ि नीचे Bright ि Dark area फनते है, उसे
Fringes/Interference Bands कहा जाता हैं l
Important:
(i) दो source के भध्म separation (2d) कभ होना चादहए l जफ 2d का भान कभ होगा तो fringe
Width (Dλ/2d) का भान ज्मादा होगा औय fringes separately visible होगी l इसके विऩय त मदद 2d
का भान ज्मादा हुआ तफ आॉखों की limited resolving power के कायण, fringes separately visible
नह ॊ होगी l
(ii) दो source ि screen के भध्म की दयू D का भान ज्मादा होना चादहए, जजससे fringe width का
भान ज्मादा होगा ि fringes separately visible होगी l
Interferometry applied to flatness testing
मह स्ऩष्ट है की एक तनजश्चत रम्फाई भें screen ऩय उऩजस्थत fringes की सॊख्मा, दो point light
source के भध्म की दयू का भाऩन है जो की ये खीम भाऩन का आधाय है l मदद इस तकनीक को
अधधक सक्ष्
ू भ ये खीम भाऩन भें प्रमक्
ु त ककमा जामे, तो उस भाऩन तकनीक को Interferometry
कहते हैं l
Optical flat को lapped surfaces (gauge blocks, gauges, micrometer anvils etc.) की flatness को
test कयने के भरए प्रमक्
ु त ककमा जाता हैं l जफ optical flat को कामा-खॊि की सतह ऩय यखा
जाता है , Optical flat कामा-खॊि की सतह के साथ कुछ झुकाि (inclination) ऩय यहता है तथा
optical flat ि कामा-खॊि की सतह के भध्म एक air wedge फनाता है l जैसा धचि भें दशाामा गमा
है l

Optical flat की ऊऩय सतह ऩय जैसे ह parallel beam of monochromatic light source से प्रकाश
िारा जाता है interference fringes उत्ऩन्न होती है जो optical flat की तनचर सतह ि कामा-खॊि
की ऊऩय सतह से ऩयािततात प्रकाश तयॊ गों के interference के कायण उत्ऩन्न होती हैं l
भाना की एक प्रकाश की ककयण optical flat की सतह ऩय बफॊद ु A ऩय धगयती है l ऊऩय सतह से
गुजयने के ऩश्चात ् optical flat की तनचर सतह ऩय से प्रकाश ककयण का एक बाग ददशा BC भें
ऩयािततात (Reflected) ि दस
ू या बाग optical flat ि कामा-खॊि के फीच की िामु भें से गुजयता हुआ,
कामा-खॊि की ऊऩय सतह से ददशा DEF भें ऩयािततात हो जाता हैं l अतः मह जस्थतत स्ऩष्ट है की
दोनों ऩयािततात हुई ककयणों के ऩथ भें अॊतय (path difference) आ जाता है l मह path difference
BDE के फयाफय होगा l

मदद मह path difference, half wavelength का even multiple हुआ तफ ऐसी जस्थतत भें
दोनों rays एक-दस
ू ये के साथ साभान phase भें होगी ि bright band/bright spot ददखाई दे गा तथा
मदद मह path difference, half wavelength का odd multiple हुआ तफ ऐसी जस्थतत भें दोनों rays
एक-दस
ू ये के साथ out of phase होगी ि Dark band/Dark spot ददखाई दे गा l

Important: मदद कोण  ज्मादा होगा तो fringes एक-दस


ू ये के फहुत नजद क आ जाएगी औय मदद
 का भान कभ होगा( surfaces become nearly parallel; ideal state) तो fringes के भध्म की दयू
फढ़ जाएगीl
NPL Flatness Interferometer

Interference के भाऩन कयने िारे मॊि को interferometers कहते है l interferometers, optical


instruments होते है जो फहुत छोटे ये खीम भाऩन भें प्रमुक्त ककमा जाता हैं l interferometers को
slip gauge की मथाथाता को verify कयने तथा flatness िदु ट भाऩन भें प्रमक्
ु त ककमा जाता है l मह
optical flat के भसद्ाॊत ऩय ह कामा कयता है रेककन अॊतय मह है कक इसभें fringes का
orientation को तनमॊिण कयने की व्मिस्था होती हैं l
बनावट: इसभें एक साधायण optical system होता है जो fringes की sharp images फनाता है ,
जजससे user, fringes को आसानी से दे ख सके l इसभें एक mercury vapour lamp रगा होता है ,
जो Light source होता है l mercury vapour lamp के ऩश्चात ् pin hole, collimating lens के focal
plane ऩय जस्थत होता है l collimating lens के ऩश्चात ् optical flat ि इसके नीचे िह कामा-खॊि
रगा होता है जजसकी जाॉच की जानी हैं l इसभें काॊच का ऩयािताक (glass Reflector) प्रकाशीम अऺ
से 450 ऩय रगामा जाता है l

का्य-प्रणाली: सिाप्रथभ mercury vapour lamp द्िाया से तनकरा प्रकाश condensed होता है ,उसके
ऩश्चात ् green filter से गुजयता है l जजसके परस्िरूऩ एक green monochromatic light source
उत्ऩन्न होता है जजसका wavelength 0.5µm की
कोदट का होता हैंl इसके ऩश्चात ् मह
monochromatic light source, pin hole से
गुजयता है जजसके कायण एक intense point
light source प्राप्त होता है l इस pin hole को इस
प्रकाय व्मिजस्थत ककमा जाता है की मह
collimating lens के पोकर तर भें यहे l इस
कायण collimating lens से एक सभान्तय प्रकाश
ऩुॊज (parallel beam)प्राप्त होती है l इस प्रकाश
ऩुॊज को base plate ऩय यखे कामा-खॊि की सतह
ऩय optical flat के भाध्मभ से गज
ु ायकय िारा
जाता है l इस प्रकाश ऩज
ॊु (beam) के gauge की
सतह ऩय धगयने के कायण interference fringe
उत्ऩन्न होती हैं l इसके ऩश्चात ् light beam जो Fringe image carry कयती है , िह glass plate
reflector की सहामता से ऩयािततात हो, 900 कोण ऩय भुि जाती है औय eye-piece द्िाया दे ख र
जाती हैं l
धचि-a भें प्रदभशात base plate ि work-piece ऩय फनने िार fringes एक-दस
ु ये के सभान्तय है ि
सॊख्मा बी साभान है l अत: इसका भतरफ मह है की दोनों की सतह एक-दस
ु ये के सभान्तय है ि
work-piece की सतह perfectly flat(सभतर) हैंl

धचि-b भें प्रदभशात base plate ि work-piece ऩय फनने िार fringes की सॊख्मा असभान (unequal)
है l इसका भतरफ मह है की work-piece की सतह भें Flatness error होगी मा जाॊचे जाने िार
सतह टे ऩय होगीl
मदद नाऩी जाने िार सतह भें िक्रता (Curvature) हो तो करॊ ज ऩैटना धचि-c भें ददखाए अनस
ु ाय
फनेगाl

(c)

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