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म कानन


1. प रचय
2. बंधआ
ु मजदरू
3. बंधआ
ु मजदरू पर उ चतम यायालय क घोषणाएं/ नणय
4. बाल म
5. ब चे क प रभाषा
6. बाल म का अथ
7. बाल म के ब च के वा य पर तकूल भाव
8. बाल म ( नशेधन तथा व नयमन) अ ध नयम, 1986 क मु
9. सू त लाभ
10. यन ू तम मजदरू अ ध नयम
11. फैि य म काय कर रह म हलाओं हे तु सु वधाएँ
12. समान काय हे तु समान वेतन

प रचय
एक दन क वता मक के एक समह ू के साथ मीरा द द के पास आई िजसम अ धकांशत: म हलाएँ थी| उनम से शां त तथा मंगला जैसी कसी जमींदार और भ-ू वामी के यहाँ
नयोिजत थी िज ह कोई मजदरू नह ं मलती थी, शेष ठे केदार तथा फै मा लक के यहाँ नयोिजत थी और उनके साथ द ु यवहार कया जाता था तथा उ ह कोई सु वधाएँ दान
नह ं क जाती थी| पु ष को उसी काय के लए जो म हलाएँ भी कर रह थी, काफ अ धक मजदरू का भग ु तान कया जाता था|

मीरा द द ने यह सन
ु ने पर उ ह प ट कया क ऐसे कई कानन
ू ह जो र ोपाय, लाभ तथा अ य क याण उपाय मह
ु ै या करवाते ह उ ह ने उन लोग को बताया क म हला मक के
लए व भ न क याण कानन ू के मह वपण
ू ावधान उपल ध है |

बंधआ
ु मजदरू
ऐसी कोई भी यव था िजसके अंतगत ऋण लेने वाले अथवा उसके आ त को ऋण चक
ु ाने के लए बना कसी मजदरू के ऋणदाता हे तु काय करना पड़ता है वह बंधआ
ु मजदरू है
और यह काननू वारा तबं धत है |

बेगार क यव था अथवा बा यकार म के अ य प बंधआ


ु मजदरू था (उ मल
ू न) अ ध नयम, 1976 के अंतगत एक अपराध है |

य द कह ऐसी था च लत है तो उसक सच ू ना िजला धकार / कसी सामािजक कायकता/एनजीओ.अनस


ु ू चत जा त- अनस
ु ू चत जनजा त अ धकार / थानीय सतकता स म त, जो
िजले तथा येक उप मंडल म होती है , को द जानी चा हए|

बंधआ
ु मजदरू पर उ चतम यायालय क घोषणाएं/ नणय
बंधआ
ु मजदरू के मु े को उ चतम यायालय म जन हत या चकाओं के प म उठाया गया था| उ चतम ययालय ने न नानस
ु ार नणय दए –

बंधआ
ु मिु त मोचा मक ु दमे म उ चतम यायालय ने यह नणय दया था क जहाँ कह ं ऐसा कह ं ऐसा प ट हो क कसी मक को बंधआ ु मजदरू मह ु ै या करवाने के लए बा य
कया गया है वहाँ अदालत इस खंडन क जाने वाल अवधारणा को मान लेगी क उसके वारा ा त कए गए कसी अ म अथवा आय आ थक साधन के एवज म कया जा रहा है
और इस लए वह बंधआ ु मजदरू है (बंधआु मिु त मोचा बनाम संघ एवं अ य 1984, 2 एससीआर)| बंधआु मजदरू क पहचान क जानी चा हए तथा उ ह छुड़वाया जाना चा हए और
छुड़ाए जाने पर उनका उ चत प से पन ु वास कया जाना चा हए| बंधआ
ु मजदरू था (उ मलू न) अ ध नयम, 1976 के ावधान के या यवन म रा य सरकार क ओर से कसी
वफलता को भारत के सं वधान के अनु छे द 21 तथा 23 का उ लंघन माना जाएगा (नीरजा चौधर बनाम म य दे श रा य, 1984, 3 एससी सी 243)|

जब कभी भी कसी यि त को बना कसी पा र मक अथवा नाम मा पा र मक के म मह ु ै या करवाने के लए बा य कया जाता है तो यह मन लया जाएगा क वह बंधआ

मजदरू थी जब तक क नयो ता अथवा रा य सरकार अ यथा स करने के ि थ त म न हो (नीरजा चौधर बनाम म य दे श रा य)|

बंधआ
ु मजदरू का पता लगाने के लए नयो ताओं वारा उ तर दए जाने क आव यकता वाले कुछ न न न ल खत ह –

या व भ न म कानन
ू जैसे क यन
ू तम मजदरू अ ध नयम, मजदरू संदाय अ ध नयम आ द का पालन कया जा रहा है ?
या रिज टर का अनरु ण कया जा रहा है ?
नयो ता ठे का म अ ध नयम अथवा आव यकता होने वाले अ य कसी कानन
ू के अंतगत पंजीकृत है ?

बाल म
ब च को एक ऐसे दे श प रवेश म बड़ा होना चा हए िजसम व एक वतं तथा ग रमापण ू जीवन जी सक| उपयोगी नाग रक बनने के लए उ ह श ा तथा श ण के अवसर मह ु ै या
करवाए जाने होते ह| दभ
ु ा यवश ब च का एक बड़ा अनप ु ात अपने आधारभत
ू अ धकार से वं चत है | उ ह अथ यव था के व भ न े म काय करते हुए पाया जाता है वशेषकर
असंग ठत े म| उनम से कुछ को बंद बनाकर रखा जाता है तथा पीटा जाता है , दास बनाकर रखा जाता है अथवा आवा-जाह क वतं ता से वं चत कया जाता है और इस कार
यह बाल म को एक मानवा धकार तथा वकास का मु ा बना दे ता है |

ब चे क प रभाषा
ब चे के अ धकार पर संयु त रा समझौते का अनु छे द 1 ब चे को 18 वष से कम आयु वाले के प म प रभा षत करता है | बाल म ( नषेध तथा व नयमन) अ ध नयम, 1986
ब चे को “कोई यि त िजसने 14 वष क आयु परू नह ं क है ” के प म प रभा षत करता है |

बाल म का अथ
“बाल म” को प रवार के भीतर अथवा बाहर कसी एसे काय के प म प रभा षत कया जाता है िजसम समय, ऊजा, तब ता लगती हो और जो मनोरं जन, खेल अथवा शै णक
याकलाप म ब चे वारा तभा गता करने क मता को भा वत करता हो| ऐसे काय ब चे के वा थय तथा वकास म बाधा डालते ह| अंतरा य म संगठन के अनस ु ार “बाल
म म समय से पव ू वय क जीवन जीने वाले, उनके वा य तथा उनके शार रक एवं मान सक वकास को त पहूँचाने वाल ि थ तय के अंतगत न न मजदरू हे तु अ धक घंटो
तक काय करने वाले ब चे शा मल होते ह |” वे ाय: अपने प रवार से अलग होते है और ऐसी साथक श ा तथा श ण अवसर से भी वं चत होते है जो उ ह एक बेहतर भ व य
महु ै या करवा सके|

6-14 वष के आयु समह


ू म सभी ब चे िज ह वा तव म कूल म होना चा हए था क त जो कूल से बाहर ह को वा त वक अथवा स भा वत बाल म माना जा सकता है | भारत म
बाल म शहर के बजाए एक ामीण वशेषता अ धक है | काय कर रहे ब च म 90.87% ामीण े म पाये गए थे और 9.13% शहर े म थे|

बाल म के ब च के वा य पर तकूल भाव


अ सर खतरे वाल तथा अ व थकर ि थ तय म अ धक घंट तक काय करने वाले ब च को लंबे समय तक रहने वाल शार रक तथा मनोवै ा नक त पंहुचती है | उनम
न न ल खत सम याएँ वक सत होने लगती ह-

वसन सम याएँ जैसे क अ थमा, य रोग


आम कमजोर , अ वक सत व ृ , शर र म तथा जोड़ म दद
खराब ि ट तथा आँख क अ य सम याएँ जैसे क पानी आना, जलन होना और आंखे लाल हो जाना
यम
ू र तथा जले हुए के नशान
करघे पर काय करने से नश तता
आयु बढ़ने के साथ – साथ आथराइ टस होने के त संवेदनशीलता
मान सक प रशा नयां

बाल म ( नशेधन तथा व नयमन) अ ध नयम, 1986 क मु य वशेषताएँ


अ ध नयम क अनस ु च
ू ी के भाग क तथा ख म सच
ू ीब यवसाय तथा याओं म कसी भी ऐसे भी यि त के रोजगार को तबं धत करता है िजसने 14 वष क
आयु परू न क हो|
तबं धत यवसाय अथवा याओं क अनस ु च
ू ी म संशोधन करने क नणय हे तु एक या व ध नधा रत करता है |
ऐसे काय जहाँ ब च का काय करना तबं धत नह ं है , उनम काय क ि थ तय को नयं त करता है |
इस अ ध नयम तथा अ य अ ध नयम के ावधान के उ लंघन म ब च के रोजगार हे तु व ृ त दं ड को नधा रत करता है | अ ध नयम क धारा 14 अ ध नयम
वारा तबं धत न क गई और न न ल खत ावधान वारा व नय मत यवसाय तथा याओं म नयोिजत ब च को धारा 3 के ावधान के उ लंघन म
कसी ब चे को काय के लए नयोिजत करने अथवा अनम ु त दे ने के लए 1 वष तक के कारावास ( यनू तम 3 माह) और 20,000 पये तक के जम
ु ाने ( यन
ू तम
10,000 पए), अथवा दोन , के दं ड का ावधान करती है –
कसी ब चे से एक दन म 6 घंटे से अधीन हे तु काय नह ं लया जाना चा हए िजसम उसका आधा घंटे का अ तराल भी शा मल है |
कसी भी ब चे को सायं 7 बजे से ात: 8 बजे के म य काय करने क अनम ु त नह ं है |
कसी भी ब चे से नधा रत समय से यादा काय नह ं लया जाएगा|
येक ब चे को एक सा ता हक अवकाश मलेगा|

नयो ता के लए यह बा यता है क वह ब च को रोजगार के संबंध म नर क को सच


ू ना तत
ु कर| नयो ता हे तु इस मु े पर एक रिज टर का अनरु ण बा यकार है |

सू त लाभ
येक म हला सू त लाभ क अ धकार है |
सू त लाभ का अथ है कसी म हला को उसके नयो ता वारा सू त के कारण अनप ु ि थ त के चलते दे य मजदरू |
म हलाएँ च क सा बोनस क भी पा ह|
गभ ाव अथवा च क सक य कारण से गभपात या नसबंद आपरे शन के लए मजदरू के साथ अवकाश क पा ह|
यह लाभ कसी फै , खान, बागान, दकु ान, कसी सरकार सं थापना, कसी उ योग आ द म नयोिजत येक म हला पर लागू होता है | लाभ म गभाव था के
प चात ् और मात ृ व के ारं भक माह के दौरान अवकाश शा मल होते है |
डल वर से पवू पणू वेतन के साथ 6 स ताह का अवकाश, डल वर के प चात ् पण
ू वेतन के साथ 6 स ताह का अवकाश|
य द नयो ता के पास कोई च क सा सु वधा नह ं है तो उसे मक को 250 पए का एक च क सा, बोनस भी दे ना चा हए|
नयो ता कसी म हला से गभाव था के अं तम कायशील माह के दौरान कोई भार काय नह ं करवा सकता है |
य द कोई मक गभाव था, डल वर अथवा गभा ाव के प चात परू े वेतन के साथ 6 स ताह के अवकाश क पा है |
य द कोई मक गभाव था, डल वर अथवा गभ ाव या समय से पव ू कसी ब चे का ज म होने के कारण बीमार हो जाता है रो वह एक और माह के वेतन अदा
कए जाए वाले अवकाश को ले सकता है | कसी म हला मक को जब तक उसका ब चा 15 माह का न हो जाए तब तक मक को दए जाने वाले सामा य ेक के
अ त र त दन म कसी भी 2 बार उसके ब चे के पोषण हे तु ेक दया जाना चा हए|
सू त लाभ तब भी दए जाते ह जब ब चे क ज म से पव
ू या ज म के प चात ् म ृ यु हो जाए|

यन
ू तम मजदरू अ ध नयम
यन
ू तम मजदरू अ ध नयम यह ावधान करता है क –

कसी मक को काम वारा नधा रत यन


ू तम मजदरू मलनी चा हए| सरकार वारा येक काय के लए एक यन
ू तम मजदरू नधा रत क जाती है |
समान काम के लए पु ष और म हला दोन को समान वेतन मलना चा हए|
मजदरू का नधारण घंटे क दर से, दन क दर से या माह क दर से कया जा सकता है |
मजदरू को नकद म अदा कया जाना चा हए| कृ ष म मजदरू आं शक प म व तु म दया जा सकता है |
कानन
ू वारा नधा रत कए गए के अ त र त मजदरू म से कोई कटौती नह ं क जानी चा हए|
काय करने के घंटे नधा रत ह| नयो ता कसी मक से दन म 9 घंटे से अ धक काय करने के लए नह ं कह सकता है |
अ त र त काय हे तु नयो ता को दग
ु न
ु ी मजदरू अदा करनी होता है |
फैि य म काय कर रह म हलाओं हे तु सु वधाएँ
कानन
ू फैि य म काय कर रह म हलाओं के लए न न सु वधाओं का ावधान करता है |

पथ
ृ क शौचालय तथा वाश म|
30 म हला मक से अ धक वाल कसी फै म ब च हे तु े च मह
ु ै या करवाई जानी चा हए|
म हलाओं को नधा रत वजन से अ धक उठाने के लए नह ं कहा जा सकता है |
म हलाओं को कसी चलती हुई मशीन को साफ करने अथवा उसम तेल डालने के लए नह ं कहा जा सकता है |
काय के घंटे एक स ताह म 48 घटे से अधीक नह ं हो सकते ह|
म हलाओं को स ताह म एक दन का अवकाश मलना चा हए|
म हलाओं से एक बार म 5 घंटे से अ धक तक काय नह ं लया जा सकता है |
म हलाओं हे तु काय करने के घंटे ात: 6.00 बजे से सायं 7.00 बजे तक हो सकते ह|

समान काय हे तु समान वेतन


य द कोई म हला पु ष के समान कोई काय कर रह ह िजसम आव यक कौशल, यास तथा उ तरदा य व समान है तो उसे पु ष को मलने वाल पा र मक के
समान पा र मक मलना चा हए|

नयो ता वारा कए जाने वाले कसी भी भेद-भाव को म अ धकार / नर क/ े ड यु नयन/एनजीओ/सामािजक कायकताओं को सू चत कया जाना चा हए|

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