You are on page 1of 12

Idioms /​ मह

ु ावरा 
अजगर करे ना चाकर पंछ करे ना काम, 

दास मलक
ू ा कह गए सब के दाता राम…. 

अथ – अजगर को कसी क नौकर नह ं करनी होती और प ी को भी कोई काम नह ं करना 


होता, ई वर ह सबका पालनहार है , इस लए कोई भी काम मत करो ई वर वयं दे गा। आलसी 
लोग के लए ी मलक ू दास जी का ये कथन बहुत ह उ चत है ! 

मह
ु ावरा – अधजल गगर छलकत जाय। 

अथ – जो यि त बहुत कम जानता है , वह व वान ह होने का दखावा यादा करता है । 

मह
ु ावरा – अपने मँह
ु मयाँ म ठू बनाना। 

अथ – अपनी बड़ाई आप ह करना। 

मह
ु ावरा – अब पछताए होत या जब च डया चग
ु गई खेत। 

अथ – समय रहते काम ना करना और नक़


ु सान हो जाने के बाद पछताना। िजससे कोई लाभ 
नह ं होता है । 

मह
ु ावरा – अंडे सेवे कोई, ब चे लेवे कोई॥ 

अथ – प र म कोई यि त करे और लाभ कसी दस


ू रे को हो जाए। 

मह
ु ावरा – अंत भला तो सब भला। 

अथ – प रणाम अ छा हो जाए, तो सभी कुछ अ छा मान लया जाता है । 

मह
ु ावरा – अढ़ाई दन क बादशाहत। 

अथ – थोड़े दन क शान-शौक़त। 
मह
ु ावरा – अ न जल उठ जाना। 

अथ – कसी जगह से चले जाना। 

मह
ु ावरा – अ न न लगना। 

अथ – खा-पीकर भी मोटा न होना। 

मह
ु ावरा – अपना-अपना राग अलापना। 

अथ – अपनी ह बात कहना। 

मह
ु ावरा – अपना उ लू सीधा करना। 

अथ – अपना मतलब नकालना। 

मह
ु ावरा – अपना सा मँह
ु लेकर रह जाना। 

अथ – लि जत होना। 

मह
ु ावरा – अपनी खचड़ी अलग पकाना। 

अथ – अलग-थलग रहना। 

मह
ु ावरा – अपने पांव पर आप कु हाड़ी मारना। 

अथ – अपना अ हत वयं करना। 

मह
ु ावरा – अपने पैर पर खड़ा होना। 

अथ – वावलंबी होना। 

मह
ु ावरा – अपने म न होना। 

अथ – होश म न होना। 
मह
ु ावरा – अंधेर नगर चौपट राजा, 

टके सेर भाजी टके सेर खाजा। 

अथ – जहाँ मु खया ह मख
ू हो, वहाँ अ याय होता ह है । 

मह
ु ावरा – अकेला चना भाड़ नह ं फोड़ सकता। 

अथ – अकेला यि त बड़ा काम नह ं कर सकता। 

मह
ु ावरा – अकेला हँसता भला न रोता भला। 

अथ – सखु -द:ु ख म साथी क आव यता पड़ती है , यि त ना अकेला रो सकता है और ना ह  


अकेला हँस सकता है । 

मह
ु ावरा – अ ल बड़ी या भस। 

अथ – शार रक शि त का मह व कम होता है , बु ध का अ धक। 

मह
ु ावरा – अ छ म त जो चाहो, बढ़
ू े पछ
ू न जाओ। 

अथ – बड़े–बढ़
ू क सलाह से काय स ध हो जाते ह, य क उनका अनभ
ु व काम आता है । 

मह
ु ावरा – अब के ब नया दे य उधार। 

अथ – अपनी ज़ रत आ पड़ती है , तो आदमी सब कुछ मान जाता है , हर शत वीकार कर लेता 


है । 

मह
ु ावरा – अटकेगा सो भटकेगा। 

अथ – द ु वधा या सोच– वचार म पड़ जाते ह, तो काम अधरू ा ह रह जाता है । 

मह
ु ावरा – अपना-अपना कमाना, अपना-अपना खाना। 

अथ – कसी के साथ साझा करना अ छा नह ं होता। 


मह
ु ावरा – अपना रख पराया चख। 

अथ – अपनी चीज़ स भाल कर रखना और दस


ू र क चीज़ को इ तेमाल करना। 

मह
ु ावरा – गधे को बाप बनाना 

अथ – वाथ के लए यि त को छोटे आदमी क खश


ु ामद भी करनी पड़ती है । 

मह
ु ावरा – अपनी गल म कु ा भी शेर। 

अथ – यि त का अपने घर म ह ज़ोर होता है । 

मह
ु ावरा – अपनी गाँठ पैसा तो, पराया आसरा कैसा। 

अथ – आदमी वयं समथ हो तो कसी दस


ू रे पर आ त य रहे गा। 

मह
ु ावरा – अपनी चलम भरने को मेरा झोपड़ा जलाते हो। 

अथ – अपने ज़रा से लाभ के लए कसी दस


ू रे क बड़ी हा न करना। 

मह
ु ावरा – अपनी नींद सोना, अपनी नींद जागना। 

अथ – पण
ू प से वतं होना। 

मह
ु ावरा – अपनी पगड़ी अपने हाथ, 

अथ – अपनी इ जत अपने हाथ होना। 

मह
ु ावरा – अभी तो तु हारे दध
ू के दाँत भी नह ं टूटे । 

अथ – अभी तो तु हार उ कम है और अभी तम


ु ब चे हो और नादान और अनजान हो। 

मह
ु ावरा – अभी द ल दरू है । 

अथ – अभी कसर बाक है , अभी काम परू ा नह ं हुआ। 


मह
ु ावरा – अरहर क ट टया, गुजराती ताला। 

अथ – मामल
ू व तु क र ा के लए इतना बड़ा इ तज़ाम। 

मह
ु ावरा – अ ल के पीछे ल ठ लए फरना। 

अथ – मख
ू ता का काम करना। 

मह
ु ावरा – अ ल पर प थर/परदा पड़ना। 

अथ – समझ न रहना। 

मह
ु ावरा – आसमान से गरा खजरू म अटका। 

अथ – एक मस
ु ीबत से नकलकर दस
ू र मस
ु ीबत म फंस जाना। 

मह
ु ावरा – आस-पास रबी बीच म खर फ। 

मह
ु ावरा – नोन- मच डाल के, खा गया हर फ।। 

अथ – खर फ क फ़सल के बीच म रबी क फ़सल अ छ नह ं होती है । 

मह
ु ावरा – आँख के अंधे नाम नैनसख
ु । 

अथ – नाम बड़ा होना और यि त का यवहार और गण


ु उसके वपर त होना। 

मह
ु ावरा – आटे के साथ घन
ु भी पसता है । 

अथ – दोषी यि त के साथ नद ष यि त भी मारा जाता है । 

मह
ु ावरा – आम के आम गुठ लय के दाम। 

अथ – दोहरा लाभ होना। 

मह
ु ावरा – आँख और कान म चार अंगुल का फ़क़। 
अथ – आँख दे खी बात का व वास करना, कान से सन
ु ी बात का नह ं। 

मह
ु ावरा – आ तीन का साँप। 

अथ – व वासघाती म । 

मह
ु ावरा – आग खाएगा तो अंगार उगलेगा 

अथ – बरु े काम करने का बरु ा फल ह मलता है । 

मह
ु ावरा – आग बना धआ
ु ँ नह ं। 

अथ – हर चीज़ का कारण अव य ह होता है । 

मह
ु ावरा – आधा तीतर आधी बटे र। 

अथ – बेमेल चीज़ का सि म ण होना। 

मह
ु ावरा – आधी छोड़ परू को धावे, आधी रहे ना परू पावे। 

अथ – अ धक लालच करने से हा न ह होती है । 

मह
ु ावरा – आप भला तो जग भला। 

अथ – भले आदमी को सब लोग भले ह मलते ह। 

मह
ु ावरा – आए थे ह र भजन को ओटन लगे कपास। 

अथ – उ च ल य लेकर चलना पर कोई घ टया सा काम करने लगना। 

मह
ु ावरा – आसमान का थक
ू ा मँह
ु पर आता है । 

अथ – बड़े लोग क नंदा करने से अपनी ह बदनामी होती है । 

मह
ु ावरा – आकाश चम
ू ना। 
अथ – बल
ु द होना। 

मह
ु ावरा – आग बबल
ू ा होना। 

अथ – बहुत गु सा होना। 

मह
ु ावरा – आसमान सर पर उठाना। 

अथ – बहुत हो-ह ला मचाना। 

मह
ु ावरा – आड़े हाथ लेना। 

अथ – बात से लि जत कर दे ना। 

मह
ु ावरा – आपे से बाहर होना। 

अथ – ोध से अपने वश म न रहना। 

मह
ु ावरा – आव न दे खा ताव। 

अथ – बना कारण। 

मह
ु ावरा – आवाज़ उठाना। 

अथ – वरोध कट करना। 

मह
ु ावरा – आसमान टूट पड़ना। 

अथ – अचानक वप आ पड़ना। 

मह
ु ावरा – इधर कुआँ उधर खाई। 

अथ – हर हाल म मस
ु ीबत का आना। 

मह
ु ावरा – इस हाथ ले उस हाथ दे । 
अथ – कम का फल तरु ं त ह मलता है । 

मह
ु ावरा – इधर- उधर क हाँकना। 

अथ – यथ क बात करना। 

मह
ु ावरा – इधर क उधर लगाना / करना। 

अथ – चग
ु ल करके भड़काना। 

मह
ु ावरा – इशार पर नाचना। 

अथ – कसी क इ छाओं का तरु ं त पालन करना। 

मह
ु ावरा – ईद का चाँद। 

अथ – बहुत दन के बाद दखाई दे ने वाले ( यि त) को ईद का चाँद कहा जाता है । 

मह
ु ावरा – ट का जवाब प थर से दे ना। 

अथ – कसी के आरोप का करारा जवाब दे ना। 

मह
ु ावरा – ट से ट बजाना। 

अथ – वनाश करना। 

मह
ु ावरा – उ टा चोर कोतवाल को डाँटे। 

अथ – दोषी होने पर भी दस
ू रे को दोषी बताना। 

मह
ु ावरा – उलट गंगा पहाड़ चल । 

अथ – असंभव या वपर त बात होना, असंभव काम करने क को शश करना। 

मह
ु ावरा – उलटे बाँस बरे ल को। 
अथ – वपर त काय करना, असंभव काम करने क को शश करना। 

मह
ु ावरा – उँ ग लय पर नाचना। 

अथ – कसी क इ छाओं का तरु ं त पालन करना। 

मह
ु ावरा – उँ गल उठाना। 

अथ – नंदा करना। 

मह
ु ावरा – उगल दे ना। 

अथ – भेद खोल दे ना। 

मह
ु ावरा – उड़न छू होना। 

अथ – गायब हो जाना। 

मह
ु ावरा – उ नीस-बीस होना। 

अथ – बहुत थोड़ा अ तर होना। 

मह
ु ावरा – उ ट प ट पढ़ाना। 

अथ – ग़लत कहकर बहकाना। 

मह
ु ावरा – ऊँट के मंह
ु म ज़ीरा होना। 

अथ – आव यकता से बहुत कम होना। 

मह
ु ावरा – ऊँची दक
ु ान फ का पकवान। 

अथ – जहाँ बाहर दखावा अ धक हो और गुणकम बहुत ह कम हो। 

मह
ु ावरा – एक पंथ दो काज 
अथ – एक काम के य न से दो काम परू े होना। 

मह
ु ावरा – एक करे ला, दस
ू रे नीम चढ़ा। 

अथ – एक दोष होने के साथ ह साथ दस


ू रा दोष भी होना। 

मह
ु ावरा – एक अनार सौ बीमार। 

अथ – चीज़ का कम होना और चाहने वाले यादा होना। 

मह
ु ावरा – एक और एक यारह होते ह। 

अथ – एकता म बल होता है । 

मह
ु ावरा – एक गंद मछल सारे तालाब को गंदा कर दे ती है । 

अथ – एक बरु ा आदमी सार बरादर क बदनामी कराता है । 

मह
ु ावरा – एक तो चोर दस
ू रे सीना-जोर । 

अथ – कोई अपराध करके अपराध न मानना और उ टे रौब गाँठना। 

मह
ु ावरा – एक मँह
ु दो बात। 

अथ – अपनी बात से पलट जाना। 

मह
ु ावरा – एक यान म दो तलवार नह ं समा सकती। 

अथ – समान अ धकार वाले दो यि त एक ह े म नह ं रह सकते ह 

मह
ु ावरा – एक हाथ से ताल नह ं बजती। 

अथ – झगड़े के लए दोन प िज मेदार होते ह, एक के झगड़ा करने से झगड़ा नह ं होता है । 

मह
ु ावरा – एक ह लकड़ी से सबको हाँकना। 
अथ – छोटे - बड़े का यान न रखकर सबके साथ एक जैसा ह यवहार करना। 

मह
ु ावरा – एक आँख से दे खना। 

अथ – सबको बराबर समझना। 

मह
ु ावरा – एक-एक नस पहचानना। 

अथ – सब कुछ समझना। 

मह
ु ावरा – एक ह थैल के च टे -ब टे । 

अथ – एक जैसे च र और वचार के लोग। 

मह
ु ावरा – ए डयाँ
़ रगड़ना। 

अथ – बहुत दौड़-धप
ू करना। 

मह
ु ावरा – एड़ी-चोट का पसीना एक करना। 

अथ – घोर प र म करना। 

मह
ु ावरा – ऐसी क तैसी करना। 

अथ – दद
ु शा करना 

मह
ु ावरा – ओखल म सर दया तो मस
ू ल का या डर। 

अथ – य द क ठन काय हाथ म ले लया है तो क ठनाइय से नह ं डरना चा हए। 

मह
ु ावरा – ओस चाटे यास नह ं बझ
ु ती। 

अथ – बहुत थोड़ी सी व तु से आव यकता क पू त नह ं होती है । 

मह
ु ावरा – ओखल म सर दे ना। 
अथ – जो खम मोल लेना। 

मह
ु ावरा – आँख का तारा। 

अथ – बहुत यारा। 

मह
ु ावरा – आँख चार होना। 

अथ – आमने-सामने होना। 

You might also like