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अपने मित्र को पत्र लिखे जिसमे उसे बाहर के खाने पीने की वस्तुओं में सुरक्षा तथा स्वच्छता के लिए

जागरूक करिए

प्रिय मित्र मैं तुम्हें अवगत कराना चाहता हूं कि बाहर के खाने से बहुत सी बीमारियां हो जाती हैं बाहर का खाना अस्वस्थ होता है उनमें पौष्टिक आहार
नहीं होते जैसे मामले खाने से हमारा वजन बढ़ता है और हमारी इम्यूनिटी कमजोर होती है मैं तुम्हें यही कहना चाहता हूं कि तुम बाहर का खाना मत
खाओ घर का बना हुआ खाना खाओ घर का खाना शुद्ध और साफ होता है अंकल आंटी को मेरा प्रणाम कहना धन्यवाद तुम्हारा मित्र कु शाग्र

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