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अर्ध सरकारी पत्र का उदाहरण

राजीव टं डन¸ IAS

कार्यालय¸जिलाधिकारी

इलाहाबाद¸ दिनांक 15 सितंबर 2017

विषय- नकली नोटों का चलन।


प्रिय तिवारी जी¸
            आगामी माघ मेले के संबंध में हम प्रायः बात करते हैं। माघ मेले में जट
ु ने वाली
अपार भीड़ को दृष्टि में रखते हुए समाज विरोधी तत्व अपनी गतिविधियां तेज कर सकते हैं।
विध्वंसक कार्यों के अतिरिक्त वे जनता को धोखा दे ने वाले कई अन्य कार्य भी कर सकते हैं।
सूत्रों से पता चला है कि एक गिरोह 1000 और 500 रुपए के नकली नोट बड़ी मात्रा में लेकर
नगर में घुस आया है । रिजर्व बैंक की ओर से दरू दर्शन पर विज्ञापन दे कर सही नोट की पहचान
का गरु जनता को समझाने की कोशिश की गई है पर नकली नोट असली से इस कदर मिलते-
जल
ु ते हैं कि अनपढ़ जनता प्रायः धोखे में आ जाती है इसलिए जरूरी है कि आप नकली नोटों
का प्रदर्शन करके जनता को इस बारे में सावधान करें । इस संबंध में मैं आपसे फिर परामर्श
करूंगा। 

       इस पत्र का उद्देश्य यह है कि आप अपने अधीनस्थ पलि


ु सकर्मियों को सावधान कर दें
कि वह नकली नोटों का धंधा करने वाले समाज विरोधी तत्वों पर कड़ी नजर रखें। इस संबंध में
हमारी कार्यविधि क्या होगी इसका निर्णय आप स्वयं अपने अधीनस्थ अधिकारियों के सहयोग से
कर सकते हैं। 
आपका सद्भावी
राजीव टं डन
प्रमोद कुमार तिवारी¸ IPS                                                      
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक¸ इलाहाबाद 
कार्यालय पत्र का उदाहरण।
भारत सरकार

मानव संसाधन विकास मंत्रालय 

संख्या 938/10/2017 

नई दिल्ली¸ दिनांक 4 जनवरी 2017 

कार्यालय ज्ञापन

विषय- राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों/संगोष्ठियों में


राष्ट्रभाषा हिंदी का प्रयोग। 
अधोहस्ताक्षरकर्ता को यह कहने का निर्देश हुआ है कि प्रधानमंत्री को इस बात से दख ु है कि
भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों द्वारा पत्र व्यवहार में अभी भी हिंदी का प्रयोग वांछित मात्रा
में नहीं हो रहा है ।
    राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों और संगोष्ठियों में हिंदी की उपेक्षा और भी शोध का
विषय है । अन्य दे शों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में भारत के प्रतिनिधियों का अपनी राष्ट्रभाषा
में ना बोल कर विदे शी भाषा का प्रयोग करना राष्ट्रीय प्रतिष्ठा के प्रतिकूल है और हमारी
आलोचना का कारण बनती है । इस विषय में अत्यंत सावधान रहने की आवश्यकता है । राष्ट्रीय
और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों¸संगोष्ठियों में राष्ट्रभाषा हिंदी को उचित स्थान और महत्व दे ना
चाहिए।
(ह 0) श्रीमती अनुराधा मिश्र
सचिव¸मानव संसाधन
विकास मंत्रालय
भारत सरकार

प्रतिलिप सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्यवाही हे तु प्रेषित-

1. भारत सरकार के सभी मंत्रालय

2. राज्यों के मख्
ु य सचिव

3. प्रधानमंत्री कार्यालय (पत्र सं0 4145/ह/823/2017 दिनांक 18 दिसंबर 2017 के संदर्भ में ) +

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