You are on page 1of 8

य.ू पी.एस.सी. आई.ए.एस.

पाठ्यक्रम

यू.पी.एस.सी. पाठ्यक्रम : आई.ए.एस. प्रारं भिक परीक्षा

प्रश्नपत्र I का पाठ्यक्रम - (200 अंक), अवधि: 2 घंटे

1. राष्ट्रीय एवं अंतरााष्ट्रीय महत्व की सामययकी घटनाएं।


2. भारत का इयतहास और भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन।
3. भारत और ववश्व भूगोल – भारत और ववश्व का भौयतक, सामाजिक, आर्थाक भूगोल।
4. भारतीय राज्यतंत्र एवं शासन – संववधान, रािनैयतक प्रणाली, पंिायती राि, लोक नीयत, अर्धकार संबंधी
मुद्दे आदद।
5. आर्थाक और सामाजिक ववकास – सतत ववकास, गरीबी, समावेशन, िनसांजययकी, सामाजिक क्षेत्र की
पहलें आदद।
6. पयाावरणीय पाररजथथयतकी, िैव-ववववधता और मौसम पररवतान संबंधी सामान्य मुद्दे , जिनके ललए
ववषयगत ववशेषज्ञता आवश्यक नहीं है ।
7. सामान्य ववज्ञान।

प्रश्नपत्र II के भिए सामान्य अध्ययन पाठ्यक्रम - (200 अंक), अवधि: 2 घंटे

1. बोधगम्यता (कोम्प्रीहें शन)


2. संचार कौशल सदहत अंतर – वैयजततक कौशल
3. तार्काक कौशल एवं ववश्लेषणात्मक क्षमता
4. यनणाय लेना और समथया समाधान
5. सामान्य मानलसक योग्यता
6. मलू गणना (संययाएं और उनके संबंध, ववथतार क्रम आदद – दसवीं कक्षा थतर तक) आंकड़ों का
ववश्लेषण (चाटा , आरे ख, ताललका, आंकड़ों की पयााप्तता आदद – दसवीं कक्षा थतर तक)

य.ू पी.एस.सी. पाठ्यक्रम : आई.ए.एस. मख्


ु य परीक्षा

सामान्य अध्ययन पाठ्यक्रम : प्रश्नपत्र - 1

इतिहास समाज िग
ू ोि
सामान्य अध्ययन -I: भारतीय
संथकृयत में प्राचीन काल से सामान्य अध्ययन-I: भारतीय सामान्य अध्ययन-I: ववश्व के
आधयु नक काल तक कला के समाि की मुयय ववशेषताएं, भौयतक भूगोल की मुयय
रूप, सादहत्य और वाथतुकला के भारत की ववववधता। ववशेषताएं।
मुयय पहलू शालमल ह़ोंगे।

सामान्य अध्ययन-I: 18वीं सामान्य अध्ययन-I: मदहलाओं सामान्य अध्ययन-I: ववश्वभर


शताब्दी के लगभग मध्य से तथा मदहला संगठऩों की के मुयय प्राकृयतक संसाधऩों
लेकर वतामान समय तक का भूलमका का ववतरण (दक्षक्षण एलशया
आधयु नक भारतीय इयतहास – और भारतीय उपमहाद्वीप
महत्वपूणा घटनाएं, व्यजततत्व, को शालमल करते हुए)
ववषय।

सामान्य अध्ययन-I: भारत


सामान्य अध्ययन-I: थवतंत्रता
सदहत ववश्व के ववलभन्न
संघषा – इसकी ववलभन्न
सामान्य अध्ययन-I: िनसंयया भाग़ों में प्राथलमक, द्ववतीयक
अवथथाएं और महत्वपूणा
और उससे िुडे मुद्दे और तत
ृ ीयक क्षेत्ऱों की
योगदानकताा/ दे श के ववलभन्न
जथथयत के ललए जिम्मेदार
भाग़ों से योगदान।
कारक।

सामान्य अध्ययन-I:
सामान्य अध्ययन-I: थवतंत्रता महत्वपण
ू ा भ-ू भौयतकीय
सामान्य अध्ययन-I: गरीबी और
के बाद दे श में एकीकरण और घटनाएं िैसे भक
ू ं प, सन
ु ामी,
ववकास संबंधी मुद्दे
पन
ु गाठन। ज्वालामख
ु ी र्क्रया, चक्रवात
इत्यादद।

सामान्य अध्ययन-I: 18वीं सामान्य अध्ययन-I:


शताब्दी के लगभग ववश्व के भौगोललक प्रयतरूप और
इयतहास की घटनाएं िैसे उनकी जथथयत – ववषम
औद्योर्गक क्रांयत, ववश्व युद्ध, भौगोललक प्रयतरूप़ों में
सामान्य अध्ययन-I: शहरीकरण,
सीमाओं का पुनः सीमांकन, पररवतान (िल यनकाय़ों और
उसकी समथयाएं और उसके
उपयनवेशवाद, उपयनवेशवाद की बर्फीले क्षेत्ऱों को शालमल
उपचार।
समाजप्त, रािनैयतक करते हुए) और वनथपयत
ववचारधाराएं िैसे साम्यवाद, और प्राणी समह
ू ़ों में
पूंिीवाद, समािवाद आदद उनके पररवतान और इन पररवताऩों
रूप और समाि पर प्रभाव। का प्रभाव।

सामान्य अध्ययन-I: भारतीय


अथाव्यवथथा पर वैश्वीकरण का
प्रभाव

सामान्य अध्ययन-I: सामाजिक


सशजततकरण, संप्रदायवाद,
क्षेत्रवाद और धमायनरपेक्षवाद।
सामान्य अध्ययन पाठ्यक्रम : प्रश्नपत्र - 2

राजनीति प्रशासन अंिरााष्ट्रीय संबंि

सामान्य अध्ययन-II: सरकारी


सामान्य अध्ययन-II: भारतीय नीयतय़ों और ववलभन्न क्षेत्ऱों में
सामान्य अध्ययन-II:
संववधान – एयतहालसक आधार, ववकास, ववकास के ललए हथतक्षेप और
भारत और इसके पडोसी
ववशेषताएं, संशोधन, महत्वपूणा उनके अलभकल्पन तथा
संबंध।
प्रावधान और बुयनयादी संरचना। कायाान्वयन के कारण उत्पन्न
ववषय।

सामान्य अध्ययन-II: ववकास


सामान्य अध्ययन-II:
प्रर्क्रया तथा ववकास उद्योग –
द्ववपक्षीय, क्षेत्रीय और
गैर सरकारी संगठऩों, थवयं
वैजश्वक समह
ू और
सामान्य अध्ययन-II: संघ एवं राज्य़ों सहायता समूह़ों, ववलभन्न
भारत से संबंर्धत
के काया और उनकी जिम्मेदाररयााँ। समूह़ों और संघ़ों, दानकतााओं,
और/अथवा भारत के
लोकोपकारी संथथाओं,
दहत़ों को प्रभाववत करने
संथथागत एवं अन्य पक्ष़ों की
वाले करार।
भूलमका।

सामान्य अध्ययन-II: केन्र सामान्य अध्ययन-II:


एवं राज्य़ों द्वारा िनसंयया भारत के दहत़ों, भारतीय
सामान्य अध्ययन-II: संघीय संरचना के अयत संवेदनशील वगों के पररदृश्य पर ववकलसत
से संबंर्धत मद्
ु दे और चन
ु ौयतयां। ललए कल्याणकारी योिनाएं तथा ववकासशील दे श़ों
और इन योिनाओं का की नीयतय़ों तथा
प्रदशान; रािनीयत का प्रभाव।

सामान्य अध्ययन-II: इन सामान्य अध्ययन-II:


सामान्य अध्ययन-II: क्षेत्रीय थतऱों अयत संवेदनशील वगों की महत्वपण
ू ा अंतरााष्ट्रीय
तक शजततय़ों का हथतांतरण और रक्षा एवं बेहतरी के ललए संथथान, संथथाएं और
उसकी चन
ु ौयतयां। गदठत तंत्र, ववर्ध, संथथान और मंच – उनकी सरं चना,
यनकाय। अर्धदे श।

सामान्य अध्ययन-II:
सामान्य अध्ययन-II: ववलभन्न घटक़ों थवाथ्य, लशक्षा, मानव
के बीच शजततय़ों का पथ
ृ तकरण, संसाधऩों से संबंर्धत
वववाद यनवारण तंत्र और संथथान। सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के
ववकास और प्रबंधन से
संबंर्धत ववषय।

सामान्य अध्ययन-II:
थवाथ्य, लशक्षा, मानव
सामान्य अध्ययन-II: भारतीय संसाधऩों से संबंर्धत
संवैधायनक योिना की अन्य दे श़ों से सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के
तुलना। ववकास और प्रबंधन से
संबंर्धत ववषय, गरीबी और
भूख से संबंर्धत ववषय।

सामान्य अध्ययन-II: शासन


सामान्य अध्ययन-II: संसद और
व्यवथथा, पारदलशाता और
राज्य ववधाययका – संरचना, काया,
िवाबदे ही के महत्वपण
ू ा पक्ष,
काया-संचालन, शजततयां एवं
ई-गवनेंस अनप्र
ु योग, मॉडल,
ववशेषार्धकार और इनसे उत्पन्न होने
सर्फलताएं, सीमाएं और
वाले ववषय।
संभावनाएं।

सामान्य अध्ययन-II: कायापाललका सामान्य अध्ययन-II: नागररक


और न्यायपाललका की संरचना, चाटा र, पारदलशाता एवं
संगठन और काया - सरकार के िवाबदे ही और संथथागत
मंत्रालय और ववभाग की भूलमका। अन्य उपाय

सामान्य अध्ययन-II: प्रभावक समूह


सामान्य अध्ययन-II: लोकतंत्र
और औपचाररक/अनौपचाररक संघ
में लसववल सेवाओं की
तथा शासन प्रणाली में उनकी
भूलमका।
भूलमका।

सामान्य अध्ययन-II: िन
प्रयतयनर्धत्व अर्धयनयम की मुयय
ववशेषताएं।

सामान्य अध्ययन-II: ववलभन्न


संवैधायनक पद़ों पर यनयुजतत और
ववलभन्न संवैधायनक यनकाय़ों की
शजततयां, काया और उत्तरदाययत्व

सामान्य अध्ययन-II: सांववर्धक,


ववयनयामक और ववलभन्न अधा-
न्याययक यनकाय।
सामान्य अध्ययन पाठ्यक्रम : प्रश्नपत्र - 3

ववज्ञान, िकनीक, पयाावरण एवं


आधथाक ववकास आंिररक सुरक्षा
आपदा प्रबंिन

सामान्य अध्ययन-III: भारतीय सामान्य अध्ययन-III: ववज्ञान सामान्य अध्ययन-


अथाव्यवथथा, योिना, संसाधऩों को एवं प्रौद्योर्गकी – ववकास एवं III: ववकास और
िुटाने, प्रगयत, ववकास तथा रोिगार से अनुप्रयोग और सामान्य िीवन र्फैलते उग्रवाद के
संबंर्धत ववषय। पर इसका प्रभाव। बीच संबंध।

सामान्य अध्ययन-
III: आंतररक सुरक्षा
सामान्य अध्ययन-III: ववज्ञान
सामान्य अध्ययन-III: समावेशी के ललए चन
ु ौती
एवं प्रौद्योर्गकी में भारतीय़ों की
ववकास और इससे उत्पन्न ववषय। उत्पन्न करने वाले
उपलजब्धयां;
शासन ववरोधी तत्त्व़ों
की भूलमका।

सामान्य अध्ययन-III: तकनीक सामान्य अध्ययन-


सामान्य अध्ययन-III: सरकारी बिट। का दे शीकरण और नईं तकनीक III: धनशोधन और
का ववकास उस पर यनयंत्रण

सामान्य अध्ययन-
III: संचार नेटवका के
सामान्य अध्ययन-III: मय
ु य र्फसलें – माध्यम से आंतररक
दे श के ववलभन्न भाग़ों में र्फसल़ों का सामान्य अध्ययन-III: सच
ू ना सरु क्षा को चन
ु ौती,
पैटना – लसंचाई के ववलभन्न प्रकार एवं प्रौद्योर्गकी, अंतररक्ष, कम्प्यट
ू र, आंतररक सरु क्षा
लसंचाई प्रणाली – कृवष उत्पाद का रोबोदटतस, नैनो-टे तनोलॉिी, चन
ु ौयतय़ों में मीडडया
भंडारण, पररवहन तथा ववपणन, बॉयो-टे तनोलॉिी से िड
ु े ववषय़ों और सामाजिक
संबंर्धत ववषय और बाधाएं, र्कसाऩों में िागरूकता। नेटवर्किंग साइट़ों की
की सहायता के ललए ई-प्रौद्योर्गकी। भलू मका, साइबर
सुरक्षा की बुयनयादी
बातें ।

सामान्य अध्ययन-
सामान्य अध्ययन-III: प्रत्यक्ष एवं
सामान्य अध्ययन-III: बौद्र्धक III: सीमावती क्षेत्ऱों
अप्रत्यक्ष कृवष सहायता तथा न्यूनतम
संपदा अर्धकार से िुडे ववषय। में सुरक्षा चन
ु ौयतयां
समथान मूल्य से संबंर्धत ववषय।
एवं उनका प्रबंधन -

सामान्य अध्ययन-III: िन ववतरण सामान्य अध्ययन-III: आपदा सामान्य अध्ययन-


प्रणाली उद्दे श्य, काया, सीमाएं, सुधार। एवं आपदा प्रबंधन। III: संगदठत अपराध
और आतंकवाद के
बीच संबंध

सामान्य अध्ययन-
सामान्य अध्ययन-III: संरक्षण,
सामान्य अध्ययन-III: बर्फर थटॉक III: ववलभन्न सुरक्षा
पयाावरण प्रदष
ू ण और क्षरण,
और खाद्य सुरक्षा संबंधी ववषय। बल और संथथाएं
पयाावरण प्रभाव का आकलन।
और उनके अर्धदे श।

सामान्य अध्ययन-III: प्रौद्योर्गकी


लमशन; पशु-पालन संबंधी अथाशाथत्र।

सामान्य अध्ययन-III: भारत में खाद्य


प्रसंथकरण और संबंर्धत उद्योग –
कायाक्षेत्र एवं महत्व, थथान, ऊपरी और
नीचे की अपेक्षाएं, आपयू ता श्ख
ंृ ला
प्रबंधन।

सामान्य अध्ययन-III: भारत में भलू म


सध
ु ार।
सामान्य अध्ययन-III: उदारीकरण का
अथाव्यवथथा पर प्रभाव, औद्योर्गक
नीयत में पररवतान और औद्योर्गक
ववकास पर इनका प्रभाव।

सामान्य अध्ययन-III: बुयनयादी ढांचा


: ऊिाा, बंदरगाह, सडक, ववमानपत्तन,
रे लवे आदद।

सामान्य अध्ययन-III: यनवेश मॉडल।

सामान्य अध्ययन पाठ्यक्रम : प्रश्नपत्र-4

नीतिशास्त्त्र सत्यतनष्ट्ठा अभिरूधि

सामान्य अध्ययन-IV: सामान्य अध्ययन-IV: लोक प्रशासऩों सामान्य अध्ययन-IV:


नीयतशाथत्र तथा मानवीय में लोक/लसववल सेवा मूल्य तथा लसववल सेवा के ललए
सह-संबंध: मानवीय नीयतशाथत्र: जथथयत और समथयाएं; अलभरूर्च तथा बुयनयादी
र्क्रयाकलाप़ों में नीयतशाथत्र सरकारी तथा यनिी संथथाऩों में मूल्य, सत्ययनष्ट्ठा, भेदभाव
का सार तत्व, इसके नैयतक र्चंताएं और दवु वधाएं, नैयतक रदहत तथा गैर-पक्षपात,
यनधाारक और पररणाम; मागादशान के थत्रोत़ों के रूप में ववर्ध, यनष्ट्पक्षता, सावाियनक सेवा
नीयतशाथत्र के आयाम; यनयम, ववयनयम तथा अंतराात्मा; के प्रयत समपाण भाव,
यनिी और सावाियनक शासन व्यवथथा में नीयतपरक तथा कमिोर वगों के ललए
संबंध़ों में नीयतशाथत्र। नैयतक मूल्य़ों का सुदृढीकरण; सहानुभूयत, सदहष्ट्णुता तथा
अंतरााष्ट्रीय संबंध़ों तथा यनर्ध संवेदना।
व्यवथथा (र्फंडडंग) में नैयतक मुद्दे ;
कारपोरे ट शासन व्यवथथा

सामान्य अध्ययन-IV: शासन


सामान्य अध्ययन-IV: व्यवथथा में ईमानदारी: लोक सेवा
मानवीय मूल्य – महान की अवधारणा; शासन व्यवथथा और
सामान्य अध्ययन-IV:
नेताओं, सध
ु ारक़ों और ईमानदारी का दाशायनक आधार,
भावात्मक समझ:
प्रशासक़ों के िीवन तथा सरकार में सच
ू ना का आदान-प्रदान अवधारणाएं तथा प्रशासन
उनके उपदे श़ों से लशक्षा; और पारदलशाता, सच
ू ना का अर्धकार, और शासन व्यवथथा में
मल्
ू य ववकलसत करने में नीयतपरक आचार संदहता, आचरण
उनके उपयोग और प्रयोग।
पररवार, समाि और संदहता, नागररक घोषणा पत्र, काया
शैक्षणणक संथथाओं की संथकृयत, सेवा प्रदान करने की
भलू मका। गण
ु वत्ता, लोक यनर्ध का उपयोग,
भ्रष्ट्टाचार की चन
ु ौयतयां।
सामान्य अध्ययन-IV:
अलभववृ त्त : सारांश, संरचना,
ववृ त्त, ववचार और आचरण
के पररप्रेक्ष्य में इसका
प्रभाव एवं संबंध; नैयतक
और रािनीयतक अलभरूर्च;
सामाजिक प्रभाव और
धारणा।

सामान्य अध्ययन-IV:
भारत और ववश्व के नैयतक
ववचारक़ों तथा दाशायनक़ों
के योगदान।

सामान्य अध्ययन-IV: उपयत


ुा त ववषय़ों पर मामला संबंधी अध्ययन (केस थटडी)

Previous Year Solved Papers


Daily UPSC Current Affairs

Daily Editorial List

Monthly Current Affairs

UPSC Study Material

Gist of Yojana

You might also like