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िहदं ी कायशाला

अ यास पिु तका


I: तीन भाग म ग ांश िदया गया है । येक भाग के िलए अलग से ग ांश के अंत म
िदए गए ह । कृपया पूरा ग ांश पढ़कर उ र द ।

भाग - क

भारत सरकार क राजभाषा नी त : मु य ावधान

हमारे रा नमाताओं और सं वधान नमाताओं ने यह प ट अनभ


ु त
ू कया था क भारत जैसे
बहुभाषी दे श म सरकार कामकाज म और संपण
ू भारत को एकता के सू म बांधने के लए कसी
एक भाषा को अंगीकार करना होगा । इस मह वपण
ू योजन क पू त म उनके स मख
ु हंद ह
एकमा ऐसी भाषा थी जो उ त उ दे य क पू त कर सकती थी । स दय से हंद ह एकमा ऐसी
भाषा रह है जो क मीर से क याकुमार और बंगाल से महारा तक जनसंपक क भाषा रह है ।
इसी लए सं वधान क धारा 343 (1) के अनस
ु ार हंद को राजभाषा के गौरवशाल पद पर आसीन
कया गया । भारत सरकार क राजभाषा नी त सभी सरकार कायालय / उप म पर पण
ू त: लागू
होती है । भारत सरकार क नी त के अनप
ु ालन म राजभाषा वभाग क थापना संवध
ै ा नक
अ नवायता है । भारत सरकार क राजभाषा नी त के कुछ मु य पहलू न नां कत है :

मख
ु संवध
ै ा नक उपबंध

अनु छे द 343 (1) संघ क राजभाषा हंद और ल प दे वनागर होगी । संघ के राजक य योजन के
लए योग होने वाले अंक का प भारतीय अंक का अंतरा य प (1, 2, 3, 4 आ द) होगा ।

अनु छे द 344 (1) इसके अनस


ु ार रा प त, इस सं वधान के ारं भ से पांच वष क समाि त पर
तथा त प चात ्, ऐसे ारं भ से दस वष क समाि त पर, आदे श वारा, एक आयोग ग ठत करे गा जो
एक अ य और अ टम अनस
ु च
ू ी म व न द ट व भ न भाषाओं का त न ध व करने वाले ऐसे
अ य सद य से मलकर बनेगा िजनको रा प त नयु त कर और आयोग वारा अनस
ु रण क जाने
वाल या को भी आदे श प रभा षत करे गा ।

अनु छे द 344 (4) तीस सद य क एक स म त ग ठत क जाएगी िजनम से बीस लोकसभा के


सद य ह गे और दस रा यसभा के सद य ह गे जो क मशः लोकसभा के सद य और रा यसभा
के सद य वारा आनप
ु ा तक त न ध व प ध त के अनस
ु ार एकल सं मणीय मत वारा नवा चत
ह गे ।

अनु छे द 345 - रा य के वधान मंडल, उस रा य म यु त कसी एक या अ धक भाषाओं को या


हंद को अपनी राजभाषा के प म अंगीकार कर सकते ह ।

अनु छे द 346- कसी रा य और क के बीच तथा दो रा य के बीच प ा द संघ क राजभाषा म


कया जाएगा ।

1
अनु छे द 351- हंद भाषा क सार व ृ ध करना, उसका वकास करना ता क वह भारत क
सामा सक सं कृ त के सभी त व क अ भ यि त का मा यम हो सके और उसक आ मीयता म
ह त ेप कए बना हंद ु तानी और अ टम अनस
ु च
ू ी म उि ल खत अ य भारतीय भाषाओं के प,
शैल और पदावल को आ मसात करते हुए तथा जहां तक आव यक हो या वांछनीय हो वहां उसके
श द भंडार के लए मु यतः सं कृत से और गौणतः अ य भाषाओं से श द हण करते हुए उसक
समृ ध सु नि चत करना संघ का कत य होगा ।

अ टम अनस
ु च
ू ी म उि ल खत भाषाएं

म सं. भाषा म सं. भाषा म सं. भाषा


1. अस मया 2. बंगला 3. उ ड़या
4. मराठ 5. उद ू 6. मलयालय
7. क नड़ 8. सं कृत 9. क मीर
10. संधी 11. गज
ु राती 12. हद

13. त मल 14. नेपाल 15. तेलग
ु ू
16. म णपरु 17. पंजाबी 18. क कणी
19. बोडो 20. संथाल 21. मै थल
22. डोगर

भाग - ख

राजभाषा अ ध नयम, 1963 (यथा संशो धत 1967) मुख धाराएं

भारत के सं वधान के अनु छे द 349 के तहत द शि तय का योग करते हुए संघ के शासक य
योजन, संसद के कामकाज एवं क और रा य अ ध नयम और उ च यायालय म भाषाओं का
उपबंध करने के लए राजभाषा अ ध नयम, 1963 (यथा संशो धत 1967) पा रत कया गया ।

धारा (2) म मशः अ ध नयम के नाम का उ लेख और अ ध नयम म यु त क तपय श दावल को


प रभा षत कया गया है ।

धारा 3 (1) इस धारा के तहत संघ के शासक य योजन के लए और संसद म कामकाज म हंद
के साथ अं ेजी भी योग म लाई जाती रहे गी ।

धारा 3(2) क य सरकार के मं ालय , वभाग , कायालय के बीच और क य सरकार के वा म व


वाले या नयं ण वाले नगम आ द के बीच जब तक वहां के कमचा रय को हंद का कायसाधक
ान नह ं हो जाता, यथाि थ त प का अं ेजी/ हंद अनव
ु ाद भी उपल ध कराया जाएगा ।
2
धारा 3(3) इस धारा के तहत कुछ द तावेज का उ लेख कया गया है जो अ नवायत: वभाषी
(अं ेजी एवं हंद ) म ह जार कए जाएं जैसे संक प, सामा य आदे श, नयम, अ धसच
ू नाएं, ेस
व ि तयां, संसद के सम रखे जाने वाले कागजात, करार, सं वदा, अनु ि तयां, अनु ाप , न वदा
ा प आद ।

धारा 3(4) य द कोई कमचार अं ेजी और हंद दोन भाषाओं म वीण नह ं है तो क य सरकार
वारा बनाए गए कसी भी ऐसे नयम से केवल इस आधार पर उसका कोई अ हत नह ं होगा ।
अथात हंद या अं ज
े ी कसी एक भाषा का ान भी इस ि ट से पया त है ।

धारा 3(5) उप धारा 1, 2 तथा 3 के ावधान म अं ेजी का ावधान तब तक रहे गा जब तक क


उन रा य के वधान मंडल, िज ह ने हंद को अपनी राजभाषा के प म नह ं अपनाया है , इस
आशय का संक प पा रत नह ं कया जाता । साथ ह इस आशय का संक प संसद के दोन सदन म
भी पा रत करना होगा तभी अं ेजी संबध
ं ी ावधान समा त समझे जाएंगे ।

धारा (4) क उप धारा 1, 2, 3 तथा 4 के ावधान म संसद य स म त के गठन, संसद के दोन


सदन के सद य के चयन, उनके काय यापार क यव था का उ लेख है । संसद य राजभाषा
स म त क य सरकार के कायालय म राजभाषा नी त के काया वयन क समी ा करती है और
अपनी रपोट सफा रश स हत रा प त को तत
ु करती है ।

धारा 5, 6 तथा 7 म मशः क य अ ध नयम, रा य अ ध नयम के ा धकृत हंद पाठ और उ च


यायालय के नणय आ द म हंद या अ य राजभाषा के वैकि पक योग का ावधान कया गया
है ।

धारा 8 इस धारा के तहत क य सरकार को राजभाषा के काया वयन के लए नयम आ द बनाने


क शि तयां दान क गई है ।

धारा 9 ावधान के अनस


ु ार धारा 6 एवं 7 ज मू और क मीर रा य पर लागू नह ं होती है ।

भाग - ग

संघ के शासक य योजन के लए राजभाषा नयम - 1976

राजभाषा अ ध नयम क धारा 8 के तहत द शि तय का योग करते हुए संघ के शासक य


योजन के लए राजभाषा नयम, 1976 का ावधान कया गया है । राजभाषा नयम त मलनाडु
रा य पर लागू नह ं होते । कुल 12 नयम ह जो इस कार ह :-

नयम 1 म नयम के नाम, व तार और ारं भ का उ लेख है ।

3
नयम 2 म क तपय श द का अ भ ाय प ट कया गया है । इसी म पण
ू भारत को राजभाषा के
समु चत काया वयन के लए तीन े म वभािजत कया गया है –

'क' े – बहार, ह रयाणा, हमाचल दे श, म य दे श ्, राज थान, उ र दे श, छ ीसगढ़, झारखंड,


उ राख ड, अंडमान व नकोबार संघ शा सत े एवं द ल ।
'ख' े – पंजाब, महारा , गज
ु रात, चंडीगढ़ संघ े , दमण और द व तथा दादरा नगर हवेल ।
'ग' े – वे सभी रा य एवं संघ शा सत े जो े ‘क’ और ‘ख’ म सि म लत नह ं ह अथात ्
ज मू व क मीर, सि कम, अ णाचल दे श, असम, नागालड, मेघालय, म णपरु , परु ा,
मजोरम, पि चम बंगाल, उ डसा, आं दे श, तेलग
ं ाना, कनाटक, केरल, त मलनाडु,
ल य वीप और पां डचेर शा मल है ।

नयम 3 के उप नयम 1, 2, 3 तथा 4 म क य सरकार के 'क', 'ख' तथा 'ग' े के संघ शा सत


े और रा य (क य सरकार के कायालय को छोड़कर) से प यवहार के संबध
ं म ावधान
कया गया है ।

नयम 4 म क य सरकार के 'क', 'ख' तथा 'ग' े म ि थत व भ न मं ालय , वभाग ,


अधीन थ कायालय , बक , नकाय , उप म के बीच प यवहार के संबध
ं म ावधान कया गया
है ।

नयम 5 के ावधान के अनस


ु ार हंद म ा त प का उ र अ नवायत: हंद म दया जाना
अपे त है ।

नयम 6 के अनस
ु ार धारा 3(3) के अंतगत जार सभी द तावेज अ नवायत: वभाषी जार कए
जाते ह ।

नयम 7 के अनस
ु ार क सरकार का कोई भी कमचार अपना अ यावेदन, आवेदन और अपील
अं ेजी या हंद म कर सकता है तथा प हंद म लखे या ह ता रत द तावेज का जवाब हंद म
दया जाता है ।

नयम 8 के उप नयम 1, 2, 3 तथा 4 के अनस


ु ार कोई भी कमचार प पर अं ेजी/ हंद म
ट पणी करता है तो उससे उसके हंद /अं ेजी म अनव
ु ाद क मांग नह ं क जाएगी । य द कोई
द तावेज व धक कया तकनीक कृ त का नह ं है तो हंद का कायसाधक ान रखने वाला
कमचार द तावेज के अं ज
े ी अनव
ु ाद क मांग नह ं कर सकता । द तावेज व धक कृ त का है या
नह ं इसका नणय स म अ धकार करता है । क य सरकार अ धसू चत कायालय या हंद म
वीणता ा त कमचार के लए ऐसे आदे श जार कर सकती है िजसम यह उ लेख होगा क उ ह
ट पण, ा पण और अ य शासक य योजन के लए हंद का योग करना है ।

4
नयम 9 तथा 10 (1) म मश: हंद म वीणता और हंद का कायसाधक ान क प रभाषा द
गई है । भारत सरकार क नी त के अनस
ु ार सरकार कमचा रय को हंद का कायसाधक ान होना
अ नवाय है, िज ह कायसाधक ान नह ं है उ ह कायालय समय म सरकार खच पर हंद का
श ण दया जाना अपे त होता है ।

नयम 10(4) के अनस


ु ार िजस कायालय के 80% कमचार हंद का कायसाधक ान ा त कर लेते
ह उस कायालय को भारत के राजप म अ धसू चत कया जाता है ।

नयम 11 के अनस
ु ार सभी मैनअ
ु ल, सं हताएं, या संबध
ं ी अ य सा ह य, रिज टर, नामप ट,
सच
ू नाप ट, प शीष तथा अ य लेखन साम ी वभाषी (अं ेजी एवं हंद म) होगी ।

नयम 12 के अनस
ु ार राजभाषा नी त के अनप
ु ालन का दा य व कायालय धान का है ।

ग ांश संबधं ी
भाग - क

न 1: भारतीय सं वधान के कौन से अनु छे द के अंतगत राजभाषा आयोग क थापना का


ावधान है ?
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शन 2: सं वधान के कस अनु छे द म हद
ं को संघ क राजभाषा का दजा दया गया है ?

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न 3: भारतीय सं वधान के अनु छे द 345 के अंतगत या ावधान ह ?


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न 4: संघ के राजक य योजन के लए योग होने वाले अंक का प कैसा होगा ?


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न 5: राजभाषा हद
ं कस ल प म लखी जाएगी ?
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5
न 6: एक रा य और दस
ू रे रा य के बीच अथव रा य और संघ के बीच प ाचार क भाषा का
ावधान कस अनु छे द म दया गया है ?
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न 7: संसद य राजभाषा स म त का गठन कस अनु छे द के तहत कया जाता है ?


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न 8: संसद य राजभाषा स म त म लोकसभा और रा य सभा के कतने- कतने सद य होते ह ?


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भाग - ख

न 9: राजभाषा अ ध नयम य पा रत कया गया ?


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न 10: राजभाषा अ ध नयम,1963 कस अनु छे द के तहत पा रत हुआ ?


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न 11: राजभाषा अ ध नयम,1963 क कुल कतनी धाराएं ह ?


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न 12: राजभाषा अ ध नयम,1963 क धारा 3(3) से या अ भ ाय है ?


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न 13: राजभाषा अ ध नयम, 1963 क कौन सी धारा के अंतगत क य सरकार को राजभाषा


काया वयन के लए नयमाद बनाने क शि तयाँ दान क ह ?
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न 14: राजभाषा अ ध नयम, 1963 क कौन सी धारा के अंतगत कुछ द तावेज़ वभाषी जार
कए जाने अ नवाय ह ? द तावेज का भी उ लेख कर ।
_______________________________________________________________

6
भाग - ग

न 15: राजभाषा नयम, 1976 के अंतगत कुल कतने नयम ह ?

_______________________________________________________________

न 16: राजभाषा नयम 1976 के अनस


ु ार े ‘ख’ से या अ भ ाय है ?

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न 17: राजभाषा के कस नयम के तहत हंद म ा त प का उ र हंद म दया जाना


अपे त है ?

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न 18: राजभाषा नयम के कौन से नयम के अंतगत भारत को राजभाषा काया वयन के
उ दे य से कतने भागो म वभािजत कया गया है ?

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न 19: राजभाषा नयम के कौन से नयम म यह उ लेख है क “कोई भी कमचार प पर


अं ेजी/ हंद म ट पणी करता है तो उससे उसके हंद /अं ेजी म अनव
ु ाद क मांग नह ं
क जाएगी।”

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न 20: राजभाषा नयम के कौन से नयम के अंतगत “द तावेज क कृ त नधारण का नणय


लेने का अ धकार स म अ धकार के पास सरु त है ।”

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न 21: राजभाषा नयम के कौन से नयम के अंतगत कायालय को राजप म अ धसू चत कया
जाना अपे त है और य ?

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न 22: हद
ं म ा त ह ता रत प , आवेदन , अ यावेदन के उ र कस भाषा म दए जाएंगे ?

_______________________________________________________________
7
न 23: राजभाषा के कस नयम के तहत सभी कोड मैनअ
ु ल, सं हताएं तथा या संबध
ं ी अ य
सा ह य तथा लेखन साम ी वभाषी म जार क जानी अपे त है ?
_______________________________________________________________

न 24: राजभाषा के कस नयम के तहत राजभाषा न त के अनप


ु ालन का दा य व कायालय
धान का है
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II: िन नािकत अं ेजी श द के िहंदी समानक श द िलिखए ।

Procurement ______________________

Quality Assurance ______________________

Contract ______________________

Tender ______________________

ex post facto ______________________

proficiency ______________________

Probation Period ______________________

Terminal Benefit ______________________

Reinstatement ______________________

Relinquishment of Charge ______________________

III: िन नािकत वा य / वा यांश का िहंदी म अनुवाद क िजए ।

1. The favour of an early reply will be highly appreciated.


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2. Under information to this office.


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8
3. Notwithstanding anything to the contrary.
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4. Retrospective effect can not be given to this order.


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5. The proposal is self-explanatory.


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IV: िन नांिकत श द का सही िमलान क िजए ।

(i) Sanction (i) अनल


ु नक

(ii) Acceptance (ii) अनुमोदन

(iii) Concurrence (iii) संल नक

(iv) Approval (iv) वीकृ त

(v) Endorsement (v) सं थान

(vi) Enclosure (vi) सं था

(vii) Annexure (vii) मंजूर

(viii) Appendix (viii) सहम त

(ix) Institution (ix) प ृ ठांकन

(x) Institute (x) परश ट

V: िन निलिखत ग ांश म कुछ श द अशु िलखे हए ह । कृपया अशु श द को


शु करते हए सुलेख िलख -

भारत म अनेक सं ध भाषाय ह । इन भाषाओं म हंद एकता क कड़ी है । हमारे


संतो, सामाज सध
ू ारक और रा नायक ने अपने वचार के चार के लये हंद को
अपनाया, य क भारत म यह वह भाषा है जो का मीर से क याकूमार तक और
राज थान से सद
ु रू पि चमी अंचल से आसाम के पव
ू सीमावत भ-ु भाग तक समान प

9
से समझी जाती है । हंद ह एकमा ऐसी भाषा है जो सम त भारतीय जनता को
एकता के सु म जोढ़ने का काय करती ह । चाहे कसी भी दे श का कोई भी यि त
दे श के कसी भी भाग म चला जाय, वह टुट -फुट हंद के मा यम से अपने वचार को
दस
ू रे यि त तक पहूंचाने म सफल हो सकता है ।

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VI: िन नांिकत श द क सही वतनी िलिखए

आश वाद वछं द

कृ या स यास

उ जवल पर म

क वय ी सह ाि द

त वाधान यवहा रक

दपावल अ या धक

यौहार हं सना

तथी पर ा

नर ण उ यो गक

शा रर क द शनी

10
त ा यवसा यक

बमार आगुंतक

वा थय मँहगाई

घ ट हकाय

ीमती वभा वक

पया पर ि थ त

अ व कार नरोग

अगामी

VII: िन नांिकत िु तसम िभ नाथ श द के अथ िलिखए

श द अथ श द अथ

अपमान कुल

उपमान कूल

अ ल कृ त

अमल कृती

अवलंब क त

अ वलंब कोर

आद गह

आद ह

उपयु त चता

उपयु त चीता

अनल दशा

अ नल दशा

अ न नयत

अ य नीयत

उपे ा नय त

अपे ा दन

11
अपकार दन

उपकार नि चत

अव ध नि चंत

अवधी प रणाम

ओर णाम

और प रमाण

मात ृ माण

मा

न VII: आपके कायालय म था पत क यट


ू र के रखरखाव के लए वा षक अनरु ण ठे का दया
जाना है । वा षक ठे के क शत तथा उस पर होने वाले कुल अनम
ु ा नत खच पर बंधन
से अनम
ु ोदन ा त करने के लए एक नोट तैयार क िजए ।

12
न VIII: आपके कायालय म दो वष क अव ध के लए कुछ वाहन कराए पर लए जाने ह। इस
संबध
ं म न वनाएं मंगाने के लए न वदा सच
ू ना का ा प तैयार क िजए, िजसम वाहन
संबध
ं ी सभी अपे ाओं का यौरा दे ते हुए न वदा क सभी शत का प ट उ लेख कया
गया हो ।

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न IX: आपके कायालय म सरु ा यव था को मजबत
ू बनाने के लए कायालय के मु य थान
पर सीसीट वी कैमरे लगाए जाने ह। इन कैमर क खर द हे तु य संबध
ं ी नयम व शत
के अनप
ु ालन, कैमर क सं या एवं अनम
ु ा नत खच का उ लेख करते हुए बंधन से
अनम
ु ोदन ा त करने के लए नो टंग तैयार कर।

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