You are on page 1of 3

हनुमानजी का कौनसा पाठ किन स्थितियों में करें ,

जानें मंत्र एवं 7 लाभदायी उपाय


* हनुमान जी की कौन-सी साधना से मिटें गे किस तरह के कष्ट, जानिए

श्रीरामचरित मानस के रचयिता गोस्वामी तल


ु सीदास ने श्रीरामचरित मानस लिखने से पहले हनम
ु ान
चालीसा लिखी थी और फिर हनम
ु ान की कृपा से ही वे श्रीरामचरित मानस लिख पाए।

हनुमान चालीसा को ध्यान से पढ़ने और समझने के बाद पता चलेगा कि हनुमान ही इस कलियुग के
जागत
ृ दे वता हैं, जो भक्तों के सभी तरह के कष्ट को दरू करने के लिए तुरंत ही प्रसन्न हो जाते हैं। शर्त
यह है कि भक्त का अपने कर्मों के प्रति सजग रहना जरूरी है । कुकर्मी का साथ तो कोई नहीं दे ता।
आओ हम बताते हैं कि हनुमानजी की कौन-सी साधना से किस तरह के कष्ट मिट जाते हैं।

बजरं ग बाण
बचाता है इस संकट से :-

बहुत से व्यक्ति अपने कार्य या व्यवहार से लोगों को रुष्ट कर दे ते हैं, इससे उनके शत्रु बढ़ जाते हैं। कुछ
लोगों को स्पष्ट बोलने की आदत होती है जिसके कारण उनके गुप्त शत्रु भी होते हैं। यह भी हो सकता है
कि आप सभी तरह से अच्छे हैं फिर भी आपकी तरक्की से लोग जलते हो और आपके विरुद्ध षड्‍यंत्र
रचते हो। ऐसे समय में यदि आप सच्चे हैं तो श्री बजरं ग बाण आपको बचाता है और शत्रओ
ु ं को दं ड दे ता
है । बजरं ग बाण से शत्रु को उसके किए की सजा मिल जाती है , लेकिन इसका पाठ एक जगह बैठकर
अनुष्ठानपूर्वक 21 दिन तक करना चाहिए और हमेशा सच्चाई के मार्ग पर चलने का संकल्प लेना
चाहिए, क्योंकि हनुमानजी सिर्फ पवित्र लोगों का ही साथ दे ते हैं। इस पाठ से 21 दिन में तुरंत फल
मिलता है ।

हनुमान चालीसा पढ़ते रहने से इस संकट से बचा रहता है व्यक्ति:-

जो व्यक्ति नित्य सुबह और शाम हनुमान चालीसा पढ़ता रहता है उसे कोई भी व्यक्ति बंधक नहीं बना
सकता। उस पर कारागार का संकट कभी नहीं आता। यदि किसी व्यक्ति को अपने कुकर्मों के कारण
कारागार (जेल) हो गई है , तो उसे संकल्प लेकर क्षमा-प्रार्थना करना चाहिए और आगे से कभी किसी भी
प्रकार के कुकर्म नहीं करने का वचन दे ते हुए हनम
ु ान चालीसा का 108 बार पाठ करें । हनम
ु ानजी की
कृपा हुई तो कारागार से ऐसे व्यक्ति मक्
ु त हो जाते हैं।

किस संकट से बचाता है


हनुमान बाहुक का पाठ:-

यदि आप गठिया, वात, सिरदर्द, कंठ रोग, जोड़ों का दर्द आदि तरह के दर्द से परे शान हैं, तो जल का एक
पात्र सामने रखकर हनम
ु ान बाहुक का 26 या 21 दिनों तक मह
ु ू र्त दे खकर पाठ करें । प्रतिदिन उस जल
को पीकर दस
ू रे दिन दस
ू रा जल रखें। हनम
ु ान जी की कृपा से शरीर की समस्त पीड़ाओं से आपको
मक्ति
ु मिल जाएगी।

ु ान मंत्र से मिट जाता है हर तरह का भय:-


इस हनम

यदि आप अंधेरे, भूत-प्रेत से डरते हैं या किसी भी प्रकार का भय है तो आप 'हं हनुमत


ं े नम:' का रात को
सोने से पूर्व हाथ-पैर और कान-नाक धोकर पूर्वाभिमुख होकर 108 बार जप करके सो जाएं। कुछ ही
दिनों में धीरे -धीरे आप में निर्भीकता का संचार होने लगेगा।

यदि गहृ कलह से हैं परे शान तो यह उपाय करें :-

प्रति मंगलवार एवं शनिवार को हनम


ु ान मंदिर में जाकर गड़
ु और चना अर्पित करें और घर में सब
ु ह-
शाम हनम
ु ान चालीसा का पाठ करें । पाठ करने के पहले और बाद में आधे घंटे तक किसी से बात न
करें । जब 21 दिन परू े हो जाएं तो हनम
ु ान जी को चोला चढ़ाएं। हनम
ु ान जी तरु ं त ही घर में सख
ु -शांति
कर दें गे।

यदि शनि ग्रह से हैं परे शान तो यह उपाय करें :-

हनुमान जी की जिस पर कृपा होती है , उसका शनि और यमराज भी बाल बांका नहीं कर सकते। आप
शनि ग्रह की पीड़ा से छुटकारा पाना चाहते हैं कि प्रति मंगलवार हनुमान मंदिर जाएं और शराब व मांस
के सेवन से दरू रहें । इसके अलावा शनिवार को सुंदरकांड या हनुमान चालीसा पाठ करने से शनि
भगवान आपको लाभ दे ने लगें गे। इससे शनि ग्रह पीड़ा से मुक्ति मिल जाएगी।

ु ान जी का चमत्कारिक शाबर मंत्र:-


हनम

हनुमान जी का शाबर मंत्र अत्यंत ही सिद्ध मंत्र है । इसके प्रयोग से हनुमान जी तुरंत ही आपके मन की
बात सुन लेते हैं। इसका प्रयोग तभी करें जबकि यह सुनिश्चित हो कि आप पवित्र व्यक्ति हैं। यह मंत्र
आपके जीवन के सभी संकटों और कष्टों को तुरंत ही चमत्कारिक रूप से समाप्त करने की क्षमता
रखता है । हनुमान जी के कई शाबर मंत्र हैं तथा अलग-अलग कार्यों के लिए हैं। यहां प्रस्तुत हैं दो मंत्र।

साबर अढाईआ मंत्र :-


॥ ॐ नमो आदे श गरु
ु को, सोने का कड़ा,
तांबे का कड़ा हनम
ु ान वन्गारे य सजे मोंढे आन खड़ा ॥

शाबर मंत्र :-
ॐ नमो बजर का कोठा,
जिस पर पिंड हमारा पेठा।
ईश्वर कंु जी ब्रह्म का ताला,
हमारे आठो आमो का जती हनम
ु ंत रखवाला।

चेतावनी :
उक्त मंत्र के साधना के नियम, समय, स्थान और मंत्र जाप की संखय
्‍ ा और दिन को किसी योग्य पंडित
या साधु से जानकर ही जपें ।

You might also like