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कॉमन को ड यानी सद जुखाम और इ लूएज ं ा जसे आमतौर पर लू भी कहते ह, सामा य वायरल इंफे शन है जो हमारी नाक और गले को
भा वत करता है। यह बीमारी इतनी सामा य है क हर साल भारत म करीब 1 करोड़ लोग सामा य सद -जुखाम और लू का शकार होते ह। इसक
वजह यह है क इस बीमारी के वायरस बड़ी आसानी से फैलते ह। बीमारी जतनी आसानी से फैलती है इसका इलाज भी उतना ही आसान है। इसके
लए डॉ टर को दखाने या कसी तरह के टे ट क ज रत नह होती। आमतौर पर पी ड़त घर पर ही रहकर दवा लेकर और थोड़ा आराम कर
कुछ दन म ठ क हो जाता है।

सामा य जुखाम के ल ण
नाक से पानी आना
ब त यादा छक आना

नाक बंद होना


ह का बुखार
गले म दद
खांसी

लू के ल ण
अचानक तेज बुखार
सूखी खांसी
बदन म तेज दद
सरदद
गले म दद
ब त यादा थकान
उ ट और च कर आना

वैसे तो इस बीमारी म यादातर लोग 2 स ताह के अंदर खुद ही ठ क हो जाते ह। बीमारी के ल ण को नयं त करने के लए कुछ घरेलू नु ख का
भी इ तेमाल कया जा सकता है।

यूं फैलती है बीमारी


लू और कॉमन को ड ये दोन ही बीमा रयां पहले से सं मत के संपक म आने से होती ह और इस बीमारी का सं मण 2 तरह से फैलता है-
- अगर कोई सं मत के आसपास रहता है तो सं मत के छ कने या खांसने से वातावरण म फैले क टाणु सरे को भी
अपनी चपेट म ले लेते ह।
- सं मत ारा इ तेमाल कए गए ट शू पेपर, दरवाजे के हडल, टे लफोन आ द को छू ने के बाद अपने नाक या आंख को छू ने पर बीमारी के
वायरस सीधे हमारे शरीर म वेश कर हम भी बीमार कर दे ते ह।

बचाव के लए इन बात का रख यान


- खांसते या छ कते व हमेशा अपना मुंह ट शू पेपर या हाथ से ढं क ल।
- इ तेमाल कए गए ट शू पेपर को तुरंत ड पोज कर और खांसने या छ कने के बाद हाथ को अ छ तरह से साबुन-पानी से धोएं।
- ऐसी जगह जसे अ सर लोग छू ते ह जैसे-दरवाजे के हडल, हडरे लग, नल आ द इन सबको अ छ तरह से साफ रख।
- पहले से सद -जुखाम या लू से पी ड़त लोग के नजद क जाने से बच।

🤧😷🤒Cold disease

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