You are on page 1of 2

1Corinthinas 12: 1-11 – 1 हे भाइयों, मैं नहीं चाहता कि तुम आत्मिक वरदानों के विषय में अज्ञात रहो।

2 तुम जानते हो, कि जब तुम अन्यजाति थे, तो गूंगी मूरतों के पीछे जैसे चलाए जाते थे वैसे चलते थे।
3 इसलिये मैं तुम्हें चितौनी देता हूं कि जो कोई परमेश्वर की आत्मा की अगुआई से बोलता है, वह नहीं कहता कि यीशु स्त्रापित है; और न कोई पवित्र आत्मा के
बिना कह सकता है कि यीशु प्रभु है॥
4 वरदान तो कई प्रकार के हैं, परन्तु आत्मा एक ही है।
5 और सेवा भी कई प्रकार की है, परन्तु प्रभु एक ही है।
6 और प्रभावशाली कार्य कई प्रकार के हैं, परन्तु परमेश्वर एक ही है, जो सब में हर प्रकार का प्रभाव उत्पन्न करता है।
7 किन्तु सब के लाभ पहुंचाने के लिये हर एक को आत्मा का प्रकाश दिया जाता है।
8 क्योंकि एक को आत्मा के द्वारा बुद्धि की बातें दी जाती हैं; और दूसरे को उसी आत्मा के अनुसार ज्ञान की बातें।
9 और किसी को उसी आत्मा से विश्वास; और किसी को उसी एक आत्मा से चंगा करने का वरदान दिया जाता है।
10 फिर किसी को सामर्थ के काम करने की शक्ति; और किसी को भविष्यद्वाणी की; और किसी को आत्माओं की परख, और किसी को अनेक प्रकार की भाषा;
और किसी को भाषाओं का अर्थ बताना।
11 परन्तु ये सब प्रभावशाली कार्य वही एक आत्मा करवाता है, और जिसे जो चाहता है वह बांट देता है॥

Exodus 15:26 – कि यदि तू अपने परमेश्वर यहोवा का वचन तन मन से सुने, और जो उसकी दृष्टि में ठीक है वही करे, और उसकी आज्ञाओं पर कान
लगाए, और उसकी सब विधियों को माने, तो जितने रोग मैं ने मिस्रियों पर भेजा है उन में से एक भी तुझ पर न भेजूंगा; क्योंकि मैं तुम्हारा चंगा करने वाला यहोवा
हूं॥

Job 1:9-12 – 9 शैतान ने यहोवा को उत्तर दिया, क्या अय्यूब परमेश्वर का भय बिना लाभ के मानता है?
10 क्या तू ने उसकी, और उसके घर की, और जो कु छ उसका है उसके चारों ओर बाड़ा नहीं बान्धा? तू ने तो उसके काम पर आशीष दी है,
11 और उसकी सम्पत्ति देश भर में फै ल गई है। परन्तु अब अपना हाथ बढ़ाकर जो कु छ उसका है, उसे छू ; तब वह तेरे मुंह पर तेरी निन्दा करेगा।
12 यहोवा ने शैतान से कहा, सुन, जो कु छ उसका है, वह सब तेरे हाथ में है; के वल उसके शरीर पर हाथ न लगाना। तब शैतान यहोवा के साम्हने से चला गया।

John 9:1-3 – फिर जाते हुए उस ने एक मनुष्य को देखा, जो जन्म का अन्धा था।
2 और उसके चेलों ने उस से पूछा, हे रब्बी, किस ने पाप किया था कि यह अन्धा जन्मा, इस मनुष्य ने, या उसके माता पिता ने?
3 यीशु ने उत्तर दिया, कि न तो इस ने पाप किया था, न इस के माता पिता ने: परन्तु यह इसलिये हुआ, कि परमेश्वर के काम उस में प्रगट हों।

Psalm 40:6 – मेलबलि और अन्नबलि से तू प्रसन्न नहीं होता तू ने मेरे कान खोदकर खोले हैं। होमबलि और पापबलि तू ने नहीं चाहा। in Plasm 141:2
– मेरी प्रार्थना तेरे साम्हने सुगन्ध धूप, और मेरा हाथ फै लाना, संध्या काल का अन्नबलि ठहरे!

Isaiah 35: 4-6 – घबराने वालों से कहो, हियाव बान्धो, मत डरो! देखो, तुम्हारा परमेश्वर पलटा लेने और प्रतिफल देने को आ रहा है। हां, परमेश्वर आकर
तुम्हारा उद्धार करेगा॥
5 तब अन्धों की आंखे खोली जाएंगी और बहिरों के कान भी खोले जाएंगे;
6 तब लंगड़ा हरिण की सी चौकडिय़ां भरेगा और गूंगे अपनी जीभ से जयजयकार करेंगे। क्योंकि जंगल में जल के सोते फू ट निकलेंगे और मरूभूमि में नदियां बहने
लगेंगी

John 3:1-2 – फरीसियों में से नीकु देमुस नाम एक मनुष्य था, जो यहूदियों का सरदार था।
2 उस ने रात को यीशु के पास आकर उस से कहा, हे रब्बी, हम जानते हैं, कि तू परमेश्वर की आरे से गुरू हो कर आया है; क्योंकि कोई इन चिन्हों को जो तू
दिखाता है, यदि परमेश्वर उसके साथ न हो, तो नहीं दिखा सकता।

Matthew 4:23 – 23 और यीशु सारे गलील में फिरता हुआ उन की सभाओं में उपदेश करता और राज्य का सुसमाचार प्रचार करता, और लोगों की हर
प्रकार की बीमारी और दुर्बल्ता को दूर करता रहा।
Mark 16:15-18 – 15 और उस ने उन से कहा, तुम सारे जगत में जाकर सारी सृष्टि के लोगों को सुसमाचार प्रचार करो। 16 जो विश्वास करे और
बपतिस्मा ले उसी का उद्धार होगा, परन्तु जो विश्वास न करेगा वह दोषी ठहराया जाएगा।
17 और विश्वास करने वालों में ये चिन्ह होंगे कि वे मेरे नाम से दुष्टात्माओं को निकालेंगे।
18 नई नई भाषा बोलेंगे, सांपों को उठा लेंगे, और यदि वे नाशक वस्तु भी पी जांए तौभी उन की कु छ हानि न होगी, वे बीमारों पर हाथ रखेंगे, और वे चंगे हो जाएंगे।

Acts 1:14 – ये सब कई स्त्रियों और यीशु की माता मरियम और उसके भाइयों के साथ एक चित्त होकर प्रार्थना में लगे रहे॥

Acts 3:4-8 – 4 पतरस ने यूहन्ना के साथ उस की ओर ध्यान से देखकर कहा, हमारी ओर देख।
5 सो वह उन से कु छ पाने की आशा रखते हुए उन की ओर ताकने लगा।
6 तब पतरस ने कहा, चान्दी और सोना तो मेरे पास है नहीं; परन्तु जो मेरे पास है, वह तुझे देता हूं: यीशु मसीह नासरी के नाम से चल फिर। 7 और उस ने उसका
दाहिना हाथ पकड़ के उसे उठाया: और तुरन्त उसके पावों और टखनों में बल आ गया। 8 और वह उछलकर खड़ा हो गया, और चलने फिरने लगा और चलता;
और कू दता, और परमेश्वर की स्तुति करता हुआ उन के साथ मन्दिर में गया।

Matthew 11:28-30 – 28 हे सब परिश्रम करने वालों और बोझ से दबे लोगों, मेरे पास आओ; मैं तुम्हें विश्राम दूंगा।
29 मेरा जूआ अपने ऊपर उठा लो; और मुझ से सीखो; क्योंकि मैं नम्र और मन में दीन हूं: और तुम अपने मन में विश्राम पाओगे। 30 क्योंकि मेरा जूआ सहज
और मेरा बोझ हल्का है॥

You might also like