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सत्र क्रम ांक- 1

भ ष और वर्ण
अचिगम उदे श्य (LEARNING OBJECTIVES)
 भ ष के म ध्यम से छ त्र में सांग्रहित योग्यत और क्षमत से
अवगत करव न ।
 छ त्रों को ववभभन्न भ ष ओां से पररचित करव न ।
 छ त्रों को ववभभन्न भ ष ओां की भिवपयों से पररचित करव न |
 छ त्रों को व्य करर् के शद्ध
ु रूप क ज्ञ न प्र प्त करव न |
 छ त्रों को वर्ों से पररचित करव न |
सप्र
ु भ त बच्िों , कैसे िैं आप सब ? आश करती िँ कक आप सभी
अपन और अपने पररव र क अच्छे से ध्य न रख रिे िैं |
बच्िों ! वपछिी कक्ष ओां में िम भ ष के सांबांि में पढ़ते आए िैं | आइए, दोिर एँ
अब बत इए

 आप कक्ष में पढ़ य गय प ठ कैसे समझते िो?


 कक्ष में अध्य वपक आपक न म कैसे पुक रती िै ?
 आप पुस्तक से ज्ञ न कैसे प्र प्त करते िो?
 आप उत्तर पस्ु स्तक में प्रश्नों के उत्तर कैसे दे ते िो?
आइए दे खें आपके उत्तर
 अब बताइए उत्तर

 आप कक्ष में पढ़ य गय प ठ कैसे समझते िो? सुनकर


 कक्ष में अध्य वपक आपक न म कैसे पुक रती िै ? बोलकर
 आप पुस्तक से ज्ञ न कैसे प्र प्त करते िो? पढ़कर
 आप उत्तर पुस्स्तक में प्रश्नों के उत्तर कैसे दे ते िो?
ललखकर
भ ष की पररभ ष
 इन प्रश्नोत्तर से स्पष्ट िो गय िै कक बोिकर, सन
ु कर, पढ़कर और
भिखकर िम अपने मन की ब त दसरों को समझ सकते िैं तथ दसरों के
मन की ब त स्वयां समझ भी सकते िैं |
 भ ष ववि रों के आद न –प्रद न क स िन िै |
भाषा क्या है ?

 भ ष वि स िन िै , स्िसके द्व र मनुष्य अपने भ वों एवां ववि रों क


आद न –प्रद न करत िै |
आइए दे खें और समझें

 https://youtu.be/xHxzeZkV6z0
भ ष के रूप

सुनकर बोिकर

भिखकर
पढ़कर
आइए कुछ उद िरर् दे खें

 बोिन और सन
ु न – मौखखक भ ष के अांतगणत आते िैं |
 भिखन और पढ़न – भिखखत भ ष के अांतगणत आते िैं |

मौखखक भाषा ललखखत भाषा


व त णि प पत्र
भ षर् अखब र
सम ि र सन
ु न भिखखत सांदेश
कि नी सन
ु न ई-मेि
भिवप और व्य करर्
 ललपप- भ ष को बोिते समय िो शब्द िम रे मख ु से ननकिते िैं, उनकी
ध्वननयों को भिखने के भिए कुछ चिह्न ननि णररत िोते िैं | यि चिह्न भिवप
किि ते िैं |
 आस न शब्दों में – भाषा के ललखने के ढं ग को ललपप कहते हैं |

 व्याकरण- भाषा के शद्ध


ु रूप का ज्ञान कराने वाला शास्त्र व्याकरण कहलता है |
भ ष की भिवपय ँ
हिांदी भ ष से सांबांचित ज्ञ न

 बच्िों क्य आप ि नते िैं कक हिांदी भ रत की र ष्रभ ष कब बनी ?

 14 लसतंबर, 1949 को हिांदी भ ष को भ रतीय सांववि न में र ष्रभ ष के रूप


में स्वीक र ककय गय |

 िर वषण 14 लसतंबर, 1949 क हदन हिांदी हदवस के रुप में मन य ि त िै ।


वर्ण क ज्ञ न

 बच्िों, आप वपछिी कक्ष में वर्ण के ववषय में ज्ञ न प्र प्त कर िक
ु े िैं |

 वणण भाषा की सबसे छोटी इकाई होती है |


 ध्वनन के भिखखत रूप को वर्ण किते िैं |
 वर्ों को अक्षर भी कि ि त िै |

 हिांदी भ ष में िव िीस वर्ण िोते िैं |


 स्वर ग्य रि िोते िैं | व्यांिन तैंतीस िोते िैं |
 वणों का व्यवस्स्त्ित समह ू वणणमाला कहलाता है |
आइए दे खें और समझें

 https://www.youtube.com/watch?v=QkMasoNWF9E
िमने ि न
 अनस्त्
ु वार- इनक उच्ि रर् न क से िोत िै | िैसे- कांगन,पांख ,िांगि आहद |इसक चिह्न
बबन्द ु (ंां) िै |

 अनन
ु ालसक – इनक उच्ि रर् न क ओर गिे दोनों से िोत िै | िैसे- ि ँद,म ँ,ग ँव आहद |
इसक चिह्न िन्रबबन्द ु ँ िै |

 संयुक्त व्यंजन – दो अिग व्यांिनों के मेि से बने व्यांिन सांयुक्त व्यांिन किि ते िैं | ये
ि र िोते िैं |

 क् + ष = क्ष (लशक्षा,क्षमा) त ् + र = र (त्ररशल ू ,त्ररभुज)


 ज ् + ञ = ज्ञ (संज्ञा,पवज्ञान) श ् + र = श्र (श्रलमक,पवश्राम)
आओ अभ्य स करें

 ननम्नभिखखत में भ ष के ककस रूप क प्रयोग िोत िै ?

 क) पस्
ु तक-
 ख) भ षर्-
 ग) ई-मेि-
 घ) सांगीत-
 ड़) अखब र-
 ि) पत्र -
आइए गनतववचि करें
 हिांदी के इन शब्दों को रोमन भिवप में भिखखए |
िैसे-
म न भी ि ओ – maan bhi jao
क) क्य ब त िै ? - _________________
ख) मैं थक गय | - _________________
ग) ज़र बि के | - _________________
पन
ु र वनृ त

 आि िमने िो ज्ञ न प्र प्त ककय िै , उसे अपने शब्दों में


केवि प ँि व क्यों में भिखखए |
 प्य रे बच्िों ,आश िै कक आपक क यण बिुत िी सर िनीय
िोग |
आपक गि
ृ क यण - आइए गनतववचि करें
आप अपने पररव र के स थ िि ँ भी कभी घमने गए िोंगे , उस िगि की
भ ष , भिवप, पिन व तथ ख न-प न के ववषय में इस प्रक र भिखखए |

 िगि क न म-
 भष –
 भिवप-
 पिन व -
 ख न-प न

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