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प्रतिदर्श प्रश्न त्र 019 -01

विषय – हहन्दी ‘अ’ (कोड-110)


कऺा – 91
तनर्ाशररि समय – 3 घंटे अधर्किम अंक - 81

सामान्य तनददेश र्
1. इस प्रश्न-ऩत्र भें चाय खंड हैं – क, ख, ग औय घ।
2. सबी खंडों के प्रश्नों के उततय दे ना निनाामय ह। ।
3. मथासंबा प्रतमेक खंड के प्रश्नों के उततय ्रमभ से िरिख।।
4. ।क नंक के प्रश्नों का उततय रगबग 15-20 शब्दों भें िरिख।।
5. दो नंकों के प्रश्नों का उततय रगबग 30-40 शब्दों भें िरिख।।
6. तीन नंको के प्रश्नों का उततय रगबग 60-70 शब्दों भें िरिख।।

खंड – क 91
(अतहिि अंर्)
(1) तनम्नलऱखखि गदयांर् को ध्यानतूिक
श तहिए और तूछे गए प्रश्नों के 10
उत्तर लऱखखए -
ऻान यािश के संचचत कोष ही का नाभ साहहतम ह। । सफ तयह के बााों
को प्रकट कयने की मोग्मता यखनेाारी औय िनदोष होने ऩय बी, महद
कोई बाषा नऩना िनज का साहहतम नहीं यखती तो ाह, रूऩाती
िबखारयनी की तयह, कदापऩ आदयणीम नहीं हो सकती। उसकी शोबा,
उसकी श्रीसम्ऩन्‍न्‍ता, उसकी भान – भमाय दा उसके साहहतम ही ऩय
नारंबफत यहती ह। । जाित-पाशेष के उतकषाय ऩकषय का, उसके ऊँच-नीच
बााों, उसके धािभय क पाचायों औय साभाजजक संघटन का, उसके
ऐितहािसक घटनाच्रमों औय याजन।ितक जथथितमों का प्रितबफम्फ दे खने
को महद कहीं िभर सकता ह। तो उसके ग्रन्‍थ-साहहतम ही भें िभर
सकता ह। । साहहतम भें जो शजतत िछऩी ह। ाह तोऩ, तरााय औय फभ के
गोरों भें बी नहीं ऩामी जाती, जो साहहतम भद
र दों को बी जजन्‍दा
कयनेाारी संजीानी औषचध का आधाय ह। , जो साहहतम ऩिततों को
उठानेाारा औय उजतथतों के भथतक को उन्‍नत कयने ाारा ह। , उसके
उतऩादन औय संाधय न की चेष्टा जो जाित नहीं कयती, ाह
नऻानान्‍धकाय के गतय भें ऩ़ी ी यहकय ककसी हदन नऩना नजथतता ही खो
फ।ठती ह। । नत।ा सभथय होकय बी जो भनरष्म इतने भहताशारी साहहतम
की सेाा औय निबाद्
ृ चध नहीं कयता नथाा उससे ननयर ाग नहीं यखता,
ाह सभाजद्रोही ह। , ाह दे शद्रोही ह। , ाह जाितद्रोही ह। , ाह आतभद्रोही औय
आतभहं ता बी ह। ।
(क) साहहतम को संजीानी औषचध का आधाय तमों कहा गमा ह। ? 2
(ख) साहहतम के प्रित ननरयाग न यखनेाारों की तररना ककससे की गई ह। 2
?
(ग) साहहतम को सभाज का आईना तमों कहा गमा ह। ? 2
(घ) जजस बाषा का नऩना साहहतम नहीं होता उसकी जथथित क।सी होती ह। 2
?
(ङ) साहहतम के संाधय न के िर। प्रमास नहीं कयने ऩय सभाज की तमा 1
जथथित होती ह। ?
(च) उऩमत
रय त गद्मांश के िर। उऩमत
र त शीषय क िरिख। | 1
खंड – ख 16
(व्यािहाररक व्याकर )
(2) तनददेश र्ानुसार उत्तर लऱखखए 1×4=4
(क) कठोय होकय बी सहृदम फनो । (संमरतत ाातम भें फदिर।)
(ख) मद्मपऩ ाह सेनानी नहीं था ऩय रोग उसे क।प्टन कहते थे । (सयर
ाातम भें फदिर।)
(ग) फच्चे ा।से कयते हैं ज।से उन्‍हें िसखामा जाता ह। । (ये खांककत उऩाातम
का बेद िरिख।)
(घ) सबी रोगों ने ाह सरंदय दृश्म दे खा।
(यचना के आधाय ऩय ाातम बेद िरिख।)
(3) तनददेश र्ानुसार िाच्य तररििशन कीजजए 1×4=4
(क) ननेक ऩाठकों ने ऩरथतक की सयाहना की। (कभय ााच्म भें फदिर।)
(ख) ऩऺी फाग छो़ी कय नहीं उ़ी े । (बााााच्म भें फदिर।)
(ग) हपषय ता योज नख़फाय ऩढ़ती ह। । (कभय ााच्म भें फदिर।)
(घ) भेये द्ााया सभम की ऩाफंदी ऩय िनफंध िरखा गमा । (कता
य ृ ाच्म भें
फदिर।)
(4) िनम्निरिखत ाातमों के ये खांककत ऩदों का ऩदऩरयचम िरिख। 1×4=4
(क) आज बी बायत भें ननेक निबभन्‍मर हैं ।
(ख) प्रात्कार घूभने जामा कयो ताकक थााथ्म ठीक यहे ।
(ग) पऩताजी कर ही तीथय मात्रा ऩय ग। ।
(घ) ननयर ाग ने कारा कोट ऩहना ह। ।
(5) तनम्नलऱखखि प्रश्नों में से ककन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजजए – 1×4=4
(क) 'हाथम यस’ का ।क उदाहयण िरिख।।
(ख) िनम्निरिखत काव्म ऩंजततमों भें यस ऩहचान कय िरिख।-
ये नऩ
ृ फारक कारफस फोरत तोहह न सँबाय |
धनरही सभ बत्रऩरयारयधनर बफहदत सकर संसाय ||
(ग) ‘ाीय’ यस का थथामी बाा तमा ह। ?
(घ) ‘यित’ ककस यस का थथामी बाा ह। ?
खंड – ग 34
(ताठ्य तुस्िक एिं तूरक ताठ्य तुस्िक)
(6) तनम्नलऱखखि गदयांर् को ध्यानतूिक
श तिकर तूछे गए प्रश्नों के उत्तर 6
लऱखखए-
नााफ साहफ ने खीये की सफ पाँकों को िख़ी की के फाहय पेंककय तौिर।
से हाथ औय होंठ ऩोंछ िर। औय गाय से गरराफी आँखों से हभायी ओय
दे ख िरमा, भानो कह यहे हों- मह ह। खानदानी यईसों का तयीका !
नााफ साहफ खीये की त।मायी औय इथतेभार से थककय रेट ग। । हभें
तसरीभ भें िसय खभ कय रेना ऩ़ी ा- मह ह। खानदानी तहज़ीफ, नफ़ासत
औय नज़ाकत ! हभ गौय कय यहे थे, खीया इथतेभार कयने के इस तयीके
को खीये की सरगंध औय थााद की क‍ऩना से संतरष्ट होने का सू्भ,
नफ़ीस मा ।ब्सट्रेेतट तयीका जरूय कहा जा सकता ह। ऩयं तर तमा ऐसे
तयीके से उदय की तजृ प्त बी हो सकती ह। ? नााफ साहफ की ओय से
बये ऩेट के ऊँचे डकाय का शब्द सरनाई हदमा औय नााफ साहफ ने हभायी
ओय दे खकय कह हदमा, ‘खीया रज़ीज़ होता ह। रेककन होता ह। सकीर,
नाभरयाद भेदे ऩय फोझ डार दे ता ह। ।’
(क) नााफ साहफ का खीया खाने का ढं ग ककस तयह नरग था ? (शब्द 2
सीभा 30-40 शब्द)
(ख) नााफ साहफ खीया खाने के नऩने ढं ग के भाध्मभ से तमा हदखाना 2
चाहते थे ? (शब्द सीभा 30-40 शब्द)
(ग) नााफ साहफ ने नऩनी खीज िभटाने के िर। तमा ककमा ह। ? (शब्द सीभा 2
30-40 शब्द)
(7) िनम्निरिखत प्रश्नों भें से ककन्‍ही चाय प्रश्नों के उ्तरय रगबग 30-40 2×4=8
शब्दों भें िरिख।-
(क) फच्चों द्ााया भूितय ऩय सयकंडे का चश्भा रगाना तमा प्रदिशय त कयता ह।
?
(ख) फारगोबफन बगत के संगीत को जाद ू तमों कहा गमा ह। ?
(ग) फ़ादय फर‍के की मातना बयी भतृ मर ऩय रेखक के भन भें ककस प्रकाय के
बाा उतऩन्‍न हर। औय तमों ?
(घ) ‘भन्‍नू बंडायी की भाँ तमाग औय ध।मय की ऩयाकाष्ठा थी – कपय बी
रेिखका के िर। आदशय न फन सकी।’ तमों ?
(ङ) बफजथभ‍रा खाँ को कौन-कौन से सम्भान िभरे ? उनकी ऩहचान ककस
रूऩ भें फनी यहे गी ?
(8) तनम्नलऱखखि काव्यांर् को ध्यानतूिक
श तिकर तूछे गए प्रश्नों के उत्तर 6
लऱखखए-
भरख्म गामक के चट्टान ज।से बायी थाय का साथ दे ती
ाह आााज़ सरन्‍दय कभज़ोय काँऩती हरई थी
ाह भरख्म गामक का छोटा बाई ह।
मा उसका िशष्म
मा ऩ।दर चरकय सीखने आने ाारा दयू का कोई रयश्तेदाय
भरख्म गामक की गयज़ भें
ाह नऩनी गँज
ू िभराता आमा ह। प्राचीन कार से
गामक जफ नंतये की जहटर तानों के जंगर भें
खो चक
र ा होता ह।
मा नऩने ही सयगभ को राँघकय
चरा जाता ह। बटकता हरआ ।क ननहद भें
तफ संगतकाय ही थथामी को सँबारे यहता ह।
ज।से सभेटता हो भख्
र म गामक का ऩीछे छूटा हरआ साभान
ज।से उसे माद हदराता हो उसका फचऩन
जफ ाह नौिसिखमा था
(क) बटके हर। थाय को संगतकाय कफ सँबारता ह। औय भख् र म गामक ऩय 2
इसका तमा प्रबाा ऩ़ी ता ह। ? (शब्द सीभा 30-40 शब्द)
(ख) कपाता भें ककस संदबय भें ककसे नौिसिखमा कहा गमा ह। औय तमों ? 2
(शब्द सीभा 30-40 शब्द)
(ग) संगतकाय की बूिभका का भहत्त्ा कफ साभने आता ह। ? 2
(9) तनम्नलऱखखि प्रश्नों में से ककन्ही चार प्रश्नों के उत्तर ऱगभग 31-41 2×4=8
र्ब्दों में लऱखखए -
(क) 'फेटी नबी समानी नहीं थी’- ‘कन्‍मादान’ कपाता के आधाय ऩय प्रथतरत
ऩंजततमों भें निबव्मतत भाँ की चचंता का कायण िरिख।।
(ख) 'पसर’ कपाता भें ‘हाथों के थऩशय की गरयभा’ ककसे कहा गमा ह। ?
(ग) ऩयशयर ाभ ने धनष
र तो़ी ने ाारे के पाषम भें ऩछ
ू ा तो श्रीयाभ ने ‘धनष

भेये द्ााया टूट गमा ह। ’ सीधा उततय न दे कय ऐसा तमों कहा कक ‘धनष

तो़ी ने ाारा आऩका कोई दास होगा’ ?
(घ) 'सूयदास के ऩद’ के आधाय ऩय िरिख। कक उद्धा गोपऩमों की भनोदशा
तमों नहीं सभझ सके ?
(ङ) 'छामा भत छूना’ कपाता के संदबय भें थऩष्ट कीजज। कक नतीत के सरखों
की थभिृ त भें डूफे यहने से जीान ऩय तमा प्रबाा ऩ़ी ता ह। ?
(10) तनम्नलऱखखि प्रश्नों में से ककन्हीं दो प्रश्नों के उत्िर ऱगभग 51-61 3×2=6

र्ब्दों में लऱखखए-


(क) गंतोक को ‘भेहनतकश फादशाहों का शहय’ तमों कहा गमा ह। ?
(ख) 'भाता का नँचर’ ऩाठ भें ग्राभीण ऩरयाेश का चचत्रण ककमा गमा ह। ।
आऩ ग्राभीण जीान ा शहयी जीान भें तमा नंतय ऩाते हैं ?
(ग) जाजय ऩंचभ की नाक रगने ाारी खफय के हदन नखफाय चऩ
र तमों थे ?
खंड – घ 20
(ऱेखन)
(11) तनम्नलऱखखि में से ककसी एक विषय तर हदए गए संकेि बिन्दओ
ु ं के 10
आर्ार तर ऱगभग 011 से 051 र्ब्दों में तनिंर् लऱखखए-
(क) ऩरयश्रभ औय नभ्मास – सपरता की कंर जी
 प्रथतााना
 ऩरयश्रभ का भहत्त्ा
 ऩरयश्रभ के ननरकयणीम उदाहयण
 ऩरयश्रभ औय नभ्मास से सपरता
 उऩसंहाय
(ख) सभाचाय ऩत्र के िनमिभत ऩठन का भहत्त्ा
 प्रथतााना
 ऻान का बंडाय
 ऩढ़ने की थाथथ आदत का पाकास
 जागरूकता
 उऩसंहाय
(ग) मराा ागय का पादे शों के प्रित फढ़ता भोह
 प्रथतााना
 पादे शों के प्रित फढ़ता आकषय ण
 आचथय क सम्ऩन्‍नता
 फेहतय जीान श।री
 उऩसंहाय
(12) नऩने ऺेत्र की नािरमों तथा स़ी कों की सभरचचत सपाई न होने ऩय 5
थााथ्म नचधकायी को ।क ऩत्र रगबग 80-100 शब्दों भें िरिख। ।
नथाा
आऩकी कऺा भें ।क न। नध्माऩक ऩढ़ाने आ। हैं जो कक फहरत नच्छा
ऩढ़ाते हैं । उनके पाषम भें ऩरयचमातभक सूचना दे ते हर। नऩने िभत्र को
रगबग 80-100 शब्दों भें ।क ऩत्र िरिख।।

(13) ‘िशऺा का नचधकाय' के नंतगय त ग्राभीण ऺेत्रों भें इस नचधकाय का राब 5


उठाने के िर। ।क पाऻाऩन रगबग 25-50 शब्दों भें त।माय कीजज।।
नथाा
'बायतीम ये राे खानऩान ।ां ऩमय टन िनगभ' (आई.आय.सी.टी.सी.) की
ओय से माबत्रमों को बायत दशय न मात्रा के िर। आभंबत्रत कयते हर। ।क
पाऻाऩन 25-50 शब्दों भें त।माय कीजज।।

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