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8/7/2019 शोभा रानी: SreeRadhaJee Ki Aarti.

आरती ीबृषभानु लली की ।


सत - िचत - आनंद- कंद - कली की ।। टे क ।।

भयभंिजिन भव - सागर - ता रिन ,


पाप - ताप - किल - क ष - हा रिन ,
िद धाम - गोलोक - िबहा रिन ,
जनपािलिन जगजनिन भलीकी ।। १ ।।

अ खल िब आनंद - िबधाियिन ,
मंगलमयी सुमंगलदाियिन ,
नंदनंदन - पद - ेम दाियिन ,
अिमय - राग - रस - रं ग - रलीकी ।।२ ।।

िन ानंदमयी अ◌ा ािदिन ,


आनंदघन - आनंद - सािधिन ,
रसमयी , रसमय - मन - उ ािदिन ,
सरस कमिलिन कृ - अलीकी ।। ३ ।।

िन िनकुंजे री रासे र ,
परम ेम पा परमे री ,
गोिपगणा िय गोिपजने र ,
िबमल - िबिच - भाव - अवलीकी ।। ४ ।।

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