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C-402 कक्षा : 12व ीं

हिन्दी (सामान्य) 2014


समय : 3 घण्टे ] [ पर्
ू ाांक : 100
निर्दे श- (i) सभ प्रश्ि अनिवायय हैं।
(ii) प्रश्ि क्रमाींक 1 से 5 तक वस्तनु िष्ठ प्रश्ि हैं। प्रत्येक के लिये (5x5 = 25) एक-एक
अींक निर्ायरित हैं।
(iii) प्रश्ि क्रमाींक 6 से 15 तक प्रत्येक प्रश्ि के लिये र्दो-र्दो अींक निर्ायरित हैं। शब्र्द
स मा 30 शब्र्द।
(iv) प्रश्ि क्रमाींक 16 से 21 तक प्रत्येक प्रश्ि के लिए त ित ि अींक निर्ायरित हैं। शब्र्द
स मा 30 से 75 शब्र्द।
(v) प्रश्ि क्रमाींक 22 से 24 तक प्रत्येक प्रश्ि के लिए चाि-चाि अींक निर्ायरित हैं। शब्र्द
स मा 75 से 120 शब्र्द।
(vi) प्रश्ि क्रमाींक 25 से 27 तक प्रत्येक प्रश्ि के लिए 5-5 अींक निर्ायरित हैं। शब्र्द-स मा
120 से 150 शब्र्द।
(vii) प्रश्ि क्रमाींक 28 के लिये (7+3) 10 अींक निर्ायरित हैं। 'अ' के लिए 7 अींक तथा 'ब'
के लिए 3 अींक शब्र्द-स मा 200 से 250 शब्र्द।

1. निम्िलिखित रिक्त स्थािों की पनू तय दर्दये गये ववकल्पों के आर्ाि पि कीजिए :


(i) प्रथम िाष्रीय कवव ........ को मािा िाता है । (भष
ू र्/दर्दिकि)
(ii) िव न्द्रिाथ टै गोि ..... की पस्
ु तक पढ़ िहे थे। (सम्पजत्तशास्र/सौंर्दययशास्र)
(iii) “निष्ठामनू तय कस्तिू बा' पाठ के िेिक .... है। (महात्मा गााँर् /काका कािेिकि)
(iv) इसका पर्द-ति छूिे वािा' ....... की गाथा गाता है। (गींगा/वेर्दों)
(v) 'ििर्द' शब्र्द का अथय ……….. है । (बार्दि/कमि)

2. निम्िलिखित कथिों के लिये सही ववकल्प चनु िये:


(i) अब्र्दिु य हीि िाििािा का सींक्षक्षप्त िाम था-
(अ) िहीम (ब) किीम (स) िसिाि (र्द) िै र्दास
(ii) 'श्रेय-प्रेय' शब्र्द में समास है
(अ) द्ववगु (ब) कमयर्ािय (स) द्वन्द्द्व (र्द) तत्परु
ु ष
(iii) “पाि गए ि ऊबिै , मोत मािस
ु चि
ू ' पींजक्त में अिींकाि है
(अ) यमक (ब) श्िेष (स) अिप्र
ु ास (र्द) उपमा
(iv) प्रलसद्ध आींचलिक कथाकाि हैं-
(अ) प्रेमचींर्द (ब) ियशींकि प्रसार्द (स) फर् श्वििाथ ‘िे र्'ु (र्द) चन्द्रर्ि शमाय 'गुिेिी'
(v) बि में निवास है-
(अ) र्दे वत्व का (ब) परु
ु षत्व का (स) अज्ञाि का। (र्द) मािवता का

3. निम्िलिखित कथिों में से सत्य/असत्य का चयि कीजिए-


(i) गाींर् ि अक्षि ज्ञाि को ही पर्
ू य लशक्षा मािते थे।
(ii) 'उल्टे बााँस बिे िी को एक मह
ु ाविा है ।
(iii) मााँ िे मािा, तो बािक रूठ गया' सिि वाक्य है।
(iv) द्वववेर्दी यग
ु के प्रवतयक आचायय हिािीप्रसार्द द्वववेर्दी हैं।
(v) िातों-िात कोई पस्
ु तक पिु स्कृत हो िात है।

4. स्तम्भ 'क' का स्तम्भ 'ि' से लमिाि कि सही िोड बिाइए-


स्तम्भ 'क' स्तम्भ 'ि'
(i) अमोघशजक्त (अ) िागो फफि एक बाि
(ii) अज्ञाि का पर
ु (ब) मह
ु ाविा
(iii) प्रशींसि य (स) शब्र्द औि कृनत
(iv) भैिव ग त गािा (र्द) अहीं काि
(v) िाष्रीय चेतिा (इ) निन्द्र्दि य

5. निम्िलिखित प्रश्िों के उत्ति एक वाक्य में र्दीजिए-


(i) भष
ू र् कवव िे फकस िािाओीं के शौयय का वर्यि फकया है ?
(ii) ताप-रय कौि-कौि से हैं?
(iii) यशोर्िा की वविय क्या है?
(iv) 'थोथा चिा बािे घिा’ िोकोजक्त का अथय लिखिए।
(v) िचिा के आर्ाि पि वाक्य के फकतिे प्रकाि होते हैं?
6. मींर ि उर्दास क्यों थे?
(अथवा) बजततयाि खििि के आक्रमर् से क्या हानि हुई?

7. लशक्षा के क्षेर में कौि-कौि से आचायय प्रलसद्ध हुए हैं?


(अथवा) िाष्र कस्तिू बा को फकस आर्दशय की ि ववत प्रनतमा मािता है ?

8. आचायय िामचींर शक् ु ि के अिस


ु ाि निबींर् की परिभाषा लििते हुए शक्
ु ि यग
ु के र्दो
प्रमि
ु निबींर्कािों के िाम लिखिए।
(अथवा) पाश्चात्य ववद्वाि ‘बफि' के अिस
ु ाि निबींर् शैिी की परिभाषा लिखिए।

9. ववषय के आर्ाि पि निबींर् के फकतिे भेर्द होते हैं? लिखिए।


(अथवा) शक्
ु िोत्ति यग
ु के र्दो प्रमि
ु निबींर्कािों के िाम उिकी एक-एक िचिाओीं के
साथ लिखिए। http://www.mpboardonline.com

10. निम्िलिखित शब्र्दों के र्दो-र्दो पयाययवाच शब्र्द लिखिए


सिस्वत , अमत
ृ ा
(अथवा) निर्दे शािस
ु ाि वाक्य परिवनतयत कीजिए
(i) स्वाविम्ब व्यजक्त सर्दा सि
ु िहते हैं। (लमश्र वाक्य)
(ii) मयिू वि में िाचता है । (प्रश्िवाचक)

11. निम्िलिखित मह
ु ाविों का अथय लििकि वाक्यों में प्रयोग कीजिए-
(i) रादह-रादह मचिा (ii) भग िथ प्रयत्ि कििा।
(अथवा) निम्िलिखित का समास ववग्रह कि समास के िाम लिखिए-
यथाशजक्त, सत्याग्रह।

12. निम्िलिखित शब्र्द-यग्ु मों का वाक्यों में प्रयोग कीजिए निम्िलिखित -


(i) हाँ सता-िेिता (ii) ति-मि।
(अथवा) निम्िलिखित अशद्ध
ु वाक्यों को शद्ध
ु कीजिए
(i) मैं मेिी किम से लििता हूाँ। (ii) सरिता भाग्यवाि ् स्र है।

13. निम्िलिखित का भाव-पल्िवि कीजिए-


“मान्द्यताएाँ बर्दिकि हम अपिा लसि मींड
ु ा िहे हैं।"
(अथवा) निम्िलिखित िोकोजक्तयों का अथय सदहत वाक्यों में प्रयोग कीजिए-
(i) का वषाय िब कृवष सि
ु ाि (ii) आम के आम गुठलियों के र्दाम।

14. कोई चाि पारिभावषक शब्र्द लिखिए।


(अथवा) मह
ु ाविे औि िोकोजक्तयों में अींति बताइए (कोई र्दो)।

15. निम्िलिखित लभन्द्िाथयक समोच्चारित शब्र्दों का अथय लििकि वाक्यों में प्रयोग
कीजिए- http://www.mpboardonline.com
हाँ स-हीं स, अपेक्षा-उपेक्षा।
(अथवा) निम्िलिखित अिेकाथी शब्र्दों के र्दो अिग-अिग अथय लििकि वाक्यों में प्रयोग
कीजिए-
अथय, फिा

16. र्दे श की िय के लिए कवव फकस भाव का आकाींक्ष हैं?


(अथवा) यशोर्दा अपिे आपको कृष्र् की र्ाय क्यों कहत है ?

17. पींचतत्वों के फकि गर्


ु ों को मााँ र्ािर् फकए हुए हैं?
(अथवा) 'यशोर्िा की व्यथा' कववता में गौतम बद्ध
ु के कौि-कौिसे गर्
ु बताए गए हैं?

18. कुशिता की कामिा कब निष्फि हो िात है?


(अथवा) छरसाि की बिछी की ववशेषताएाँ लिखिए।

19. बौवद्धक पि
ु िायगिर् की प्रफक्रया में फकस-फकसका योगर्दाि था?
(अथवा) 'ब माि का इिाि' एकाींकी में होम्योपैथ के प्रनत फकसे ववश्वास था औि क्यों?

20. बि की दृजष्ट से पजश्चम औि भाित में क्या अींति हैं?


(अथवा) अिबाि में िबिपिु की कौिस घटिा छप थ ?

21. केिि के गााँवों की कौि-कौिस ववशेषताएाँ हैं?


(अथवा) बाढ़-प डडतों की सहायता फकस प्रकाि की गई?

22. यशोर्िा की निि व्यथा िोक व्यथा क्यों बि गई?


(अथवा) समर
ु के िि की अपेक्षा कुएाँ के िि की प्रशींसा क्यों की गई हैं?
23. अत त में लशक्षा के क्षेर में भाित को उन्द्ित क्यों कहा गया है ?
(अथवा) कस्तिू बा को तेिस्व मदहिा क्यों कहा गया है ?

24. निम्िलिखित पद्याींश की व्यातया सन्द्र्दभय एवीं प्रसींग सदहत कीजिए- .


"टूटे सि
ु ि मिाइए, िो टूटे सौ बाि
िदहमि फफरि-फफरि पोइए, टूटे मक्
ु ताहाि।"
(अथवा) पेडों िे पत्ते तक उिका, त्याग र्दे िकि त्यागे।
मेिा र्ींर्
ु िापि कुहिा बि, छाया सबके आगे।।
उिके तप के अजग्ि-कुण्ड से घि-घि में हैं िागे।
मेिे कम्प हाय! फफि भ तुम िहीीं कहीीं से भागे।।

25. निम्िलिखित अपदठत गद्याींश को पढ़कि ि चे लििे प्रश्िों के उत्ति र्दीजिए-


वैदर्दक काि से दहमािय के पहाड बहुत पववर मािे िाते हैं। इसमें कोई सींर्देह िहीीं फक
दहमािय के पहाडों का दृश्य अनत सन्द्
ु र्दि है। उसकी ववशािता को र्दे िकि मि में आिींर्द
औि कृतज्ञता की िहि उठत हैं। ऐसा िगता है फक यह ववशाि सजृ ष्ट ईश्वि की र्दे ि
हैं। सम्पर्
ू य सजृ ष्ट के प्रनत समभाव िाग्रत होता है। सािे भाित की ििवायु को प्रभाववत
कििे वािा यही दहमािय हैं। गींगोर . यमि
ु ोर , बरीिाथ, केर्दाििाथ को त थय मािा िाता
है । उि स्थािों से निकििे वािी पववर िदर्दयााँ ही वास्तव में हमािी प्रार्र्दार िही हैं।
प्रश्ि- (1) उपयक्
ुय त अवतिर् का उचचत श षयक र्दीजिए।
(2) फकस काि से दहमािय को पववर पहाड मािा िाता है ?
(3) दहमािय में कौि-कौि से त थय जस्थत हैं?
(4) उपयक्
ुय त गद्याींश का सािाींश 30 शब्र्दों में लिखिए।

26. निम्िलिखित अपदठत पद्याींश को पढ़कि ि चे लििे प्रश्िों के उत्ति र्दीजिए-


"ठाि िोगे तुम अगि यग
ु को िई तस्व ि र्दोगे
गियिा से शरओ
ु ीं के तम
ु किेिे च ि र्दोगे।
र्दााँव गौिव पि िगे तो श श र्दे र्दे िा ववहाँ स कि
र्दे श के सम्माि पि, कािी घटा छािे ि र्दे िा,
र्दे श की स्वार् िता पि आाँच तुम आिे ि र्दे िा।"
प्रश्ि - (1) उपयक्
ुय त पद्याींश का उचचक श षयय र्दीजिए।
(2) ‘कािी घटा' से क्या तात्पयय हैं?
(3) उपयक्
ुय त पद्याींश का भावाथय लिखिए।

27. छारावास अर् क्षक को पर लििकि छारावास में लमििे वािे भोिि के नििीं ति
चगिते स्ति से अवगत किाइए।
(अथवा) प्रात: कािीि सैि के िाभों का वर्यि किते हुए अपिे छोटे भाई को पर
लिखिए।

28. (अ) निम्िलिखित निबींर् ववषयों में से फकस एक ववषय पि सािगलभयत निबन्द्र्
लिखिए-
(ब) शेष ववषयों में से फकस एक ववषय की बबन्द्र्दव
ु ाि रूपिे िा लिखिए-
(i) िािी लशक्षा का महत्व
(ii) बेिोिगािी की समस्या
(iii) समय ही र्ि है
(iv) प्राकृनतक आपर्दा : समस्या निवािर्
(v) सींतोष सबसे बडा र्ि।

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